नारियों के लिये परदा क्यों आवश्यक है ?

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  • čas přidán 8. 09. 2024
  • Why Do Women Need A Purdah?
    नारियों के लिये परदा क्यों आवश्यक है ?

Komentáře • 604

  • @amarkantthakur9288
    @amarkantthakur9288 Před 6 lety +43

    🌷🙏🌷Verry Good, Verry Good. Aap ko sat-sat Naman.

    • @saravanakrsna
      @saravanakrsna Před 4 lety +1

      Pls translate it in English

    • @hemantsharma6584
      @hemantsharma6584 Před 4 lety +3

      @@saravanakrsna learn Indian language hindi

    • @maheshtambe9535
      @maheshtambe9535 Před 3 lety +5

      What he is saying covering face by ghungat is ok but not by burka?

    • @tanmay6207
      @tanmay6207 Před 3 lety +1

      @Colten Jordy shut up bakwas scam

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +6

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है जोकि पूर्णतः प्रतिबंधित की जानी चाहिए।
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

  • @user-ry1nw8zh3p
    @user-ry1nw8zh3p Před 3 lety +13

    वाह पूरा साहित्य का निचोड़ के रख दिया गुरू जी ने
    अति उत्तम

  • @anushkashukla982
    @anushkashukla982 Před měsícem

    नारायण।

  • @manujadon2762
    @manujadon2762 Před 5 lety +28

    apki jai ho guruvar.jai shri krishna.

  • @advaitdarshan18
    @advaitdarshan18 Před 3 lety +9

    प्रणाम गुरुदेव शंकराचार्य जी
    आपकी जय हो
    हर हर महादेव
    हरे कृष्ण हरे राम

  • @ChandrashekharDubey-bq8dh

    कोटि कोटि प्रणाम 7 30 p m

  • @advaitdarshan18
    @advaitdarshan18 Před 3 lety +17

    गुरुदेव शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती जी के चरणो मे अनन्त बार प्रणाम
    गुरुदेव शंकराचार्य जी आपका कोटि कोटि बार धन्यवाद
    कृष्ण हरि योगेश्वर दामोदर वासुदेव हर राम शिव अच्युत महादेव माधव नारायण गोविंद जगन्नाथ केशव मधुसूदन विष्णु मुरारी
    हर हर महादेव
    हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।
    हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ।।

  • @nb1318
    @nb1318 Před 2 lety +4

    Excellent information 👌👌

  • @advaitdarshan18
    @advaitdarshan18 Před 4 lety +5

    प्रणाम गुरुदेव शंकराचार्य जी
    हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।
    हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ।।

  • @AryanTripathi174
    @AryanTripathi174 Před 2 měsíci +1

    Bhagwaan Shankaraachaary ji ke charno me bar baad dandwat pranam🙏🙏🙏

  • @subhasispanda5690
    @subhasispanda5690 Před 3 lety +6

    जय श्री गुरुदेव 🙏

  • @mspssc
    @mspssc Před 6 lety +9

    Pranam guruji

  • @sunainamagotra8154
    @sunainamagotra8154 Před 3 lety +5

    Guru ji ko koti koti pranam
    Guru ji aap sakshat Narayan hai

  • @sarlasharma5606
    @sarlasharma5606 Před 2 lety +2

    गुरूजी आपको शत शत नमन

  • @chandrashekharholla787
    @chandrashekharholla787 Před rokem +1

    Wonderful. Very good explanation. Thanks. Respectful pranaamas.

  • @vedprakashjha7433
    @vedprakashjha7433 Před 2 lety +3

    Jai shree Ram

  • @Poorva-Threya
    @Poorva-Threya Před 3 lety +17

    This is North Indian Swamiji. In South only after husband is dead women were supposed to cover their head. Not kanya or married women.

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +8

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है जोकि पूर्णतः प्रतिबंधित की जानी चाहिए
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @prasannabiju4586
      @prasannabiju4586 Před rokem

      he is puri peethadeeshwar. also the reason for young women not wearing ghoongat in south is climatic conditions.

    • @rudraadityamandal6126
      @rudraadityamandal6126 Před 10 měsíci

      ​@@user-xj3fu6du4nBar bar ak hi cheez type mat karo...

    • @rudraadityamandal6126
      @rudraadityamandal6126 Před 10 měsíci +1

      Dekho yee shastra sammat hain..aur shastra hi param praman hain...agar kahi nehi ho rahi hain to wo shastra viruddha hain aur andha parampara hain...waha lagu karni chahiye

    • @harshitsingh12977
      @harshitsingh12977 Před 9 měsíci

      @@user-xj3fu6du4n CHUP KR CHOMU.. TU SHANKRACHARYA JI SE JYADA JANTA HAI? PARDA PRATHA PROTECTS WOMEN

  • @advaitdarshan18
    @advaitdarshan18 Před 4 lety +5

    गुरु जी आपने मेरे विचारो को अच्छा किया है
    हर हर महादेव

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +3

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा केवल अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @daivagya-7424
      @daivagya-7424 Před 2 lety

      @@user-xj3fu6du4n tu shankaracharya ko bevkoof samajhta hai kya , aur hame teri baat ki avashyakta nhi hai

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 2 lety +1

      @@daivagya-7424
      अरे मैंने तो अपने आपको ही मूर्ख बताया है।
      मेरी बात पढ़ तो लो।
      आदरणीय शंकराचार्य जी ने पर्दे का अर्थ शरीर के किसी भी अंग को ढंकने वाले वस्त्र के संदर्भ में ले लिया है
      जबकि
      प्रश्नकर्ता का पर्दे से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से लगता है जोकि केवल चेहरा ढंकने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
      कृपया क्षमा करें।
      यदि आपको मेरी किसी भी बात से ठेस पहुंची है।

  • @harerampathak8653
    @harerampathak8653 Před rokem +1

    न भूतों न भविस्यति
    सादर दंडवत प्रभु 🙏🙏🙏

  • @jayatewari1272
    @jayatewari1272 Před 3 lety +4

    गुरु जी आपको नमन, आपके अमृत वचनों को नमन।

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

  • @jagadishsindhav7626
    @jagadishsindhav7626 Před 6 lety +6

    Jay gurudev

  • @Sharmag_Ka_Ladka
    @Sharmag_Ka_Ladka Před 2 lety +2

    प्रणाम 🙏

  • @prabhuji7268
    @prabhuji7268 Před 4 lety +5

    Pujya gurudev ki jay

  • @missionsudarshan3925
    @missionsudarshan3925 Před 3 lety +2

    Jai Gurudev🙏

  • @Peer.dan.charan
    @Peer.dan.charan Před rokem +1

  • @aweshtripathi2636
    @aweshtripathi2636 Před 2 lety +1

    साष्टांग दण्डवत प्रणाम गुरूदेव

  • @Babul1950
    @Babul1950 Před 4 lety +2

    Excellent.

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

  • @deviduttdixit8794
    @deviduttdixit8794 Před 2 lety +1

    जय जगन्नाथ

  • @sarlasharma5606
    @sarlasharma5606 Před 2 lety +1

    प्रणाम गुरूजी

  • @Devpandit27
    @Devpandit27 Před 2 lety +3

    Glory to shankracharya ji

  • @shwetasharma9518
    @shwetasharma9518 Před 5 lety +7

    Prenam guru ji saat saat name🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @user-mf2sc8xu6v
    @user-mf2sc8xu6v Před 4 lety +43

    *_"स्वास्थ्य और शील दोनों की रक्षा और सौंदर्य की अभिव्यक्ति के लिए परदा आवश्यक है"_*
    *_अमृतवचन_*
    *_श्रीचरणों में बारम्बार प्रणाम_*

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +4

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @shantanupandey7542
      @shantanupandey7542 Před rokem

      ​@@user-xj3fu6du4napna muh band kar suwar

    • @ਵੈਲੀਤਰਖਾਨਸੱਚਾਹਿੰਦੂ
      @ਵੈਲੀਤਰਖਾਨਸੱਚਾਹਿੰਦੂ Před měsícem +1

      ​@@user-xj3fu6du4nSabse pahili baat tu Sanatan ke baat kyon kar rhe hai agar shah rukh Khan muslamano ka fan hai aur tu Hindu muslim bhaichara ko mante hai? Hindu muslim bhai bhai kehne wala aur bollywood dekhne wala kabhi Dharm Gyan nhi de sakda

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před měsícem

      @@ਵੈਲੀਤਰਖਾਨਸੱਚਾਹਿੰਦੂ
      तो उस मुल्ले शाहरुख खान और वह गंदी नाली Bollywood इसमें कहाँ से आ गया ❓🤔🙄

  • @sumitChand.offcial
    @sumitChand.offcial Před 4 lety +4

    Jai shree 🙏 Ram

  • @sinkookyeg4416
    @sinkookyeg4416 Před rokem

    Thanks guruji

  • @sarvesh704
    @sarvesh704 Před 6 lety +16

    Disagree with covering of head or face. It has not been mentioned in our scriptures. It is justified only in situations skmilar to Islamic rule where women were picked up and raped by Jiahdis.

    • @mahmudulhasan2922
      @mahmudulhasan2922 Před 5 lety +4

      Sarvesh Dev so you are new shankrachrya.

    • @PoonamVerma-pz5xt
      @PoonamVerma-pz5xt Před 4 lety +4

      @@mahmudulhasan2922 he is good human being who can respect for women.

