रामायण में B.Ed में यह बात स्पष्ट लिखा गया है जिस दिन राम नाम बिकाऊ हो जाएगा उस दिन राम नाम का भंडाफोड़ हो जाएगा उसके बाद फिर सत्य युग आ जाएगा जय बुढा देव जय जोहार
भगवान बुद्ध ने कहा है अत्त दीपो भव यानी कि अपना प्रकाश स्वयं बनो अंधविश्वास पाखंड अवतार आत्मा परमात्मा सभी को नकारा है केवल वैज्ञानिक विचारधारा पर आधारित है बौद्ध धर्म तर्क की कसौटी पर सत्य हो उसे माना है यह बौद्ध धर्म कहता है किसी रामायण में लिखा है महाभारत में लिखा है यह नहीं मरना है पहले उसको जानो फिर मानो वाली विचारधारा है
अखिलेश जी के बिदाई के समय कुर्सी और ऑफिस गंगा जल से धुलाया गया था ,याद है कि नहीं ...कब तक हिन्दुत्व के योद्धा बने रहोगे कुछ पढ़ाई लिखाई का संदेश दो यूथ के लिए
@@user-dk3nd5fy4w आपने सही फरमाया , इस जाति व्यवस्था में hierarchy ही तो सब से बुरी जड़ चीज है ,इसके आधार पे ही इंसानी इंसान से भेद करता है। आधार जैसे लोक गायक इसी चीज को तो बढ़ावा देते हैं।जो की गलत है
Prabhu Shri Ram ne somras Pi liya tha. Ki bhul gaye ke sambhuk Rishi Ek vidwan vyakti hain aur mere Rajya Ke nivasi Hain . Brahmanon ne ek natak ke Madhyam se Prabhu Shri Ram Ko Som Ras Pila diya tha.
Sambhuk nam ka koi patra hi nahi thha yah ram ko badnam karne ke liye bad me joda gaya.rahi bat uske shudra hone ki to valmik aur rishi vedvyas bhi shudra hi the.aur tapasya ke bal par bramha rishi bane.yah bhi dharamshastra me varnit hai is par kya bologe
भगवान तथा गौतम बुद्ध जी ने किसी को गाली नहीं दी कभी किसी को मारे नहीं कभी किसी को हिंसा नहीं सिखाई वह सदैव ही अहिंसा के पथ पर चले लेकिन बाकी कि भगवान है जब देखो किसी न किसी का वध करते ही रहते है
स्वामी जी से कहना है कि धर्म बैर कराता है और बौद्ध धाम सोच पर निर्भर है विज्ञान के आधार पर चलता है अंधविश्वास पर नहीं विद्वान होने का मतलब यह नहीं उसको वेदर अस्पष्ट किए मान ले साक्ष देखें तभी माने सभी मानव मानव एक है जहां जाती वही झगड़ा जाति जानवर में होती है इंसान मैं नहीं सभी लोग इंसान बनो जानवर नहीं
महाराज जी को सादर अभिवादन नमन करता हूं जिन्होंने हमे बहुत अच्छा संदेश दिया। क्यों कि सभी धर्म अच्छे है। हम कैसा आ चरण करते हैं । यह हमारे ऊपर निर्भर करता है। मेरा सिर्फ यह कहना है की ब्राह्मण अपने आप को ऊंचा क्यों मानते हैं। और शूद्रों को नीचा क्यों मानते हैं। मुसलमानों की बुराई क्यों करते हैं। इस बारे में भी जानकारी देने की जरूरत है। ब्राह्मण लोग भीमराव अंबेडकर को नहीं मानते हैं।ब्राह्मण लोग भीमराव अम्बेडकर को सिर्फ अछूतों का मसीहा मानते हैं। ब्राह्मण लोगों को समझाने की आवश्यकता है। इन बातों पर कभी प्रकाश डालने की कृपा करें । जय हिंद, जय संविधान।
तथागत गौतम बुद्ध ईश्वर आत्मा परमात्मा को नहीं माना नहीं विश्वास किया तो वह 24 वां अवतार कैसे हो सकते हैं सब कोरी कल्पना है आदमी मूर्ख नहीं है शास्त्री जी यह बात सही है कि मानव धर्म है इंसान इंसान एक है चाहे वह किसी भी जाति को मानता हो इंसान खून सभी का एक है हमें किसी भी धर्म की बुराई नहीं करनी चाहिए जो सच्चाई है उसे जरूर कहना चाहिए
बुद्ध के विचार सत्य थे तो उनके अपने ही लोग क्यों नही मान रहे, क्यों हीनयान, महायान और वजरयान में बंट गए। सच ये है कि बुद्ध का कोई सत्य विचार ही नही था अगर होता तो ये बिल्कुल भी नही कहते कि किसी की बात मत मानों जो आपकी बुद्धि कहे वही बात मानो, यही तो कहते हो आप बुद्धिस्ट लोग ..... गजब का चुतियापा है कि एक बुद्धिमान व्यक्ति देशहित आदि मे कोई नियम कानून बनाएगा और किसी कम बुद्धि को वो नियम कानून सही नही लगा और समझ नही आया तो वो उसे न माने।
Haqeeqat to baat yah hai ki दादा गुरु परम पूज्य स्वामी आधार चेतन जी ने सब के प्रश्नों के जवाब शंका समाधान और आपस में लड़ाई की भावना सब समाप्त कर दी महाराज जी के वचन सुनकर मन में बहुत शांति हुई मेरे पास उनका धन्यवाद कहने के लिए कोई शब्द नहीं मैं भी बहुत सोच में पड़ा था वह मैं सोच रहा था की स्वामी जी आए और अपने विचार रख कर के सब कुछ शांत करें सबके मन का अंधकार दूर कर दिया
आपका ज्ञान अधूरा है । आपने अपने ब्रह्मण शास्त्र पढ़ें होंगे.... कभी बौद्ध इतिहास को भी पढ़िए..... बुद्ध धम्म वो वृक्ष है जो सभी को बिना भेदभाव के समान छाया देता है।।।
गुरू जी आपका हम सम्मान करता हूँ और मै प्रकृति को भी मानते है । परन्तु बुध्द भगवान तो बुध्दि की बात करते हैं । जो बुध्दि विवेक व तरको पर खरी उतर जाए। जो किसी तरह से न कटे , विग्यान पर हमें ज्यादा भरोसा अब आप बताये । इसमें कुछ गलत है ।
स्वामी जी ने यह तो कह दिया भगवान गौतम बुद्ध की कोई जात नहीं है लेकिन श्रीकृष्ण की जांच सूचित कर बताते हैं कि वह यदुवंश के थे तो गौतम बुद्ध की कोई जात क्यों नहीं इसको बताने की कृपा करें हम यादव हैं इसीलिए यदुवंश का प्रचार
हिंदू धर्म शुद्र की अज्ञानता पर टिका हुआ है जिस दिन ओबीसी एसी एसटी के लोगों को अपना पुराना इतिहास मालूम हो गया उसी दिन हिंदू धर्म अल्पसंख्यक बनकर रह जाएगा
