ADR की याचिका पर SC में EC का हलफनामा पेश, बताया क्यों हर बूथ का वोटिंग डाटा नहीं कर सकते जारी...
Vložit
- čas přidán 21. 05. 2024
- #supremecourt #electioncommission #news24
ADR की याचिका पर SC में EC का हलफनामा पेश, बताया क्यों हर बूथ का वोटिंग डाटा नहीं कर सकते जारी...
News24 motto of 'Think First' is reflected in its CZcams channel as well, as it brings to you the most authentic and credible news in politics, entertainment, Bollywood, cricket, sports and business 24x7 in Hindi. Besides news, it also brings you exclusive interviews, LIVE streaming, popular shows, debates, and special programs.
Download News24 APP : onelink.to/dqfs43
Follow Us On Whatsapp : whatsapp.com/channel/0029VaKk...
Follow us on Twitter: bit.ly/news24twitter
Like us on Facebook: bit.ly/news24facebook
Follow us on Instagram: instagram/news24official
E24 Bollywood
bit.ly/e24bollywood
News24 Delhi
bit.ly/News24Delhiyt
News24 Bihar & Jharkhand
bit.ly/news24bihar
News24 UP & Uttarakhand
bit.ly/news24up
News24 MP & Chhattisgarh
bit.ly/news24mp
News24 Rajasthan
bit.ly/news24rajasthan
News24 Sports
bit.ly/news24sports
News24 | News24 India | Hindi News | News24 Live | Lok Sabha News
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------
News24 24x7 Live TV
Visit Our Website:
News24 English: www.news24online.com
News24 Hindi: hindi.news24online.com
Download the News24 App Now:
Android Google Play: bit.ly/news24app
बीजेपी मुक्त भारत होना चाहिए
Afghanistan... Pakistan... Aur Bangladesh hai waha shift ho jao... Aur democracy ka anand utaho
@@DR-gp4hnbhos****tum hi bhejena hoga waha
@@DR-gp4hnaur tum bhrastachari govt ko support karte raho 😂😂
@@DR-gp4hnतब तो तुम्हें नेपाल चले जाना चाहिए वहां आराम से ब्लातकारी जाहिल पार्टी का गुणगान करते रहो ।
@@DR-gp4hntere baap ki khud ki ZAMEEN ho PAKISTAN aur Bangladesh me to btao registry karwa le😢😢😢😢
चुनाव आयोग को सस्पेंड करना चाहिए
तुम गोदी मीडिया क्या ये नही जानते की चुनाव आयोग ने 6पर्सेंट वोट बढ़ाए। तो ये बात तो तुम मीडिया को भी बोलनी चाहिए की विपक्ष का आरोप सही है।
Tere bap or Amma ke pass form 17 - C ki copy hoti hai bevfoof. 😮😮
Bilkul sahi kaha aapne
🐃संविधान पर वार 🔪🔪🔪
अब की बार ४०० पार 💯 🎉💯🎉
हर हर मोदी 🎅🎅🎉
💯 sahi kaha aapne
चुनाव आयोग पूरा बीजेपी के साथ रह के पागल हो गया है , जेल भेज दो
कानूनी प्रावधान नहीं है तो कर दो, नहीं तो सुप्रीम कोर्ट का निर्देश ही कानून बन जायेगा
चुनाव आयोग सप्ष्ठ नहीं है।
प्रशांत भूषण एक इमानदार और देशभक्त वकील है जो भी कहा वो सत्य ही है
देश को गर्व है ऐसे भूषण पर
चुनाव आयोग पर कड़ी नजर रखनी चाहिए, अन्यथा चुनाव आयोग की पावर जीरो होनी चाहिए।
अब तक 2014 से पहले कैसे होता था जब चोरो की सरकार नही थी। चुनाव आयोग से पूछना चाहिए था।
जिस तरह से electoral बॉन्ड पर सबंधित संस्था SC द्वारा मांगी गई सूचना देने में आनाकानी कर रहे थे ठीक वही रवैय्या यहां भी देखा जा सकता है, उम्मीद है कि SC आम आदमी के वोट का दुरुपयोग रोकने लिए उचित और ठोस उठाएगा
अत्यंत निराशा जनक और अविश्वसनीय वातावरण में चुनाव हो रहा हैं जितने भी भारतीय लोकतंत्र के पक्षधर हैं वो सब हताशा के साथ जी रहे हैं
आयोग की बदनामी तो अब भी हो रही है क्योंकि 11 दिन बाद डाटा उपलब्ध कराया गया है जब बदनामी हो ही रही है तो फिर क्यों ना पूरा डाटा उपलब्ध कराया
EC modi ki gulaam hai lekin SC iski akkad utar dega ❤❤
Kuch nahi hone wala 4 june ka time aise he nikal jayega
गलत कह रहा आयोग पहिले ऐसा कभी नही हुवा
Coward EC : finding excuses ..kyu nai public ko info doo gye ..
