खाटू श्याम जी का युद्ध 1780 | Khatu Yuddh 1780 | Shekhawat Mughal War
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- čas přidán 13. 09. 2024
- खाटू श्याम जी में मुग़ल सेनापति मुर्तजा खान भड़ेच और शेखावतों के बीच हुआ था| शेखावाटी के शेखावत वीरों का नेतृत्व सीकर के राजा राव देवीसिंह जी शेखावत ने किया था |
इस युद्ध के बार में इस लिंक पर पढ़ा जा सकता है :- www.gyandarpan...
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देश के वीर सपूतों को शत् शत् नमन जिन्होंने अपनी मातृभूमि और हिन्दुत्व के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।❤🙏🏼🪔✌️
एक रहोगे तभी बचोगे। जय हिन्द जय राजपूताना
Jai matadi bahut badiya atiihasik udhdha ke baare me jjankari di aapne
Bhut acha Gyan Mila es video se
आसफ उद दोला दिल्ली का शासक था जो की दरबार आपने नही बताया
बहुत प्रसनीनिय है जानकारी 🙏
होकम आपको सादर चरणस्पर्श इस ऐतिहासिक सत्य को सुनकर हमारा पुरा परिवार में सभी के आंसु निकल गये विर भाव वश
Bhai.hamra.kam.smaj.ko.jorna.nki.torna.ha.bhai.esme.samaj.ki.sbhi.jatiyo.ne.barchadkar.hisa.liya.jase.hamre.jat.bhai.gujjar.bhaimina.bhai.Rajput.bhaiyo.ki.to.us.samay.lidarship.v.mnejment.vdairektion.tha.jai.hind.Ram.Ram.
200k सब्सक्राइबर होने वाले हैं।🎉❤
आप से अनुरोध है कि source का detail भी दें ताकि जो और शोध करना चाहें उन्हें सुविधा हो और आपका वृत्तांत authentic कहलाए!
आपने वीडियो पूरा सुना नहीं, आखिर में सोर्स बताया गया है | "शेखावाटी प्रदेश का राजनैतिक इतिहास : लेखक रघुनाथ सिंह काली पहाड़ी"
Jai Gopinath Ji ke
आपका आभार रतन सिंह जी, रियासतकालीन इतिहास पर भी जानकारी दे ,जी सामंती ताना दिया जाता है उसका दूसरा पहलू भी पेश करे
🙏🚩 जय श्री खाटू श्याम जी भगवान कि 🔱🔱🚩🚩🚩🚩🚩
नाई सैन समाज के गौरव हमीराराम जी को सत सत नमन🙏🏻🙏🏻 🚩 जय श्री खाटू श्याम जी महाराज 🙏🏻🙏🏻
जयपुर के प्रधान सेनापति चूड़ सिंहजी नाथावत डूंगरी अपने दो पुत्रों, काका, भतीजे समेत केवल डूंगरी के ही नाथावत सरदारों ने इस युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी। चूड़ सिंह जी और उनके गुरु मंगलदासजी तो शीश कटने के बाद भी लड़ते रहे। चूड़ सिंहजी के दो पुत्र वीरगति को प्राप्त हुए थे। आज भी खाटू की रणस्थली में चूड़ सिंहजी और मंगलदास जी की छतरिया है। चूड़ सिंहजी झुंझार जी महाराज के रूप में खाटू रणस्थली में पूजे जाते है। आपने डूंगरी ठिकाने का नाम तक नहीं लिया।
राव बहादुर ठाकुर नरेंद्र सिंह खंगारोत की "जयपुर के 30 निर्णायक युद्ध" पुस्तक को पढ़ कर आप जानकारी प्राप्त करते तो ज्यादा बेहतर जानकारी दे पाते।
ये पुस्तक मिलेगी कहाँ
इसका अंग्रेजी अनुवाद amazon पर भी उपलब्ध है। Thirty Decisive Battles of jaipur नाम से search कीजिये।
इसके अलावा आप राजस्थानी ग्रन्थागार से भी ये पुस्तक मंगवा सकते है। साथ ही आप किसी बड़ी सरकारी library में भी पढ़ सकते हैं। आपसे अनुरोध है कि महत्वपूर्ण जानकारी को प्राप्त करके ही वीडियो बनाए। डूंगरी ठिकाने के मानवेंद्र सिंहजी नाथावत जो कि झुंझारजी महाराज चूड़ सिंहजी के वंशज है, आप उनसे सही जानकारी ले सकते है। मैं उनके contact number आपको दे दूंगा। जिससे युद्ध के महानायक को सम्मान मिल सके।
@@praveensinghnathawat9841aap Balapota Shekhawat & Raithal Thikane ke Bare me kuch jankari de sakte h
