विराट जयी | VIRAT JAYI | VAISHNAVI SHARMA | SATISH SRIJAN | HINDI KAVITA |HISTORY MYTHOLOGY BHARAT
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- čas přidán 5. 09. 2024
- This poem is a humble attempt to depict the episode of one of the biggest turning points of The MAHABHARAT that also gave rise to the core philosophy of the BHARAT.
A few of the salient features of the poem is its straight language but still, repetition is avoided for e.g there are multiple synonyms of ARJUN have been used :
Kireet , Gudakesh ,Bharat ,Mahabaahu etc
This is a creation of my Father Shri SATISH SRIJAN JI and I'm just an insignificant spoon trying to bring the food to the mouth of you,
so what I'm relying on is your blessing
POEM: VIRAAT-JAYI
POET: SATISH SRIJAN
RECITED BY: Vaishnavi Sharma
POST-PRODUCTION: 9Frequencies studios
SPECIAL THANKS TO: @LNiteshKumar
#Viratjayi #vaishnavisharma #Satishsrijan #hindi
#geet #geeta #geetasaar #updeshbykrishna #krishna #bhajan #vishwaroopam2
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©️®️ Raag Vaishnavi
उत्कृष्ट लेखनी एवं उत्कृष्ट वर्णन का एक ज्वलंत उदाहरण है विराट जयी ❤️❤️❤️🌸🌸 इसमें कोई संदेह नहीं कि महाभारत मे भगवान श्री कृष्ण की वाणी ऐसी ही रही होगी, कविता को सुनते सुनते अंत में ऐसे प्रतीत होता है कि जैसे हम भी वहां उपस्थित हैं और विराट रूप का दर्शन कर रहे हैं 🙏🏻🌸 😇 श्री सतीश सृजन जी को नमन ❤️🌸 वैष्णवी जी को ढेर सारी शुभकामनाएँ 💐
Bahut bahut aabhaar 🙏🏻😊
Bahut sunder vivran Kiya aapne🎉
mam karna pe bhi kuch ho jaye
Uttam prastuti🙏
सही बात कही प्रत्यक्ष होणे का अनुभव आता है 🙏🏻👌🏻❤️
जिस समय भारतीय स्त्रियां सोशल मीडिया पर अपने अभद्र अंग प्रदर्शन। करने में लगी हुई है उसी समय आप जैसी महिला अपने इतिहास और अपने हिंदी साहित्य की संस्कृति को समेटने की जिद के साथ अड़ी हुईं हैं मैं आपको सादर नमन करता हूं ❤
Sahi kaha bhai.
Or bhartiya purush kya kr rhe hai😂😂
Jai shrikrishna
@@user-hn7ld3ni8i भारतीय पुरुष संसार की भीड़ में इकठ्ठा होकर जो हो रहा है उसे देख रहे है कुछ अपने स्वार्थ के लिए वो उसका प्रचार कर रहे है और हमे हमारी ही संस्कृति से अलग कर रहे है
Sahi bt.... Radhe radhe
आज लगता है रामधारी सिंह दिनकर का दर्शन हो गया। स्त्रियां ऐसी रचना करती है तो मन में सम्मान अपने आप बढ़ जाता है। अच्छी रचना बहुत दिन बाद सुनने को मिला। ये माधव की कृपा से ही लिखा जाता है। आप मां सरस्वती की लाडली बेटी हैं।
Aapka bahut bahut aabhar 😊🙏🏻
Ye kavita mere pita ne likhi hai
आपने हम सब के मन बात कह दी है
