कुरान में मांस खाने का आदेश अल्लाह का नहीं है | Sant Rampal Ji Satsang | SATLOK ASHRAM
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- čas přidán 8. 09. 2024
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मै एक मूसलमान हूँ और मै अब शाकाहारी बन गया हूँ ! आपके अमूल्य विचारों का मुझ पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है आपके अमूल्य विचारों के लिए बहत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sach me aap muslim ho ?
🙏🏻वास्तविक अर्थों में आप सच्चे मुसलमान हो भाई!!जो पूर्ण संत से नामदीक्षा लेकर सतभक्ति कर रहे हो।🙏🏻
@@Shashank_Sharma_499 धन्यवाद भाई 🙏
Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Maharaj ki jai....
कोटी कोटी दंडवत प्रणाम पिता परमात्मा 🙇🏻🙏🏻🙇🏻🙏🏻🙇🏻🙏🏻🙇🏻🙏🏻🙇🏻
मेरे मालिक बन्दी छोड़ कबीर साहेब परमात्मा जी की जय 🌷🌹🌸 मेरे मालिक बन्दी छोड़ सतगुरू देव रामपाल जी गुरु भगवान की जय
🎉🎉🎉
🙇🙇🙇🙇🙇
Sat guru Rampal maharaj ji kai chrno Mai koti koti prnam
👍
Bahot Sundar gyan
Sat saheb ji 🙏🏻🙏🏻
God had given many good things for us for food. Meat is not for eating. Those who consumes meat can never be a good heart. God lives in a good heart. Person gets hell after death. To escape this must take refuge from saint rampal ji maharaj & be safe.
संत रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏सत साहेब जी 🙏
True spiritual knowledge
Great spiritual leader
Bilkul ji Jeev ko Maar kar Nahin khana chahie Sab parampita Parmatma Ne banae hue hain Hamara Dharm sab ki Raksha karna hai very very nice satsang Kabir is God sabka malik ek Hai Kabir is God
Great knowledge
पूरे दुनिया मे केवल परम् संत सतगुरु रामपाल जी।महाराज ही पूर्ण आध्यात्मिक ज्ञान प्रमाणित करके बताते है और पुर्ण मोक्ष मार्ग सत्भगति प्रदान करते है ।।
इनके अलावा और जितने भी गुरु है वो झूठे है लोगो के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे है स्वयं अपराधी तो हो ही रहे है साथ मे नकली गुरु अपने अनुयायियों को भी मुक्ति की जगह नरक में धकेल रहे है कु की नकली साधना से कभी भी मुक्ति संभव नही है
परमात्मा ने हम मनुष्यों के खाने के लिए फलदार वृक्ष तथा बीजदार पौधे दिए हैं, मांस खाने का आदेश नहीं दिया।
Shi baat kaha inhone jab vo Shi raste pr chalne ko kahte hai to allah kaise jiv ki hatya ke bare me bol sakte hai
Kuch rakshas pravriti ke log hote hai jinko jaanwaron ka dard samajh me nhi aata
भक्ति युक्त आत्माएं नबी बनकर आती हैं
बाईबल में यूहन्ना ग्रन्थ (अध्याय 16 श्लोक 4 से 15) में प्रमाण है काल भक्ति युक्त भक्तों को नबी बनाकर भेजता है और उन्हीं भक्तों की कमाई से चमत्कार करवाता रहता है। जब उनकी कमाई खत्म हो जाती है उनको मरने के लिए छोड़ देता है जैसे ईसा जी की मृत्यु हुई।
लेकिन परमेश्वर भक्ति दृढ़ रखने के लिए 3 दिन बाद ईसा जी के रूप में प्रकट हुए। ताकि जब भक्ति युग आए तो सब सतभक्ति करें और साधक पूर्ण मोक्ष को प्राप्त करें।
पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण, फिरता दाने दाने नू।
सर्व कला सतगुरु साहिब की, हरी आए हरियाणे नू।।
मांस खाना महापाप
कबीर, मांस मछलिया खात हैं, सुरापान से हेत।
ते नर नरकै जाहिंगे, माता पिता समेत।
परमात्मा कबीर जी कहते हैं जो मनुष्य मांस, मछली खाते हैं वह नरक में माता पिता के साथ जाते हैं। मांस खाना महापाप है। यह हमारे किसी भी धर्म की पवित्र पुस्तक में नही लिखा है।
World Spiritual Leader Sant Rampal Ji Maharaj ji 📚
लख भर सुरा जुजहि, लख भर सावंत देह।
लख भर यती जहान में, तव सतगुरु शरणा लेह।।
Satguru dev ji ki jaiho
True guru only sant rampal ji mhatah
The great knowledge.
