संसार में सजीव और निर्जीव रूप में दिखाई देने वाली समस्त वस्तुएं और प्राणियों को ही भगवान कहा गया है जिससे मनुष्य का जीवन यापन होता है। जैसे कि अन्न जल, वायु, अग्नि ए प्रत्यक्ष देवता है। इनके बिना जीवन संभव नहीं है। अतः जो जीवन दे वही भगवान है।
सच्चाई परखाई है भगवानों धर्मों को मानने वाले झूठे पाखण्डों जालों में उलझे हुए तमाम लपटझंडिसों को ठिकाने लगाने पर साहेब जी को कोटि कोटि नमन त्रय बार साहेब बन्दगी साहेब बन्दगी साहेब बन्दगी
भगवान से भेट आप को स्वयं ही करना है,कोई और भगवान आप के लिए भगवान ले कर नही आयेगा, हां किसी का वचन किसी का कर्म आप का सहायता कर सकता है।आप किस आधार पर कह सकते है कि भगवान नही है, आप ने हवा नही देखी इसका मतलब हवा नही है,आप ने दूध में मलाई नही देखी मतलब मक्खन नही है। पहले आप अपने तर्क दे की भगवान नही है ।।मतलब जितने संत आए, भागती की, इतने बीर पुरुष हुए उपासना की गुलामी से लड़े, भगवान नाम से सकती पाई सब झूठे आप सच्चे..... आडम्बर है , पाखंड है मान सकते है, पर भगवान नही है सिद्ध करें।।
🎉 परमात्मा निराकार सरकार नहीं है यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है। 🎉 परमात्मा पांच तत्व तीन गुण प्रकृति जड़ संसार से अलग है उसे ही जानो उसे ही मानो उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं। यह वेद मत है। 🎉 परमात्मा सच्चिदानंद स्वरुप है सत्य है चेतन है और आनंद स्वरूप है तो वह कितना सुंदर होगा।
।।ओम सच्चिदानंद परमेश्वराय नमो नमः।।:-कविता पाठ:-मुझे सारशबदी गुरु ही चित्त समाया है, मै वारी जाऊं सत साहेब कबीर जी की। प्रभू तेरा सुमिरण ना छूटे जी, चाहे छूट जाय संसार जी:-सतगुरु जी तेरा सारशबद ना छूटे जी।।00।।तुझे छोड़कर मुझे तो दूसरा व्दार अब नही सूझे जी। सुरति शबद संग प्रीत लगी, इसका रंग नही छूटे जी:-सतगुरुजी तेरा सारशबद ना छूटे जी।।01।।सदा सुमिरण चित्त लगा तिहारा, सदा ही चलता चाले जी। देहरी छोड़ तेरी कहाँ को जाऊँ, किस्मत फूटे जी:-सतगुरु जी तेरा सारशबद ना छूटे जी।।02।।जात-पात चाहे जोरू रूठे, चाहे सगे संबंधी छूटे। छूट जाय सब धन दौलत परिवार, पर सारशबद धुन नही छूटे जी:-सतगुर जी तेरा सारशबद ना छूटे जी।।03।।बंधू छूटे बांधव छूटे,पर साँई अरुण जी का सतसंग ना छूटे जी। कभी ना छूटे सतलोक का जीवित ही नजारा,लागी प्रीत ना छूटे जी:-सतगुरु जी तेरा सारशबद ना छूटे जी।।04।।गुरु गुरु सब ही बड़े, अपनी अपनी ठौर जी। शबद विवेकी पारखी, सोई माथे का मौर जी:-सतगुरु जी तेरा सारशबद ना छूटे जी।।05।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र और सारशब्दीय संत परिवार को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी 🙏🏻🌹
आपकी बात बिल्कुल 100% सही है आपकी बात का मैं पूर्णतः अनुसरण करता हूं यह अंधविश्वासी और पाखंडी के चक्कर में मैं तो परेशान आ गया हूं यह अपना भगवान के नाम से बिजनेस चलाते हैं इंसान तो शुरू में कुछ भी बोलना चलना भी नहीं जानता था इतना दिमाग कहां से आया यह हमको भी देखकर के आश्चर्य हो रहा है यह सब पूरे जो बवाल खाता बनी है यह बस केवल 500 साल पहले बने थे
