🪔🪔🪔🪔🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💗💗💗💗👏👏👏👏 Ji Ha, Sansar ek sapna heai, ye Satya heai, Sadhna karne valo ko ye, Satya samaj me Aa Ja Ta heai, aar ye Samaj bahut Mulyavan sabit hoti heai, Sadhna me Aage badhne ke liye, Aap ka PYAR hamare liye,Aatulya heai Gurudev ,Aap ka khub Dhanyavad.🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💗💗💗💗
मेरे मन में कई दिनों से एक प्रश्न है, जो मैं आपसे जानना चाहता हु। कृपया मेरा यह प्रश्न का उत्तर दीजिए 🙏 क्या ध्यान से ऐसी अवस्था प्राप्त किया जा सकता है, जब ध्यान हामारा सहस अवस्था हो जाता है। जब ध्यान ही हामारा ध्यान बने। हम जब जहां चाहे तब बहा ध्यान लगा सकते हैं, और यह भी हमारे मर्जी से। क्या यह संभव है ?
हां यह संभव है, यह इसपर निर्भर करता है कि आपके अवचेतन मन में ध्यान की अवस्था कितनी गहरी है, आपका मौन जितना गहरा होता जाए गा अवस्था उतनी ऊंची होती जायेगी, फिर आपको यह सोचना नहीं पड़ेगा कि ध्यान कब करूं , पूरा जीवन ही ध्यान बन जायेगा, आपका उठना, बैठना, सोना, चलना, सब ध्यानमई हो जायेगा, आपके हर कृत्य में भाव का जन्म होने दें और आपका जीवन प्रेममय, ध्यानमाई हो जाए गा बस यह निर्भर करता है की आपकी प्यास कितनी गहरी है कबीर जी का वचन है प्रेमगली अति सांकरी ता में दो ना समाए, जब मैं था तब हरि नही और अब हरि है तो मैं नहीं 🌺🙏
अति महत्वपूर्ण प्रवचन हरि ॐ तत् सत् आपको कोटि कोटि प्रणाम।
कोटि कोटि प्रणाम
🙏🌺🌺🌺🙏
Om Namo Bhagwate Shree Ramanaaa 🙏🙏🕉🕉🔱🔱🌺🌿🌺
Om Namaho bhagwate 🙏🌺
🪔🪔🪔🪔🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💗💗💗💗👏👏👏👏 Ji Ha, Sansar ek sapna heai, ye Satya heai, Sadhna karne valo ko ye, Satya samaj me Aa Ja Ta heai, aar ye Samaj bahut Mulyavan sabit hoti heai, Sadhna me Aage badhne ke liye, Aap ka PYAR hamare liye,Aatulya heai Gurudev ,Aap ka khub Dhanyavad.🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💗💗💗💗
Bahut dhanyawad
Sadar Naman 🌺🙏🌺🌺🙏🌺🌺🙏
धन्यवाद प्रभु नमन 🙏
Sadar Naman 🌺🙏
Hari Om 🙏💐🌹
Hari Om 🙏🌺🌺
Hari Om Tat,st🙏🙏🙏🙏
Hari Om Tat Sat 🌺🌺🙏
जय सियाराम 🌺🙏🙏
जय सिया राम 🌺🙏
❤my gurujii bhagwaan raman maharshi❤
🙏🌺🌼🌺🌼🌺🌼🙏
Hari om tat sat 🙏🙏
Hari Om Tat Sat 🌺🙏
Hari om
Hari Om 🌺🙏
Gurji k Charan mea sat sat naman
Sat sat Naman 🌺🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏
बहुत बहुत आभार 🌺🙏
🙏🙏
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Koti koti Naman 🌹🥰🙏
🙏🌼🌺🌼🌺🌼🌺🙏
Bahut dhanyawad
Apka bhi bahut dhanyawad 🌺🙏
जय गुरुदेव।🙏🏻🌺🙏🏻
सादर नमन 🌺🌺🌺🌺🙏
मेरे मन में कई दिनों से एक प्रश्न है, जो मैं आपसे जानना चाहता हु।
कृपया मेरा यह प्रश्न का उत्तर दीजिए 🙏
क्या ध्यान से ऐसी अवस्था प्राप्त किया जा सकता है, जब ध्यान हामारा सहस अवस्था हो जाता है।
जब ध्यान ही हामारा ध्यान बने। हम जब जहां चाहे तब बहा ध्यान लगा सकते हैं, और यह भी हमारे मर्जी से।
क्या यह संभव है ?
हां यह संभव है,
यह इसपर निर्भर करता है कि आपके अवचेतन मन में ध्यान की अवस्था कितनी गहरी है, आपका मौन जितना गहरा होता जाए गा अवस्था उतनी ऊंची होती जायेगी, फिर आपको यह सोचना नहीं पड़ेगा कि ध्यान कब करूं , पूरा जीवन ही ध्यान बन जायेगा, आपका उठना, बैठना, सोना, चलना, सब ध्यानमई हो जायेगा, आपके हर कृत्य में भाव का जन्म होने दें और आपका जीवन प्रेममय, ध्यानमाई हो जाए गा
बस यह निर्भर करता है की आपकी प्यास कितनी गहरी है
कबीर जी का वचन है प्रेमगली अति सांकरी ता में दो ना समाए, जब मैं था तब हरि नही और अब हरि है तो मैं नहीं 🌺🙏
@@divineconnection12 आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏♥️
@@mindunlock899 🙏🌺
CHETANA KI LO OSHO MAHARSHI LOVE
Chetana ki lo🙏🌺
Thanku
Welcome 🙏💐
प्रणाम साहेब 🙏❤️
बंदगी साहेब 🙏🌺🌺🌺🌺🙏
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