बैलेट पेपर, और प्रतिशत के बीचोंबीच का खेल है, यही गड़बड़ी बीजेपी को फायदा पहुंचा देगा
चुनाव आयोग पर एक ए डी आर आरोप लगा रहा है तो चुनाव आयोग को इतनी मिर्ची लग रही है इधर चुनाव आयोग पर देश की 140 करोड़ जनता चुनाव आयोग पर सीधे आरोप लगा रही है फिर भी चुनाव आयोग को कोई फर्क नहीं पड़ता गजब है भाई
चु.आयोग घपला कर रहा है...
चुनाव आयोग कैसे कैसे कुतर्क दे रहा? चुनाव आयोग को सैलरी जनता के पैसों से मिलती है और वो जनता के हर सवाल का जवाब देने को बाध्य है? सही या गलत?
आरोप कहां है, ये तो दिख रहा है कि आयोग रोज आंकड़े बदल रहा है
बाध्यता तो शाम को प्रतिशत बताने का भी नहीं है तो क्यों बताते हैं। शक तो खुद आयोग पैदा कर रहा है
चुनाव आयोग का अधिकार
कोर्ट ने अपने हाथ में लेकर चलाना होगा
Chunav hi SC ko karana chahie tume Pakistan bheja ne ke bad
SC क्या चुनाव खत्म होने का इंतजार कर रहा हैं। EC स्पष्ट रूप से धांधली कर रहा हैं, सत्ता का पक्ष ले रहा हैं और SC ka कोई निर्णय नहीं।
अलग अलग आंकड़े दिखने चाहिए बैलट पेपर के और EVM के से कोई दिक्कत नहीं आएगी ?
मतलब चुनाव आयोग वोटर को मूर्ख समझता है। क्या हम form 17c और पोस्टल बैलेट की संख्या को जोड़ नही पाएंगे? कमाल है।
आजादी के सत्तर साल बाद बीच चुनाव,चुनावी धांधली और सुधार के नाम पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई,और जुमला सरकार जनता को विश्वगुरु बनाने के सपने दिखाती है।😂😂
चुनाव आयोग सिर्फ एक पार्टी के लिए काम कर रही है नाकि देश की जनता के लिए जय हिन्द जय भारत 🇮🇳
आयोग द्वारा दिए गए हलफनामा की भाषा तो पूरी पूरी बीजेपी की भाषा लग रही है ।
चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए
चुनाव आयोग अपना मन मर्जी करेगा
चुनाव आयोग भी विश्वास पत्र होना चाहिए
चुनाव आयोग को कोर्ट में जवाब ना दे, जनता को भी जवाब दे, जिन्हें आयोग पर पारदर्शी तरीके में विश्वास करते हैं।
मौजूदा चुनाव व्यवस्था पर वैसे भी अब यकीन नही है
फटकार से काम नहीं चलेगा एक करोड दस लाख बोट बढा दी है चुनाव आयोग ने ओर 4जून को bjp की सरकार बनाने की तैयारी चल रही है चुनाव आयोग द्वारा
चुनाव आयोग evm में अंदर घुस कर बीजेपी के वोट बढ़ा सकता है 😂
बूथ का रिकॉर्ड जारी होना ही चाहिए और पोस्टल बॅलेट को अलग से काउंट करना चाहिए 👍
Ec bjp के प्रति काफी नरम रवययाय अपना रहा है bjp के इशारों पर काम कर रहा है EC पर शक जरूरी है
Election commission ko jail mein daalo
चुनाव आयोग बताता क्यों नही वो ये नहीं जनता क्या की जनता उस पर भरोसा नहीं कर रही फिर ऐसा काम क्यों करना की सुप्रीमकोर्ट में जाना पड़े ? ऐसा लगता है चुनाव आयोग चाहता है की लोग कोर्ट में जाए।
कोर्ट कौन से सही है।जब मर्जी स्टे दे देता है।किसी को हेल्प करने के लिए रात को भी बैठ जाता है। कोर्ट पॉलिटिकल कोर्ट बन गए हैं।
चुनाव आयोग को ही देर सबेर
आचार संहिता के उल्लंघन् के लिए जेल होगी
डाटा जारी करना चाहिए
रिपोर्ट जारी करना चाहिए
डिजिटल जमाने में कागजी कार्रवाई से भी हल्की कार्रवाई करने के लिए ,EC तू बहुत बहुत धन्यवाद।।
श्रीमान सुप्रीम कोर्ट महोदया अब बहुत ड्रामा हो गया ईवीएम बैन करवा दीजिए