@@gyandarpan mere paas PDF hai poori book ka
Ye yudha bada bhishan yudh tha maha yudh tha isme shekhawat veero ki jeet hui jai bhawani
खाटू के खडीया बाबा श्याम धणी
Thanks
Welcome
Hkm acchi jankari bi aapne
अच्छी जानकारी दी हुक्म
Bhut hi shandar jankari di aapne dhanyawad ❤❤❤❤
Jai mata di
दादूपंथी संत महंत मंगल दास जी महाराज
सिंहासन के ठाकुर बुद्ध सिंह जी ने भी इस खाटू युध मे भाग लिया था जयपुर की सेना की तरफ से
Sir ji narnaul bhi aanye or narnaul ke upar bhi video bnaye
नागा साधु सिद्ध शयाम बाबा थे जम्मू कश्मीर के थे वहां आश्रम था और नागा सेना के कमांडर थे और सिद्ध चमत्कारी थे इन्होंने अपना शिस भगवान को अर्पण कर उसके बाद बिना शिस के मुगलों से युद्ध लड़ा था उसी इतिहास कि हकीकत पर यह आज श्याम बाबा मंदिर है जो कि सिद्ध श्याम बाबा है जिसको महाभारत से जोड़ दिया गया
शानदार जानकारी दी आपने
खमा घणी होकम इस युद्ध में हमारे पुर्वज शहीद हुए थे जो कि मंगल दास जी के सेना में हमारा लस्कर था सिकर क्षेत्र के लोहरवाड़ा धाम से हमारे पुर्वज अजमेर के पास लोहरवाड़ा बसाया और अभी हमारे परिवार लोहरवाड़ा में भी है वहां से हम अभी मेवाड़ में रह रहे हैं होकम इस युद्ध का जिक्र हमारे राव जी के पास पोथी में है
जानकारी केसे मिलेगी
😂 महंत मंगल दास जी दादू संप्रदाय की नागा जमात के महंत थे आज भी वहा खाटू खेतर में उनकी छतरी और श्री दादू वाणी स्थापित है कुछ बक रहे हो
होकम इस युद्ध का तिथि मिती साल सम्वत क्या है ताकि हमारे शहीदों कि धूप लगा सके
तंवर तुनवाल तवंरा वाले भी इस युद्ध में शामिल थे
एक रहोगे तो ही बचेंगे जय भवानी जय राजपुताना
मंगल दास जी महाराज कि सेना में हमारे पुर्वज थे जो सिद्ध श्याम बाबा थे जम्मू जमात के महन्त थे जीनकी हम बिना सिर के पुजा करते हैं केवल धड़ कि पुजा करते हैं उन्होंने अपना शिस भगवान को अर्पण करके युद्ध लड़ा था जयपुर रियासत कि रक्षा के लिए
Bhut sunder❤❤
शेखावाटी के मीणा सरदारों ने भी अहम भूमिका निभाई थी
शेखावाटी में ही नहीं, आमेर राज्य में भूमिका निभाई | कछवाहों से पहले आमेर क्षेत्र में मीणा राजाओं का ही राज था | मीणा एक बहादुर और दिलेर जाति है |
@@gyandarpanतो आरक्षण के लिए अपने आप को दलितों से भी नीचे कैसे बना दिया
जय श्री श्याम अति सुन्दर जानकारी धन्यवाद
मगर किसी राजस्थानी निर्माता निर्देशक ने इस पर कोई फिल्म बनाने का प्रयास क्यूँ नहीं किया, कहानी इतिहास सुनकर ये विचार उत्पन्न हुआ, क्या राजस्थान शेखावाटी के अमीर साधन संपन्न और बुद्धिजीवी विर योद्धा ने कभी सोचा नहीं😢😢?
एक एतिहासिक फिल्म बन सकती है अन्य एतिहासिक कथाओं की तरह. Boliwood वाले भी तो अपने राजस्थानी इतिहास की कहानियों पर फिल्म बनाई है और इतिहास बनाया है.
Bahut sundar jaankari ❤❤
पाटन युद्ध के बारे मे बारे बताओ
Nice
इस युद्ध में हमारे परसराम जी के शेखावत भी वीरगति को प्राप्त हुये थे पालड़ी ठाकुर के नेतृत्व में,मैंने एक चारण के मुख से तुक बंदी सुनी थी की भिड़े कुण " भड़ेच " सू,
भाग ग्या स मुख भींच!
बासी ठाकर बठोठ को
बरछी ओदा बीच !!
❤
🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩
Jai jamway ma❤❤❤
Bhut bada yudh tha haldighati se bhi bhishan yudha tha
सर आप से request h
खंडेला और किरोड़ी क्षेत्र जो सीकर के आसपास h
जहां निर्वाण चौहानो का शासन था 1200 ईसा के करीब?