हरि ॐ भगवान कनकन मे वास विंध्यमान है भगवान के प्रति दूरभाव वचण कहने वालो क्या स्वेम समर्थवान है जो अपने मुंह ख़राब कर रहे आया है तो जाना पड़ेगा राजा रंग फकिर ।। राम राम ।।
जैसे तिल मँह तेल है, ज्यों चकमक में आग । तेरा प्रीतम तुज्झ में ,जाग सकै तो जाग ।। कस्तूरी कुंडली बसै ,मृग ढूढ़ै बन माहिं । तैसे घट-घट राम है, दुनियाँ जानै नाहिं। । - संत कबीर अर्थात् परमात्मा हमारे शरीर के अंदर है, वह सच्चे गुरु के मार्गदर्शन में प्राप्त हो सकता है।
किसी भी चीज का निर्माण करना है तो कागज़ पर पहले इसका मेप बनाया जाता है, सृष्टि का निर्माण का मेप बनाने वाला भी कोई तो युनिवर्सल पावर होगा,, आपरेटर के सिवा अपने आप कुछ भी नहीं चलता,,,,
भगवान आप स्वयं केवल प्रश्न कर रहे हैं,आप के पास अपने इन सवालों का जवाब है, आप असंतुष्ट है, इस से ज्यादा कुछ नहीं, आप जो लोगों से सवाल पूछ रहे हैं, आप सभी सवाल स्वय से पीछे आप का मन शांत होगा, आप में ही परमात्मा है।। सिर्फ आप ही सबकुछ है,बाकी सब माया है।।।।
राम धन इसी पाखंडी के जुबान से सुनाई दिया ये कैसा धन और कहां से इसे मिला इसी से पुछना चाहिए। कुछ लोगों का रोजगार बन चुका है ड्रामा करने का और भारत का पुरा व्यवस्था ही ड्रामा पर ही चल रहा है।
शाबाश नागेश बेटा बहुत अच्छा बिल्कुल सत्य बोल रहा है भगवान नहीं होता तो इसको इतना नहीं भोगना पड़ता कुत्तेकी तरह भगवान ही सत्य है सत्य था सत्य रहेगा बेटा भगवान आपके परिवार की आंख भी नहीं दुखवा है Jay Siyaram जय
।।राम।। संत कबीर को जानना आप जैसे मूर्ख के बस की बात । पोथी पढ़ पढ़ जग मुआ पंडित भया न कोय । ढाई अक्षर प्रेम का पढे़ सो पंडित होय । ढाई को खोज लो भगवान मिल जायेगा । साहेब पूरन थे पूरन बनो
Saheb ji maa ke garbh me ye haath paanv aadi saadhan lene kahan se gya or garbh me pahuncha kaise. Purush ka virya jab istri garbh me parvesh kiya uske saath hi yaa phir baad me. Kipa kar parkaash dalen ji🙏
भगवान से भी कई बार भूल हो जाती है, इसे ग़लती से मनुष्य जन्म दे दिया। अरे मूढ़ तुझे पता है तू कौन है। ये ज्ञान खुद के परिवार को दे। इस देश में अलग-अलग सम्प्रदाय है। सबके अलग-अलग आराध्य हैं, तेरे भ्रमित करने से कुछ नहीं होगा। इससे अच्छा अपने घर के अंदर भोंक लिया कर । अच्छे कर्म कर और मस्त रह वर्ना जन्म धिक्कार है। कबीर को दुनिया जानती है। कबीर की आड़ में बढ़िया दुकान चल रही है।
Aajpji ye bhi samjhayen ki kabir jo kah rahe ki dagriya bhul gai. To ham kahan se aaye hai or kaise aaye hai. Saadhan kya mila aane ka . Or ham dagriya bhul ke yahan kaise aa gye. Ekdam shuru me to ham niskarm honge. Ye karm laagu kab hua. Or apna ghar vapis jayege to kaise saadhan kya hoga. Kirpa karo ji🙏
बड़े बड़ेविद्वान हुए भगवान को साफ साफ ना करते हैं वाक्य में यह हकीकत है 50 55 साल का मैं हो गया हूं मेरा एक्सपीरियंस मेरा अनुभव यही बताता है कि वाक्य में भगवान नाम की कोई चीज नहीं है
Bhagwan ka kathan : Nirmal man jan so mohi pava.mohi kapat chhal chhidra na bhava. Shur surya tulshi Shashi udgan Keshav daash anya kavi khadyot sam it ut kare prakash.