    • @zerotobillionsinc9966
      @zerotobillionsinc9966 Před 4 lety +6

      jagat'guru ne ghooghat etc ka virodh kiya hai...agar jaroorat nhi hai to naa karein....lekin ek baat aur samajh lijiye...ye jo bollywood aur deh ke pujari aajkal women fashion bana rahe hai na....in kapdo ko pehnkar keval deh ke pujari hi attract honge...koi samajhdar purush jo apne sharir ko acche se janta hai...use isse fark nhi padega...
      .
      Acchi baat hai ki koi sunder hai...magar...agar koi keval sundar hai aur apni deh ki numaish karke paise kama raha hai....to use paise bhi rapist minded people hi de rhe hain...
      .
      Aap mujhe december ki cold mein deep neck blouse aur backless dress ki koi practical use bata dein...dukh hota hai dekhkar ki kaise naari shakti in bollywood wali nachaniyon ke chakkar se bhatak kar deh ki numaish karne me lagi hui hai...itne uncomfortable aur impractical clothes ke picche padi hai jisse keval deh ke pujari attract hote hain
      Namaskaram!

    • @anuragtamta3109
      @anuragtamta3109 Před 3 lety

      @@zerotobillionsinc9966 *तब तो फिर इस्लाम धर्म ही सही है*

    • @anuragtamta3109
      @anuragtamta3109 Před 3 lety

      @@zerotobillionsinc9966 *तो क्या इस्लामिकि परदा प्रथा और अरब के कानून सही है*

  • @Nikhilkumar-on8vg
    @Nikhilkumar-on8vg Před měsícem

    Dharam matlab swarg jaise prakriti me apne jivan ko narak bana dene ka marg😢

  • @praveenpradhan6908
    @praveenpradhan6908 Před 2 lety +1

    जय गुरु देव 🙏

  • @krishsharma7762
    @krishsharma7762 Před 4 lety +6

    देखिए हिंदू धर्म में जो प्रथा है वह पर्दा प्रथा नहीं है अपितु का स्वास्थ और शेर की दृष्टि से उत्तम उत्तम है जहां तक मेरा मानना है कि बड़े हैं और लंबे घूंघट जहां पर बाध्यकारी है यह मुस्लिमों द्वारा भारतीयों पर किए गए अत्याचार के कारण इस प्रथा को भारी जोर मिलाएं और यह प्रथापा अधिकारी हो गई है

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +4

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

  • @kantiprakashjaiswal7264

    Jai shree Ram ji Guru Dev Ji apko koti koti pranam ji 🙏🙏🌹🌹💐💐

  • @nibirananda9381
    @nibirananda9381 Před 4 lety +16

    Excellent use of metaphors and analogies to elucidate the topic. 🙏

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +4

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है जोकि पूर्णतः प्रतिबंधित की जानी चाहिए।
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

  • @rajendranaik7274
    @rajendranaik7274 Před 2 lety +1

    🙏🙏🙏

  • @Harshitchaturvedi07
    @Harshitchaturvedi07 Před měsícem

    5:10 ye vyakti nirjeev ko sajeev se compare kyun karte hai

  • @MragankBajpai
    @MragankBajpai Před 6 lety +13

    Kya baat hai! ati uttam........... Guruji ke charno mein sastang pranam.............Guruji ki jai ho............

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +4

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है जोकि पूर्णतः प्रतिबंधित की जानी चाहिए
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @harshitsingh12977
      @harshitsingh12977 Před 9 měsíci

      @@user-xj3fu6du4n SOURCE?

  • @suryaprakashsharma8739
    @suryaprakashsharma8739 Před 2 lety +1

    Shri Pujaniya Gurudev Shri Anant vibhushit Shrimad Jagadguru Shankaracharya Rigvediya purvamanay Goverdhan math Puri Peeth Adhishwar ke Shri Kamal Charnon mein dand wat vandan.

  • @snowbear7090
    @snowbear7090 Před 3 měsíci +1

    Ye baba ji konsa maal phunk ke bethe hain... Plz koi btaye...

  • @chillboy6406
    @chillboy6406 Před 2 lety +2

    पहली बात तो ये की परदा प्रथा शास्त्रों में है और दूसरी बात एक बार ये video देख लो । अगर नही भी है तो भी होनी ही चाहिए परदा प्रथा की आवश्यकता है आज के समाज को जहां हर कोई अपने जिस्म का नंगा नाच दिखा रहा है। और इस video में गुरूदेव ने उपयोगिता बताई है की हीरे मोती जवाहरात को हमेशा तिजोरी में रखते है की नही क्योंकि वो अमूल्य है तो क्या हिन्दुओं की स्त्रियां हीरे जवाहरात से कम है क्या उनका मोल तो कोई कर ही नही सकता कितनी सम्मान की बात है हिंदू महिलाओं के लिए की उनका इतना सम्मान है की उन्हे हीरे मोती से भी ज्यादा मूल्यवान बताया गया है । इस्लाम इत्यादि पंथों में जो स्त्रियों में परदा प्रथा का विकृत रूप है वो हिन्दुओं से चोरी किया हुआ ही है और उनमें शील और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए नही अपितु मुस्लिम स्त्रियों के ऊपर शासन करने के उद्देश्य से द्वेष वश इस व्यवस्था का पालन कराया जा रहा है परन्तु हिंदू महिलाओं में हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझकर उनको सम्मान देकर परदा प्रथा का पालन होता है ।
    आज हिंदू पुरुषो को ही नही अपितु महिलाओं को भी परदा प्रथा को लागू कराने के लिए संघर्ष करना चाहिए । क्योंकि उनके सौंदर्य का मोल तभी होगा जब वो खुला नही होकर परदे में होगी। उस चीज़ के बारे में ज्यादा उत्सुकता होती है जो दिखती नही पर सबके लिए सुलभ होती है उसका कालांतर में मोल नही रहता।
    परदा प्रथा के विलोप से आज के समय में internet, tik tok , reels आदि पर जो नंगा नाच होता है वह परदा प्रथा के विलोप का परिणाम है ।
    हिन्दू महिलाओं को स्वयं आगे आकर परदा प्रथा को पुन: स्थापित करना होगा जिससे वे हमेशा हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझी जायेगी उनकी कदर होगी उनका मोल होगा । कितने गौरव की बात है हिंदू महिलाओं के लिए तो परदा प्रथा जब उनका मोल अनमोल हो जाता है । जब किसी मीठी चीज को खुले में रखते है तो मक्खियां भिनभिनाती है पर उसको ढककर रखने पर उसकी सुरक्षा होती है ।
    आज बॉलीवुड अभिनेत्रियो की नकल करने के कारण सर्दियों में भी कम कपड़े पहनने के कारण उनका स्वास्थ्य साथ नही देता फिर भी इस दिखावे में उन्हें जीना है जिसके कारण स्वयं की भलाई भी नही देख पाती।
    ये सब बाते किसी द्वेष वश नही आपके अपने सुरक्षा के लिए है। हिंदू महिलाओं को अपना हित जरुर देखना चाहिए की वास्तव में किस चीज में अपनी भलाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य रक्षा संभव है वही तरीका अपनाना चाहिए।

  • @sanatanimohit4702
    @sanatanimohit4702 Před 2 lety +1

    Ham apki is baat se sahemat nahi hai. Guru ji

  • @namithewitch7639
    @namithewitch7639 Před 4 lety +35

    This is absolutely sad! I did not expect this answer from him.
    Purdah is a Islamic concept. Also covering faces is under the domain of Rahu. Don't fool people into following Asura Dharma. Jyotish is the key to all Shastras.
    Hinduism never was a conservative society.

    • @joshiji561
      @joshiji561 Před 3 lety +15

      Yeah, hindusism is so much liberal that it even allows people to roam naked on streets
      Seriously , domain of rahu , ???? Jyotish??????

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +4

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @prakharjain6232
      @prakharjain6232 Před 3 lety +1

      Keep living in denial

    • @vedic_siddhanta5376
      @vedic_siddhanta5376 Před 2 lety +6

      Yes it was not expected it's totally islamic practice

    • @laxendrachauhan8202
      @laxendrachauhan8202 Před 2 lety +5

      Ghunghat is north Indian custom , it is a regional custom , ghunghat isn't observed in South India.

  • @user-kq3fh8oy3k
    @user-kq3fh8oy3k Před 3 lety +3

    धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः।
    तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत्।।
    iska matlab hai jo dharm ko marta hai arthath adharm karta hai dharm usko mardeta hai
    Aur dharm ki jo raksha karta hai dharm uski raksha karta hai
    Isliye sada Dharm ke path par chalna chahiye 🙏🏽
    🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽ॐ 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽

  • @jagdambaprasadpant9102

    गुरु देव भगवान शंकराचार्य स्वामी श्री को नमन

  • @naimishhd6081
    @naimishhd6081 Před 3 lety +6

    Puruso ko sudharo ....aise upaay jada kaam nhi aarhe hai 🙏

    • @Rahulkumar-px8tc
      @Rahulkumar-px8tc Před 3 lety +3

      Do u mean to say that,, ki agar iss duniya ke saaaare purush sharif ho jaaaye , to ladkiyon ko kapde pehnne ki koi zaroorat Nahi hi!!!!....
      Kapde sirf protection ke liye Nahi balki deceny aur modesty ke liye bhi pehnaa jaata hai......!

    • @iyerism6577
      @iyerism6577 Před 3 lety

      @@Rahulkumar-px8tc saree bhi immodest hai bhai, burkha ghunghat best hai

    • @rudraadityamandal6126
      @rudraadityamandal6126 Před 10 měsíci

      ​@@iyerism6577Tumto chup hi raho

    • @rudraadityamandal6126
      @rudraadityamandal6126 Před 10 měsíci

      Saare purosho ko sudharne se bhi kaam nehi dega...dono paksho ko hi samjhna padega

  • @karma6716
    @karma6716 Před 3 lety +3

    In some parts women covering head is a sin.They only do when they become widow.
    Aap bohot mahan hai Guruji lekin humara yaha ye pratha nahi hai.