स्वामी आधार चेतन जी मैं आपको नमन करता हूं लेकिन आप जो कह रही है कि बौद्ध धर्म और सनातन धर्म एक है अलग अलग नहीं है स्वामी आधार चेतन जी बहुत धर्म और सनातन धर्म में बहुत अंतर है क्योंकि बौद्ध धर्म में मानव मानव एक समान है और सनातन धर्म में मानव मानव में भेद है और जहां मानव मानव में भी उसी ग्रंथ का नाम वेद है जहां इंसान इंसान समान उस ग्रंथ का नाम भारतीय संविधान हैबौद्ध धर्म में कोई छोटा बड़ा नहीं है सभी समान है बहुत धर्म में पाखंड नहीं है झूठ नहीं है भगवान बुद्ध कहते थेकि किसी बात को तब मानो जब तर्कों पर सही उतर जाए और बुद्धि विवेक में जा करके जब सही कसौटी कहां जाए रामायण में कितनी झूठी कहानियां लिखी मां भारत में कितनी झूठी कहानियां लिखे इंसान इंसान में भेज दिया सबसे ऊंचा ब्राह्मण ब्रह्मा के मुख से पैदा हुआ छतरी ब्रह्मा की भुजा से पैदा हुआ वैसे ब्रह्मा की उधर से पैदा हुआ और शुद्ध ब्रह्मा के पैर से पैदा हुएजबकि सूत्रों में 6743 जातियां बनाई गई जैसे आहिर गडरिया गुर्जर कुमार लोहार भुर्जी धोबी धनु तेली समाज नई नेट कंजर इस तरीके की जातियां बनाई गई तू सनातन धर्म और बौद्ध धर्म कैसे एक हैसनातन धर्म में शूद्रों को पढ़ने का अधिकार नहीं था शूद्रों को बोलने का अधिकार नहीं था सूत्रों को अच्छे कपड़े पहनने का अधिकार नहीं था गुरु जी आप से बढ़कर कोई विद्वान नहीं है लेकिन फिर भी आप मनुस्मृति उठा कर देख लीजिए क्या उसमें लिखा है शूद्रों के लिएललई सिंह यादव जी ने जो सच्ची रामायण लिखी है उसे भी आप पढ़ लीजिए गुरु जी यह रिकॉर्डिंग हो तो मंथन कर लेना मैं आपको कोईआदेश नहीं दे रहा हूं गुरु जी मेरी विनम्र निवेदन है आपसे कि आप ही सबसे बड़ी विद्वान है यूपी के अंदर और यूपी क्या आप तो पूरे भारत में व्याख्याता है स्वामी जी यदि बाबा साहब भारतीय संविधान ना बनाती तो शुद्ध कभी पढ़ना पाते ना ही शुद्ध कभी कथावाचक बन पाती क्योंकि सनातन धर्म के अंदर तो शूद्रों की पशुओं से ज्यादा बेहतर जिंदगी थी महिलाओं की बहुत बुरी दुर्दशा हो रही थी महिलाओं को कपड़े नहीं पहने दिए जाते थे महिलाओं को पैर की जूती माना जाता था यह बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की दया है जो आज शुद्ध बराबरी पर आ गए कहते भी हैमहिलाओं को जीना इतना आसान होता अगर धरती पर पैदा कोई भी ना होता मनुवाद की गुलामी उसे घूंघट में रोती पर सर उठा कर जीना आसान ना होताबाबा साहब ने हाथ और पैरों की वीडियो को काटा है नहीं तो कलम चलाना आसान न होता और कोई महिला डीएम सीएम पीएम बन पाती अगर बाबा साहब का संविधान ना होता बाबा साहब का संविधान ना होतागुरु जी आप से बढ़कर कोई विद्वान नहीं है जरा मेरी बातों पर भी विचार कीजिए नमो बुद्धाय जय भीम
गुरुजी के चरणों मे सादर नमन व जय भीम नमो बुद्धाय। आपके ज्ञान को बार बार नमन । आपने बहुत कुछ बहुत ही सही तरीके से समझाया दुख इस बात का अपने भी स्पष्ट नही किया कि सनातन धर्म मे जो अज्ञानता का ढिंढोरा पीटते है तो कैसे खत्म करेंगे। जो बात बिज्ञान पर खरी न उतरे तो ओ कैसे माने
Yadav vivek singh aapki bat smjh me aai svami ji koti koti namn jay snatn jay boodh vot ke rajnit krne valo ko krara jbab very good spech hindu rastr hona chahiye
मुझे स्वामी आधार चेतन गुरुदेव जी का इंतजार था अब मेरे गुरु जी बोले हैं मैं गुरु जी को सादर प्रणाम करता हूं क्योंकि जहां बड़े विद्वान हो और अगर ना बोले तो फिर छोटों को नहीं बोलना चाहिए सभी हमारी सनातन धर्म कथा वास्को से निवेदन है कि आप लोग शांति बनाए रखें वह जैसा करेंगे वैसा उन्हें आगे भुगतना पड़ेगा गुरु जी के चरणो में सादर राधे कृष्णा
महाराज को मेरा कोटी कोटी प्रणाम आपका आजका प्रवचन बहुत बहुत अज्ञ लोगो. की आखे खोल देगाआप जैसे गुरुजी की जरुरत है एस धम्मो सनंतनो सनातन ही धम्म है जय जय पांडुरंग हरी जय जय पांडुरंग हरी माझा पांडुरंग बुद्ध विटेवरी बुद्ध विटेवर श्री संत चोखामेळा महाराज की जय हो जय भीम नमो बुध्दाय जय श्रीराम
⚠️⚠️॥परम पूज्य गुरुदेव धर्म गुरु स्वामी आधार चेतन्य जी आपको बबलू चैतन्य सत्सत नमन करता है और आपको पितामा भीष्म की उपादी देते हुए धरम गुरु मानता हूं॥ क्योंकि आपने धर्म को बाटने बालो को जागृत किया ॥📀🏳️🌈🏳️🌈🇨🇮🇨🇮⚠️⚠️
जिस वंश का आधार शिकार करना हो जीव हत्या करना हो असली राक्षस है जिसने महिला की इज्जत बचाने के लिए अपने परिवार को कब आना स्वीकार किया हो वही असली पूजनीय रावण हैं। जय भीम नमो बुध्दाय
स्वामी जी जो भी बोल रहें है उन्होंने वही पढ़ा है मेरे कहने का मतलब है अच्छाइयां ही पढ़ी है । 👍स्वामी जी जितने भी वेद उपनिषद रामायण महाभारत पुराण इत्यादि है .....सभी में ये बात साफ साफ लिखी हुई ..लेकिन ये सब कहानी मात्र ही है । 👍इनसे ज्ञान कम अत्याचार सीखने को ज्यादा मिलता है महाभारत है इसको आप अपने परिवार के साथ बेठकर देख नही सकते है ..। 👍और मनुस्मृति ये भी लिखा हुआ है कि अगर ज्ञान का एक अक्षर सुन ये देख लें तो उसकी जीभ काट दो और आँख फोड़ दो । 👍वेद हमारी बहन बेटियों को नर्क का द्वार बताते तो इन किताबो से क्या ज्ञान प्राप्त होगा ? 👍जीवन में मनुष्य का एक ही उद्देश्य है कि दूसरों का कल्याण करें । 👍जीव जन्तुओं को मार कर खाने वाले क्या जाने दया किस चिड़िया का नाम है ..... .... रामायण महाभारत में कोई ज्ञान नही है ।
स्वामी जी आपकी बात हमारे दिल मैं घर कर गयी 🙏🙏🙏🙏 सत सत प्रणाम है आपको स्वामी जी बहुत सुन्दर सन्देश दिया कुछ लोग आपस की कलेश देते हैँ कर कर के चुगली घर मेंट देते हैँ नहीं समझ पाते हैँ कुछ कुछ अज्ञानी मगर आप जैसे विद्वान ही अच्छे ज्ञान का सन्देश देते हैँ 🙏🙏🙏🙏
मेरी औकात नहीं है कि मैं उनकी भागवत करा सकू। लेकिन मैं स्वामी जी का बहुत बड़ा फैन हूं। मैं स्वामी जी को दिल से लायक करता हूं। क्रपया मेरे शब्दों पर विचार किया जाय।
आपके विचार उच्च कोटि के हैं। आपने अपने हिसाब से विचारों को व्यक्त किया है लेकिन हम उन अंधविश्वास पाखंड की बात कर रहे हैं जो वेदों व शास्त्रों में भरपूर मात्रा में है। आप इनको अपनी बुद्धि विवेक से तौल कर देखिए आप को ये सब गंदगी साफ नजर आएगी। खीर में गंदगी मिल जाने पर खीर स्वादहीन हो जाती है चाहे उसमे कितने ही मेवा क्यों ना पड़े हों। इसका मतलब ये थोड़े ही है कि हम मेवा देखकर गंदगी खा लें,जैसा कि आपने कहा है।
आधार जी के विचार सुनकर बहुत प्रसन्नता हुई । लेकिन श्याम जी आपसे कहना चाहता हूं कि आप भी कुछ भेदभाव रखते क्योंकि आज तक आपने किसी भी बुद्ध सम्राट का इंटरव्यू नहीं लिया ऐसा क्यों करते हो
अब बुद्धिजीवी जो है वह समझ गए होंगे सब कुछ लेकर जिन्हें बुद्धि ही नहीं वह आपकी बात नहीं समझेंगे श्री महाराज चेतन जी आपने बहुत अच्छा समझाया और समझाते रहेंगे हमारी तरफ से जय श्री राधे जय श्री राधे