Aap ki kavita jb se suna tb se mai bar bar sunta hun mera man nae bhar rha h sari kavita sunta hun apki mai abhimanyu pe bhi likhiye plz 🙏🏼🙏🏼
@@Raagvaishnaviofficialदीदी सुनाने की कला आपको मां सरस्वती दी है आपके पिता श्री की आशीर्वाद से ओ लिखते रहे और आप ऐसे ही सुनाते रहिए सुन कर बहुत खुशी मिलती है आपको और आपके पिता श्री को मेरा प्रणाम 🙏🙏
@@Raagvaishnaviofficial mne.pdhi thi or muje bahut achi lgi thi lekin ise.itna.sundr gaya ki mja aa gya ❤️❤️👍🏻
रश्मिरथी के बाद ये पहली कविता सुनी है जिसमे रोम रोम खड़े करने की क्षमता है
अद्धभूत शब्दावली
लयबद्ध तालमय
तात्कालिक स्थिति का यथावत वर्णन
जो शास्त्रों के गहन शोध से ही संभव है
आपके पिताश्री को इस कविता के लिए शत शत नमन
और बात आती है आपकी, आपकी आवाज की
अत्यंत औजस्वी
भावपूर्ण
शब्दों के साथ सटिक भाव भंगिमाएं
अद्भुत ,आपने इस कविता को अपनी आवाज देकर चार चांद लगा दिए हैं 🎉🙏
बेटा जिस मां ने तुम्हें जन्म दिया जिस पिता का तुम अंश हो उन्हें मेरा सादर नमन, पूरी गीता का सार उन्होंने इतने सरल शब्दों में समझा दिया तुम्हारी जैसी बेटियों से ही देश टिका हुआ हैं, बहुत बहुत स्नेह बेटा ❤
महोदया,
आप के स्नेहाशीष के लिये साभार धन्यवाद,🙏
एसी सुन्दर प्रस्तुति के लिए बेटी को बारम्बार नमन करता हूं।
🙏🏻😊 aabhaar
आपकी ये कविताओं वाली पुस्तक मिल सकती है क्या
यदि हां तो कितने में और कैसे मार्गदर्शन का कष्ट करें
@@agrasarstudyclasses3884ha
रश्मिरथी के बाद मुझे कोई प्रसंग कवितामयी रूप में इतना अच्छा लगा है। जितना संभव हो सके इस कृति को उतनी पहचान मिलनी चाहिए❤
Plz share 🙏🏻😊
अद्भुत ❤😊@@Raagvaishnaviofficial
आपके पिता जी को ,नमन करता हूँ।इतना सुंदर व्यख्यान किया अपनी कविता से।दिल से धन्यवाद
हम जगत जननी जगदम्बा मां सीता की भूमि जनकपुरधाम से है जो की अब नेपाल में है,
कहते है मां सरस्वती २४ घंटे में एक बार कवि की जिह्वा पे विराजमान होती है। आपके पिता की ये रचना शायद उसी समय की होगो जब बागेशवरी देवी मां सरस्वती का अवतरण आपके पिता जी के आत्मा व जिह्वा पर हुवा होगा।। नमन है उस क्षण को जब ये कविता की गंगा महाकवि के हृदय के हिमालय से उतरी होगी। मैंने इंटरनेट पर आपके पिताजी की कविताएं खोजी पर उतना अधिक नहीं है जितनी मेरे हृदय में उनको पढ़ने की प्यास जगी थी। लगता है आपकी अदभुत प्रस्तुति से ही उनका साक्षात्कार होगा। जय सियाराम, जय मां भारती, प्रतीक्षा रहेगी
सच में मैंने आज तक ज्यादा से ज्यादा रचनाएं रामधारी सिंह दिनकर की पढ़ी और सुनी , मेरे सबसे प्रिय कवि है दिनकर जी किंतु आज आपकी रचना मेरे ह्रदय को प्रफ़ुल्लित कर दी , बहुत सुंदर मेरी बहन , आप स्त्री के रूप में वर्तमान की रामधारी सिंह दिनकर है , आज से मेरी पसंदीदा कवियत्री है आप👌🙏
Bahut bahut aabhaar sir, 🙏🏻😊 pr ye kavita mere pita ne likhi h 🙏🏻😊