    • @laxendrachauhan8202
      @laxendrachauhan8202 Před 2 lety

      Yes ghunghat is regional custom.

    • @rudraadityamandal6126
      @rudraadityamandal6126 Před 10 měsíci

      Humse jyada gyan unko hain...aapke maane yaa naa maane se kuch nehi hota...aur yee shastraon mein hain...devi devtaoon ke paintings mein nehi hain to kya iska matlab nehi hain ?

  • @deepikashah5453
    @deepikashah5453 Před 6 lety +14

    har har mahadev

  • @dhoopsinghmalik9195
    @dhoopsinghmalik9195 Před rokem

    ओम
    ऋषि- मुनिवर को कोटि- कोटि चरण वन्दन ।

  • @kantiprakashjaiswal7264

    🙏🙏🙏🌹🌹🌹💐💐💐👌👌👌👏👏👏

  • @deepakpandey1786
    @deepakpandey1786 Před rokem

    JAY SHREE KRISHNA. PUJNIYA SANTA MAHATMA SHANKARACHARYAG KI ANANTA JAY SATYUGA KI ANANTA JAY

  • @wayforward219
    @wayforward219 Před 2 lety

    Prabhu 🥺🥺🥺🧡

  • @unnameduser8261
    @unnameduser8261 Před 3 lety +18

    Purdah was NEVER a part of Adi Sanatan Dharma

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +3

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @chillboy6406
      @chillboy6406 Před 2 lety

      पहली बात तो ये की परदा प्रथा शास्त्रों में है और दूसरी बात एक बार ये video देख लो । अगर नही भी है तो भी होनी ही चाहिए परदा प्रथा की आवश्यकता है आज के समाज को जहां हर कोई अपने जिस्म का नंगा नाच दिखा रहा है। और इस video में गुरूदेव ने उपयोगिता बताई है की हीरे मोती जवाहरात को हमेशा तिजोरी में रखते है की नही क्योंकि वो अमूल्य है तो क्या हिन्दुओं की स्त्रियां हीरे जवाहरात से कम है क्या उनका मोल तो कोई कर ही नही सकता कितनी सम्मान की बात है हिंदू महिलाओं के लिए की उनका इतना सम्मान है की उन्हे हीरे मोती से भी ज्यादा मूल्यवान बताया गया है । इस्लाम इत्यादि पंथों में जो स्त्रियों में परदा प्रथा का विकृत रूप है वो हिन्दुओं से चोरी किया हुआ ही है और उनमें शील और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए नही अपितु मुस्लिम स्त्रियों के ऊपर शासन करने के उद्देश्य से द्वेष वश इस व्यवस्था का पालन कराया जा रहा है परन्तु हिंदू महिलाओं में हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझकर उनको सम्मान देकर परदा प्रथा का पालन होता है ।
      आज हिंदू पुरुषो को ही नही अपितु महिलाओं को भी परदा प्रथा को लागू कराने के लिए संघर्ष करना चाहिए । क्योंकि उनके सौंदर्य का मोल तभी होगा जब वो खुला नही होकर परदे में होगी। उस चीज़ के बारे में ज्यादा उत्सुकता होती है जो दिखती नही पर सबके लिए सुलभ होती है उसका कालांतर में मोल नही रहता।
      परदा प्रथा के विलोप से आज के समय में internet, tik tok , reels आदि पर जो नंगा नाच होता है वह परदा प्रथा के विलोप का परिणाम है ।
      हिन्दू महिलाओं को स्वयं आगे आकर परदा प्रथा को पुन: स्थापित करना होगा जिससे वे हमेशा हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझी जायेगी उनकी कदर होगी उनका मोल होगा । कितने गौरव की बात है हिंदू महिलाओं के लिए तो परदा प्रथा जब उनका मोल अनमोल हो जाता है । जब किसी मीठी चीज को खुले में रखते है तो मक्खियां भिनभिनाती है पर उसको ढककर रखने पर उसकी सुरक्षा होती है ।
      आज बॉलीवुड अभिनेत्रियो की नकल करने के कारण सर्दियों में भी कम कपड़े पहनने के कारण उनका स्वास्थ्य साथ नही देता फिर भी इस दिखावे में उन्हें जीना है जिसके कारण स्वयं की भलाई भी नही देख पाती।
      ये सब बाते किसी द्वेष वश नही आपके अपने सुरक्षा के लिए है। हिंदू महिलाओं को अपना हित जरुर देखना चाहिए की वास्तव में किस चीज में अपनी भलाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य रक्षा संभव है वही तरीका अपनाना चाहिए।

    • @ਵੈਲੀਤਰਖਾਨਸੱਚਾਹਿੰਦੂ
      @ਵੈਲੀਤਰਖਾਨਸੱਚਾਹਿੰਦੂ Před měsícem

      U literally jus heard the Shankaracharya Ji of Govardhan Matt say it is literally jus right now 🤦🏽‍♂️

  • @Avdhoot009
    @Avdhoot009 Před 5 lety +6

    Shankaracharya ji ke Bhojan me din bhar Kya shamil hota Hai kripya batayein.
    NIROGI AUR DIRGHAYU KE LIYE HPRATYEK DIN KYA AUR KAISE KHANA CHAHIYE.

  • @dipalisengupta5563
    @dipalisengupta5563 Před 3 lety +3

    JAISREE RADHEY KRSNA 🌹🌿 JAI GURUDEV Maharajji dandavat Pranam 🍁🌿🌹🌿 toh deviya bahar kam karna chod de aur ghar mei pardha kiye baithi rahe??

    • @chillboy6406
      @chillboy6406 Před 2 lety

      पहली बात तो ये की परदा प्रथा शास्त्रों में है और दूसरी बात एक बार ये video देख लो । अगर नही भी है तो भी होनी ही चाहिए परदा प्रथा की आवश्यकता है आज के समाज को जहां हर कोई अपने जिस्म का नंगा नाच दिखा रहा है। और इस video में गुरूदेव ने उपयोगिता बताई है की हीरे मोती जवाहरात को हमेशा तिजोरी में रखते है की नही क्योंकि वो अमूल्य है तो क्या हिन्दुओं की स्त्रियां हीरे जवाहरात से कम है क्या उनका मोल तो कोई कर ही नही सकता कितनी सम्मान की बात है हिंदू महिलाओं के लिए की उनका इतना सम्मान है की उन्हे हीरे मोती से भी ज्यादा मूल्यवान बताया गया है । इस्लाम इत्यादि पंथों में जो स्त्रियों में परदा प्रथा का विकृत रूप है वो हिन्दुओं से चोरी किया हुआ ही है और उनमें शील और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए नही अपितु मुस्लिम स्त्रियों के ऊपर शासन करने के उद्देश्य से द्वेष वश इस व्यवस्था का पालन कराया जा रहा है परन्तु हिंदू महिलाओं में हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझकर उनको सम्मान देकर परदा प्रथा का पालन होता है ।
      आज हिंदू पुरुषो को ही नही अपितु महिलाओं को भी परदा प्रथा को लागू कराने के लिए संघर्ष करना चाहिए । क्योंकि उनके सौंदर्य का मोल तभी होगा जब वो खुला नही होकर परदे में होगी। उस चीज़ के बारे में ज्यादा उत्सुकता होती है जो दिखती नही पर सबके लिए सुलभ होती है उसका कालांतर में मोल नही रहता।
      परदा प्रथा के विलोप से आज के समय में internet, tik tok , reels आदि पर जो नंगा नाच होता है वह परदा प्रथा के विलोप का परिणाम है ।
      हिन्दू महिलाओं को स्वयं आगे आकर परदा प्रथा को पुन: स्थापित करना होगा जिससे वे हमेशा हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझी जायेगी उनकी कदर होगी उनका मोल होगा । कितने गौरव की बात है हिंदू महिलाओं के लिए तो परदा प्रथा जब उनका मोल अनमोल हो जाता है । जब किसी मीठी चीज को खुले में रखते है तो मक्खियां भिनभिनाती है पर उसको ढककर रखने पर उसकी सुरक्षा होती है ।
      आज बॉलीवुड अभिनेत्रियो की नकल करने के कारण सर्दियों में भी कम कपड़े पहनने के कारण उनका स्वास्थ्य साथ नही देता फिर भी इस दिखावे में उन्हें जीना है जिसके कारण स्वयं की भलाई भी नही देख पाती।
      ये सब बाते किसी द्वेष वश नही आपके अपने सुरक्षा के लिए है। हिंदू महिलाओं को अपना हित जरुर देखना चाहिए की वास्तव में किस चीज में अपनी भलाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य रक्षा संभव है वही तरीका अपनाना चाहिए।

    • @sankalpsrivastava1312
      @sankalpsrivastava1312 Před 6 měsíci

      chuskon se hai kya aap 😅

  • @shashitripathianshu9967

    🙏❤🙏❤🙏❤🙏❤🙏❤

  • @ramesh6130
    @ramesh6130 Před 6 lety +11

    He bhagwan aapke Shri charno me koti koti pranam Satya vachan aapki kripa ham sabhi bhakton par bani rahe

  • @LuxSupreme
    @LuxSupreme Před 4 lety +31

    SwamiJi should see the ancient statues.....they do not have purdah at all.....it is a medieval concept.

    • @tanujsharma688
      @tanujsharma688 Před 4 lety +5

      @ब्रह्म अस्त्र but covering face is not mendatory , or is it? if yes then give me the reference to the sholaka or mantra to shastra where it's written.