वह ज्ञान बिसरा नहीं, स्मरण होय मोहि आय। यह महिमा प्रभु जानिए,भक्तन उर बस आय। रमाशंकर साहब जी सब कुतवा गिदड़वा चिल्लाते चिल्लाते थककर मर गए तो महाराज जी के चिल्लाने से क्या अंतर फर्क हो जाएगा ? जैसे चल रहा था चल रहा है वैसे ही आगे चलेगा सृष्टि जिस दिन चाह लेगी उस दिन अस्त व्यस्त को सही कर देगी और असत्य भ्रम को भी सत्य में प्रतिष्ठित कर देगी।जब कुछ है ही नहीं तो बताने की आवश्यकता 0:55 क्यों पड़ी है। और कुछ है तो दाल में जरूर काला है।
भगवान एक है उसका नाम परमपिता परमात्मा शिव निराकार ज्योति बिन्दु स्वरूप सत्यम शिवम् सुंदरम है अभी वह स्वयं धरती पर आया है इस भषटाचारी दुनिया को खत्म कर नयी श्रेष्ठाचारी दुनिया बनाने राजस्थान में आया है
आप लोगों को क्यों बरगला रहे हैं। अगर भगवान नहीं है तो मां के गर्भ से जब बच्चा बाहर आने के पहले मां के स्तन में दूध कैसे आ जाता है।महराज जी आपको मानना हो तो मानिए, नहीं तो दूसरों को बरगलाना बन्द कीजिए।
मै तो पूछ रहा हूं कि हर जीव जन्तु और पेड़ पौधों में भी नर और मादा होता है। इनके आपसी संबन्ध होना है उस के बाद ही बच्चे पैदा होते हैं मतलब वंश व्रध्दि होता है। अचानक कोई भी वस्तु पैदा हुए हो किसी ने नहीं देखा है । योजना बद्ध तरीके से पूर्वाग्रह से किसी ने स्रष्टी किया है कि इन का वंश बढ़ना है । इस वंशवृद्धि के पीछे का लक्ष्य जो भी हो।जानवर हो चाहे मनुष्य हो या पक्षी भी हो नर और नारी के बीच संबन्ध होना जरूरी है और उनके वंश बढ़ता है। तो उनके शरीरों का संरचना इस तरह जिसने किया है वहीं ईश्वर है। अगर कोई कहते हैं कि ईश्वर नहीं है वह सबसे बड़ा मूर्ख है।
कुछ भी बोलो सब चलेगा हिंदू धर्म मे । कोई रोकने वाला नहीं है बना दो सबको नास्तिक । कबीर साहेब की वाणी को गहराई से जानने के लिए संत रामपाल जी के सत्संगअवश्य सुने
इसकी मां इसकी बाप ने पूरा ब्रह्मांड को बनाया होगा , इसकी बाप ने सूरज को बनाया होगा 😂 इसकी मां ने चंद्रमा को जन्म दिया होगा😂 इसकी मां ने समस्त जीबों को बनाया होगा😂😂
संसार में सजीव और निर्जीव रूप में दिखाई देने वाली समस्त वस्तुएं और प्राणियों को ही भगवान कहा गया है जिससे मनुष्य का जीवन यापन होता है। जैसे कि अन्न जल, वायु, अग्नि ए प्रत्यक्ष देवता है। इनके बिना जीवन संभव नहीं है। अतः जो जीवन दे वही भगवान है।
सच्चाई परखाई है भगवानों धर्मों को मानने वाले झूठे पाखण्डों जालों में उलझे हुए तमाम लपटझंडिसों को ठिकाने लगाने पर साहेब जी को कोटि कोटि नमन त्रय बार साहेब बन्दगी साहेब बन्दगी साहेब बन्दगी
जिसको ईश्वर पर भरोसा नहीं है उसे को ईश्वर की प्राप्ति कभी नहीं होती
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भगवान से भेट आप को स्वयं ही करना है,कोई और भगवान आप के लिए भगवान ले कर नही आयेगा, हां किसी का वचन किसी का कर्म आप का सहायता कर सकता है।आप किस आधार पर कह सकते है कि भगवान नही है,