रावण संहिता वाह क्या गजब की सोच है यह और बता देते कि रावण ने वह ग्रन्थ बामनो कोकिस प्रकार पहुचाया था तथा रावण ईसा के बाद की संस्कृत भाषा को कयसे जा सका था और लंका मे तो आज भी कोई संस्कृत नहि जानता
स्वामी आधार चैतन्य की बात बिल्कुल सही है हमारे भारतवर्ष में एक ही धर्म है जिसे कहते हैं वैदिक सनातन धर्म वैदिक सनातन धर्म को दूसरे शब्दों में हिंदू धर्म भी कहते हैं लेकिन कहने का मतलब एक ही है दो नहीं बाकी मुस्लिम ईसाई सिख पारसी जैन बौद्ध यह धर्म नहीं है यह संप्रदा मजहब पंत हैं दूसरी बात स्वामी आधार चैतन्य जी जो 24 वा अवतार बुध का बता रहे हैं वह गौतम बुध नहीं है वह परमधाम के स्वरूप जो राधा जी के अंदर ब्रज में आए थे आनंद अंग बुद्ध अवतार हैं और दूसरा अवतार बुध निष्कलंक का है जिन्होंने ब्रज में 11 वर्ष 52 दिन श्रीकृष्ण केतन मिलेला करें वही कल उद्योग में बुध निष्कलंक बनकर आए हैं यह दो अवतार परमधाम के हैं इसलिए कलयुग सबसे श्रेष्ठ है बौद्ध सनातन से ही निकला है लेकिन उसके निकलने का कारण है असुर राक्षसों के लिए विष्णु भगवान के अवतार गौतम बुद्ध थे असुर बौद्ध धर्म पर चले बौद्ध धर्म में सारे नास्तिक विचार हैं इसलिए बौद्ध भिक्षु राम को गुंडा और माता दुर्गा को दूषित शब्द बोलते हैं असुर बहुत ऊपर चले और उनका विनाश हुआ डॉक्टर अंबेडकर साहब ने सारी बात ठीक करें लेकिन बौद्ध धर्म जो अपनाया है वह केवल जनता के विनाश के लिए अपनाया है जिस पर कुछ दलित लोग चल रहे हैं लेकिन जिनके शरीर में शुद्ध खून है मैं नास्तिक धर्म को नहीं अपनाएंगे उनके लिए सनातन ही सर्वोपरि है
आधार चेतन को मैं नमन करता हूं पर सवाल है या तर्कों से भी जीवन चला है तर्क से पेट नहीं भरता भारत की आबादी पचासी परसेंट भूखी मरती है आज कहां हैं आपके राम
लग रहा है आप उस समय वहाँ मौजूद थे। जिस प्रकार से आप अटल होकर बता रहे हो। आप महान है राम और रावण के मन की भी बात आप जानते हो। गुरू जी क्या गीता पुराण और सभी बेद भगवान ने अपने हाथो से लिखकर आप को दे गए थे।
आज धर्म कोई धर्मांधता परे नहीं भारत देश में धर्म के नाम पर सांप्रदायिकता भडकाने अलावा धर्म के ठेकेदारों ने कुछ नही किया !धर्मांधों ने ही हिंसा देशभर फैलाई है ! जय हिंद !
Satyaveer beta tumhare man mai jisne ye jahar bhara hai vo itna khatarnak hindu virodi hai ki tumhare kisi bhi sawaal ka jawab koi kitna he accha kyu na koi dede tumhe usme kuch na kuch dhudh he loge kyuki tum ho gaye ho nastik yani pagal or pagalo ko kisi bhe prashna ka jawab dege to vo samjh nai payga mere salah tum jyada dimag mat lagao hamare dharma mai or tumhe jo karna apne tak karo jyada bak bak nahi or sawal ka jabab chahiye to tumhara number do abhi batata hu
सनातन धर्म वैदिक धर्म नहीं, बुद्ध का अवतार नहीं बल्कि जन्म हुआ है, बुद्ध कोई अवतारी नहीं थे, बल्कि हिन्दू धर्म में अवतार होते हैं, और कैसे अवतार लिए कुछ कहा नहीं जा सकता है, जय भारत जय भारतीय संविधान जय विज्ञान सत्यमेव जयते
गुरू जी स्वामी आधार चैतन्य धन्य हो बहुत ही सटीक प्रकाश डाला भगवान श्रीराम माँ सीता भगवान श्रीकृष्ण माँ दुर्गा पर गलत टिप्पणी देने वालों को बिल्कुल ज्ञान नही है। इन्हें जरुर पूछा जाना चाहिए ।
इन गुरु जी को बुद्ध के बारे में कुछ भी नालेज नहीं अंत संत बकते रहते हैं कभी लोग यही कहते रहते हैं कि फलाने 24 अवतार हैं धमाके 24 अवतार हैं बुद्ध का कोई अवतार ही नहीं था बुध एक मनुष्य थे
जिस व्यक्ति के चरित्र पर दाग हो वह भगवान कैसे हो सकता है अगर राम और कृष्ण के चरित्र सही होते तो इतिहास में उनका नाम छपा हुआ होता उनका भी विदेशों में गुणगान होता तथागत बुद्ध एवं बाबा साहब के नाम से ही इस इंडिया को जाना जाता है न कि किसी देवी देवता के नाम से भारत की पहचान है तो केवल भगवान बुद्ध एवं बाबा साहब से विदेशों में इन दोनों का ही सम्मान होता है न कि राम और कृष्ण का स्वामी जी
सूर्यवंशी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और चंद्रवंशी योगेश्वर श्री कृष्ण का इतिहास पूरे विश्व में जाना जाता है इन दोनों महापुरुषों पर मनगढ़ंत झूठी कथाएं बनाकर चरित्र पर कीचड़ उछालने वाले सांप्रदायिक में जकड़े हुए मूर्ख और अज्ञानी हैं।
Swami ji aap ki baat mujhe hajam nhi hui aap ne apni katha me kbhi ravan ka jaykara nhi lg baya h namo budhay 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
कोई भी अस्त्र शस्त्र रखने वाला सिर्फ हि॑सक हो सकता है जो अपनी सुरक्षा के लिए या फिर दूसरों की हत्या के लिए अस्त्र सस्त्र रखता हो वो न तो महत्मा हो सकता नहीं भगवान , न ही कोई देवी। न देवता न ईस्वर ।
देश मे धर्म और जाति समाप्त होनी चाहिए । मै इन दोनो का घोर विरोधी हू।--
रामायण में B.Ed में यह बात स्पष्ट लिखा गया है जिस दिन राम नाम बिकाऊ हो जाएगा उस दिन राम नाम का भंडाफोड़ हो जाएगा उसके बाद फिर सत्य युग आ जाएगा जय बुढा देव जय जोहार
तथागत गौतम बुद्ध भगवान विष्णु के 24 में अवतार हैं तो फिर किसी मंदिर में तथागत गौतम बुद्ध की प्रतिमा क्यों नहीं है स्वामी जी से यह पूछना और था
भगवान बुद्ध ने कहा है अत्त दीपो भव यानी कि अपना प्रकाश स्वयं बनो
अंधविश्वास पाखंड अवतार आत्मा परमात्मा सभी को नकारा है केवल वैज्ञानिक विचारधारा पर आधारित है बौद्ध धर्म तर्क की कसौटी पर सत्य हो उसे माना है यह बौद्ध धर्म कहता है किसी रामायण में लिखा है महाभारत में लिखा है यह नहीं मरना है पहले उसको जानो फिर मानो वाली विचारधारा है
Yes karect
अखिलेश जी के बिदाई के समय कुर्सी और ऑफिस गंगा जल से धुलाया गया था ,याद है कि नहीं ...कब तक हिन्दुत्व के योद्धा बने रहोगे
कुछ पढ़ाई लिखाई का संदेश दो यूथ के लिए
सोच बदल लें चरसी
ये कार्य अखिलेश ji भी कराये थे.. मायावती के जाने के बाद
@@RSS-tm4ei अच्छा जी , क्या सोच होनी चाहिए? पढ़ाई लिखाई और वैज्ञानिक चेतना की बात करना गलत बात है क्या?