    • @nethisuman7516
      @nethisuman7516 Před 4 lety +9

      You think you know more than him about iconography? Pardah was always part of Hindu society.

    • @LuxSupreme
      @LuxSupreme Před 4 lety +6

      @@nethisuman7516 maybe you should visit the ancient temples of India....including ajanta and ellora cave paintings.

    • @prasunsingh2691
      @prasunsingh2691 Před 4 lety +13

      @@LuxSupreme the massage of anjanta murtis are different from this topic ........ They represent the Private life of male and female for creation purpose....they showing the ultimate love...... You can stay nude in your bad room comfortable but you can not on the road

    • @hemantsharma6584
      @hemantsharma6584 Před 4 lety +4

      @@prasunsingh2691 I like ur rply

  • @beprofcscs6822
    @beprofcscs6822 Před 2 lety +2

    Parda pratha kisi ved puran me nahi ullekhit hai. Yah sirf ek samajik sanrachna ko dhyan rakh banayi gayi hai. Jese jese samay bit raha hai Manushya ke vichar khul rahe hai kapde apne aap kam ho rahe hai. Clothing and its style are made by us. Ang ko chupana fir wo chahe male ho ya female its nowhere written but it's a necessity for us. Its a rule set by our societies in past and also as per regional climatic conditions. Aur rishi muni aaj bhi himalaya me sab tyag kar salo tapasya krte hai barf me. Par wo sadharan Manushya k bas ka nahi hai. Devi devta ya us yug ke logo ki aaj sadharan hum jese Manushyo ki koi tulna nahi hai. Param pujya jagatguru shankaracharya Maharaj ji ne jis prakar is prashna par prakash dala aur usse sirf ghungat tk simit na rakh pure vastra aur maryada ko dhyan rakh smjhaya ye sirf stri nahi purusho ke liye bhi tha jisme unhone bataya jaha kuch state me sar pr stri vastra rakhti hai to vahi kuch jgh purush bhi esa krte hai. Desh ki mahanta isme nihit hai jaha unhone udahran dete huye kaha ki jis trh sabzi khule futpath pr bikti hai pr sone k jewar Tajori me rakhe jate hai usi Prakar ghunghat bhi suraksha aur samman ke rup se hi samaj me aaya tha. Isse aur kisi soch ke sath agar hum aaj soche to ye hamari mansikta ho sakti hai pr jinhone is pratha ko samaj me laya unki nahi thi. 🙏

    • @chillboy6406
      @chillboy6406 Před 2 lety

      पहली बात तो ये की परदा प्रथा शास्त्रों में है और दूसरी बात एक बार ये video देख लो । अगर नही भी है तो भी होनी ही चाहिए परदा प्रथा की आवश्यकता है आज के समाज को जहां हर कोई अपने जिस्म का नंगा नाच दिखा रहा है। और इस video में गुरूदेव ने उपयोगिता बताई है की हीरे मोती जवाहरात को हमेशा तिजोरी में रखते है की नही क्योंकि वो अमूल्य है तो क्या हिन्दुओं की स्त्रियां हीरे जवाहरात से कम है क्या उनका मोल तो कोई कर ही नही सकता कितनी सम्मान की बात है हिंदू महिलाओं के लिए की उनका इतना सम्मान है की उन्हे हीरे मोती से भी ज्यादा मूल्यवान बताया गया है । इस्लाम इत्यादि पंथों में जो स्त्रियों में परदा प्रथा का विकृत रूप है वो हिन्दुओं से चोरी किया हुआ ही है और उनमें शील और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए नही अपितु मुस्लिम स्त्रियों के ऊपर शासन करने के उद्देश्य से द्वेष वश इस व्यवस्था का पालन कराया जा रहा है परन्तु हिंदू महिलाओं में हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझकर उनको सम्मान देकर परदा प्रथा का पालन होता है ।
      आज हिंदू पुरुषो को ही नही अपितु महिलाओं को भी परदा प्रथा को लागू कराने के लिए संघर्ष करना चाहिए । क्योंकि उनके सौंदर्य का मोल तभी होगा जब वो खुला नही होकर परदे में होगी। उस चीज़ के बारे में ज्यादा उत्सुकता होती है जो दिखती नही पर सबके लिए सुलभ होती है उसका कालांतर में मोल नही रहता।
      परदा प्रथा के विलोप से आज के समय में internet, tik tok , reels आदि पर जो नंगा नाच होता है वह परदा प्रथा के विलोप का परिणाम है ।
      हिन्दू महिलाओं को स्वयं आगे आकर परदा प्रथा को पुन: स्थापित करना होगा जिससे वे हमेशा हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझी जायेगी उनकी कदर होगी उनका मोल होगा । कितने गौरव की बात है हिंदू महिलाओं के लिए तो परदा प्रथा जब उनका मोल अनमोल हो जाता है । जब किसी मीठी चीज को खुले में रखते है तो मक्खियां भिनभिनाती है पर उसको ढककर रखने पर उसकी सुरक्षा होती है ।
      आज बॉलीवुड अभिनेत्रियो की नकल करने के कारण सर्दियों में भी कम कपड़े पहनने के कारण उनका स्वास्थ्य साथ नही देता फिर भी इस दिखावे में उन्हें जीना है जिसके कारण स्वयं की भलाई भी नही देख पाती।
      ये सब बाते किसी द्वेष वश नही आपके अपने सुरक्षा के लिए है। हिंदू महिलाओं को अपना हित जरुर देखना चाहिए की वास्तव में किस चीज में अपनी भलाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य रक्षा संभव है वही तरीका अपनाना चाहिए।

    • @minaxiswaminarayan800
      @minaxiswaminarayan800 Před 4 dny

      अधॅनग्नता और मुह छुपाना दोनो ही तौर-तरीके स्त्री के वस्तुकरण का प्रतिक है। एक स्त्री को प्रदशॅन की वस्तु बनाता है तो दूसरा घर की संपत्ति। स्त्री कोई वस्तु है क्या?? और एक बात आज के सो कोल्ड "लिबरीझम" ने स्त्री का शोषण बहुत कीया है तो सामाजिक कुरीतियाँ कौनसी पीछे रही है इस में?? एसा है तो सतीप्रथा को भी गलत नहीं माना जाएगा। और एक बात, यह दोनो ही तौर-तरीको में स्त्रीओ को मानसिक गुलाम बनाया जाता है। तभी तो स्त्रीयाँ उनके साथ जो हो रहा है वह सही हो रहा है या नहीं यह सोचे बिना दूसरो की बुद्धी पर चलती रहती है।

  • @akhileshshastri1278
    @akhileshshastri1278 Před 3 lety +7

    The 'Parda' system is foreign-imposed. India never had such a conservative outlook towards women's bodies. Other than covering essential parts there's no significance of Parda. I beg to differ on this topic.

    • @joshiji561
      @joshiji561 Před 3 lety

      What are essential parts????????

    • @akhileshshastri1278
      @akhileshshastri1278 Před 3 lety +2

      @@joshiji561 The ones that are Not Safe For Work (NSFW). You wouldn't want a bare-busted woman (or for that matter even a Man) walking up for work. But you can certainly tolerate them coming without covering their faces (unless mandated externally in case of calamities like Covid).
      We talk about Sanatana Dharma being the 'Shreshtha' but all of it is futile if we are following the suits of a certain monotheistic religion and their age-old impositions.
      I admire Shankaracharya and his darshanik upadesh but I beg to differ here.

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +2

      अपने पति से बड़ी उम्र के व्यक्ति से घूंघट किया जाता है।
      लेकिन कुछ शक्की लोग देवरों के आगे भी भाभियों से जबरदस्ती घूंघट करवाते हैं
      और
      कुछ ढोंगी स्त्रियां भी अपने आप को संस्कारी दिखाने के लिए खुद ही देवरों के आगे भी.................
      ये घूंघट व बुर्का हिजाब सारी ही कुप्रथा खत्म होनी ही चाहिए।

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +3

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @chillboy6406
      @chillboy6406 Před 2 lety

      पहली बात तो ये की परदा प्रथा शास्त्रों में है और दूसरी बात एक बार ये video देख लो । अगर नही भी है तो भी होनी ही चाहिए परदा प्रथा की आवश्यकता है आज के समाज को जहां हर कोई अपने जिस्म का नंगा नाच दिखा रहा है। और इस video में गुरूदेव ने उपयोगिता बताई है की हीरे मोती जवाहरात को हमेशा तिजोरी में रखते है की नही क्योंकि वो अमूल्य है तो क्या हिन्दुओं की स्त्रियां हीरे जवाहरात से कम है क्या उनका मोल तो कोई कर ही नही सकता कितनी सम्मान की बात है हिंदू महिलाओं के लिए की उनका इतना सम्मान है की उन्हे हीरे मोती से भी ज्यादा मूल्यवान बताया गया है । इस्लाम इत्यादि पंथों में जो स्त्रियों में परदा प्रथा का विकृत रूप है वो हिन्दुओं से चोरी किया हुआ ही है और उनमें शील और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए नही अपितु मुस्लिम स्त्रियों के ऊपर शासन करने के उद्देश्य से द्वेष वश इस व्यवस्था का पालन कराया जा रहा है परन्तु हिंदू महिलाओं में हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझकर उनको सम्मान देकर परदा प्रथा का पालन होता है ।
      आज हिंदू पुरुषो को ही नही अपितु महिलाओं को भी परदा प्रथा को लागू कराने के लिए संघर्ष करना चाहिए । क्योंकि उनके सौंदर्य का मोल तभी होगा जब वो खुला नही होकर परदे में होगी। उस चीज़ के बारे में ज्यादा उत्सुकता होती है जो दिखती नही पर सबके लिए सुलभ होती है उसका कालांतर में मोल नही रहता।
      परदा प्रथा के विलोप से आज के समय में internet, tik tok , reels आदि पर जो नंगा नाच होता है वह परदा प्रथा के विलोप का परिणाम है ।
      हिन्दू महिलाओं को स्वयं आगे आकर परदा प्रथा को पुन: स्थापित करना होगा जिससे वे हमेशा हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझी जायेगी उनकी कदर होगी उनका मोल होगा । कितने गौरव की बात है हिंदू महिलाओं के लिए तो परदा प्रथा जब उनका मोल अनमोल हो जाता है । जब किसी मीठी चीज को खुले में रखते है तो मक्खियां भिनभिनाती है पर उसको ढककर रखने पर उसकी सुरक्षा होती है ।
      आज बॉलीवुड अभिनेत्रियो की नकल करने के कारण सर्दियों में भी कम कपड़े पहनने के कारण उनका स्वास्थ्य साथ नही देता फिर भी इस दिखावे में उन्हें जीना है जिसके कारण स्वयं की भलाई भी नही देख पाती।
      ये सब बाते किसी द्वेष वश नही आपके अपने सुरक्षा के लिए है। हिंदू महिलाओं को अपना हित जरुर देखना चाहिए की वास्तव में किस चीज में अपनी भलाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य रक्षा संभव है वही तरीका अपनाना चाहिए।