मांश खाना पाप हैं।
Jay bandi chhod ki
amazing knowledge
कबीर, पीछे लाग्या जाऊं था, मैं लोक वेद के साथ।
रस्ते में सतगुरु मिले, जिन्ह दीपक दीन्हा हाथ।।💐💐💐
Very nice satsang
जय हो संतरामपालजीमहाराज
नौ मन सूत उलझिया, ये ऋषि रहे जख मार।।
सतगुरु ऐसा सुलझा दे, उलझे न दूजी बार।।
Bandichhod prmatma satguru rampal ji mharaj ji ke chrnon me koti koti dandwat prnam ❤❤❤❤😂😭😭😭😭😭🙏🙏🙏
वर्तमान में पूरी पृथ्वी 🌍 पर 'पूर्ण गुरु तत्वदर्शी संत' रामपाल जी महाराज ही हैं।👏 Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Maharaj Ji Ki Jai Sat Saheb JiSat Saheb Ji सत साहेब जी
पवित्र क़ुरान सूरह अल-फुरकान नं. 25 आयत नं. 52
हजरत मुहम्मद जी का खुदा कह रहा है कि हे पैगम्बर! काफिरों का कहा मत मानना, क्योंकि वे लोग कबीर को पूर्ण परमात्मा नहीं मानते। आप मेरे द्वारा दिए इस कुरान के ज्ञान के आधार पर अटल रहना कि कबीर ही पूर्ण प्रभु है तथा कबीर अल्लाह के लिए संघर्ष करना।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
Incredible spiritual knowledge
Nice
पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है। - ऋग्वेद
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
परमात्मा की भक्ति अनिवार्य है। अल्लाह साकार है, कबीर है। ऊपर के आसमान में विराजमान है। पृथ्वी के ऊपर भी मानव शरीर में प्रकट होता है। सत्संग के बाद संत समस्तरबेज तथा बहन शिमली ने दोनों हाथ सामने करके परमात्मा से प्रसाद माँगा। आसमान से दो कटोरे आए। दोनों के हाथों में आकर टिक गए। समस्तरबेज ने उस दिन आधा अमृत पीया। शिमली बहन सब पी गई। समस्तरबेज ने कहा कि बेटी! यह शेष मेरा अमृत प्रसाद आश्रम से बाहर खड़े कुत्ते को पिला दे। उसका अंतःकरण पाप से भरा है। उसका दिल साफ हो जाएगा। शिमली गुरूजी वाले शेष बचे प्रसाद को लेकर दीवार की ओर गई। गुरूजी ने कहा कि इस सुराख से फैंक दे। बाहर जाएगी तो कुत्ता भाग जाएगा। लड़की ने तो गुरूजी के प्रत्येक वचन का पालन करना था। शिमली ने उस सुराख से अमृत फैंक दिया जिसमें से मंशूर जासूसी कर रहा था। मंशूर का मुख कुछ स्वभाविक खुला था। उसमें सारा अमृत चला गया। मंशूर का अंतःकरण साफ हो गया। उसकी लगन सतगुरू से मिलने की प्रबल हो गई। वह आश्रम के द्वार पर आया। शिमली ने पहचान लिया। वह डर गई, बोली नहीं। मंशूर सीधा गुरू समस्तरबेज के चरणों में गिर गया। अपने मन के पाप को बताया। अपने उद्धार की भीख माँगी। समस्तरबेज ने दीक्षा दे दी।
Yes yes all right
सतगुरू के लक्ष्ण कहूं, मधूरे बैन विनोद |
चार वेद षट शास्त्र , कहै अठारहा बौध ||
कबीर साहेब !!