आप ने हवा नही देखी इसका मतलब हवा नही है,आप ने दूध में मलाई नही देखी मतलब मक्खन नही है। पहले आप अपने तर्क दे की भगवान नही है ।।मतलब जितने संत आए, भागती की, इतने बीर पुरुष हुए उपासना की गुलामी से लड़े, भगवान नाम से सकती पाई सब झूठे आप सच्चे..... आडम्बर है , पाखंड है मान सकते है, पर भगवान नही है सिद्ध करें।।
Iswar hai vhai baat ko samjho 🙏
🎉 परमात्मा निराकार सरकार नहीं है यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है।
🎉 परमात्मा पांच तत्व तीन गुण प्रकृति जड़ संसार से अलग है उसे ही जानो उसे ही मानो उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं। यह वेद मत है।
🎉 परमात्मा सच्चिदानंद स्वरुप है सत्य है चेतन है और आनंद स्वरूप है तो वह कितना सुंदर होगा।
भगवान हैं और कभी न समाप्त होगी ।जैसे सूर्य जल इत्यादि ।
भगवान् का घर तुम्हारा हृदय है, भगवान् की कोई जाति नही है, वह दिव्य और शाश्वत है।
भगवान है जिस दिन खोजोगे खूद खो जाओगे
खूद को खोजलो रब तेरा मिल जायेगा।
सब कुछ प्रकृति पर निर्भर करता है
हिरदय प्रदेश में है भगवान निराकार है
जो तुम्हारे हृदय मे बैठे कर बोल रहा है सुन रहा है, आखों से देख रहा है वह कौन है, खुद से पूछो, जवाब मिलेगा।
सत्य कडवा होता है
तो सुअर भी तो अपनी आंखो से देखता है तो वो कौन है
Hriday me aatma baitha h jisko fansi lagakar nikal leta h
जो तुम्हारा ह्रदय में बैठाहै
जो ज्ञात नहीं, जो अस्पृश्य है, अदृश्य है,जो सर्व व्याप्त है, जो प्राण संचार करे वही ईश्वर है।
🇮🇳 भगवान और आत्मा है लेकिन दिखाई नहीं देते 🙏
Dikhai dene ke liye jhooth hinsa baby char aur Parmatma ke pati atut Vishwas
आदि राम सभी बीजों का बीज रूप में है सर्वशक्तिमान है यह संसार बीज रूप में है ।
ईश्वर ईश्वर ने आपको ज्ञान दिया आपका दिमाग कैसा है आपका तो परिचय है राम शंकर जी साहब
।।ओम सच्चिदानंद परमेश्वराय नमो नमः।।:-कविता पाठ:-मुझे सारशबदी गुरु ही चित्त समाया है, मै वारी जाऊं सत साहेब कबीर जी की। प्रभू तेरा सुमिरण ना छूटे जी, चाहे छूट जाय संसार जी:-सतगुरु जी तेरा सारशबद ना छूटे जी।।00।।तुझे छोड़कर मुझे तो दूसरा व्दार अब नही सूझे जी। सुरति शबद संग प्रीत लगी, इसका रंग नही छूटे जी:-सतगुरुजी तेरा सारशबद ना छूटे जी।।01।।सदा सुमिरण चित्त लगा तिहारा, सदा ही चलता चाले जी। देहरी छोड़ तेरी कहाँ को जाऊँ, किस्मत फूटे जी:-सतगुरु जी तेरा सारशबद ना छूटे जी।।02।।जात-पात चाहे जोरू रूठे, चाहे सगे संबंधी छूटे। छूट जाय सब धन दौलत परिवार, पर सारशबद धुन नही छूटे जी:-सतगुर जी तेरा सारशबद ना छूटे जी।।03।।बंधू छूटे बांधव छूटे,पर साँई अरुण जी का सतसंग ना छूटे जी। कभी ना छूटे सतलोक का जीवित ही नजारा,लागी प्रीत ना छूटे जी:-सतगुरु जी तेरा सारशबद ना छूटे जी।।04।।गुरु गुरु सब ही बड़े, अपनी अपनी ठौर जी। शबद विवेकी पारखी, सोई माथे का मौर जी:-सतगुरु जी तेरा सारशबद ना छूटे जी।।05।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र और सारशब्दीय संत परिवार को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी 🙏🏻🌹