  • @tanmay6207
    @tanmay6207 Před 3 lety +4

    Bewakoofi wali baat hai bilkul shastra sammat nahi hai

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +5

      आपने बिलकुल सही कहा पर्दा (घूंघट कुप्रथा) शास्त्र सम्मत नहीं है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @rudraadityamandal6126
      @rudraadityamandal6126 Před 10 měsíci

      Aap kitne shastra padhe hain...humse jyada shastra ka gyan inko hain...

  • @ashokroutray4658
    @ashokroutray4658 Před 5 lety +4

    MARYADA REHENA CHAIYE....RAKHYASH KELIYE PARDE KI MAYENE NAHIN RAKHTA.....AAJ KI SAMAYA ME NARI EK SANTULIT PEHENAWA RAKHNA CHAIYE....KARAN.....YE AANKH PAAPI KI HAI.....

    • @PoonamVerma-pz5xt
      @PoonamVerma-pz5xt Před 4 lety

      Papiyo ko suli per chadao ouro ko kyo dukhi krte h

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +3

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है जोकि पूर्णतः प्रतिबंधित की जानी चाहिए
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @chillboy6406
      @chillboy6406 Před 2 lety +1

      पहली बात तो ये की परदा प्रथा शास्त्रों में है और दूसरी बात एक बार ये video देख लो । अगर नही भी है तो भी होनी ही चाहिए परदा प्रथा की आवश्यकता है आज के समाज को जहां हर कोई अपने जिस्म का नंगा नाच दिखा रहा है। और इस video में गुरूदेव ने उपयोगिता बताई है की हीरे मोती जवाहरात को हमेशा तिजोरी में रखते है की नही क्योंकि वो अमूल्य है तो क्या हिन्दुओं की स्त्रियां हीरे जवाहरात से कम है क्या उनका मोल तो कोई कर ही नही सकता कितनी सम्मान की बात है हिंदू महिलाओं के लिए की उनका इतना सम्मान है की उन्हे हीरे मोती से भी ज्यादा मूल्यवान बताया गया है । इस्लाम इत्यादि पंथों में जो स्त्रियों में परदा प्रथा का विकृत रूप है वो हिन्दुओं से चोरी किया हुआ ही है और उनमें शील और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए नही अपितु मुस्लिम स्त्रियों के ऊपर शासन करने के उद्देश्य से द्वेष वश इस व्यवस्था का पालन कराया जा रहा है परन्तु हिंदू महिलाओं में हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझकर उनको सम्मान देकर परदा प्रथा का पालन होता है ।
      आज हिंदू पुरुषो को ही नही अपितु महिलाओं को भी परदा प्रथा को लागू कराने के लिए संघर्ष करना चाहिए । क्योंकि उनके सौंदर्य का मोल तभी होगा जब वो खुला नही होकर परदे में होगी। उस चीज़ के बारे में ज्यादा उत्सुकता होती है जो दिखती नही पर सबके लिए सुलभ होती है उसका कालांतर में मोल नही रहता।
      परदा प्रथा के विलोप से आज के समय में internet, tik tok , reels आदि पर जो नंगा नाच होता है वह परदा प्रथा के विलोप का परिणाम है ।
      हिन्दू महिलाओं को स्वयं आगे आकर परदा प्रथा को पुन: स्थापित करना होगा जिससे वे हमेशा हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझी जायेगी उनकी कदर होगी उनका मोल होगा । कितने गौरव की बात है हिंदू महिलाओं के लिए तो परदा प्रथा जब उनका मोल अनमोल हो जाता है । जब किसी मीठी चीज को खुले में रखते है तो मक्खियां भिनभिनाती है पर उसको ढककर रखने पर उसकी सुरक्षा होती है ।
      आज बॉलीवुड अभिनेत्रियो की नकल करने के कारण सर्दियों में भी कम कपड़े पहनने के कारण उनका स्वास्थ्य साथ नही देता फिर भी इस दिखावे में उन्हें जीना है जिसके कारण स्वयं की भलाई भी नही देख पाती।
      ये सब बाते किसी द्वेष वश नही आपके अपने सुरक्षा के लिए है। हिंदू महिलाओं को अपना हित जरुर देखना चाहिए की वास्तव में किस चीज में अपनी भलाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य रक्षा संभव है वही तरीका अपनाना चाहिए।

    • @harshitsingh12977
      @harshitsingh12977 Před 9 měsíci

      @@PoonamVerma-pz5xt APKO PATA HAI KI AAJ YE VYAKTI JO APKE SAMNE KHADA HAI APKE SATH AGLE PAL BURA KREGA ? FIR SOOLI PAR KISKO CHADAOGI? ISSE ACCHA HAI AAP DECENCY MAINTAIN KARIYE TAKI VO ATTRACT NA HO PAYE
      HERE HINDU GIRLS SHOULD LEARN FROM MUSLIM GIRLS

  • @19683
    @19683 Před 3 lety +4

    पहले पर्दा का हिंदी शब्द तो बताओ।

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +4

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

  • @subhajit7375
    @subhajit7375 Před 3 lety +3

    Is vaishnavism the highest order, I mean following shakti or shiva and following vishnu leads to same?

    • @subhajit7375
      @subhajit7375 Před 2 lety

      @@queztime23 are all of them follow vishnu I mean all the Shankaracharyas?

    • @subhajit7375
      @subhajit7375 Před 2 lety

      @@queztime23 and shakti? Like kali or shodashi or Durga?

  • @narsimharamnath1584
    @narsimharamnath1584 Před 2 lety

    Please upload subtitles for this 🙏🙏

  • @ruchikapant6800
    @ruchikapant6800 Před 5 lety +16

    jinki neeyat kharab h unhe prda krna chaiye...north india k alawa baki khin bhi prda nhi hota fr bhi sbse jada crime north india m hi hote hain regarding girls...
    prda krna koi solution nhi h ..prda krana hi h to un logo s krao jinki njre gndi h neeyat khrb h

    • @prabhatnest9609
      @prabhatnest9609 Před 5 lety +2

      Lol. Pure duniya me mahilay burka pahanti hai.

    • @lakhanpalsinghchouhan5639
      @lakhanpalsinghchouhan5639 Před 4 lety +2

      Male dominant society; tumhe dekh kar meri niyat na kharab ho jay isliye apna muh mujh se respect ke naam pe chipa lo

    • @zerotobillionsinc9966
      @zerotobillionsinc9966 Před 4 lety +1

      jagat'guru ne ghooghat etc ka virodh kiya hai...agar jaroorat nhi hai to naa karein....lekin ek baat aur samajh lijiye...ye jo bollywood aur deh ke pujari aajkal women fashion bana rahe hai na....in kapdo ko pehnkar keval deh ke pujari hi attract honge...koi samajhdar purush jo apne sharir ko acche se janta hai...use isse fark nhi padega...
      .
      Acchi baat hai ki koi sunder hai...magar...agar koi keval sundar hai aur apni deh ki numaish karke paise kama raha hai....to use paise bhi rapist minded people hi de rhe hain...
      .
      Aap mujhe december ki cold mein deep neck blouse aur backless dress ki koi practical use bata dein...dukh hota hai dekhkar ki kaise naari shakti in bollywood wali nachaniyon ke chakkar se bhatak kar deh ki numaish karne me lagi hui hai...itne uncomfortable aur impractical clothes ke picche padi hai jisse keval deh ke pujari attract hote hain
      Namaskaram!

    • @ruchikapant6800
      @ruchikapant6800 Před 4 lety +2

      @@zerotobillionsinc9966 bollywood ki to maya hi alg h...hr glt cheej ajkl bollywood m support ki jati h..bt mera point ghughat h...ek.ldki ache s kpde phn k b apni respct bna k rkh skti h use ghughat krne ki jrurt nhi h..ye khna k ghunghat solution h k crimes nhi hnge...totally wrong. I m from uttrakhand..hmare yaha ghughat nhi hota still aap uttrakhand k crime rates chk kr skte ho comparitively baki states s in terms of girls🙏

    • @ruchikapant6800
      @ruchikapant6800 Před 4 lety

      @Brahmastra i am from devbhoomi uttrakhand..apse khin jada aastik hu m ..ghughat ka astha se koi lena dena nhi h bro🙏🙏

  • @fixearth
    @fixearth Před 4 lety +5

    poorey adar ke saath shankaracharya ji parde ko galat kah gaye. hindu dharm me koi shastra aisa nahi kahata jo sir ya mathey ko dhankne ke baat karey. kripya ye purusho par bhee lagu kare. warna hindu dharm ka naash naa karey.

