अत्यंत अद्भुत ज्ञान ज्ञेयकार ज्ञानाकार स्पष्टीकरण 🙏🙏 सभी सच्चे श्रोता को यह बार बार सुनकर अपनी ज्ञान ज्ञेय सम्बंधी भूल मिटा सकते हैं🙏 42min से 52min तक जरूर सुने
साधना जैन,,, द्रव्य क्षेत्र,,, कॉल,, भाव,, bhav इन सबसे आत्मा भिन्न है,,,, क्यों पहाड़ों में फिरता है तू,,,,, क्यों जंगलों में भटकता है तू,,,, वह तो तेरे ही अंदर मिलेगा,,, कोई कितने भी करले जतन,,,,🙏☺️🙏
साधना जैन,,, अवसर अब है आया अब गुरुवार कीमान लो,,, अब भेद ज्ञान करके आत्मा को जान लो,,, ragi kabhi,, desi कभी उलझा रहा यह man,,, मिली नहीं शांति कहीं कर रहाघमंड,,, मिली मुझे जग में गुरुवार शरण महान 🙏🙏🙏
ज्ञानी के पास दो दृष्टि स्व की ओर पर की । स्व दृष्टि होते ही पर दृष्टि झलकती है भिन्न अज्ञानी के पास एक ही दृष्टि पर की । पर दृष्टि ही उसके लिए स्व दृष्टि है । 40 to end
पूरे परिवार को सुनना चाहिए ।
Excellent lovely beautiful superb fantastic mind blowing.
Mumbai - 🙏🙏🙏JAI JINANDRA🙏🙏🙏
बहुत ही मार्मिक चर्चा..! 🙏
Bahut Sundar ATI Sundar 💯☑️🙏🙏🙏 vah adbhut vivechan hai Anand aaya hai 🙏🚩🚩🚩🚩🚩😇 adbhut Gyan ki Kala gajab ka samjhate hai 🙏
👌🙏🙏🙏
उदयपुर सादर जय जिनैंद्र पंडित जी साहब 🙏🙏🙏
🙏🏼🙏🏼
🙏🙏🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
मौन वंदना🙏🙏🙏
अत्यंत अद्भुत ज्ञान ज्ञेयकार ज्ञानाकार स्पष्टीकरण 🙏🙏
सभी सच्चे श्रोता को यह बार बार सुनकर अपनी ज्ञान ज्ञेय सम्बंधी भूल मिटा सकते हैं🙏
42min से 52min तक जरूर सुने
🎉
19 to 23
Mango,ka उदाहरण एकदम सटीक लगा। सच्चे गुरु को पहचानने के लिए
Jay jinendre Dolly kothari dahod 🙏🙏
Jai jinendra bhai 🙏🙏🙏
सभी साधर्मी मुमुक्षु जीवों को सादर जय जिनेन्द्र नरेंद्र कुमार जैन जयपुर 🙏🙏🙏
जय जिनेन्द्र देव की🙏🙏
प्रतीति बार बार तत्व विचार करने से मजबूत होती है🙏😊
बहुत ही अच्छा समझाया आपने
Devkumari nagpur jj
सविनय सादर जयजिनेन्द्र,सरजी... 🙏🏻🕉️🙏🏻
Thank you very very much Dr. VIVEK JI . Aap ke Gyaan ki bahut bahut anumodna . 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 .
जय जिनेंद्र
Jai jinendra
Apnae ko upoyg ko bachaker tatva nirnay me lagana he is liye apna aacharan sahi hone chahiye
साधना जैन,,, द्रव्य क्षेत्र,,, कॉल,, भाव,, bhav इन सबसे आत्मा भिन्न है,,,, क्यों पहाड़ों में फिरता है तू,,,,, क्यों जंगलों में भटकता है तू,,,, वह तो तेरे ही अंदर मिलेगा,,, कोई कितने भी करले जतन,,,,🙏☺️🙏
Kolhapur 🙏
Sardar ji Punjab
Adbhut
साधना जैन,,, अवसर अब है आया अब गुरुवार कीमान लो,,, अब भेद ज्ञान करके आत्मा को जान लो,,, ragi kabhi,, desi कभी उलझा रहा यह man,,, मिली नहीं शांति कहीं कर रहाघमंड,,, मिली मुझे जग में गुरुवार शरण महान 🙏🙏🙏
Jayjinendra
सादर जयजिनेन्द्र,सरजी... 🙏🏻🕉️🙏🏻🕉️
Jai jinendra dahod
सम्यक दर्शन को प्राप्त करने के लिए प्रतीति को मजबूत करना है🙏
सेमारी उदयपुर
Indra k. Ota😊
ज्ञानी के पास दो दृष्टि स्व की ओर पर की । स्व दृष्टि होते ही पर दृष्टि झलकती है भिन्न
अज्ञानी के पास एक ही दृष्टि पर की । पर दृष्टि ही उसके लिए स्व दृष्टि है ।
40 to end
🙏🏼🙏🏼
🙏🙏🙏
🙏🙏🙏