@@user-dk3nd5fy4w आपने सही फरमाया , इस जाति व्यवस्था में hierarchy ही तो सब से बुरी जड़ चीज है ,इसके आधार पे ही इंसानी इंसान से भेद करता है।
आधार जैसे लोक गायक इसी चीज को तो बढ़ावा देते हैं।जो की गलत है
Akhilesh jinnah ke bhakt the is karan kursi dhulvayi gayi na ki chhuvachhut ke karan.lekin tum jaise murkh kuchh nahi samajh sakte.
स्वामी आधार चैतन्य जी आपने बहुत ही अच्छी तरह समझाया है क्या बात है ❤️ अब तक कि सबसे सुपरहिट वीडियो है आधार Tv के माध्यम से धन्यवाद ❤️❤️❤️
Bishesiurdayallkutakpur
स्वामी जी शंभूक ऋषि का बध किस कारण किया हमारा मार्ग दर्शन करे
Rajnebudhkaget
Prabhu Shri Ram ne somras Pi liya tha.
Ki bhul gaye ke sambhuk Rishi Ek vidwan vyakti hain aur mere Rajya Ke nivasi Hain . Brahmanon ne ek natak ke Madhyam se Prabhu Shri Ram Ko Som Ras Pila diya tha.
Bahut Sundar Shyam bhai Swami Ji ke Pravachan ko Court court Naman karta hun
Kahan se late ho aesi bate
Kabhi gahrai se hindu darshan ka adhyan karo
Kahi v suni sunai bato me yakin mat karo
Sambhuk nam ka koi patra hi nahi thha yah ram ko badnam karne ke liye bad me joda gaya.rahi bat uske shudra hone ki to valmik aur rishi vedvyas bhi shudra hi the.aur tapasya ke bal par bramha rishi bane.yah bhi dharamshastra me varnit hai is par kya bologe
भगवान तथा गौतम बुद्ध जी ने किसी को गाली नहीं दी कभी किसी को मारे नहीं कभी किसी को हिंसा नहीं सिखाई वह सदैव ही अहिंसा के पथ पर चले
लेकिन बाकी कि भगवान है जब देखो किसी न किसी का वध करते ही रहते है
Ek dam sahi bat bro
अहिंसा परमो धरमा तो जैन धर्म का है ।
बौद्धों का नही
भगवान बुद्ध ने कहा है अकारण किसी की हिंसा मत करो कारण हो तो हिंसा कर सकते हो ।
बुध दूसरे के दुख को देख कर दुखी होने वाले थे आप जैसे डेढ़ नहीं
Ye vedo se churaya hai budh ne........
@@gauravsharma4188 kon sa nsa krke aaya h.
@@anujparth7697 jhantu ved pade hain tune......
@@anujparth7697 budhu dhamm sanatan ka ek part hai bas.......
आधार जी जब भगवान बुद्ध 24 वें अवतार है तो उनकी मूर्ति मंदिर क्यों नहीं लगती है बताई जी Namo buddhay
भगवान बुद्ध भी श्री हरि विष्णु के अवतार हैं शाक्य जी
Buddha ka Brahman religion se koi relation nahi hai Buddha ke thought hamesha satya hai Brahman dharam pakhandio ka dharm hai
Right ❤️❤️ namo bhodhay
@@AVSingh-wd9fs raghit kaha bhai ne satya kaha
Mueri to sabaki hai varma g murti kaha hai bol rha hai ki nhi
स्वामी जी से कहना है कि धर्म बैर कराता है और बौद्ध धाम सोच पर निर्भर है विज्ञान के आधार पर चलता है अंधविश्वास पर नहीं विद्वान होने का मतलब यह नहीं उसको वेदर अस्पष्ट किए मान ले साक्ष देखें तभी माने सभी मानव मानव एक है जहां जाती वही झगड़ा जाति जानवर में होती है इंसान मैं नहीं सभी लोग इंसान बनो जानवर नहीं
स्वामी जी महात्मा बुद्ध की जीवन गाथा गाओ जी! I request
Bilkul sahi
Right Namo buddhay
@@suryanshacademy679 to be rrrrr beable be a er4r r madhava r reader TM of r reader TM of r madhava r madhava r madhava r reader TM 4
Right
महाराज जी को सादर अभिवादन नमन करता हूं जिन्होंने हमे बहुत अच्छा संदेश दिया। क्यों कि सभी धर्म अच्छे है। हम कैसा आ चरण करते हैं । यह हमारे ऊपर निर्भर करता है। मेरा सिर्फ यह कहना है की ब्राह्मण अपने आप को ऊंचा क्यों मानते हैं। और शूद्रों को नीचा क्यों मानते हैं। मुसलमानों की बुराई क्यों करते हैं। इस बारे में भी जानकारी देने की जरूरत है। ब्राह्मण लोग भीमराव अंबेडकर को नहीं मानते हैं।ब्राह्मण लोग भीमराव अम्बेडकर को सिर्फ अछूतों का मसीहा मानते हैं। ब्राह्मण लोगों को समझाने की आवश्यकता है। इन बातों पर कभी प्रकाश डालने की कृपा करें । जय हिंद, जय संविधान।
अगर तुम यह कह रहे हैं कुछ सनातन धर्म और बौद्ध धर्म सब एक हैं तो फिर यह छुआछूत जाति प्रथा क्यों क्यों ऊंच-नीच
तथागत गौतम बुद्ध ईश्वर आत्मा परमात्मा को नहीं माना नहीं विश्वास किया तो वह 24 वां अवतार कैसे हो सकते हैं सब कोरी कल्पना है आदमी मूर्ख नहीं है शास्त्री जी यह बात सही है कि मानव धर्म है इंसान इंसान एक है चाहे वह किसी भी जाति को मानता हो इंसान खून सभी का एक है हमें किसी भी धर्म की बुराई नहीं करनी चाहिए जो सच्चाई है उसे जरूर कहना चाहिए
ऐसा मत कहो कभी भी ऐसी घटना आपके साथ भी सकती है स्वामी जी को जितना मैं जानता हूँ उतना कोई नहीं जानता है स्वामी जी के अलावा अच्छे बिचार के व्यक्ति है
यह बिल्कुल सही बात है इंसान को इंसान ही जानता है
Goutam ko gyan kesne diya tapasya kyo ke
Swami ji ram ne sambhUK rishi ka badh kyon kiya
Jabse baba saheb ne sambhidhan banya hai tabse koi bhagwan paida nahi hoa
गौतमबुद्ध मे कौन से दोष थे, आज भी उनके प्रत्येक विचार सत्य पर आधारित है। लेकिन सनातन धर्म में मानव मानव में भेद क्यो?