Only Congress
2024 के बाद मीडिया को ही बैन न कर दे
मुझे अब चुनाव आयोग पर शर्म आती है।
बहुत बे शर्म है ईसी तरह चुनाव बॉन्ड चोर के खिलाफ कार्रवाई करना थी
चुनाव आयोग का नार्को टेश्ट लेना चाहिए,कुछ तो सच्चाई सामने आयेंगी
झूठ बोल रहा है चुनाव आयोग। 1000 बूथ x 6 व्यक्ति= 6000 वोट एक लोकसभा क्षेत्र में। यानि 1 करोड़ वोट तो कभी नहीं बढ़ेंगी
SC को बूथो के डाटा और EVM वोट का मिलान का फैसला देना चाहिए।
सर्वोच्च न्यायालय को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई कर सख्त फैसला लेते हुए दोषियों को तुरंत जेल में डालना चाहिए, लोकतंत्र का कैसा मजाक उड़ाया हुआ है, समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो तानाशाही की जीत होगी और लोकतंत्र सदा के लिए खत्म हो जाएगा..याद रहे कि फिर कभी राजगुरु सुखदेव और भगतसिंह यहां नहीं होने वाले...
चुनाव आयोग बीजेपी के दबाव। 10 दिन बाद चुनावी डाटा बढ़ा चढ़ा कर पेश करना यह किसका इशारा है।
इस फैसले से चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो सकते हैं। वोटर कह सकते हैं कि दाल में कुछ काला अवश्य है। अतः चुनाव आयोग को अपनी विश्वसनीयता की चिंता करनी चाहिए और सही वोट प्रतिशत का आंकड़ा समय पर जारी कर देना चाहिए। सांच को आंच का कोई डर नहीं होना चाहिए।
Surprised that 1cr 7 lacks votes postal .....?
अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष है तो डाटा जारी करने में देरी क्यों करता है यह तो उसके दोष पूर्ण होने का ही सबूत है। आज के समय में जब सब कुछ इलेक्ट्रॉनिक है फिर इतनी देरी क्यों। 2014 से पहले भी तो यह सब समय पर एक ही बार में हो जाता था।
तब तो फॉर्म 17 सी को देना बंद ही कर देना चाहिए । अनावश्यक प्रक्रियाओं की आखिर आवश्यकता ही क्या है?
ADR ne bilkul sahi kaha hai...supreme Court CJI DY chandrachoud sir please Loktantar ko bachayein..bharat desh k samvidhan ko bachayein..jai hind jai bharat 🇮🇳
चुनाव आयोग पर 1% भी भरोसा नहीं है ।
इस चुनाव आयोग का ये मानना है कि
पहले शायद कभी चुनाव ही नहीं हुआ है
क्या
तब और अब की स्थितियाँ बेतहाशा अलग है
मेरे को तो लगता है कि चुनाव आयोग में पढ़े लिखे अफसर काम करते हैं फिर ये अनपढ़ लोगों की चमची क्यों मारते हैं। धिक्कार है ऐसी पढ़ाई करने वालों पे। चुनाव दुबारा कराए जाने चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट सहित चारों स्तंभ सतयुग में अत्याचार करने के जुर्म में ईश्वरीय जेल में कभी मनुष्य जीवन नहीं मिलने वाली सजा भोग रहे हैं - यह संदेश प्राचीन अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी सतयुग स्थापना का श्री गणेश किया हुआ विश्व का सबसे बड़ा भगवान गणेश तीर्थराज स्थल जयपुर राजस्थान का है अब चारों स्तंभों की खैर नहीं है।
Election commission is now Selection Commission of India.
60 sal se congress ne golmal kar ke chunav jite the 😅😅
@@natvarsinhzala9078 60 saal congress apna sasaan rakha ye baat nehin hai. Baat Election Commission par hai. Baat mat ghumao. Andhbhakt ho kya.