वाह मेरी छोटी बहन... रोम रोम खड़ा हो गया.. आपके पिताश्री पिछले जन्म के रामधारी सिंह दिनकर जी हैं....मेरे पास आपके पिताजी की रचना और आपकी ओजमयी वाणी में प्रस्तुति की तारीफ के लिए शब्द नहीं...मेरे श्रीकृष्ण की तुम सदैव लाडली रहो...यशस्वी भव ❤❤
ना विद्युत् सूर्य चंद्र तारे फिर भी मैं अखुठ उजाला हूं, वहां जाकर कोई न लोटे में वहां का रहने वाला हूं ❤❤
धन्य हैं आपके पिताजी और धन्य है उनकी लेखनी। यह कविता कलयुग में भी भगवान की महिमा का बखान कर रही है।
मेरी आपसे विनती है कि ऐसी और कविता ले आईए।
यह कविताएँ मुझे ईश्वर से जोड़ी रखतीं है।
हिंदी साहित्य का विद्यार्थी रहा हूं और साहित्य ही पढ़ाया है
लेकिन बेटा आपका भाव भंगिमा के साथ साहित्य पठन इतना प्रभावशाली है कि आज तक अन्य नहीं सुना
राष्ट्र कवि जी लेखनी को सार्थक सम्मान देने के लिए कोशिश शाबाशी
Bahut bahut abhaar sir 😊🙏🏼
Iss kavita ke rachyata Satish Srijan ji hain 😊
Kuch kuch pankti main..ankhon se aansu aa gaye..Jab Narayan khud apni vyakhyan kar rahe hain..adbhut🙏
Meine bhi class 9 me 1,2 kavita likhi thi khud se 😊 ap jaise log hi hum jaison ke prennastotra hain 😊 radhey radhey
Main bhi 6th class se likh rahi hu kavitayen 😊
निशब्द हूँ, भाव विभोर हुआ मैं सुनकर यह सुंदर कविता ll
जीवन मृत्यु, प्रभु महिमा का अतिशय प्रभावी विवरण सुन नयनों में अश्रुधार लिए आप दोनों कवि और पाठनकर्ता को शत शत नमन और प्रणाम करता हूँ ll
❤
आपकी ये कविता सुन ऐसा लगता है मानो हम वही उपस्थित है एकदम हृदय तक छूता है आपकी कविता बहुत बार सुनता हु दिल नही भरता और नमस्कार है आप जैसी नारी को जो आज के कलयुग में भी अपने कविता से द्वापर युग तक एक क्षण के लिए सैर करा जाएं
शत शत नमन आपको आपके पिताजी को मां सरस्वती की कृपा आप पर बनी रहे🙏🙏🙏🙏
अनगिनत हाथ अनगिनत चरण
अनगिनत रूप अनगिनत शीश
अनगिनत नेत्र और मुख अनंत
धरती अम्बर तक जगत ईष।🙏🏻
#Goosebumps😍
शब्द नहीं है तारीफ के लिए
सच में तारीफ शब्द छोटा लगता है
आपने जो वर्णन किया है जो वर्णन करने की लय है मैंने पूरा ध्यान से सुना रोंगटे खड़े हो गए ऐसा लगा कि यह सब हमारे सामने हो रहा है उसे महाभारत के मैदान में हम उपस्थित हैं आपने जो भगवान के विराट रूप का जो वर्णन किया है वह सच में कभी किसी ने नहीं किया और आपकी पूरी कविता सुनकर मैं आपका और लेखक सतीश सृजन जी बहुत बहुत धन्यवाद करता हूं आप जैसे लोगों की वजह से ही संस्कृति जिंदा है आज 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आपको कोटि कोटि प्रणाम है देवी, धन्य है आपकी माताश्री एवं पिताश्री जिन्होंने आपके जैसे तेजस्वी बेटी को जन्म दिया
Rashmirathi ke baad etna sundar, aur rongte khade kar dene wala mahabharat ka chitran suna hain. Bahot sundar.