Mool hindu darshan me kahi nahi he aesa
Ye dharam ko nahi jante he
Bo aesa samajhate he aur karate he
जय भीम
बुद्ध के विचार सत्य थे तो उनके अपने ही लोग क्यों नही मान रहे, क्यों हीनयान, महायान और वजरयान में बंट गए। सच ये है कि बुद्ध का कोई सत्य विचार ही नही था अगर होता तो ये बिल्कुल भी नही कहते कि किसी की बात मत मानों जो आपकी बुद्धि कहे वही बात मानो, यही तो कहते हो आप बुद्धिस्ट लोग ..... गजब का चुतियापा है कि एक बुद्धिमान व्यक्ति देशहित आदि मे कोई नियम कानून बनाएगा और किसी कम बुद्धि को वो नियम कानून सही नही लगा और समझ नही आया तो वो उसे न माने।
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Haqeeqat to baat yah hai ki दादा गुरु परम पूज्य स्वामी आधार चेतन जी ने सब के प्रश्नों के जवाब शंका समाधान और आपस में लड़ाई की भावना सब समाप्त कर दी महाराज जी के वचन सुनकर मन में बहुत शांति हुई मेरे पास उनका धन्यवाद कहने के लिए कोई शब्द नहीं मैं भी बहुत सोच में पड़ा था वह मैं सोच रहा था की स्वामी जी आए और अपने विचार रख कर के सब कुछ शांत करें सबके मन का अंधकार दूर कर दिया
जय सम्राट नमो बुद्धाय 🙏
आधार जी शुद्र संत श्री शम्बूक ऋषि की हत्या करने वाले को पवित्र कैसे मान सकते हैं महाराज गौतमबुद्ध पवित्र है उनके ऊपर कोई दोस नहीं लगा सकते हैं
बौद्ध धर्म , सनातन धर्म अलग अलग है
जय भीम नमो बुधाय
आपका ज्ञान अधूरा है । आपने अपने ब्रह्मण शास्त्र पढ़ें होंगे.... कभी बौद्ध इतिहास को भी पढ़िए..... बुद्ध धम्म वो वृक्ष है जो सभी को बिना भेदभाव के समान छाया देता है।।।
राइट
@@archana_singh_8867 ❤️❤️❤️
right brother
स्वामी जी सादर नमन आपने अपनी मृदु भाषा में समझाया और एक महान विद्वान होने का परिचय दिया। जय भीम जय भारत जय संविधान नमो बुद्धाय
Jay bhim jyoti ji sahi bola
JYOTI VARMA JE AAP NEY TEK KHA H SHAME AADAR CHATEN HMARY PAAS KEY KE H BHUT ACHA MASSGE DEYA H TEK NAMO BUDAY
Namo budhhay jai bheem
Very nice
जय भीम नमो बुद्धाय!
मानवता का सुसंदेश देने और धर्म का वास्तविक स्पष्टीकरण करने के लिए बहुत2 धन्यवाद आदरणीय स्वामी आधार चैतन्य जी
गुरू जी आपका हम सम्मान करता हूँ
और मै प्रकृति को भी मानते है ।
परन्तु बुध्द भगवान तो बुध्दि की बात करते हैं ।
जो बुध्दि विवेक व तरको पर खरी उतर जाए।
जो किसी तरह से न कटे , विग्यान पर हमें ज्यादा भरोसा अब आप बताये ।
इसमें कुछ गलत है ।
स्वामी जी ने यह तो कह दिया भगवान गौतम बुद्ध की कोई जात नहीं है लेकिन श्रीकृष्ण की जांच सूचित कर बताते हैं कि वह यदुवंश के थे तो गौतम बुद्ध की कोई जात क्यों नहीं इसको बताने की कृपा करें हम यादव हैं इसीलिए यदुवंश का प्रचार
सनातन धर्म वैदिक धर्म नहीं बल्कि प्राकृतिक धर्म है,
दुनिया में एक ही धर्म है मानव मानव एक समान
जो धर्म मानवों में ऊंच नीच की भावना पैदा करता हो वह धर्म नहीं पाखंड है ।जयभीम ।
ऊंचा नीच तो भीम दे गए तुम्हे। किसी को जनरल, obc sc st बना गए।
हिंदू धर्म शुद्र की अज्ञानता पर टिका हुआ है जिस दिन ओबीसी एसी एसटी के लोगों को अपना पुराना इतिहास मालूम हो गया उसी दिन हिंदू धर्म अल्पसंख्यक बनकर रह जाएगा
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स्वामी आधार चेतन जी मैं आपको नमन करता हूं लेकिन आप जो कह रही है कि बौद्ध धर्म और सनातन धर्म एक है अलग अलग नहीं है स्वामी आधार चेतन जी बहुत धर्म और सनातन धर्म में बहुत अंतर है क्योंकि बौद्ध धर्म में मानव मानव एक समान है और सनातन धर्म में मानव मानव में भेद है और जहां मानव मानव में भी उसी ग्रंथ का नाम वेद है जहां इंसान इंसान समान उस ग्रंथ का नाम भारतीय संविधान हैबौद्ध धर्म में कोई छोटा बड़ा नहीं है सभी समान है बहुत धर्म में पाखंड नहीं है झूठ नहीं है भगवान बुद्ध कहते थेकि किसी बात को तब मानो जब तर्कों पर सही उतर जाए और बुद्धि विवेक में जा करके जब सही कसौटी कहां जाए रामायण में कितनी झूठी कहानियां लिखी मां भारत में कितनी झूठी कहानियां लिखे इंसान इंसान में भेज दिया सबसे ऊंचा ब्राह्मण ब्रह्मा के मुख से पैदा हुआ छतरी ब्रह्मा की भुजा से पैदा हुआ वैसे ब्रह्मा की उधर से पैदा हुआ और शुद्ध ब्रह्मा के पैर से पैदा हुएजबकि सूत्रों में 6743 जातियां बनाई गई जैसे आहिर गडरिया गुर्जर कुमार लोहार भुर्जी धोबी धनु तेली समाज नई नेट कंजर इस तरीके की जातियां बनाई गई तू सनातन धर्म और बौद्ध धर्म कैसे एक हैसनातन धर्म में शूद्रों को पढ़ने का अधिकार नहीं था शूद्रों को बोलने का अधिकार नहीं था सूत्रों को अच्छे कपड़े पहनने का अधिकार नहीं था गुरु जी आप से बढ़कर कोई विद्वान नहीं है लेकिन फिर भी आप मनुस्मृति उठा कर देख लीजिए क्या उसमें लिखा है शूद्रों के लिएललई सिंह यादव जी ने जो सच्ची रामायण लिखी है उसे भी आप पढ़ लीजिए गुरु जी यह रिकॉर्डिंग हो तो मंथन कर लेना मैं आपको कोईआदेश नहीं दे रहा हूं गुरु जी मेरी विनम्र निवेदन है आपसे कि आप ही सबसे बड़ी विद्वान है यूपी