Kabir permeshwar ji ki jai ho 🙏🙏🙏
कबीर परमेश्वर ने मांस खाने वाले को ढेड़ एवं शराब का सेवन करने वाले को नीच कह कर सम्बोधित किया है। तथा राम / अल्लाह की इबादत करने वाले को श्रेष्ठ बताया है। चाहे वह किसी भी जाति या धर्म का व्यक्ति हो।
👉 साधना टीवी शाम 7: 30 बजे
🍀🍁Jai ho bandi chhod ki🙏🙏
Must watch this video full
Supreme god
मांस खाने वाले शैतान
कबीर, मांस खाय ते ढेड़ सब, मद पीवे सो नीच।
कुल की दुर्मति पर हरै, राम कहे सो ऊंच।।
कबीर परमेश्वर ने मांस खाने वाले को ढेड़ एवं शराब का सेवन करने वाले को नीच कहकर सम्बोधित किया है। तथा राम/परमात्मा की इबादत करने वाले को श्रेष्ठ बताया है। चाहे वह किसी भी जाति या धर्म का व्यक्ति हो।
Jai bandi chhorr ki
📔कबीर परमेश्वर जी का अद्भुत ज्ञान
कबीर परमेश्वर जी ने ही बताया है कि सूक्ष्म वेद पांचवां वेद है जिसको परमेश्वर स्वयं पृथ्वी पर प्रकट होकर अपने मुख कमल से कवित्व से बोलकर सुनाते हैं। जिसको गीता अध्याय 4 श्लोक 32 तथा 34 के अनुसार तत्वज्ञान भी कहते हैं। वह संपूर्ण आध्यात्मिक ज्ञान है, इसी के विषय में ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 86 मंत्र 26-27, मण्डल 9 सूक्त 82 मंत्र 1-2, ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 20 मंत्र 1, ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 94 मंत्र 1, ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 95 मंत्र 2 और ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17-18 में वर्णन है।
Sat sahib
🙏🙏🙏🙏
Mei hindu hu mujhe boht heart hua jb mene apne samne bakre ko kat te dekha 😢 wo janwar kese tadapte rote hai bad feeling aai mujhe boht 😭😭😭😭😭😭😭😥😥
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
कबीर, तिलभर मछली खायके, कोटि गऊ दे दान। काशी करौंत ले मरे, तो भी नरक निदान।।
तिल के समान भी मछली खाने वाले चाहे करोड़ों गाय दान कर लें, चाहे काशी करौंत में सिर कटा ले वे नरक में अवश्य जाएंगे।
कभी सोचा है कि, अगर मांस खाने से परमात्मा प्राप्ति होती, तो सबसे पहले मांसाहारी जानवरों को होती, जो केवल मांस ही खाते हैं।
मांस खाकर आप परमात्मा के बनाएं विधान को तोड़कर परमात्मा के दोषी बन रहे हो। ऐसा करने वाले को नर्क में डाला जाता है।
गरीब, जीव हिंसा जो करते हैं, या आगे क्या पाप।
कंटक
संत रामपाल जी महाराज ही वही बाखबर हैं जिसके बारे में कुरान शरीफ में लिखा है।
कबीर साहेब अल्लाह ताला हैं
"अल्लाह हु अकबर" की संपूर्ण जानकारी के लिए अवश्य देखें अनमोल सत्संग और अपना जीवन कल्याण कराएं।
साधना टीवी चैनल शाम 7:30 बजे
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Cocrect❤️
पवित्र कुरान ज्ञानदाता से की भक्ति के आधार से हमारे पापों का नाश नहीं हो सकता क्योंकि कुरान ज्ञानदाता को अल्लाह हू अकबर की भक्ति की जानकारी ही नहीं है? वह किसी बाखबर से पूछने को कह रहे हैं?
Kabir is god
सतगुरु रामपाल जी महाराज शास्त्रों को खोल कर बताते हैं शास्त्रों में कहीं वरना नहीं है मांस खाने का आदेश नहीं दिया गया है परमात्मा परमेश्वर फलदार वृक्ष हरी सब्जियां इन सभी को खाने के लिए ना कि मांस खाने का दे दिया गया।
Kabir is god 🙏
अल्लाह का आदेश मांस खाने का नहीं है ,कुरआन मजीद में माँस खाने की आज्ञा है, परंतु सृष्टि की उत्पत्ति करने वाले कादर अल्लाह ने बाईबल ग्रंथ में उत्पत्ति विषय के अध्याय में मनुष्यों के खाने के लिए बीज
वाले छोटे-छोटे पेड़ (पौधे) तथा फलदार वृक्षों के फल बताए हैं। मांस खाने के लिए नहीं।
मनुस्मृति के श्लोक 30, अध्याय 5 में लिखा गया है- 'खाने योग्य जानवरों का मांस खाना पाप नहीं है क्योंकि ब्रह्मा ने खाने वाले और खाने योग्य दोनों को बनाया है. ' मनुस्मृति के श्लोक 3.267 से 3.272 तक में, मछली,हिरण, मृग, मुर्गी, बकरी, भेड़ और खरगोश के मांस को बलि के भोजन के रूप में मंजूरी देता है!