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +4

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है जोकि पूर्णतः प्रतिबंधित की जानी चाहिए।
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @harshitsingh12977
      @harshitsingh12977 Před 9 měsíci

      FIR SE SUNN YE VIDEO CHOMU😆

  • @digeshkumar7413
    @digeshkumar7413 Před 2 lety

    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @FaisalKhan-nz5bz
    @FaisalKhan-nz5bz Před 2 lety +7

    He's genius ☺️

  • @Uk_1927
    @Uk_1927 Před 6 lety +10

    परमवंदनीय गुरुदेव के दिव्य श्रीचरण कमलो में कोटी कोटी प्रणाम

  • @vandanabhardwaj2115
    @vandanabhardwaj2115 Před 2 měsíci

    Pardaa nhi aachal h sudhha sabad y par

  • @aaabcd3800
    @aaabcd3800 Před 4 lety +3

    साला एक चीज समझ में नहीं आती है अच्छे से जीवन जीने में भी परेशानी है अरे मर्यादा में रहने में अपना ही जीवन व्यवस्थित होता है विचार उत्तम रहते हैं ।

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +2

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है जोकि पूर्णतः प्रतिबंधित की जानी चाहिए।
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

  • @lakhanpalsinghchouhan5639

    Women objectification wali bate h.

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +4

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है जोकि पूर्णतः प्रतिबंधित की जानी चाहिए
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

  • @AKumar-cw5dk
    @AKumar-cw5dk Před 6 lety +40

    बिल्कुल सही।
    पर आजकल की लड़कियां मानती नहीँ। अपनी बेटियां भी नहीं सुनतीं।
    हमको दकियानूसी समझती हैँ।

    • @radhemeriswamnimairadhekod5225
      @radhemeriswamnimairadhekod5225 Před 5 lety +1

      Sahi baat
      Aurat admi dono k soch m safayi jaruri

    • @hemantkhajuriya1916
      @hemantkhajuriya1916 Před 5 lety +6

      सर आप अपनो पर ही मुगल प्रथा अपनाने के लिए दवाब दे रहे हैं

    • @PoonamVerma-pz5xt
      @PoonamVerma-pz5xt Před 4 lety +3

      @@hemantkhajuriya1916 inko knowledge h nhi faltu ka bolne ko de do bde aye sheel k rksha krne bale inko chadar odani chahiye ye samaj k thekedar sasle aurto ki piche pdte h womens ki body shaming krte h sarm kro jaise ye sant mharaj ji kr rhe h

    • @PoonamVerma-pz5xt
      @PoonamVerma-pz5xt Před 4 lety

      Jis din valid point dega koi veil kyo jruri h us din m bhi veil krugi btaye to koi .........any one with valid reason

    • @PoonamVerma-pz5xt
      @PoonamVerma-pz5xt Před 4 lety

      @@travelingexplorer9342 omg how can we forget that we are in men deployed country.same on u mahatma g apne sheel ki rakha kro jo bakbas bolte ho srm bhi nhi ati or liwas phnne se koi mhatma nhi ho jata vicharo se bhi bnana hota muglo ki bnayi evil custom ko do rhe h log i am a educated girl wt is wrong or right i know .

  • @karshnivikaspandit3229
    @karshnivikaspandit3229 Před 6 lety +8

    परम परम महाराज श्री की जय

  • @ShahidHussain-mt9zw
    @ShahidHussain-mt9zw Před 3 lety +4

    Mujhe to laga ye swami ji parda ko galat kahege
    kio ki
    Kuchh to hindu aurat ki parda ke liye bhi musalmano ko jimmewar kahte Hain

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +4

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @iyerism6577
      @iyerism6577 Před 3 lety +1

      Yes even in Hinduism like islam, in rigvedas its mentioned that women must cover complete body.. Even saree is not correct

    • @iyerism6577
      @iyerism6577 Před 3 lety

      @Roguejin Da ghunghat culture was present before islamic invasions also

    • @iyerism6577
      @iyerism6577 Před 3 lety

      @Roguejin Da no, do u have any proof?

    • @gurpreetkaurdhillon8404
      @gurpreetkaurdhillon8404 Před 3 lety

      @@iyerism6577 see ancient statues of indian women.

  • @opporealme4737
    @opporealme4737 Před 4 lety +3

    धन्यवाद

  • @maa7562
    @maa7562 Před 6 lety +17

    Jay guru dev har har mahadev jay Guru dev

  • @yogi8044
    @yogi8044 Před 2 lety +1

    Sita ji ya Draupadi n many other vidushi mahila kabhi parda nahi karti ye sanatan hindu sanskriti ke nahi balki muslim mazhab ka diya hua ek riwaaz hi

    • @chillboy6406
      @chillboy6406 Před 2 lety

      किसने कहा सीताजी द्रौपदी इत्यादि नहीं करती serial देखकर ऐसा ही होता है। अनुसूया इतनी पतिव्रता नारी थी जिन्होंने अपने ऊपर पुरे जीवन में पर पुरुष की छाया तक नही पड़ने दी । इतनी पतिव्रता स्त्री के तप का प्रभाव क्या होता है ??? उनके आगे ब्रह्मा विष्णु महेश भी नही ठहर सकते।
      पहली बात तो ये की परदा प्रथा शास्त्रों में है और दूसरी बात एक बार ये video देख लो । अगर नही भी है तो भी होनी ही चाहिए परदा प्रथा की आवश्यकता है आज के समाज को जहां हर कोई अपने जिस्म का नंगा नाच दिखा रहा है। और इस video में गुरूदेव ने उपयोगिता बताई है की हीरे मोती जवाहरात को हमेशा तिजोरी में रखते है की नही क्योंकि वो अमूल्य है तो क्या हिन्दुओं की स्त्रियां हीरे जवाहरात से कम है क्या उनका मोल तो कोई कर ही नही सकता कितनी सम्मान की बात है हिंदू महिलाओं के लिए की उनका इतना सम्मान है की उन्हे हीरे मोती से भी ज्यादा मूल्यवान बताया गया है । इस्लाम इत्यादि पंथों में जो स्त्रियों में परदा प्रथा का विकृत रूप है वो हिन्दुओं से चोरी किया हुआ ही है और उनमें शील और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए नही अपितु मुस्लिम स्त्रियों के ऊपर शासन करने के उद्देश्य से द्वेष वश इस व्यवस्था का पालन कराया जा रहा है परन्तु हिंदू महिलाओं में हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझकर उनको सम्मान देकर परदा प्रथा का पालन होता है ।
      आज हिंदू पुरुषो को ही नही अपितु महिलाओं को भी परदा प्रथा को लागू कराने के लिए संघर्ष करना चाहिए । क्योंकि उनके सौंदर्य का मोल तभी होगा जब वो खुला नही होकर परदे में होगी। उस चीज़ के बारे में ज्यादा उत्सुकता होती है जो दिखती नही पर सबके लिए सुलभ होती है उसका कालांतर में मोल नही रहता।
      परदा प्रथा के विलोप से आज के समय में internet, tik tok , reels आदि पर जो नंगा नाच होता है वह परदा प्रथा के विलोप का परिणाम है ।
      हिन्दू महिलाओं को स्वयं आगे आकर परदा प्रथा को पुन: स्थापित करना होगा जिससे वे हमेशा हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझी जायेगी उनकी कदर होगी उनका मोल होगा । कितने गौरव की बात है हिंदू महिलाओं के लिए तो परदा प्रथा जब उनका मोल अनमोल हो जाता है । जब किसी मीठी चीज को खुले में रखते है तो मक्खियां भिनभिनाती है पर उसको ढककर रखने पर उसकी सुरक्षा होती है ।
      आज बॉलीवुड अभिनेत्रियो की नकल करने के कारण सर्दियों में भी कम कपड़े पहनने के कारण उनका स्वास्थ्य साथ नही देता फिर भी इस दिखावे में उन्हें जीना है जिसके कारण स्वयं की भलाई भी नही देख पाती।
      ये सब बाते किसी द्वेष वश नही आपके अपने सुरक्षा के लिए है। हिंदू महिलाओं को अपना हित जरुर देखना चाहिए की वास्तव में किस चीज में अपनी भलाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य रक्षा संभव है वही तरीका अपनाना चाहिए।

  • @MUGAN-VI
    @MUGAN-VI Před 3 lety +5

    He is wrong. There was no ghungat in Hinduism. It only comes in our culture during the Islamic invasion.

    • @unnameduser8261
      @unnameduser8261 Před 3 lety +2

      Exactly. Purdah was never a part of Adi Sanatan dharm. Babaji se ye ummid nai thi.

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +2

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @iyerism6577
      @iyerism6577 Před 3 lety

      @@unnameduser8261 purdah was present even before islamoc invasions

    • @unnameduser8261
      @unnameduser8261 Před 3 lety

      @@iyerism6577 Purdah started after Persian invasion but get its full force only after Islamic invasion.

