कामुकता के पीछे का राज; खजुराहो दर्शन भाग-1 Lakshamana Temple, Khajuraho.
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- čas přidán 21. 07. 2021
- Lakshmana temple Khajuraho.
यह विश्व विरासत स्थल UNESCO घोषित वैश्विक स्थल है।
खजुराहो में भगवान विष्णु के 8 मंदिर हैं तथा भगवान शिव के 6 मंदिर।
जैन मंदिर यहां तीन की संख्या में विद्यमान हैं।
सूर्य भगवान का एक मंदिर है।
इसे कामवासना का प्रतीक कहा जाए या प्रेम की पराकाष्ठा।
कला का अनुपम उदाहरण है खजुराहो।
चंदेल वंश के राजाओं द्वारा 950 से 1050 ईसवी के बीच इन मंदिरों का निर्माण किया गया था।
पहले यहां 85 की संख्या में मंदिर थे अब इनकी संख्या 2 दर्जन के लगभग रह गई है।
देवीय आनंद की आभा यहां देखने में दृष्टिगोचर होती है। कामुक मूर्तियों से नहीं होता है अश्लीलता का आभास।
खजुराहो जाने के लिए आपको छतरपुर या महोबा जाना पड़ेगा।
खजुराहो एयरपोर्ट भी है जहां देश के विभिन्न स्थानों से हवाई उड़ाने सीधी अथवा परोक्ष रूप में होती हैं।
यह लक्ष्मण मंदिर है जिससे हम अपने गाइड के माध्यम से आपको दिखा रहे हैं।
यहां अर्थ धर्म काम और मोक्ष को शिल्पकारों ने बलुआ पत्थरों पर प्रदर्शित किया है।
यहां धार्मिक नृत्य करती नृत्यांगनाएं
सिंह जी की प्रतिमा।
गर्भ गृह, प्रदक्षिणा पथ, संगीत, शिकार, युद्ध एवं संभोग के चित्र के उकेरे गए हैं।
कामुकता के पीछे का राज; खजुराहो दर्शन भाग-1
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खजुराहो मैं स्वयं भी जा चुका हूँ। यहाँ काम क्रीड़ा की प्रतिमाएँ बहुत कम हैं, परंतु इसे ही केंद्रित कर प्रचारित किया जाता है। यह मंदिर आध्यात्मिक साधना को अभिव्यक्त करते हैं। भौतिक संभोग आदि वासनाओं के बाहरी आवरण को पार कर मनुष्य ईश्वरीय साधना में प्रवेश करता है। और वासनाओं में से होकर निकलना, यह जीवन का अभिन्न हिस्सा है, ऐसा संदेश ये मंदिर देते हैं। यह सिर्फ पुरातात्विक स्थान न होकर भगवान शिव और श्रीराम का पूजा स्थल है। यह हिन्दू समाज को सौंपा जाना चाहिए।
आज मैंने घर बैठे ही खजुराहो दर्शन कर लिया आपका समझाने का तरीका शर्मा जी बहुत पसंद आया आपको सादर प्रणाम
दोनों ब्राह्मण हैं सच तो नही बोल सकते हाँ सिर्फ भावना सच करने में सफल रहेंगे
मार्गदर्शक महोदय द्वारा बहुत ही सुन्दर ढंग से पथ प्रदर्शन किया गया है, अद्भुत कलाकृतियों को निर्मित किया गया है, कैसे रहे होंगे वे कलाकार नमन है उनके हुनर को। परन्तु सबसे आश्चर्यजनक तो ये लगता है कि विदेशी आक्रांताओं द्वारा कैसे यहां के मंदिरों को कलाकृतियों को खण्डित किया जाता रहा है राजवंशों को भी पद दलित और अपमानित किया जाता रहा है, पता नहीं ऐसा किन कमियों के कारण बार बार होता रहा है,काश ऐसा न हुआ होता तो देश कितना समृद्ध होता।
Shri Hari Vishnu ke Dasavtar Darvin ke Bilo evolution ke Pratik hai.. Jiska Andaza Bhartiya Vidhvano ko Hazaron Salon se Tha ..🙏😎🙏
मंदिर की कलाकृति अद्भुत, शर्मा जी की वर्णन शैली भी बहुत सुंदर ,पर इन सबके लिए धन्यवाद आपको दुबे जी
ये जिन्होंने dislike किया है ये वही लोग हैं जो अपने इतिहास को बस किताब के नाम से जानते हैं 😠
बुन्देलखण्ड काइतिहासजिन्दाबाद❤🎉
मानवीय परिश्रम और मानवीय रचनात्मकता ,कलात्मकता तथा कल्पनाशीलता का अद्भुत संगम है।इस के कलाकर्मियो को बहुत धन्यवाद।
ऐआस राजा इसके अलावा सोच भी क्या सकते थे।
कितनी अराजक बात है जिन्होंने ये मंदिर की मूर्ति खंडित की है ।। एक बार भी नही सोचा के कितनी मेहनत लगी होगी ।।
अद्भुत निर्माण जिसका शब्दों से वर्णन करना नामुमकिन है।धन्य है हमारे पूर्वज जो भारतवर्ष को अतुल्यनीय के साथ विश्व को ब्रह्मांड के नियमो को खोजने में सहायक हुआ। प्रकृति के साथ जीवन जीने की कला सिखाई।🙏
इन मंदिरों को बनाने वाले वास्तुकारो को मेरा नमन 🙌🙌 अदभुद
धन्य है हमारे पूर्वजो का महान ज्ञान -विज्ञान व कला
जय हो 🙏🙏हिंदू संस्कृति महान था है और रहेगा
I fell very proud by seeing Khajooraho temple
आपने जो अद्भुत कला का प्रदर्शन किया है चैनल पर जो वाकई सराहनीय है
हजारों साल पहले हमारे पूर्वज जिन हिन्दू देवताओं को पूजते थे वही आज हम पूजते हैं,
वाह!वाह!!वाह!!!,अद्भुत दर्शनीय दृश्य।ग्लोबल पर्यटन स्थल "खजुराहो के प्राचीन मन्दिर श्रृँखला' का दिग्दर्शन कराने के लिए "विनोद वीडियोज"को बहुत-बहुत धन्यवाद।
धन्य है हमारी संस्कृति, महान थे वे कलाकार, गर्व होता है कि हम भारत वर्ष में वसते हैं.