आपकी बात बिल्कुल 100% सही है आपकी बात का मैं पूर्णतः अनुसरण करता हूं यह अंधविश्वासी और पाखंडी के चक्कर में मैं तो परेशान आ गया हूं यह अपना भगवान के नाम से बिजनेस चलाते हैं इंसान तो शुरू में कुछ भी बोलना चलना भी नहीं जानता था इतना दिमाग कहां से आया यह हमको भी देखकर के आश्चर्य हो रहा है यह सब पूरे जो बवाल खाता बनी है यह बस केवल 500 साल पहले बने थे
गीता ज्ञान दाता परमपिता परमात्मा शिव निराकार राजस्थान में आया है
²²⅔ķì
Ye video banene wala Satya gaya h buddha
नास्तिक
हरि ॐ भगवान कनकन मे वास विंध्यमान है भगवान के प्रति दूरभाव वचण कहने वालो क्या स्वेम समर्थवान है जो अपने मुंह ख़राब कर रहे आया है तो जाना पड़ेगा राजा रंग फकिर ।। राम राम ।।
भगवान है ,रहेगा , कैसे बाबी है मानव ही भगवान है ,भग भगवती लिग करतारा ,जहॉ से उपजा सब स॓सारा। विश्व केन्द्र विश्व से दास।
जीब आत्मा ही से जिब कि उत्पत्ति होती है
Iswar hai vhai tark se nahi mileage
Vakti se ❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏
बाबा सत्य की ओर आपको उन्मुख करना चाहता है यदि व्यक्ति महामूर्ख ही है तो भगवान रूपी कीचड़ में लिपटा हुआ मर जाएगा।
यह लोग itne मूर्ख हैं कि स्वयं भगवान् भी सामने आए तो उनसे भी सबूत मांगने लगेंगे
जैसे तिल मँह तेल है, ज्यों चकमक में आग ।
तेरा प्रीतम तुज्झ में ,जाग सकै तो जाग ।।
कस्तूरी कुंडली बसै ,मृग ढूढ़ै बन माहिं ।
तैसे घट-घट राम है, दुनियाँ जानै नाहिं। ।
- संत कबीर
अर्थात् परमात्मा हमारे शरीर के अंदर है, वह सच्चे गुरु के मार्गदर्शन में प्राप्त हो सकता है।
किसी भी चीज का निर्माण करना है तो कागज़ पर पहले इसका मेप बनाया जाता है, सृष्टि का निर्माण का मेप बनाने वाला भी कोई तो युनिवर्सल पावर होगा,, आपरेटर के सिवा अपने आप कुछ भी नहीं चलता,,,,
महाराज जी, आपको सत सत नमन, आपने एतना प्रवचन सुनाया लेकिन भगवान कौन है नहीं बताया।कोई तो है जो सृष्टि बनाया।
सृष्टि को बनाने वाला कोई है तो इस बनाने वाले को भी कोई बनानेवाला होगा इसी तरह उसके बनाने वाला होगा।कहानी खत्म नहीं होगा।
मै भगवान् को बार बार देखा हूँ, और देख रहा हूँ, वही हर रूप मे है, और वह हृदय मे देखा जा सकता है, किंतु वही देख सकता है जो निर्मल बन चुका है।
Right
चल कबीर रुस अमेरिका जापान में था है और रहेगा
जिनको प्रभु पर विश्वास नहीं होता है उन्हें प्रभुकी प्रति कभी नहीं होतीहै
भगवान आप स्वयं केवल प्रश्न कर रहे हैं,आप के पास अपने इन सवालों का जवाब है, आप असंतुष्ट है, इस से ज्यादा कुछ नहीं, आप जो लोगों से सवाल पूछ रहे हैं, आप सभी सवाल स्वय से पीछे आप का मन शांत होगा, आप में ही परमात्मा है।। सिर्फ आप ही सबकुछ है,बाकी सब माया है।।।।
भगवान ही था है और रहेगा
पहले भगवान् से मिलने की काबलीयत हासिल करो, फिर भगवान् दिखेगे।