बहन तुमने ऐसे रोंगटे खड़े कर दिए कि ऐसा लग रहा जैसे मैं खुद वो विश्वरूपन देख रहा हूं 🙏
Romanch ho gya , ankhon se bhavpurn aansu anayas hi a gae . Prabhu ji ki jai ho , unke bhakt kavi & aapki vani ko naman
श्रद्धेय श्री सतीश सृजन जी ने कविताओं को ही सृजन नहीं किया प्रिय छोटी बहन, आपका भी सृजन बड़े स्नेह और संस्कारों से किया है। बहुत बहुत स्नेह और आभार। 🙏🙏
आज के आधुनिक मे सौंदर्य प्रदर्शन की तरफ दुनिया भाग रही है आप जैसी महान भारतीय नारी जो इतिहास सभ्यता एवं महान कवियों की रचनाओं को प्राण फुकर जीवित करने का महान प्रयास कर आप जैसी देवी को बार बार नमन 🙏🙏🙏🙏
सच में बहुत ही अद्भुत है जो आपके मुख से सुना मेने पहले भी ऐसे वाक्य सुने है पर उनमें मुझे कभीं ऐसा नहीं लगा जैसा की आज लग रहा है ऐसा लग रहा है की श्री कृष्ण स्वयं मुझे बोल रहे है में अपने आप को वहा महसूस कर रहा हु मेने आपके बहुत ही episode देखे है सभी बहुत अच्छे है
आपको मेरा प्रणाम ।
है नमन आपको , और आपके मां बाबा की परवरिश को🙏
है नमन आपके गुरुजन को है नमन आपको 🙏🙏
Keep on it🙏🙏
तुमने इतना अच्छा पढ़ा है दिल खुश हो गया जिसको भी तुम अपना ईस्ट मानती हो वो खूब तरक्की दें❤❤
अद्भुत अद्वतीय कविता आपके पिता ने लिखी
अपने अभी अपनी अद्भुत वाणी से इसको सुनाया हृदय आनंद से भर गया
आपके मुख से निकला हुआ हर एक शब्द सुसज्जित है सादर नमन है आपको ❤❤❤
निःशब्द हो गया हूं आपकी कविता को सुनकर..
क्या बोलूं क्या क्या कहूं कुछ समझ नही आता..
बस ये सुनकर कुछ और सुनने को नही भाता..
आप ऐसी ऐसी दिव्य रचनाएं सुनाते रहिए..
क्योंकि एक बार सुन लेने के बाद ज्यादा दिन सब्र नहीं हो पाता...😊
वास्तव में कविता को सुनकर पूरा दृश्य आंखो के सामने घूम गया, भगवान कृष्ण के प्रति मेरी भक्ति और ज्ञान को और कई गुना बढ़ा दिया। धन्यवाद दीदी कोटि कोटि धन्यवाद, में आपको और सुनना चाहूंगा, ये पहला वीडियो देखा मेने आपका।
इतनी सुंदर कविता सुनाने के लिए आप और आप के माता पिता को बारंबार प्रणाम ❤❤
वा वा क्या बात है धन्य हो आप और धन्य हैं आपके माता पिता जिन्होंने ऐसे संस्कार दिए हैं
Kuchh samay tak to mai shayad apne aapko bhool gayi thi ye Kavita sunate hue , aankho se aansu bahate rahe ❤❤❤❤❤❤❤
रोम रोम खड़ा कर दिया बहन क्या बात है हम बुन्देलखण्ड से हैं हमारे यहाँ एक झाँसी की रानी हुई जिसने स्त्रियों का नाम गौरव से ऊंचा कर दिया आशा करते हैं रानी ने तलवार से गौरवान्वित किया आप कलम या वाणी से गौरवान्वित करेंगी
अद्भुत, श्रीमद्भगवद्गीता जी के परम रहस्य का तत्वतः अतीव अद्भुत काव्य वर्णन।। साधु साधु साधु
आजकल के बच्चे तो अपने मां बाप के सांस्कृतिक धरोहर को चलाए रखने में अपने आप को नीचा समझते है पर आप अपने पिताजी के धरोहर को प्रगति में मार्ग पर ले जा रही है । आप सच में प्रेरणादायक है।🙏🙏 सत सत नमन
Bahut अदभुत... रोम रोम उठ खड़ा होता h jb aapki ध्वनियां कानों में जाती है।
बहुत ही सुंदर बहुत बहुत आभार इसे यहां तक लाने के लिए
विराट जयी सुनते हुए मेरे ज़ेहन में ये कविता रश्मिरथी के समानान्तर चल रही थी ! आपके पिताजी ने उत्कृष्ट और अविस्मरणीय लिखा है...! आपने भी कविता पाठ करते हुए अपने चेहरे के हाव-भाव का कायल बना लिया है....!