    • @rudraadityamandal6126
      @rudraadityamandal6126 Před 10 měsíci

      ​@@unnameduser8261Bina jane faltu mein tark mat karo...ye shastro mein hain..sita mata bhi ghunghat karti thi...ramayan padh lena

  • @Sooyush
    @Sooyush Před 3 lety +1

    Hijaab is also good then

    • @chillboy6406
      @chillboy6406 Před 2 lety

      जितनी आज के दिनो मे हिंदू महिलाओं के रेप इत्यादि होते है मुस्लिमों की महिलाओं के हिजाब से हिंदू महिलाओं जितने रेप होते है क्या । घर मे उनके होते होंगे उसके लिए हम नही कहते पर बाहर होते है क्या

    • @rudraadityamandal6126
      @rudraadityamandal6126 Před 10 měsíci +1

      Waha par wo rag aur dwesh ki bhavna se diya jata hain naki maryada aur suraksha ki vabna se

  • @ramantripathi5806
    @ramantripathi5806 Před 6 lety +10

    शंकराचार्य भगवान की जय।

  • @laxmibai7738
    @laxmibai7738 Před 4 lety +4

    Rani Laxmibai aur aur bhi virangnayein hain, unke sth to aisa nahi hua, unhe to parde me nahi rakha gaya.

    • @user-ry1nw8zh3p
      @user-ry1nw8zh3p Před 3 lety +1

      O थोड़ी ना आज की तरह कपड़े पहनती थी सिस्टर

    • @unnameduser8261
      @unnameduser8261 Před 3 lety +3

      @@user-ry1nw8zh3p Vedic kaal me aurate blouse bhi nai pehenti thi aur na hi ghunghat dalti thi..unke saath kabhi bura nai hua..kyuki uss kaal me log Gyan ko importance dete the. Sab praani ko aatma roop me dekhte the. Aaj ek do saal ke bachhi ke sath bhi rape ho jata hai..aaj ka mard kutto jaisa hai sirf sharir ka bhooka.

    • @lipikb9832
      @lipikb9832 Před 3 lety +1

      Lagta hai dhyan se suna nahi
      Parda samay isthiti praivesh and adhikari per based hai
      Ab jab bahri akranta kevel stri aur dhan he lootne aaye to kya karoge dhako ge ya bachao ge

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +5

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @chessmuch2976
      @chessmuch2976 Před 2 lety

      @@lipikb9832 lade ge chupna napunsako ka kam hai

  • @kmisri-yr9nx
    @kmisri-yr9nx Před 5 lety +3

    🙏pranam guruji dhanya ho ap, koti koti vandan🙏🙏🙏🙏🙏

  • @prashantpandya9250
    @prashantpandya9250 Před 3 lety +1

    🙏आचार्य। आप को विदित हो कि सुरा भी भूमि, जल, आवरण आदि से बनती है तो सुरापान भी धर्मसंगत होना चाहिए। अत्यंत शीत तापमान में सुरा शरीरस्थ अग्नि की रक्षा भी करती है। सुरापान से लोग सत्य भी बोलते है जो अन्यथा नहीं बोलते।
    वैसे आचार्य ने वेद, पुराण, शास्त्र कथन को आधार बनाकर नहीं बतायी है यह बात। आचार्य के स्वयं के विचार जैसा अधिक लगता है। हो सकता है कि आचार्य जिस समाजव्यवस्था से आए हैं उस समाजव्यवस्था में घुंघटप्रथा का लोकाचार हो और आचार्य की स्वयं की अवधारणा का आधार लोकाचार हो। परंतु यहाँ प्रश्नकर्त्ता ने धार्मिक शास्त्रसंगत शास्त्रानुसार उत्तर की आशा से प्रश्न पूछा है।
    वैसे आचार्य ने कई बार संकेत किये है कि कई बार कई सारी बातें ध्यान में रखकर उनको वाणीप्रयोग करना पडता है।

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +3

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है जोकि पूर्णतः प्रतिबंधित की जानी चाहिए
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @chillboy6406
      @chillboy6406 Před 2 lety

      पहली बात तो ये की परदा प्रथा शास्त्रों में है और दूसरी बात एक बार ये video देख लो । अगर नही भी है तो भी होनी ही चाहिए परदा प्रथा की आवश्यकता है आज के समाज को जहां हर कोई अपने जिस्म का नंगा नाच दिखा रहा है। और इस video में गुरूदेव ने उपयोगिता बताई है की हीरे मोती जवाहरात को हमेशा तिजोरी में रखते है की नही क्योंकि वो अमूल्य है तो क्या हिन्दुओं की स्त्रियां हीरे जवाहरात से कम है क्या उनका मोल तो कोई कर ही नही सकता कितनी सम्मान की बात है हिंदू महिलाओं के लिए की उनका इतना सम्मान है की उन्हे हीरे मोती से भी ज्यादा मूल्यवान बताया गया है । इस्लाम इत्यादि पंथों में जो स्त्रियों में परदा प्रथा का विकृत रूप है वो हिन्दुओं से चोरी किया हुआ ही है और उनमें शील और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए नही अपितु मुस्लिम स्त्रियों के ऊपर शासन करने के उद्देश्य से द्वेष वश इस व्यवस्था का पालन कराया जा रहा है परन्तु हिंदू महिलाओं में हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझकर उनको सम्मान देकर परदा प्रथा का पालन होता है ।
      आज हिंदू पुरुषो को ही नही अपितु महिलाओं को भी परदा प्रथा को लागू कराने के लिए संघर्ष करना चाहिए । क्योंकि उनके सौंदर्य का मोल तभी होगा जब वो खुला नही होकर परदे में होगी। उस चीज़ के बारे में ज्यादा उत्सुकता होती है जो दिखती नही पर सबके लिए सुलभ होती है उसका कालांतर में मोल नही रहता।
      परदा प्रथा के विलोप से आज के समय में internet, tik tok , reels आदि पर जो नंगा नाच होता है वह परदा प्रथा के विलोप का परिणाम है ।
      हिन्दू महिलाओं को स्वयं आगे आकर परदा प्रथा को पुन: स्थापित करना होगा जिससे वे हमेशा हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझी जायेगी उनकी कदर होगी उनका मोल होगा । कितने गौरव की बात है हिंदू महिलाओं के लिए तो परदा प्रथा जब उनका मोल अनमोल हो जाता है । जब किसी मीठी चीज को खुले में रखते है तो मक्खियां भिनभिनाती है पर उसको ढककर रखने पर उसकी सुरक्षा होती है ।
      आज बॉलीवुड अभिनेत्रियो की नकल करने के कारण सर्दियों में भी कम कपड़े पहनने के कारण उनका स्वास्थ्य साथ नही देता फिर भी इस दिखावे में उन्हें जीना है जिसके कारण स्वयं की भलाई भी नही देख पाती।
      ये सब बाते किसी द्वेष वश नही आपके अपने सुरक्षा के लिए है। हिंदू महिलाओं को अपना हित जरुर देखना चाहिए की वास्तव में किस चीज में अपनी भलाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य रक्षा संभव है वही तरीका अपनाना चाहिए।

  • @tanujsharma688
    @tanujsharma688 Před 4 lety +11

    तो ये पर्दा मर्दों के स्वास्थ्य की दृष्टि से भी होना चाहिए मर्दों के लिए भी?

    • @zerotobillionsinc9966
      @zerotobillionsinc9966 Před 4 lety +1

      Hota toh hai...hum nange thode hi ghumte hain... garmi meh baseball cap pehnte hain...sunglasses lagae hain...aap ko bhi jab jaroorat ho....sar dhakein...
      .
      jo aap mukh par ghungath rakhti hai vo mughalon ke karan hai... jisse koi utha ke na le jaye... uski jaroorat aaj ke samay mein sabji mandi jaisi jagah par shi hai....jaha har mard pashu ki tarah laar girata hai....
      .
      Ab kisi sanyasi ke saamne ghoogat ki kya jaroorat...uske saamne to aap bollywood wale neech kapde bhi pehnengi tab bhi koi asar nahi hoga...
      .
      Ab koi aapse kahe ki ghar mein bade bujurg ke saamne parda karo(chehre par) to puchna...ki aapke ghar mein bhi pashu ke saman mard rehte hai kya jo aurat ki deh matra se rishta rakhte hain....aur chehra dekhte hi kaamvaasna se bhar jayenge... ghoongat karna indirectly saamne wale ki beizzati karna hai(kyuki voh hai hi is layak), stri ki chetna se koi moh nhi...bas deh ki pyaas bujhane wala hai...
      .
      Namaskaram!

    • @user-ry1nw8zh3p
      @user-ry1nw8zh3p Před 3 lety

      हम तो नेकर नहीं पहनते 😂😂

    • @user-ry1nw8zh3p
      @user-ry1nw8zh3p Před 3 lety

      उन्होंने तर्क के साथ जवाब दिया आप के पास कोई तर्क है तो आप खंडन करे

    • @joshiji561
      @joshiji561 Před 3 lety

      Bikul tum apni aakh ko fevicol sa chipka lo , to phir aurat logo ko pardah nahi lagaga

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +4

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

  • @sarvottammishra3372
    @sarvottammishra3372 Před 4 lety +9

    Why there are no such references for ghunghat in valmiki ramayan?

