आदिगुरु शंकराचार्य इस स्थान पर आए ।इस शीला में मांकामाख्या के चरण पादुका है। मां यहां प्रकट हुई थी।

Sdílet
Vložit
  • čas přidán 6. 09. 2024

Komentáře • 5