50 वर्षों की गीत जात्रा | मंच पर जब नरेंद्र सिंह नेगी जी अपने जन्मदिन पर गाया पलायन पर गीत

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  • čas přidán 12. 09. 2024

Komentáře • 2

  • @chandangusain3588
    @chandangusain3588 Před 24 dny +6

    नेगी जी कुछ भी गा लें वो गीत लोगों की जुबान पर बहुत जल्दी चढ़ जाता है यही उनकी लोकगीतों की विशेषता है वो उत्तराखंड के एक शिखर पुरुष हैं जो कि कई सदियों में एक बार ही जन्म लेते है नेगी जी को उनके 75वें जन्म दिन की ढेर सारी शुभकामनाएं साथ ही श्री ललित मोहन रयाल जी ने जो नेगी जी के 101 गीतों पर पुस्तक लिखी उसके लिए रयाल जी भी प्रशंसा के पात्र हैं🎉🎉❤❤

  • @AbhishekChauhan-f9h
    @AbhishekChauhan-f9h Před 12 dny

    आपकी लेखनी के लिए मै ही क्या हर एक उत्तराखंडी निशब्द है नेगी दा मेरे पास वो शब्द नहीं जो आपकी महान सोच को छोटे शब्दों में बयां कर सके मै बहुत शौभाग्य शाली हूं की मै उनका प्रसंशक हूं जिनके गाने कभी दादा दादी जी ने भी सुने और पिताजी ने भी और आज हम भी धन्यवाद नेगी जी🙏❤️
    पंख काटी बैठूं छा जग्वाल कभी न कभी ता बौडल घौर 🥲❤️