🙏 आपने बिल्कुल सत्य कहा ईश्वर नाम की कोई चीज नहीं है प्राकृतिक ही ईश्वर है
Good to know your thoughts about students welfare and youth's welfare sir thanks
ईश्वर ज्ञानके आभाव का नाम है
राम धन इसी पाखंडी के जुबान से सुनाई दिया ये कैसा धन और कहां से इसे मिला इसी से पुछना चाहिए। कुछ लोगों का रोजगार बन चुका है ड्रामा करने का और भारत का पुरा व्यवस्था ही ड्रामा पर ही चल रहा है।
Binaadekhe na piyaar Bina dekhe
Na sansar
ईश्वर के सत्य से ये अनजान। इसीलिए ये ऐसी बात कर रहे हैं। ईश्वर को समझना है तो मेरे साथ जूडो।
To भगवान है तभी आप उनको झूठ साबित कर रहे हो अगर नहीं होते तो आप को इतना मेहनत नहीं करना पड़ता
शाबाश नागेश बेटा बहुत अच्छा बिल्कुल सत्य बोल रहा है भगवान नहीं होता तो इसको इतना नहीं भोगना पड़ता कुत्तेकी तरह भगवान ही सत्य है सत्य था सत्य रहेगा बेटा भगवान आपके परिवार की आंख भी नहीं दुखवा है Jay Siyaram जय
गीता ज्ञान दाता परमपिता परमात्मा शिव निराकार राजस्थान में आया है
रामपाल भी ऐसा ही है
Jo Naa dekha woh andha
Jo dekha wahi sach me bandha
साहिब बंदगी साहेब जी 🙏
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Jay ho atmgyani sant koti koti Naman bhagvan k naam par chal rahe dhandhe ki ab samapti hogi Kabir saty vani katu amrat hai
Dhan nirankar ji
Bhagwaan ki jagah allah bolo paas pahuncha denge😅
100%. Satya 😂, Kaveer panth ❤
OM Namo Narayan
JAY Gurudav ❤❤❤❤🎉❤❤❤❤❤❤❤
सभी जीव भग धारी है जो भग धारी है वहाँ वहीं भग वान है
भगवान देखने का चीज नहीं है उसे अपने हृदय में अनुभव करने का चीज है
Santji.app.mahan.ho
।।राम।।
संत कबीर को जानना आप जैसे मूर्ख के बस की बात ।
पोथी पढ़ पढ़ जग मुआ पंडित भया न कोय । ढाई अक्षर प्रेम का पढे़ सो पंडित होय ।
ढाई को खोज लो भगवान मिल जायेगा ।
साहेब पूरन थे पूरन बनो
ਇੱਕ ਪਾਸੇ ਸਾਰੇ ਕਹਿੰਦੇ ਭਗਵਾਨ ਇੱਕ ਹੈ ਫਿਰ ਇੱਕ ਭਗਵਾਨ ਦੂਸਰੇ ਭਗਵਾਨ ਨੂੰ ਕਿਉ ਮਾਰਦਾ ਹੈ ਇੱਕ ਭਗਵਾਨ ਦੂਸਰੇ ਭਗਵਾਨ ਨੂੰ ਕਿਉ ਲੁੱਟਦਾ ਹੈ। ਇੱਕ ਦੇਸ ਦਾ ਕਾਨੂੰਨ ਨਹੀ ਇੱਕੋ ਜਿਹਾ ਇੱਕ ਦੇਸ ਦਾ ਭਗਵਾਨ ਵੀ ਵੱਖ ਵੱਖ ਹੈ। ਦੇਸ ਤਾਂ ਕੀ ਹਰ ਬੰਦੇ ਦਾ ਭਗਵਾਨ ਵੀ ਵੱਖ ਵੱਖ ਹੈ
Sat sahib
Saheb ji maa ke garbh me ye haath paanv aadi saadhan lene kahan se gya or garbh me pahuncha kaise. Purush ka virya jab istri garbh me parvesh kiya uske saath hi yaa phir baad me. Kipa kar parkaash dalen ji🙏
Stya vachan guru ji ka na bhagwan hai na bhagwan huwa hai na hoga jai savidhan
जो है नहीं उसे कैसे सिध्द किया जा सकता है, आप अगर कहते हैं की भगवान है तो वह सिद्ध करें
Bilkul sahi app kiye bayt saya haym sayhmayt Daish koya dongi saya baycha looy
भगवान से भी कई बार भूल हो जाती है, इसे ग़लती से मनुष्य जन्म दे दिया। अरे मूढ़ तुझे पता है तू कौन है। ये ज्ञान खुद के परिवार को दे। इस देश में अलग-अलग सम्प्रदाय है। सबके अलग-अलग आराध्य हैं, तेरे भ्रमित करने से कुछ नहीं होगा। इससे अच्छा अपने घर के अंदर भोंक लिया कर । अच्छे कर्म कर और मस्त रह वर्ना जन्म धिक्कार है। कबीर को दुनिया जानती है।