आपदोनो को प्रणाम🙏🏻🙏🏻 💐💐
अतुल्यनीय शब्द रचना और प्रस्तुति।
आप दोनो पिता और पुत्री का बहुत आभार।
Mahan pita ke mahan beti ko jiske sabad vaan ke saamn h ..pita ke sabdo ke❤
बहुत हीं बढ़िया रचना है मन हर्षित हो गया आपका बहुत बहुत आभार।
कविराज को कोटि कोटि प्रणाम।।
आपके पिताजी को मेरा प्रणाम।
अद्भुत है "विराट जयी" का सृजन। 👌👌
धन्य है वो माता जिसने आपको जन्म दिया और धन्य है वह भारत माता जिस देश में आपका जन्म हुआ अपनी संस्कृति को इस तरह प्रस्तुत करने के लिए आपका धन्यवाद
साक्षात सरस्वती माता आपकी जिव्हा पर विराजमान हैं आपका बहुत बहुत धन्यवाद आप कविता में जान डाल देती है आप भगवान कृष्ण की लाडली बेटी हैं ✍️🙏🙏🚩
Mam apse jude kaise
आपके पिताश्री जी की कही कविता और ऐसा वर्णन मानो जैसे आपकी जीभा मै माँ सरस्वती विराजती है! जय श्री कृष्ण🙏🙏🚩🚩🚩
आपकी ये कविता मैं पढ़ना चाहता हूं। पूज्य सतीश सृजन जी की कविताएं वाकई अद्भुत है
Bhut sunder ❤bar bat sunne ka mn hota hai
Mujhe yah sunne me itna aanand aa rha hai ab tak kitni bar sun liya man hi nahi bhar rha hai kya lekhni hai aur kya pradarshani hai
🌻अति सुन्दर रचना और आपकी हाव भाव तथा वाणी में साक्षात सरस्वती विराजमान है ❤🌻
Charan sparsh didi
दीदी आपके पिता की जो रचना है बहुत ही उत्कृष्ट और मनोहर है और आपका गायन भी सच में सीधे हृदय को प्रसन्न कर देता है ।
दीदी अगर बालों को बांध कर कविता पाठ करें तो और भी अच्छी लगोगी ।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
धर्मो रक्षति रक्षितः। 🕉️🚩 जय श्री राम 🛕🕉️🚩✌️
Apke pitaji ko naman or abhar bhagini apka.apko dekhkar or sunkar abhas hua k prachin kaal khand me mata nirmata yu hi nhi kehlati thi . Abhinandan 🙏
अति सुंदर ❤️💫 , इतना सुंदर श्री कृष्ण का वरण आपने किया है इस का किसी से भी तुलना नहीं किया जा सकता है
अन्याय सहकर बैठ जाना,
यह भी तो दुष्कर्म है।
न्यायार्थ अपने वंधु को भी,
दण्ड देना धर्म है।
का संदेश प्रदान करती हुई सुन्दर रचना का ओजस्वी एवं सुंदर शव्दों में काव्य पाठ बहुत बहुत शुभकामनाएं। धन्यवाद।
इतना सटिक इतना विराट 🙏🔥💯🔥🔥🔥 आपने जितनी सहजता से कहा हैं मैंने सुना ही नहीं था कभी
शब्द, प्रस्तुतीकरण, शब्दको जीवीत करणे का भाव, background मैं बासुरीकी धुन, स्वरयंत्र, टाळ की हलकीसी योग्य जगह पर झंकार और ऊसीके साथ ॐ ध्वनी सबकुछ इतना perfect है इन सबसे अश्रुधारा रोखी नही जाती❤️❤️🙏🏻🙏🏻👌🏻👌🏻❤️❤️
Production ka toh poora yogdan @Lniteshkumar ji ka h, unks channel description meh tag b h 🙏🏻😊
वैश्णवी जी आपकी आवाज मन को मंत्रमुग्ध कर देने वाली है मानो ऐसा लगता है ऐसा लगता है साक्षात पारब्रह्म श्री नारायण के दर्शन हो गए
मैं सादर आभार प्रकट करता हूं रचयिता आपके पिता श्री को जिनके द्वारा जिनके द्वारा ऐसी प्रस्तुत पंक्ति का उद्धरण किया गया मैं आपका भी सादर आभार प्रकट करता हूं जो सक्षम में स्वरों में हम सबको सुनने एवं मधुर रसपान करने योग्य बनाया ❤
Bahut aabhar sir 😊🙏🏻
Didi lyrics kha milegi
🙏🙏❤️❤️❤️अतिसुंदर प्रस्तुति बहन 🙏🙏जय सच्चिदानंद
This is purely inspired by Rashmirathi .... Pr fr bhi jitni khubsurti k sath ye likha gya hai ... Tarif sari hi km hai .... I got goosebumps listening to the poem . ❤❤
😢😢😢😢😢
भारतीय संस्कृति की धरोहर की रक्षक वहन को सदर नमन
मेरा आपके पिता जी को शत शत प्रणाम !!