के अंदर और यूपी क्या आप तो पूरे भारत में व्याख्याता है स्वामी जी यदि बाबा साहब भारतीय संविधान ना बनाती तो शुद्ध कभी पढ़ना पाते ना ही शुद्ध कभी कथावाचक बन पाती क्योंकि सनातन धर्म के अंदर तो शूद्रों की पशुओं से ज्यादा बेहतर जिंदगी थी महिलाओं की बहुत बुरी दुर्दशा हो रही थी महिलाओं को कपड़े नहीं पहने दिए जाते थे महिलाओं को पैर की जूती माना जाता था यह बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की दया है जो आज शुद्ध बराबरी पर आ गए कहते भी हैमहिलाओं को जीना इतना आसान होता अगर धरती पर पैदा कोई भी ना होता मनुवाद की गुलामी उसे घूंघट में रोती पर सर उठा कर जीना आसान ना होताबाबा साहब ने हाथ और पैरों की वीडियो को काटा है नहीं तो कलम चलाना आसान न होता और कोई महिला डीएम सीएम पीएम बन पाती अगर बाबा साहब का संविधान ना होता बाबा साहब का संविधान ना होतागुरु जी आप से बढ़कर कोई विद्वान नहीं है जरा मेरी बातों पर भी विचार कीजिए नमो बुद्धाय जय भीम
गुरुजी के चरणों मे सादर नमन व जय भीम नमो बुद्धाय।
आपके ज्ञान को बार बार नमन ।
आपने बहुत कुछ बहुत ही सही तरीके से समझाया दुख इस बात का अपने भी स्पष्ट नही किया कि सनातन धर्म मे जो अज्ञानता का ढिंढोरा पीटते है तो कैसे खत्म करेंगे।
जो बात बिज्ञान पर खरी न उतरे तो ओ कैसे माने
विज्ञान भी अध्यात्मिक से निकली है।
Uh
आप जैसा कोई नहीं समझा सकता है गुरू देव
जी
धन्य हैं आप और आपका ज्ञान
आप जैसे महान बिचारको से ही समाज में समाज चल रहा है
धन्यवाद श्याम भाई 🙏🙏🙏
स्वामी गुरुदेव के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन
बहुत सुन्दर गुरु जी🙏💕🙏💕🙏💕🙏💕🙏💕🙏💕 में आपके चरणों में बार बार प्रणाम
बिल्कुल सत्य कहा आपने गुरुदेव
Yadav vivek singh aapki bat smjh me aai svami ji koti koti namn jay snatn jay boodh vot ke rajnit krne valo ko krara jbab very good spech hindu rastr hona chahiye
मुझे स्वामी आधार चेतन गुरुदेव जी का इंतजार था अब मेरे गुरु जी बोले हैं मैं गुरु जी को सादर प्रणाम करता हूं क्योंकि जहां बड़े विद्वान हो और अगर ना बोले तो फिर छोटों को नहीं बोलना चाहिए सभी हमारी सनातन धर्म कथा वास्को से निवेदन है कि आप लोग शांति बनाए रखें वह जैसा करेंगे वैसा उन्हें आगे भुगतना पड़ेगा
गुरु जी के चरणो में सादर
राधे कृष्णा
महाराज को मेरा कोटी कोटी प्रणाम आपका आजका प्रवचन बहुत बहुत अज्ञ लोगो. की आखे खोल देगाआप जैसे गुरुजी की जरुरत है
एस धम्मो सनंतनो सनातन ही धम्म है
जय जय पांडुरंग हरी जय जय पांडुरंग हरी माझा पांडुरंग बुद्ध विटेवरी बुद्ध विटेवर
श्री संत चोखामेळा महाराज की जय हो
जय भीम नमो बुध्दाय जय श्रीराम
स्वामी जी आपने जो बोला मुझे बहुत अच्छा लगा आपको मेरा कोटि-कोटि प्रणाम।
बुद्ध के विचार विश्व व्यापी हैं किन्तु सनातन धर्म भारत में ही क्यों सीमित रहा।
⚠️⚠️॥परम पूज्य गुरुदेव धर्म गुरु स्वामी आधार चेतन्य जी आपको बबलू चैतन्य सत्सत नमन करता है और आपको पितामा भीष्म की उपादी देते हुए धरम गुरु मानता हूं॥ क्योंकि आपने धर्म को बाटने बालो को जागृत किया ॥📀🏳️🌈🏳️🌈🇨🇮🇨🇮⚠️⚠️
स्वामी जी अगर भगवान बुद्ध नौवीं अवतार थे तो आपने कभी कोई उनके ऊपर कैसेट क्यों नहीं निकाली
अच्छा प्रश्न है आपका
महाराज आप रावण को था कहते हो और राम को थे कहते हो और दोनों को विद्वान पूजनीय कहते हो मुझे तो आपकी बाड़ी मैं दो विचार नजर आ रहे हैं। जय भीम नमो बुध्दाय
Qqqqq1qqqqqqqqqqq
पहले लिखना और सबाल पूछ्ना सीख लो भाई
Ham to ravan ko rachhas mante the aur jo use adar dega use bhi rachhas khenge jay shri ram
जिस वंश का आधार शिकार करना हो जीव हत्या करना हो असली राक्षस है जिसने महिला की इज्जत बचाने के लिए अपने परिवार को कब आना स्वीकार किया हो वही असली पूजनीय रावण हैं। जय भीम नमो बुध्दाय
जिसने अकारण ही शंबूक ऋषि की हत्या की हो उसे क्या कहें जय भीम नमो बुध्दाय
बाबा साहब अम्बेडकर जी की 22 प्रतिज्ञा भी पढ़ कर अपने भक्तों को सुना देना महाराज जी
Are ye sab pakhandi log hai in par kabhi bhi viswas nahi karana chahiye
Adhar Ji ke gyan nanhi hye dusro ka gyan bhi khatem karne me lage hey
स्वामी जी
जो भी बोल रहें है उन्होंने वही पढ़ा है मेरे कहने का मतलब है अच्छाइयां ही पढ़ी है ।
👍स्वामी जी जितने भी वेद उपनिषद रामायण महाभारत पुराण इत्यादि है .....सभी में ये बात साफ साफ लिखी हुई ..लेकिन ये सब कहानी मात्र ही है ।
👍इनसे ज्ञान कम अत्याचार सीखने को ज्यादा मिलता है महाभारत है इसको आप अपने परिवार के साथ बेठकर देख नही सकते है ..।
👍और मनुस्मृति ये भी लिखा हुआ है कि अगर ज्ञान का एक अक्षर सुन ये देख लें तो उसकी जीभ काट दो और आँख फोड़ दो ।
👍वेद हमारी बहन बेटियों को नर्क का द्वार बताते तो इन किताबो से क्या ज्ञान प्राप्त होगा ?
👍जीवन में मनुष्य का एक ही उद्देश्य है कि दूसरों का कल्याण करें ।
👍जीव जन्तुओं को मार कर खाने वाले क्या जाने दया किस चिड़िया का नाम है .....
....