कबीर की आड़ में बढ़िया दुकान चल रही है।
Fer ye sare miracle kese hote hai .. Agar upar wala nehi hai to
सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड शून्य ही परमात्मा है,जो कन कन मे उनका वास है,आत्मा शरीर को चलाता है, परमात्मा ब्रह्माण्ड के पिण्ड ग्रहों को चलाता है।
Aajpji ye bhi samjhayen ki kabir jo kah rahe ki dagriya bhul gai. To ham kahan se aaye hai or kaise aaye hai. Saadhan kya mila aane ka . Or ham dagriya bhul ke yahan kaise aa gye. Ekdam shuru me to ham niskarm honge. Ye karm laagu kab hua. Or apna ghar vapis jayege to kaise saadhan kya hoga. Kirpa karo ji🙏
Parmatma ji koti koti parnam insan hi to wahi Koie janye to Sahi
बड़े बड़ेविद्वान हुए भगवान को साफ साफ ना करते हैं वाक्य में यह हकीकत है 50 55 साल का मैं हो गया हूं मेरा एक्सपीरियंस मेरा अनुभव यही बताता है कि वाक्य में भगवान नाम की कोई चीज नहीं है
Sahi bola aapne
Bhagwan ka kathan : Nirmal man jan so mohi pava.mohi kapat chhal chhidra na bhava. Shur surya tulshi Shashi udgan Keshav daash anya kavi khadyot sam it ut kare prakash.
Parampita Parmatma Kabir Dev hai
He mahanubhav AAP Sab Jante Hain ki Manav dwara Bhagwan ka naam Bhagwan ka naam Rakha Gaya Hai Bhagwan To Har Jagah ek hi hai
Swikar hi Ram hi hamare shree shree 1008 shree devraha sarkar hamare batayenge Esko thoda type
अंध भक्ति बौद्धिक आत्महत्या है । जय श्री राम 🚩
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वह ज्ञान बिसरा नहीं, स्मरण होय मोहि आय।
यह महिमा प्रभु जानिए,भक्तन उर बस आय।
रमाशंकर साहब जी सब कुतवा गिदड़वा चिल्लाते चिल्लाते थककर मर गए तो महाराज जी के चिल्लाने से क्या अंतर फर्क हो जाएगा ? जैसे चल रहा था चल रहा है वैसे ही आगे चलेगा सृष्टि जिस दिन चाह लेगी उस दिन अस्त व्यस्त को सही कर देगी और असत्य भ्रम को भी सत्य में प्रतिष्ठित कर देगी।जब कुछ है ही नहीं तो बताने की आवश्यकता 0:55 क्यों पड़ी है। और कुछ है तो दाल में जरूर काला है।
भगवान एक है उसका नाम परमपिता परमात्मा शिव निराकार ज्योति बिन्दु स्वरूप सत्यम शिवम् सुंदरम है अभी वह स्वयं धरती पर आया है इस भषटाचारी दुनिया को खत्म कर नयी श्रेष्ठाचारी दुनिया बनाने राजस्थान में आया है
Bilkulsahibat,babaapkonamate100
❤ 4:13
भग के बिना वान नहीं जन्म नहीं तो मृत्यु नहीं तृष्णा नहीं तो जन्म नहीं अज्ञान नहीं तो संस्कार विज्ञान नाम रूप षडायतन स्पर्श वेदना तृष्णादि नहीं
Admi। ही भादवान है मां बाप।ही भगवान है जो हमे pala पोसा बड़ा किया राम भी एक आदमी।थे। मां।बाप को।बात।माने jagal में गए आज।। बाप को बात मानते नही।???