Aur aapki voice par saraswati ji ka aashirwaad sampurn Bharatiya ke dil tak pahonch rha hai!!❤
Your way of explanation is ❤ very attractive and devotional ..
Your father is a good writer 🙏🙌 very appreciative...
इतना सुंदर प्रस्तुति है कि मैं नि:शब्द हूं। दिल से आभारी रहूंगा ऐसे प्रस्तुति के लिए।❤🙏
Ma Saraswati Ka Vaas hai aap me 🙏🙏 Dhanya ho🙏🙏
बहुत ही सुंदर शब्दरचना।उठनी ही सुंदर प्रस्तुति।
कोटिश आभार।
Hare Krishna 🙏
Mere pass shabd hai hi nahi ke Mai is ati mahan Kavita ki kisi bhi tarah se vyakhya Karu.
Bs shat shat pranam mere keshav ko aur shat shat pranam is kavita ke mahaan rachaita ko aur iska ati sundar paath karne wali aapko 🙏.
Mera bhagya hai jo mai is itni anmol aur sundar kavita ko sun payee.
Bohot bohot aabhar.
Hare Krishna 🙏
Apki kavita ko sunkar bhagban shree Krishna ke charno meri preeti aur bad gayi🙏🙏🙏
बहुत बहुत आभार ऐसे शब्दों का चयन किया गया है जिसकी सराहना कर पाना बहुत मुश्किल है मैं मन और तन दोनों से आभार और बिटिया और आपको बहुत ढेर सारा आशीर्वाद
बहुत बहुत धन्यवाद, आभार महोदय,
Aabhaar 🙏🏻😊
शब्दों का चयन के साथ आपका स्वर भी अदभुत है
You deserve more subscribers &
I will do my best.
माधव की कृपा बनी रहे 🙏
Dhanya he pita jinke ghr itni bhaktimay koe sant paida huyi hai❤😢
For once i felt i was hearing rashmirathi 😊 wow the words ur father choose and the way u presented both r commenable❤❤
🙏🏻😊 aabhaar
exactly , same
Wo pita duniya ka sabse dhanwan pita hai dij ne aapki jaisi beti Paya hai....apke pita ko Mera sadar pranam hai.....yesi rachna ke liye.....