रामायण महाभारत में कोई ज्ञान नही है ।
स्वामी जी आपकी बात हमारे दिल मैं घर कर गयी 🙏🙏🙏🙏 सत सत प्रणाम है आपको स्वामी जी बहुत सुन्दर सन्देश दिया
कुछ लोग आपस की कलेश देते हैँ
कर कर के चुगली घर मेंट देते हैँ
नहीं समझ पाते हैँ कुछ कुछ अज्ञानी
मगर आप जैसे विद्वान ही अच्छे ज्ञान का सन्देश देते हैँ 🙏🙏🙏🙏
बहुत सुंदर प्रभु जी बहुत सुंदर एकदम सत्य वचन जय हो गुरु महाराज की
श्री आधार जी को बहुत-बहुत साधुवाद राधे राधे जय श्री कृष्णा ओम नमो नारायणा सीताराम
मेरी औकात नहीं है कि मैं उनकी भागवत करा सकू। लेकिन मैं स्वामी जी का बहुत बड़ा फैन हूं। मैं स्वामी जी को दिल से लायक करता हूं। क्रपया मेरे शब्दों पर विचार किया जाय।
Guru dev ke charno me koti koti naman ❤🎉
संसार में सबसे ज्यादा खून खराबा धर्म के नाम पर ही हुआ है!
जय मानवतावाद! जियो और जीने दो!!
यही है सबसे बड़ा धर्म!!
Jay ho gurudev
स्वामी जी के धर्म शान्ति विचारों को सत सत नमन जय यादव जय माधव हिरदेश कुमार सी आई एस एफ हिम्मत पुर एटा 🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
स्वामी जी आप हमसे रामायण या अन्य किसी कहानी पर तर्क से नही जीत पायेगे
आपके विचार उच्च कोटि के हैं।
आपने अपने हिसाब से विचारों को व्यक्त किया है
लेकिन हम उन अंधविश्वास पाखंड की बात कर रहे हैं जो वेदों व शास्त्रों में भरपूर मात्रा में है।
आप इनको अपनी बुद्धि विवेक से तौल कर देखिए आप को ये सब गंदगी साफ नजर आएगी।
खीर में गंदगी मिल जाने पर खीर स्वादहीन हो जाती है चाहे उसमे कितने ही मेवा क्यों ना पड़े हों। इसका मतलब ये थोड़े ही है कि हम मेवा देखकर गंदगी खा लें,जैसा कि आपने कहा है।
super.top.gayak.hi.suwami.ji.allha.samrat.ji.layak.chetany.ji.jageswar.chetany.ji.aur.mahesh.chetany..aur.brajesh.ji.aliganj.eatha.
आधार जी के विचार सुनकर बहुत प्रसन्नता हुई । लेकिन श्याम जी आपसे कहना चाहता हूं कि आप भी कुछ भेदभाव रखते क्योंकि आज तक आपने किसी भी बुद्ध सम्राट का इंटरव्यू नहीं लिया ऐसा क्यों करते हो
, स्वामी जी दुर्गा आदिशक्ति का अवतार कैसे हुआ यह किसकी पुत्री है कहां से आई इसकी रचना बताएं सप्रेम साहिब बंदगी
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अब बुद्धिजीवी जो है वह समझ गए होंगे सब कुछ लेकर जिन्हें बुद्धि ही नहीं वह आपकी बात नहीं समझेंगे श्री महाराज चेतन जी आपने बहुत अच्छा समझाया और समझाते रहेंगे हमारी तरफ से जय श्री राधे जय श्री राधे
बहुत सुंदर आदरणीय स्वामी आधार चेतन जी आप के चरण स्पर्श गुरु देव जी
रावण एक चिकित्सक भी था उसने “ रावण सहिंता” ग्रंथ नामक लिखा था जिसमें नाढ़ी विज्ञान के बारे में बताया था जो आज भी भारतीय चिकित्सा पद्यती में सहायक है
धर्म तो एक है।मानव
Dharam AK hai uha manave dharam hai kiyonki vah bhagwan ke duwara insan banaya he isliye insaniyat dharam ya manav ek he thank you. Deshraj singh
रावण संहिता वाह क्या गजब की सोच है
यह और बता देते कि रावण ने वह ग्रन्थ बामनो कोकिस प्रकार पहुचाया था
तथा
रावण ईसा के बाद की संस्कृत भाषा को कयसे जा सका था
और लंका मे तो आज भी कोई संस्कृत नहि जानता
Bahut Sundar Namo buddhay Gurudev aapke Charanon mein Naman karta hun
स्वामी आधार चैतन्य की बात बिल्कुल सही है हमारे भारतवर्ष में एक ही धर्म है जिसे कहते हैं वैदिक सनातन धर्म वैदिक सनातन धर्म को दूसरे शब्दों में हिंदू धर्म भी कहते हैं लेकिन कहने का मतलब एक ही है दो नहीं बाकी मुस्लिम ईसाई सिख पारसी जैन बौद्ध यह धर्म नहीं है यह संप्रदा मजहब पंत हैं दूसरी बात स्वामी आधार चैतन्य जी जो 24 वा अवतार बुध का बता रहे हैं वह गौतम बुध नहीं है वह परमधाम के स्वरूप जो राधा जी के अंदर ब्रज में आए थे आनंद अंग बुद्ध अवतार हैं और दूसरा अवतार बुध निष्कलंक का है जिन्होंने ब्रज में 11 वर्ष 52 दिन श्रीकृष्ण केतन मिलेला करें वही कल उद्योग में बुध निष्कलंक बनकर आए हैं यह दो अवतार परमधाम के हैं इसलिए कलयुग सबसे श्रेष्ठ है बौद्ध सनातन से ही निकला है लेकिन उसके निकलने का कारण है असुर राक्षसों के लिए विष्णु भगवान के अवतार गौतम बुद्ध थे असुर बौद्ध धर्म पर चले बौद्ध धर्म में सारे नास्तिक विचार हैं इसलिए बौद्ध भिक्षु राम को गुंडा और माता दुर्गा को दूषित शब्द बोलते हैं असुर बहुत ऊपर चले और उनका विनाश हुआ डॉक्टर अंबेडकर साहब ने सारी बात ठीक करें लेकिन बौद्ध धर्म जो अपनाया है वह केवल जनता के विनाश के लिए अपनाया है जिस पर कुछ दलित लोग चल रहे हैं लेकिन जिनके शरीर में शुद्ध खून है मैं नास्तिक धर्म को नहीं अपनाएंगे उनके लिए सनातन ही सर्वोपरि है
सम्भुक ऋषि का वध राम ने किस कारण किया जरा स्वामी जी हमारा मार्गदर्शन करें
आधार जी तो काल्पनिक कहानियाँ सुना रहे है
श्री मान आप ज्यादा इतिहास में मत जाओ तुम्हें आज की पीड़ी में जीना है इसलिए श्री मान जी भगवान का भजन करो लोगों को गुमराह मत करो
Sambhuk Rishi ko Ram ne kyun mara
Sambhuk Rishi ko Ram ne kyun mara ,& Ram raja thae to bhagavan kahker kyun prachar kiya gaya
@@AjayKumar-mn2xz khir kha kar paida kaise hue the ram jaag raha hai mera samaj .