Tu khale fir.... jab pitega fir mat boluio
बन्दी छोड़ की जय
नवी मोहम्मद नमस्कार ये राम रसूल कहाया एक लाख अस्सी को सौगंध जिन पर नही कर्द चलाया।
सतगुरु संत रामपालजी महाराजजी ही वह बाख़बर हैं जिसके लिए पवित्र कुरानशरीफ भी हवाला दें रही है कहरही है कुरान सरीफ का ज्ञान बोलने वाला अल्लाह कहरहा है कि इस कुरान कि सभी दलीलों के बारे में मुझे भी नहीं पता उस बाख़बर से जा पूँछ देखो वह बाख़बर सतगुरु संत रामपालजी महाराजजी ही हैं आओ और अपना कल्याण कराओ ||>अधिक जानकारी के लिए देखें ज्ञान चर्चा सतगुरु संतरामपालजी महाराजजी व v/s
डॉ. ज़ाकिर नाईक जी के माध्यम से
परमात्मा नर आकार मनुष्य सदृस्य है।अधिक जानकारी के लिये साधना टीवी शाम 7:30 पर देखिये।
😌😌😌
Allah Mansa kana asdesh nahi diya ❤️
कुरआन शरीफ(मजीद) शूरः अल् बकरा 2 आयत 21 से 33 तक उस पूर्ण परमात्मा की महिमा के विषय में वणर्न है तथा आयत 34 से अंत तक कुरआन का ज्ञान देने वाले ने अपनी महिमा बताई है तथा अपने ज्ञान अनुसार पूजा विधि बताई है।
- बाख़बर संत रामपाल जी महाराज
Almighty God Kabir Saheb is the creator of the universe, for details you must read the book Gyan Ganga
⚡कबीर परमात्मा सर्व का पिता है। उसके प्राणियों को मारने वाले से वह कभी खुश नहीं होता।
कबीर-माँस अहारी मानई, प्रत्यक्ष राक्षस जानि।
ताकी संगति मति से आगे चलकर अपना गला कटवाना के दरबार में करनी का फल अवश्य भोगवा
Kabir is real god
तिल भर मछली खाई के कोटी गऊ ( गाय)दे दान। काशी करौत ले मरे तो भी तो भी नरक निदान।।
💜💜💜💗🪻🪻🧚♂️🧚♂️🍀🍀🍀
अगर मांस नही खाने का है, तो दांत हमारे चपटे और नुकीले पैने क्यों हैं।। जैसे बकरी के दांत सिर्फ घांस खा सकती चपटे,, शेर के नुकीले वो सिर्फ शिकार करके मांस खा सकता है,, मनुष्य के दांत दोनो जैसे हैं यानी वो साग सब्जी भी खा सकता,, और मांस भी।।
Pahele mujhe itna batao tum insaan ho ya janwaar Jo janwar ka tark de rhe vo nangge ghumte tum kiyu nhi ghumte ab muh ban Jaye ga kiyu Ki tum insaan ho saram Aaye gi yaha dimaake lag gya hoga ki are nangge kiyu ghume insaan he jab itni samjh he to tum janwar ka tark leke khud KO sabit kar rhe Ki mansh khana jarururi he ye tumhari jubaan ka test he bhai or kuch nhi he kuraan sarif me bas itna Likha he Ki agar muslmaan chahe to kha Sakta warna koyi jaruri nhi magr vo isliye kaha gya Tha ki jab Kabhi tum apni jindgi me fas jao or tum bahut hi gyani ho or bhuk se mar rhe ho to ush waqt Ki tumhe yahi sochna he Ki janwar hamari chetna se kam he agar hame anaaj khane ko nhi mil rha or main mar Sakta hun yani Ki Meri chetna yanie gyaan bhi mit Sakta he to bahut hi majbur halaat me use khana pad gya to kha le Magar muslmaan ye samjh betha he Ki agar allahe ne keh diya he to khao or tumne use Apne jubaan ke test ke liye aek nhi Duniya me na Jane kitne janwaro Ko roj Kha jate ho sirf or sirf jubaan Ki test ke liye Allah be Kabhi ye kaha hi nhi Tha Ki use sokh ke liye maro kato Khao are mere dost mere bhai tum insaan ho tumhe jitna