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +9

      parda pratha started in 12th century spreded in mugal period

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +5

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @chillboy6406
      @chillboy6406 Před 2 lety

      पहली बात तो ये की परदा प्रथा शास्त्रों में है और दूसरी बात एक बार ये video देख लो । अगर नही भी है तो भी होनी ही चाहिए परदा प्रथा की आवश्यकता है आज के समाज को जहां हर कोई अपने जिस्म का नंगा नाच दिखा रहा है। और इस video में गुरूदेव ने उपयोगिता बताई है की हीरे मोती जवाहरात को हमेशा तिजोरी में रखते है की नही क्योंकि वो अमूल्य है तो क्या हिन्दुओं की स्त्रियां हीरे जवाहरात से कम है क्या उनका मोल तो कोई कर ही नही सकता कितनी सम्मान की बात है हिंदू महिलाओं के लिए की उनका इतना सम्मान है की उन्हे हीरे मोती से भी ज्यादा मूल्यवान बताया गया है । इस्लाम इत्यादि पंथों में जो स्त्रियों में परदा प्रथा का विकृत रूप है वो हिन्दुओं से चोरी किया हुआ ही है और उनमें शील और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए नही अपितु मुस्लिम स्त्रियों के ऊपर शासन करने के उद्देश्य से द्वेष वश इस व्यवस्था का पालन कराया जा रहा है परन्तु हिंदू महिलाओं में हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझकर उनको सम्मान देकर परदा प्रथा का पालन होता है ।
      आज हिंदू पुरुषो को ही नही अपितु महिलाओं को भी परदा प्रथा को लागू कराने के लिए संघर्ष करना चाहिए । क्योंकि उनके सौंदर्य का मोल तभी होगा जब वो खुला नही होकर परदे में होगी। उस चीज़ के बारे में ज्यादा उत्सुकता होती है जो दिखती नही पर सबके लिए सुलभ होती है उसका कालांतर में मोल नही रहता।
      परदा प्रथा के विलोप से आज के समय में internet, tik tok , reels आदि पर जो नंगा नाच होता है वह परदा प्रथा के विलोप का परिणाम है ।
      हिन्दू महिलाओं को स्वयं आगे आकर परदा प्रथा को पुन: स्थापित करना होगा जिससे वे हमेशा हीरे जवाहरात से भी मूल्यवान समझी जायेगी उनकी कदर होगी उनका मोल होगा । कितने गौरव की बात है हिंदू महिलाओं के लिए तो परदा प्रथा जब उनका मोल अनमोल हो जाता है । जब किसी मीठी चीज को खुले में रखते है तो मक्खियां भिनभिनाती है पर उसको ढककर रखने पर उसकी सुरक्षा होती है ।
      आज बॉलीवुड अभिनेत्रियो की नकल करने के कारण सर्दियों में भी कम कपड़े पहनने के कारण उनका स्वास्थ्य साथ नही देता फिर भी इस दिखावे में उन्हें जीना है जिसके कारण स्वयं की भलाई भी नही देख पाती।
      ये सब बाते किसी द्वेष वश नही आपके अपने सुरक्षा के लिए है। हिंदू महिलाओं को अपना हित जरुर देखना चाहिए की वास्तव में किस चीज में अपनी भलाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य रक्षा संभव है वही तरीका अपनाना चाहिए।

    • @rudraadityamandal6126
      @rudraadityamandal6126 Před 10 měsíci

      ​@@user-xj3fu6du4nAgar dharm kuch gyan nehi to mat type karo

  • @GurjarPratiharSurendr
    @GurjarPratiharSurendr Před 6 lety +17

    हे परम पूज्य स्वामी जी,
    आपके श्री चरणों मे कोटि-कोटि-कोटि नमन है ।।
    आपकी सदा ही जय हों ।
    🙏🙏 सीताराम सीताराम सीताराम 🙏🙏

  • @MOHITSINGH-lx6by
    @MOHITSINGH-lx6by Před 6 lety +34

    maine aaj tak MATA LAKSHMI,SITA,SARASWATI, KALI MAA,,, RADHA RANI... ETC ETC... kisi bhi mata ka chitra maine parde m nhi dekha!!!!
    parda pratha ko justify krna kaha tk sahi h????
    or agar rabadi,mithayi ko bchane k liye parda h... to Burqe m kya problem h... maharaj ji fir to burqa bhi bdhiya h...

    • @rishabhsamak
      @rishabhsamak Před 6 lety +7

      MOHIT SINGH bhai I agree with you.
      You have to turn to history to see why it started ...when Mughals started abduction of beautiful women....Indians had no other option....even the Bhabhi of Shivaji Maharaj was kidnapped by Mughals....I respect Swami nischalanand but even adi Shankaracharya covered his head ..

    • @ajaybhargavan7778
      @ajaybhargavan7778 Před 6 lety +8

      sanyAsi covering their head it significe that they Dont have desires

    • @ajaybhargavan7778
      @ajaybhargavan7778 Před 6 lety +9

      Well now why days people comparing themselfs with Devi and devatas but bitter truth is We humans have arishadvargas ,which is not their in devatas

    • @AKumar-cw5dk
      @AKumar-cw5dk Před 6 lety +7

      MOHIT SINGH नंगा भी कोई चित्र नहीं है।

    • @ayushvasurudragour427
      @ayushvasurudragour427 Před 6 lety +23

      इसलिए नहीं देखा क्यूंकि वह देवियां हैं मनुष्य नहीं हैं, अगर महिलाऐं देवियों की ही तरह से बरतना चालु कर दें तो क्या तुम उन से विवाह कर के सम्भोग कर के दाम्पत्य सुख का आनंद लोगे ? देवियां और देवता पूजने के लिए हैं उनकी बराबरी करने की सोचना मूर्खतापूर्ण है , आप उन्ही देवियों के मनुष्य अवतारों को देख कर उनका अनुसरण कर सकते हो जैसे माता सीता, श्री रुक्मणि देवी इत्यादि।

  • @mahaveeraryasamaj
    @mahaveeraryasamaj Před 4 lety +6

    महिलाएं मर्यादा में रहे। किसी ने कहा है- सतवंती का सत नहीं डिगता कामी कितना ही ललचाए। चंचल नारि के नैन छुपे नहीं घुंघट कितना ही लटकाए।।

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +3

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है जोकि पूर्णतः प्रतिबंधित की जानी चाहिए।
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

  • @prakhardubey2754
    @prakhardubey2754 Před 6 lety +10

    आदरणीय महाराज जी सही कहा कि हमारी हिन्दू बहनों को आत्म मर्यादा और नैतिक पर्दा अति आवश्यक है क्योंकि आज सबसे अधिक पतन और इस्लामिक षडयंत्र का शिकार ज्ञान के अभाव में हिन्दू महिलाएं ही हुईं हैं।

    • @rupeshkumarsharma4826
      @rupeshkumarsharma4826 Před 6 lety +2

      PRAKHAR DUBEY dahej hatya bhrun hatya
      Balika vadh devdasi pratha ye sab muglo ke karan hai

    • @SACCHIKHABAR
      @SACCHIKHABAR Před 6 lety

      PRAKHAR DUBEY narrow minded pandit

    • @params5955
      @params5955 Před 6 lety +2

      @@SACCHIKHABAR u r half minded.. Or mind less perhaps. Sheel kiss chidiya ka naam hai? Brahmacharya kya hai kuch pata hai? Parda dono mein sahayak hota hai.. Tum na samjoge!!

    • @nikeshg4817
      @nikeshg4817 Před 5 lety +2

      @@SACCHIKHABAR if you are not Hindu then don't interfare here in between

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +4

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है जोकि पूर्णतः प्रतिबंधित की जानी चाहिए
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

  • @ramantripathi5806
    @ramantripathi5806 Před 6 lety +5

    कोटि कोटि नमन।

  • @SatyaisDharma
    @SatyaisDharma Před rokem

    क्या रामायण अथवा महाभारत में कहीं पर्दा प्रथा है ‍? यदि आपको कीमती मन कर तिजोरी अंदर तिजोरी में रखा जाए तो इसे आप अपना मान समझेंगे? बहुत दुखद है कि शंकराचार्य तक इन विषयों में शास्त्रों से दूर हैं और आक्रांताओं की परंपराओं का भी अनुमोदन करने लगते हैं।

  • @DarpanBharatKa
    @DarpanBharatKa Před 4 lety +7

    मर्द क्यों नहीं करते पर्दा ?

    • @hemantsharma6584
      @hemantsharma6584 Před 4 lety +1

      Yeeh hippee
      Feminism ki Jay ho

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +3

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

    • @iyerism6577
      @iyerism6577 Před 3 lety

      @@hemantsharma6584 komedy kinghh🔥🔥🤮

    • @rudraadityamandal6126
      @rudraadityamandal6126 Před 10 měsíci

      Karte hain na...aap dubara video ko dekho...guru ji ne kaha hain ki bharat ke kuch pranto mein purush bhi apne ang ko kashke dhakkar rakhte hain...alternative hain..jaha purush dhakkar rakhte hain waha mahilai nehi dhakti aur jaha mahilai dhakti hain waha purush nehi dhakte

    • @sureshtiwari4169
      @sureshtiwari4169 Před 6 měsíci

      Murd too apni puri body dhuker chalta hai sayed app rood pur nunge chalte honge

  • @muskanduseja9470
    @muskanduseja9470 Před 5 lety +1

    guru ji ye sab badlaio kiyon huwa

    • @user-xj3fu6du4n
      @user-xj3fu6du4n Před 3 lety +2

      घूंघट भारतीय सभ्यता नहीं इस्लामिक सभ्यता है और हिंदुओं पर मुसलमानों की गुलामी का प्रतीक है जोकि पूर्णतः प्रतिबंधित की जानी चाहिए
      लेकिन
      मुझ मूर्ख को लगता है कि
      इस लड़की का पर्दा से तात्पर्य घूंघट कुप्रथा से है जोकि महिलाओं द्वारा अपना चेहरा ढंकने के लिए व्यवहार में लाया जाता है
      लेकिन
      पूज्य शंकराचार्य जी ने इसका अर्थ वस्त्र के प्रत्येक आवरण के रूप में ले लिया जोकि शरीर के किसी भी अंग को ढंकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।