स्वामी जी यदि पेरियार एवं ललई यादव की सच्ची रामायण पढ़ें तो अति अच्छा ।
काबिलेतारीफ... दिल की गहराई से धन्यवाद देता हूं स्वामी जी आपको आपके स्पस्टीकरण से पूर्ण सहमत हूँ
स्वामी जी के चरणों में प्रणाम मैं योगेंद्र यादव राज्य गुजरात जिला राजकोट
Jay bhim namo buddhay jay samvidhan jay mulnivasi jay bharat vary good aap jase hi mahan bekiti ye ladai samapat kar sakate he dhnbad
Very good gurdev baba swami aadhar cheten thanks
आधार चेतन को मैं नमन करता हूं पर सवाल है या तर्कों से भी जीवन चला है तर्क से पेट नहीं भरता भारत की आबादी पचासी परसेंट भूखी मरती है आज कहां हैं आपके राम
मे लेखक राजेश मासूम स्वामी आधार बाबा जी को कोटि कोटि प्रणाम
Guru ji aapne sahi bola Jay bhim
आप भी प्रभु के अवतारी हो आपकी सदा जय हो बबर शेर
Andhbhakt ho kya jo kishi ko bhi avtari bata dete ho
@@satendrapranami1728 jaki rahi bhawna jaisi prabhu murat dekhi tin taisi
फिर कभी शुद्रो में भी भगवान को देख लेते
अब तो इन कथावाचको को होश में आ जाना चाहिए।
Bahut sundar bhrata shyam ji
आपने गुरु जी बहुत सुंदर बात की महापुरषों के गुणों को देखना चाहिए तो
बाबा साहब अम्बेडकर जी के अंदर जो गुण थे वो इन लोगों को दिखाई नहीं देती
Very nice warning swami ji
Baba sahab ki bajah se jo aajadi aaj mili hai or ham usako hi pukar rahe hai jis vyavastha ne Aaj Tak ham logon Ko gulam Bana ke Rakha
श्याम भाई गुरु जी को हमारा राधे राधे नमो बुद्धाय कहना सच में गुरु जी हमारे अवतारी हैं मैं RAVEENDRA SHAKYA
परमपिता परमात्मा आपको लंबी उम्र दे जय श्री कृष्णा राधे राधे
Is Shanti Sandesh ke liye Hamare Guru ji ke Charanon Mein Mera Koti Koti Pranam
बहुत सुंदर स्वामी जी आपने तो सब लोगों का दिल ही जीत लिया आप तो महागुरु हो जय श्री राधे जय-जय श्री श्याम
सांबुक ऋषि की हत्या करने वाला हमेसा अस्त्र लेकर चलने वाला राम भगवान, नहीं हो सकता
Swami,jika updeys, rejected, बुद्ध धर्म तर्क करताहै सनातन अंध विश्वास जातिवाद,failatahai
पहली बार आप की बात हमको समझ आई. आज तो बोलना पड़ेगा. आप महान 🌹❤
लग रहा है आप उस समय वहाँ मौजूद थे। जिस प्रकार से आप अटल होकर बता रहे हो। आप महान है राम और रावण के मन की भी बात आप जानते हो। गुरू जी क्या गीता पुराण और सभी बेद भगवान ने अपने हाथो से लिखकर आप को दे गए थे।
Namo budhay जयभीम
आज धर्म कोई धर्मांधता परे नहीं भारत देश में धर्म के नाम पर सांप्रदायिकता भडकाने अलावा धर्म के ठेकेदारों ने कुछ नही किया !धर्मांधों ने ही हिंसा देशभर फैलाई है ! जय हिंद !
आधार जी एक सवाल और पूछना = जब सीता 12 साल की थी तब उन्होंने शिव जी का धनुष उठा के रखती थी वह धनुष रावण से हिला तक नहीं था तो रावण कैसे ले जा सकता है
Bahut acha Kaha
Sawal accha kiya
@@subhashgautam3295 m.n.do me btata hu
Satyaveer beta tumhare man mai jisne ye jahar bhara hai vo itna khatarnak hindu virodi hai ki tumhare kisi bhi sawaal ka jawab koi kitna he accha kyu na koi dede tumhe usme kuch na kuch dhudh he loge kyuki tum ho gaye ho nastik yani pagal or pagalo ko kisi bhe prashna ka jawab dege to vo samjh nai payga mere salah tum jyada dimag mat lagao hamare dharma mai or tumhe jo karna apne tak karo jyada bak bak nahi or sawal ka jabab chahiye to tumhara number do abhi batata hu
सनातन धर्म वैदिक धर्म नहीं,
बुद्ध का अवतार नहीं बल्कि जन्म हुआ है,
बुद्ध कोई अवतारी नहीं थे, बल्कि हिन्दू धर्म में अवतार होते हैं,
और कैसे अवतार लिए कुछ कहा नहीं जा सकता है,
जय भारत जय भारतीय संविधान जय विज्ञान सत्यमेव जयते
बहुत सुन्दर गुरु देव जी
आपने बहुत सुन्दर शब्दों समझाया
आपको कोटि कोटि प्रणाम करता हूँ
जय श्री 🙏
गुरू जी स्वामी आधार चैतन्य धन्य हो बहुत ही सटीक प्रकाश डाला भगवान श्रीराम माँ सीता भगवान श्रीकृष्ण माँ दुर्गा पर गलत टिप्पणी देने वालों को बिल्कुल ज्ञान नही है। इन्हें जरुर पूछा जाना चाहिए ।
इन गुरु जी को बुद्ध के बारे में कुछ भी नालेज नहीं अंत संत बकते रहते हैं कभी लोग यही कहते रहते हैं कि फलाने 24 अवतार हैं धमाके 24 अवतार हैं बुद्ध का कोई अवतार ही नहीं था बुध एक मनुष्य थे
Bahut Sunder bola h swami ji
बहुत बहुत धन्यवाद शास्त्री जी
बौद्ध धर्म की जानकारी सनातन धर्म के लोगों बताई नए नए शास्त्री बन रहे है सनातन धर्म बताओ उनहे कुछ नही मालुम है
Shri आधार चेतन ji को मेरा सादर प्रणाम
Radhe radhe swami ji Maharaj
स्वामी बहुत ही सुन्दर रचना है आपकी कोटि कोटि धन्यवाद
जिस व्यक्ति के चरित्र पर दाग हो वह भगवान कैसे हो सकता है अगर राम और कृष्ण के चरित्र सही होते तो इतिहास में उनका नाम छपा हुआ होता उनका भी विदेशों में गुणगान होता तथागत बुद्ध एवं बाबा साहब के नाम से ही इस इंडिया को जाना जाता है न कि किसी देवी देवता के नाम से भारत की पहचान है तो केवल भगवान बुद्ध एवं बाबा साहब से विदेशों में इन दोनों का ही सम्मान होता है न कि राम और कृष्ण का स्वामी जी
सूर्यवंशी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और चंद्रवंशी योगेश्वर श्री कृष्ण का इतिहास पूरे विश्व में जाना जाता है इन दोनों महापुरुषों पर मनगढ़ंत झूठी कथाएं बनाकर चरित्र पर कीचड़ उछालने वाले सांप्रदायिक में जकड़े हुए मूर्ख और अज्ञानी हैं।
Murak or sankh dusre ke fukne se bajte hai
Bhimte chimte
यू आर राइट स्वामी आधार चेतन जी
ना हिंदू बुरा ना मुसलमान बुरा ना सीख बुरा ना इसाई बुरा जो बुराई पर उतर आएहवह इंसान बुरा हम सभी एक ही परमात्मा के बच्चे कबीर इज गॉड
Swami ji aap ki baat mujhe hajam nhi hui aap ne apni katha me kbhi ravan ka jaykara nhi lg baya h namo budhay 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
गुरु जी के चरणों में नमन
राम रावण सीता हनुमान को केवल भारत ही जानता है विश्व में कोई नहीं जानता तो रावण विश्वविजेता कैसे हुआ।
राम ने न जाने कितने लोगों का वध किया वो हिंसा करते थे , वो भगवान कैसे हो सकता है
कोई भी अस्त्र शस्त्र रखने वाला सिर्फ हि॑सक हो सकता है जो अपनी सुरक्षा के लिए या फिर दूसरों की हत्या के लिए अस्त्र सस्त्र रखता हो वो न तो महत्मा हो सकता नहीं भगवान , न ही कोई देवी। न देवता न ईस्वर ।
भन्ते भी तो अस्त्र-शस्त्र रखते है। सुमितरत्न आदि
Very good
Swami ji aap to aap hi h Aapne sabka Dil jeet liya
Very nice shyam bhaiya