gyaan he utna kisi janwar me nhi he vo bhi ishie Duniya me aaya he vo bhi jina hi chahta he aek bakri Kae Bacha tere paas kud rha khel rha Masti kar rha maje le rha bechara vo bhi Jine Ki ummid se kha pike ghum rha or tumne use apni jubaan ke test ke liye maar dala behrehmi se uskie vo chikhe uski vo tadap tujhe thodi si bhi na dikhti Teri jubaan Ki kimat se vo kam he Jo maar diya bhai tu insaan he aek ser he uski fitrat me allah ne yahi dekee bheja he Ki tu mansh hi kha ke jii Sakta he to vo Marta or khata he use samjh nhi he Ki vo Sahi kar rha ya Galt janwar he vo aek bakri ghaas kha rhi uski bhi yai fitrat me dal diya allah ne Ki tu bhi ghaas kha ke hi jinda rhe Sakti he vo bhi janwar he fir Insaan he Insaan ko to nukile daant to diye he par usse tej chalne wali or samjhne wali buddhi diya he sahi or galt chij ko ki kya khana chahiye kya nhi tumhe allah ne janwar hi nhi diye he Ki kha usne or bhi nyamte di he Duniya me Jo anaaj he fal he dudh he dhahi Har aek nyamte di he Ki ishe bhi kha sakte ho to kya jaruri he Ki kisi aek masum janwar ko maar ke bas aonit jubaan ke test ke liye kha jao ye kesi samjh he mere bhai
Ary भाई आपके दांत नुकीले h to ये mtlb थोड़ी h ki किसी जानवर को खाने के लिए दिए हैं। कैसी कैसी बात करते हो।। आप लोगो को बात नही समझ आएगी बस बहस करते हो सब।। ऐसा क्यों है।। ऐसा क्यों है
तुम्हारे अल्लाह ने बताओ कोन सी किताब मैं लिखा h की मास खाओ। ऐसा h to बताओ फिर मैं भी खाता हुं। बस बहस करते हो।
मेरे भाई आप सच जानते हो लेकिन आप स्वीकारना नहीं चाहते हो क्योंकि आपके ऊपर अभी अहंकार का वाश है
Ye kon se book ki bat h
पवित्र कुरान शरीफ में अल्लाह कबीर, सूरत फुरकानी 25, आयत 52-59
संदर्भ
क़ुरान शरीफ़ ,मुतर्ज़म बरहाशियः(सानुवाद सटिप्पण), शास्त्रीय अरबी पद्धति द्वारा नागरी लिपि में, अनुवादक- नंद कुमार अवस्थी (शेरवानी संस्करण)-में स्पष्ट उल्लिखित है कि अल्लाह का नाम कबीर है, जिसका अर्थ 'महान परमात्मा' है।
आयत 25:52
“फला-तूतिईल-काफिरिन-व-जाहिदुम-बिहि-जिहादन-कबीरन”
यहां स्पष्ट रूप से ‘कबीरन’ लिखा है। हम इसे 'कबीर', 'कबीरा' या 'कबीरन' या 'खबीरा' या 'खबीरन' कह सकते हैं। स्पष्ट है कि यहां कबीरलिखा गया है। कुरान शरीफ के ज्ञानदाता का कहना है कि तुम काफिरों का कहा ना मानना क्योंकि वे कबीर को अल्लाह नहीं मानते हैं। इस कुरान शरीफ की दलीलों की सहायता से उस कबीर के लिए संघर्ष(जिहाद) करना (हिंसा करने को नहीं कहा गया है) और मेरे द्वारा दिये गए निर्देश पर कायम रहना।
Sant Rampal ji Maharaj ka Gyan Prakash Pure Jagat Men Fail Raha hai.
Maharaj ji aapne btaya ki Quran me non. Veg khane ki anumati nhi hai... Pr aapne ye nhi btaya ki ye Quran me kahan likha hai? Kis Chapter me kis Verse me?? Aap jo kitaab padh rhe wo Quran nhi hai
Aur agar hai to kripya chapter aur verse no. Bta dijiye... Taki logon ka kalyaan ho
Ye tho dhongi h jail me tha
Chhotiya banata hai
😂😂😂😂
Real spiritual knowledge