Mane ya na mane lekin science ke anurup baba ka pravachan sahi hai .
Gjb ,सत्य वचन साहब जी
आप लोगों को क्यों बरगला रहे हैं। अगर भगवान नहीं है तो मां के गर्भ से जब बच्चा बाहर आने के पहले मां के स्तन में दूध कैसे आ जाता है।महराज जी आपको मानना हो तो मानिए, नहीं तो दूसरों को बरगलाना बन्द कीजिए।
मै तो पूछ रहा हूं कि हर जीव जन्तु और पेड़ पौधों में भी नर और मादा होता है। इनके आपसी संबन्ध होना है उस के बाद ही बच्चे पैदा होते हैं मतलब वंश व्रध्दि होता है। अचानक कोई भी वस्तु पैदा हुए हो किसी ने नहीं देखा है । योजना बद्ध तरीके से पूर्वाग्रह से किसी ने स्रष्टी किया है कि इन का वंश बढ़ना है । इस वंशवृद्धि के पीछे का लक्ष्य जो भी हो।जानवर हो चाहे मनुष्य हो या पक्षी भी हो नर और नारी के बीच संबन्ध होना जरूरी है और उनके वंश बढ़ता है। तो उनके शरीरों का संरचना इस तरह जिसने
किया है वहीं ईश्वर है। अगर कोई कहते हैं कि ईश्वर नहीं है वह सबसे बड़ा मूर्ख है।
कुछ भी बोलो सब चलेगा हिंदू धर्म मे । कोई रोकने वाला नहीं है बना दो सबको नास्तिक । कबीर साहेब की वाणी को गहराई से जानने के लिए संत रामपाल जी के सत्संगअवश्य सुने
शायद यह मुझे मुस्लिम लग रहा है संत कबीर के नाम पर यह एक कलंक है संत कबीर ने भी राम नाम जप था क्यों जाप
Bilkul100%satya baat
शब्द क्या है कोई जानता है तो हमे बतावे।राकेश प्रजापति
आजकल सबको हिंदू सनातन धर्म पर ही बकलोली करनी है
Statement is 100 percent correct.
♥️♥️♥️🌹🙏🙏🙏
दुनिया एक नाटक है आप भी इस नाटक के भाग हो लगे रहो
💯% ✔️
Bhagwaan Tha ya nahi ye mudda nahi , Certificate issue karne wala jaroor hai .
Sahi Kaha Sahab Koi Nahin Hai Bhagwan
Har insan hi to parmatma hai
Your massage is wordly not spiritual. I say jesus christ is real and living God.l saw God and walk with God.
भगवान है. मराठी मे बोलते है..
Jay satguru ❤
Kewal apane ko jane sant ji. Mayajal me kyo fase h ?
Allah thaa jo thaa wahi hai aur
Wahi raheg
इसकी मां इसकी बाप ने पूरा ब्रह्मांड को बनाया होगा , इसकी बाप ने सूरज को बनाया होगा 😂 इसकी मां ने चंद्रमा को जन्म दिया होगा😂 इसकी मां ने समस्त जीबों को बनाया होगा😂😂
ਸਹੀ ਬਚਨ ਹੈਨ ਬਾਬਾ ਕੇ
Sab Ka Baap Kabir hai
न
धरती न आसमान न सूरज चांद न
आरा और न आदि न माया तब जीव कहा से आया इसका उत्तर। दे दीजिएगा
आरा नही तारा है
अगर जानना चाहते हैं तो मानना छोड़ दीजिए और ध्यान समाधि में जाइए