😊
विराट जयी शब्दों का विराट जयी वर्णन 🖤❤️🔥 ईश्वर आपको चढ़ती कला में रखें 🙌🚩
Aaj tak jo suna sb eska .1 % tha
best one
Beauty with solid voice ❤
आपके पिता जी को मेरा प्रणाम❤ जिन्होंने इतनी अच्छी कविता लिखी रश्मिरथी के बाद कोई कविता मुझे अच्छी लगी तो आपकी कविता और आपके सुनाने का तरीका बहुत ही अच्छा जब भी मेरा मन उदास होता है आपकी कविताएं सुनता हूं , वैष्णवी जी मुझे इसकी लिरिक्स नहीं मिल पा रही है कृपया बताने का कष्ट करें कैसे मिले 🙏🙏
Apki path sunkar rongte khare ho gaye.apka bohot bohot sukriya itni khubsurat prastuti ke liye
श्री सतीश सृजन जी को नमन करता हूं, और वैष्णवी जी को ढेर सारी शुभकामनाएं, एक बार रश्मि रथी की कविता सुना दीजिए। इसके लिए मै आपका सदा आभारी रहूंगा।
सर्वप्रथम आपके पिता श्री कविवर सतीश सृजन जी की लेखनी को सदर प्रणाम और आपकी आवाज़ में भी ओज है।
ऐसे ही धर्मपरक कार्य करते रहिए।
श्री सतीश जी के दीर्घायु होने की कामनाओं के साथ आपके स्वर्णिम भविष्य हेतु मङ्गलकामनाऍं।
आभार sir,🙏❤
@@SatishSrijan-ky9qr नमस्कार मान्यवर मैं केवल एक छोटा बालक हूँ आपकी कविताएँ अति प्रिय सम्यक् है।
रश्मि रथी के बाद एक और ऐसा ही काव्य ,
आपके पिताजी को मेरी तरफ से सादर नमस्कार 🙏 अति उत्तम शब्द. ऐसा लगा जैसे स्वम श्री हरि कृष्ण को पा लिया ♥️🙏🙏🙏
Mam maine aaj aapko peheli baar suna hai aur sach main main aapki rachnao se bahut zyada prabhawit hui hu 🙏
अति श्रेष्ठ शब्द संयोजन, स्वर्ण काव्य एवं रजत स्वर प्रस्तुति 🙏 श्री कविराज को साधुवाद 🙏 श्रीकृष्ण अनुकंपा सदा बनी रहे...
bahut aabhaar sir😊🙏🏻
Ahhaa.. mann tript to gaya.. Apke Appa blessed hi and so are u.. adbhut prastuti.. u are setting an example how our culture should be propagated by our girls.. koti naman aap dono ko
बहन आप बहुत अच्छे से कविता के जरिये हमारे कृष्ण और अर्जुन के बारे में बताई है आप को नमन है
I got goosebumps at your every word ❤ aesa feel ho rha bas sunti rahu har tym❤
हिन्दी साहित्य की जीवन्तता के लिए इसी तरह की सारगर्भित कविताओं का लेखन अतिआवश्यक हैं कविता पढ़ने की विधा बड़ी अनूठी है लडकी प्रशंसा की पात्र हैं।
Bahut bahut aabhaar 🙏🏻😊❣️
Behtreen...kya khoob rachna likhi ...Priy #satish chacha ne ....iss youtube me pe bahut din bad aisee rachna sunne ka soubhagya prapt hua....
Thank you vaishnavi apne apke father ki poem itane acche se represent kari . This is amazing work in this era of greed .
Devi apko charno me koti koti naman hai 🌹🌹🌹🌹🙏🌹🙏🙏🙏🙏🙏
ये कविता रामधारी सिंह दिनकर जी की कविता जैसी है पर कुछ भी हो आपकी आवाज में ये और सुंदर हो रहा हैं ।
कोटि कोटि नमन आपको 🙏
Apko or aapke pta shree shrujan sahab ko koti koti charan bandan
आज तक की सबसे अद्भुत कविता।शब्द कम हैं प्रशंसा के लिए।
What a soulful & well written poem by your dad
Love your rendition of the poem
वैसे तो आपका पूरा वाचन अद्भुत है परन्तु जब भी श्री कृष्ण की बारे में बोलती हो उस क्षण आपकी भाव भंगिमा❤❤❤
बलिया की धरती से आपके और इस कविता की सृजनकर्ता 'सतीश srijan' जी को कोटिश नमन🙏🙏
Supar se bhi upar .
Kya khub varnan kiya hai apne sunake man khush ho gaya.
Jay shree krishna
अदभुत है आपकी लेखनी और उससे भी अदभुत है आपकी प्राकट्य शैली,,,,, मैं आज पहली बार आपको इंस्टाग्राम पर सुन रहा था और आपका पेज और यूट्यूब चैनल फॉलो करने से अपने आपको रोंक नही सका,,,,,❤❤❤❤
Bahut bahut aabhaar sir 🙏🏻ye likha mere pita ne hai
मै रोज आपको सुनता हु और रोज नयन सजल हो जाते है