वहा जो किरोड़ी गांव h वहा पृथ्वीराज चौहान के बाद भी चौहान थे पर 1200 ईसा के बाद वहा मुस्लिम आक्रमण होता h और वहा से चौहान मारे जाते h और कुछ किरोड़ी छोड़ कर चले जाते h h किरोड़ी से किरोड़ी के चौहान ब्रह्माणी माता को कुलदेवी के रूप में मानते थे वहा कुछ दूरी पर मंदिर भी h माता का और किरोड़ी में एक मस्जिद और मंदिर h Bajrangbali का
किरोड़ी के चौहान आज कहा h ?
कोई वंसावली या कोई h तो बताना सर
किरोड़ी से निकले चौहान की वंशावली क्या आज मिलती h ?
निर्वाण चौहान बहुत है शेखावाटी में..
निर्वाण चौहान भी आशापुरा मां को ही कुलदेवी मानते हैं..
@@VishvarajsinhDevda हा चौहानो की कुलदेवी आशापुरी माता या जीण माता होती h
@@VishvarajsinhDevda क्या निर्वाण चौहान भी h बहुत h ।
पर किरोड़ी से निकले निर्वाण चौहान की वंशावली मिलती h क्या
@@sandeepkumawatt नही.. जीण माता का जन्म चौहान वंश में हुआ था..कुलदेवी आशापुरा मां/ शक्मभारी माता होती है..
वो आपके निर्वाण चौहान राजपूत के पास मिल सकती है वंशवाली..
उस समय की estiti और परिस्थिति में रजवाड़ों ने कैसे अपने धर्म को बचाया था वो ही जानते हैं या ईश्वर
इस युद्ध मे बाला पोता शेखावतो ने भी भाग लिया था राथल ठिकाने ने
Kamlesh ji aap kha se ho Raithal Balapota Shekhawat ki Aur jankari kha milegi aapke contact no do
मुगलों से राजपूतों ने लड़ाई लड़ी,प्राण प्रण से
राव राजपुत भी इस युद्ध में हिस्सा लिया था क्या। जरा इतिहास पड़कर बताना Ratan सिंह जी हुकूम
हमारे इधर राव राजपूत है ही नहीं |
1769 में औरंगजेब ने मंदिरों को तोड़ने का आदेश दिया था तब भी खाटू श्यामजी में क्या युद्ध हुआ ? हुआ तो जानकारी देवे
उस वक्त खंडेला में युद्ध हुआ था | दरअसल उस वक्त मुग़ल सेना खंडेला राजा को दण्डित करने आई थी, खंडेला राजा ने खंडेला खाली करवा कर पहाड़ों में मोर्चाबंदी कर ली ताकि गुरीला युद्ध किया जा सके, पर ३०० राजपूत सुरजन सिंह छापोली के नेतृत्व में खंडेला के मंदिर बचाने के लिए आ गए और सभी लड़ते हुए मारे गए|
1769 मे औरंगसेब जिंदा था क्या... मराठो ने उसे दखन मे 1707 को ही दफना दिया था...जब तक छ्त्रपती शिवाजी महाराज जिंदा थे तब दखन मे आने की हिंमत नहीं हुई औरंग्या की...
1707में औरंगजेब का नर्क वास हो गया था
Khoor thakur sahab apne bhaio or putro ke sath prakram se ladty balidani ho gaye
खाटू श्याम मंदिर में ट्रस्टी चौहान राजपूत ही होते हैं...
उनका क्या इतिहास है??
Rawna rajput ki senapati ka apne naam nahi liya apne . Itna sotela vyavhar.
Jabki ChauhanVati mea Chauhan Rajputo ne 551 isvi se lekar 1467 tak ek Chatar raj kiya.
Jo muglo ki chakri kar rahe thi 1570 nagor darbar,delhi darbar mea hajri laga rahe the. Vo rajput kehlate hea aaj bhi.
Jo ladtee rahe marte rahe ,apna Qila ya raj nahi basaya. Vo Rawna rajput .🙏
ठिकाने में रहने वाले कुछ रावणा राजपूत युद्ध में थे पर सेनापति नहीं थे इसलिए उनका नाम इतिहास की किताब में नहीं लिखा| अब इसे सोतेला व्यवहार माने तो आपकी मर्जी
Arabi shekh se shekhavat bna hai.... Rajput aur mugual aapas me ristedar the... Aap kha logo ko uloo bna rahe hai😂😂😂
Khoob kahi aapne
श्रीमान जी आपने जानकारी बहुत अच्छी देराई मुख सरदार थे अनेक साथ कितना था जानकारी हो तो बताएं जय हिन्द
If common man was included history of India would
be different as above. War in self defence.
हमारे देश में ज्यादातर युद्ध आत्म रक्षार्थ ही लड़े गए
Comman man specially farmers of punjab and haryana
Backbone of mughals they suppply food grain to mughals if they fight like rajputs
Indian army 13lakhs 0.09%of population in this war gujaras rajputs nai charan kayastha Meena fought for nation
@@faisalkhan-kr9qfkahna kya chahte ho bhai