चुनावी प्रक्रिया पूरी तरह से कलंकित है इसमें कोई संदेह नहीं है
कानूनी प्रावधान नहीं है इसी का फायदा उठा रहा है चुनाव आयोग।
प्रावधान नहीं है मन मानी करेगा कर लो जो करना हो ...... चुनाव आयोग
प्रत्येक बूथ पर पड़े वोटों का डाटा जारी करने की कोई कानूनी बाध्यता ही या ना हो, देश की जनता की यही मांग है। और तुम जनता के नौकर हो ,देश के मालिक नहीं।
पूरे देश में लोकसभा चुनाव पहले की तरह एक दिन भूगोलिक स्थितिवश कम से कम चरणों में किये जाने ताकि संदेह डबल वोटिंग और चीटिंग की कोई संभावना ही न रहे।
इसका मतलब साफ़ है, बड़ी गड़बड़ की जा रही है।
Ban EVM ,No Other Option..
70 साल से तो कुछ हो या नहीं इस चुनाव आयुक्त के आते ही गड़बड़ होगाई 🤔
वोट प्रतिशत जारी किये जाने से जैसे वास्तविक स्थिति में बदलाव भ्रम पैदा होता है उसी प्रकार एग्जिट पोल नहीं किये जाने और पूर्वानुमान आंकड़े जारी नहीं किए जाने चाहिए इससे हवा बना भ्रामक स्थिति पैदा की जाती है जो निष्पक्ष चुनाव को परोक्ष रूप से प्रभावित कर अयोग्य व्यक्ति के चयन में सहायक बनती है।
इसका मतलब यह है की आंकड़ा मतदाता के समझ के परे है तो चुनावी सिस्टम ही गलत है no evm
चुनाव वोटिंग को आधार से जोड़ दिया जाय।
चुनाव आयोग बीजेपी के लिये काम कर रहा और गल्ती को चूक बताया जाता बीजेपी को फायदे के लिये किसी भी सीमा तक जाणे को तैय्यार बल्की जेल जाणे को भी तैय्यार इतना पैसा भाजपा देती जो नोकरीं से कगुना होता है.ई
बिहार में रोजगार नहीं है 🌆😭😭😭😭😭🏃
अगर ADR झुटे दावे करता है, तो 1करोड़ से अधिक वोटर्स कैसे बड़े इसका जवाब कौन देगा।।
चुनाव आयोग तो निष्पक्ष कम कर रहा है परंतु सुप्रीम कोर्ट उसमें बार बार अड़ंगा लगा रहा है अबकी बार सुप्रीम कोर्ट के जजों को उनकी औकात दिखाना जरूरी है❤
Chandigarh me kya hua tha
Pata nahi hai
@@SumitKumar-jn9fh क्या पता नहीं है
@@SumitKumar-jn9fh क्या हुआ था
@@SumitKumar-jn9fh उसमे मोदी जिम्मेदार है क्या
ये अनपढ़ है चुनाव आयोग 10th क्लास का बच्चा टोटल करके बता देगा कितने वोट प्रतिशत रहा
हर एक बूथ का डाटा प्रसिद्ध करने का कानून में कोई प्रावधान नहीं है तो मा सुप्रीम कोर्ट द्वारा इसमें बदलाव करने की जरूरत है चुनाव आयोग ने कहां की इसमें स्वार्थ है लेकिन किसी संस्था का विपक्ष के साथ कोई संबंध नही है जनता के हित में
वोटिंग percent इतना बढ ही नहीं सकता , अरे BJP लीडर का लडका आठ बार कमल का बटण दबा सकता है , तो देश भर के EVM मे हेराफेरी नहीं हो सकती क्या ,?
