Ayurvedic use Rose (Gulab)

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  • čas přidán 28. 04. 2014
  • पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी ने इस विडियो में गुलाब फूल के महत्व को बताया हैं !
    जिनको मानसिक तनाव व नींद से परेशान हैं तो इसके लिए देशी व खुश बू वाले गुलाब को अपने कमरे में लगाये इससे आपको अच्छी व भरपूर नींद मिलेगी तथा मानसिक थकावट भी दूर होगी स्वप्न भी नही आयेंगे !
    और गृह दोष हैं वो भी दूर होते हैं और कीटाणु को भी नाश करता हैं !
    यदि आपकी आँखों में किसी भी तरह की परेशानी हैं , जलन हैं आँख की रोशनी की परेशानी हैं या फिर संक्रमण है,तो इसके लिए गुलाब और देशी गुलाब जल का प्रयोग अत्यंत लाभकारी हैं !
    सौन्दर्यता में गुलाब बहुत ही लाभकारी हैं चन्दन व गुलाब जल को घिसकर यदि आप पुरे शरीर में लेप करते हैं, तो इससे शरीर व त्वचा का रूखापन दूर होगा, और यदि इसे माथे पर लगाते हैं तो इससे मानसिक शांति और चेहरे की कांति भी बढ़ेगी !
    जिनके सिर में दर्द रहता हैं वे चन्दन को गुलाब जल में घिसकर माथे पर लगाते हैं तो इससे अंदर की उर्जा जागेगी और सिर दर्द में लाभ होगा अगर माथे के बीच में चन्दन व गुलाब का तिलक लगाते हैं तो अशांत मन शांत होगा !
    जिनको कब्ज की बीमारी हैं वो गुलकंद का प्रयोग करे बहुत ही लाभकारी हैं, इसके लिए एक किलो ग्राम देशी गुलाब की ताज़ी पंखुडियो को निकालकर उसमे 2 किलो चीनी या मिश्री का पाउडर मिला दे और उसको थोड़ी देर तक रगड़े जिससे वह गिला होकर आपस में मिल जाये ! फिर उसे कांच या चीनी के बर्तन में रखकर धुप में रख दे 2-4 दिन में उस बर्तन को हिला दे उसमे सौंफ व दाल चीनी भी डाल सकते हैं, इसके बाद एक चम्मच रोज सेवन करे इससे कब्ज व एसीडिटी की परेशानी दूर होगी, और पेट संक्रमण दूर होगा और आँख की रोशनी बढ़ेगी, अल्सर के लिए भी गुलाब के गुलकंद का प्रयोग अत्यंत लाभकारी हैं जिनको एसीडिटी हैं वे रात को दूध के साथ गुलकंद का प्रयोग करे तो अम्लपित्त की समस्या दूर होगी !
    जिनको कब्ज की शिकायत रहती हैं वे यदि 50 ग्राम त्रिफुलाचुर्ण व 20 ग्राम गुलाब के फूल का पाउडर बनाकर सेवन करते हैं तो इससे पेट साफ होगा और अल्सर व एसीडिटी की शिकायत भी दूर होगी !
    गुलाब का फूल हृदय रोग में अत्यत लाभकारी हैं हृदय रोग में पीड़ित लोग यदि अर्जुन की छाल में गुलाब की पंखुडियो को उबालकर पिटे हैं तो उन्हें हृदय रोग में लाभ मिलेगा नाजुक शरीर के लोगो के लिये भी यह अत्यंत लाभकारी !
    जिनको मसुडो व दात की परेशानी हैं वे गुलाब के फूल को रोजाना चबाते हैं तो मसुडो में मजबूती और उनकी सुन्दरता भी बढ़ेगी ! यदि गुलाब की पत्तियों को सुखाकर उसे सुबह शाम पीते हैं तो धडकन की समस्या दूर होगी !
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