अंग्रेज-शासकों ने “विद्या” को हटा कर “शिक्षा” को क्यूँ लागू किया ? | Dr Kumar Vishwas

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  • čas přidán 30. 04. 2024
  • 🇮🇳🙏एक ज़रूरी संवाद🙏🇮🇳
    विश्व भर को अपनी प्राचीनता के गौरव से आकर्षित करने वाली विद्या के देश भारत की जन्म-जन्मांतर की ग़ुलामी सुनिश्चित करने के लिए अंग्रेज-शासकों ने “विद्या” को हटा कर उस “शिक्षा” को लागू किया जिसमें ‘नेटिव’ यानि परतंत्र भारतीय का सर अगर उठे तो यूनियन जैक से सवाल पूछने के लिए नहीं बल्कि सिर्फ़ उसे सलाम करने के लिए ! आज तक की किसी भी सरकार में वो स्वाभिमानी रीढ़ की हड्डी नहीं पाई गई जो “वैस्ट(West)” के इस “वेस्ट(Waste)” को बाहर फेंक कर भारतीय विद्या के “बैस्ट(Best)” को पुनर्स्थापित कर सके ! भारत जिसकी सारी ज्ञान परंपरा ही प्रश्नोत्तर शैली से प्रारंभ हुई है, सवालों से बचना चाहता है, केवल और केवल “यस सर-यस मैडम” सिखा देने वाली इसी निरर्थक शिक्षा के कारण ! पुल-सड़क-इमारतें किसी देश के विकसित होने का प्रमाण नहीं हैं बल्कि नागरिकों के बेहिचक सवाल पूछने की आदत और उसके संतोषजनक जवाब पाने की संतुष्टि का नाम विकास है !
    तलाशिए ज़रा...कितने विकसित हुए हैं साढ़े सात दशकों में 🇮🇳😳🙏!
    #DrKumarVishwas
    #MotivationalSession
    #educational

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