चुनाव की गोपनियता समाप्त कर दो खुल कर बता दो कोन बेईमानों के साथ है कोन मेहनत से काम करके जीतने वालों के साथ।छुपा छुपी के खेल में सब गड़बड़ है।बेगैरत लोग क्या करेंगे बेईमानी से जीत हासिल करके?🇮🇳 जय हिंद जय भारत 🙋🏻 देहरादून से
चुनाव आयोग का हर कदम संदेहास्पद लगता है।
पहले तो चुनाव प्रक्रिया में बूथ पर कैमरे से निगरानी हो। एक कैमरे में सिर्फ EVM और VVPAT की रिकॉर्डिंग हो, एक कैमरे में कंट्रोल यूनिट सहित वोटर आदि की। इससे चुनाव में गड़बड़ होने का अंदेशा खत्म हो जाएगा।
सुप्रीम कोर्टकी भी बात इस समय नही मानी जा रही है
पोस्टल बैलेट का आँकड़ा अलग होता है, उसको क्यों घुसेड़ रहा है ये बेशर्म चुनाव आयोग।
2024 का चुनाव संश्य में क्यों है।
पहले तो ऐसा कभी नहीं हुआ।
बीजेपी अगर जीत भी जाए तो भी चुनाव आयोग के कारण जनता का विश्वास खो चुकी है।जनता को लगता है सब गोल माल है।
17 सी में आंकड़े एकदम स्पष्ट होता है। 17 सी में और इवीएम में एक वोट का भी अंतर नहीं होता है।।।
Aab pata lagega ECI ko
Manyea suprem Cort desh ko bacha ligiye
चुनाव आयोग पारदर्शिता रखना ही चाहता है जिससे प्रिय पार्टी जीत सके। ब्यर्थ का बहाना बनाना चाहता है। वह तो खुद संदेह के घेरे में और निष्पक्ष नहीं है क्योंकि उसको शर्म नहीं है कि उसके ऊपर सुप्रीम कोर्ट भी अंगुली उठा रहा है।
चुनाव आयोग संदिग्ध है
चुनाओ आयोग पूरी ताकत बीजेपी को जीतने के लिए लगा हुआ है
पहले कोर्ट ने इवीएम को मंजुरी दीया फिर चुनाव आयोग ने गद्दारी की चुनाव आयोग कोर्ट और मीडीया पुलिस सबके सब बीजेपी की चापलुसी मे लगे है जीवो भाई जीवो जैसा चाहे वैसा जीवो तूमे ही जड़ें की जीना है हम कर भी क्या सकतें हैं
वैलिड पेपर का वोट बाद में ना बढ़ेगा अभी का परसेंटेज में क्यों बढ़ जा रहा है चुनाव आयोग स्पष्ट करे।
लोकतंत्र में 1 वोट की भी कीमत होती है अगर चुनाव आयुक्त को इस्तीफा दे देना चाहिए अगर वो चुनाव में 1 एक वोट को नहीं संभाल रहा
Ec is more, chor then MODI
SHAME SHAME ON EC
मानक गुप्ता जी जिन कर्मचारियों का बायोडाटा सरकार ने लिया है उनको अभी तक कोई फॉर्म नहींमिला है वह किसको वोट करेंगे कुछ पता हीनहीं है वही डाटा लेने के बाद में किसी भी कर्मचारी को पता नहीं है कि मेरा वोट कहां जाएगा
17 सी फॉर्म तो चुनाव आयोग द्वारा कानूनी पेपर है और उस पर जो आकडे प्रसारित करना है, लेकीन चुनाव आयोग ने बताया है की कानूनी प्रावधान नहीं है तो 17 सी फॉर्म किस कानून का हिस्सा है और ए.डी.आर. का स्वार्थ कहा से आया व्यक्तिगत रुप से देखा न जाय . चुनाव आयोग पर कलंक लगाने का सवाल नही है ऐ झूठ बोल रहे हैं
चुनाव आयोग ने डेढ़ करोड़ वोट कैसे बढ़ा दिया चुनाव आयोग इसका जवाब क्यों नहीं देता है बेईमान चोर उठाई गिरा चुनावआयोग
सब समझ सकते हैं लोग बेवकूफ नहीं है, चुनाव आयोग बेईमान है, बाद में बैलट पेपर वोट जारी ही करना हो तो उसे क्यों नहीं किया जा सकता साथ में यह भी लिखें कि यह वैलट पेपर वोट हैं।
फार्म १७ C चे प्रत्येक मतदारसंघांचे सर्व पब्लीकसाठी पोर्टलवर फोटोकॉपीसह शेअर करा तसेच त्याची प्रत सहिकरणाऱ्या प्रत्येक कर्मचाऱ्याला व बुथ पक्ष प्रतिनिधीला तात्काळ द्यावी अन्यथा त्यात फेरफार केला जाऊ शकतो🙏🙏
Modi should be held accountable!
चुनाव आयोग एक पालतू जानवरों से बढ़कर के कुछ नहीं नजर आ रही है कैसी हालत कर ली है
चुनाव आयोग नियुक्ति पैनल में गोदी सरकार द्वारा सीजेआई सुप्रीम कोर्ट को निकालने का मकसद ही यही था कि आयोग से सरकार मनमानी कराकर चुनाव में धांधली करवा सके।
EC को चुनाव को जितना पारदर्शी बनाया जा सके करना चाहिए
और फर्जी वोट काफी पड़ते है ये किसी से छिपा नहीं है इस पर ध्यान देना चाहिए
अब खुले आम बेईमानी होगी जिसे रोकना है रोक ले - बीजेपी
कोर्ट के गलत फैसले से फायदा भाजपा को होग ।