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@@shailendradas1661 kyu ke unho ne hi vardaan Diya tha ke jis ke sirr par haath rhokho GE vo bhasmm ho jye ga bhasmasur ko or vo usi ka upyog unke par krna chaa rha tha Vo chate to uska vad bhi kr skte the lekin unho ne mreada rhki ekk bhagat or bagwaan ke riste ki bass iss liye hi bhage
@@deepak_editx ब्रह्माण्ड पुराण में कहा गया है : सहस्त्र नाम्नां पुण्यानां, त्रिरा-वृत्त्या तु यत-फलम् । एकावृत्त्या तु कृष्णस्य, नामैकम तत प्रयच्छति ॥ विष्णु के तीन हजार पवित्र नाम (विष्णुसहस्त्रनाम) जप के द्वारा प्राप्त परिणाम ( पुण्य ), केवलएक बार कृष्ण के पवित्र नाम जप के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है । भक्तिचंद्रिका में महामंत्र का माहात्म्य इस प्रकार वर्णित है-बत्तीस अक्षरों वाला नाम- मंत्र सब पापों का नाशक है, सभी प्रकार की दुर्वासनाओंको जलाने के अग्नि-स्वरूप है, शुद्धसत्त्वस्वरूप भगवद्वृत्ति वाली बुद्धि को देने वाला है, सभी के लिए आराधनीय एवं जप करने योग्य है, सबकी कामनाओं को पूर्ण करने वाला है। इस महामंत्र के संकीर्तन में सभी का अधिकार है। यह मंत्र प्राणिमात्र का बान्धव है, समस्त शक्तियों से सम्पन्न है, आधि-व्याधि का नाशक है। इस महामंत्र की दीक्षा में मुहूर्त्तके विचार की आवश्यकता नहीं है। इसके जप में बाह्यपूजा की अनिवार्यता नहीं है। केवल उच्चारण करने मात्र से यह सम्पूर्ण फल देता है। इस मंत्र के अनुष्ठान में देश-काल का कोई प्रतिबंध नहीं है। अथर्ववेद की अनंत संहिता में आता है- षोडषैतानि नामानि द्वत्रिन्षद्वर्णकानि हि | कलौयुगे महामंत्र: सम्मतो जीव तारिणे || अर्थात : सोलह नामों तथा बत्तीस वर्णों से युक्त महामंत्र का कीर्तन ही कलियुग में जीवों के उद्धार का एकमात्र उपाय है| यजुर्वेद के कलि संतारण उपनिषद् में आता है- द्वापर युग के अंत में जब देवर्षि नारद ने ब्रह्माजी से कलियुग में कलि के प्रभाव से मुक्त होने का उपाय पूछा, तब सृष्टिकर्ता ने कहा- आदिपुरुष भगवान नारायण के नामोच्चारण से मनुष्य कलियुग के दोषों को नष्ट कर सकता है। नारदजी के द्वारा उस नाम-मंत्र को पूछने पर हिरण्यगर्भ ब्रह्माजी ने बताया- हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।। इति षोडषकं नाम्नाम् कलि कल्मष नाशनं | नात: परतरोपाय: सर्व वेदेषु दृश्यते || अर्थात : सोलह नामों वाले महामंत्र का कीर्तन ही कलियुग में कल्मष का नाश करने में सक्षम है| इस मन्त्र को छोड़ कर कलियुग में उद्धार का अन्य कोई भी उपाय चारों वेदों में कहीं भी नहीं है | अथर्ववेद के चैतन्योपनिषद में आता है- स: ऐव मूलमन्त्रं जपति हरेर इति कृष्ण इति राम इति | अर्थात : भगवन गौरचन्द्र सदैव महामंत्र का जप करते हैं जिसमे पहले ‘हरे’ नाम, उसके बाद ‘कृष्ण’ नाम तथा उसके बाद ‘राम’ नाम आता है| ऊपर वर्णित क्रम के अनुसार महामंत्र का सही क्रम यही है की यह मंत्र ‘हरे कृष्ण हरे कृष्ण…’ से शुरू होता है | पद्मपुराण में वर्णन आता है- द्वत्रिन्षदक्षरं मन्त्रं नाम षोडषकान्वितं | प्रजपन् वैष्णवो नित्यं राधाकृष्ण स्थलं लभेत् || अर्थात : जो वैष्णव नित्य बत्तीस वर्ण वाले तथा सोलह नामों वाले महामंत्र का जप तथा कीर्तन करते हैं- उन्हें श्रीराधाकृष्ण के दिव्य धाम गोलोक की प्राप्ति होती है | विष्णुधर्मोत्तर में लिखा है कि श्रीहरि के नाम-संकीर्तन में देश-काल का नियम लागू नहीं होता है। जूठे मुंह अथवा किसी भी प्रकार की अशुद्ध अवस्था में भी नाम-जप को करने का निषेध नहीं है। श्रीमद्भागवत महापुराणका तो यहां तक कहना है कि जप-तप एवं पूजा-पाठ की त्रुटियां अथवा कमियां श्रीहरिके नाम- संकीर्तन से ठीक और परिपूर्ण हो जाती हैं। हरि-नाम का संकीर्त्तन ऊंची आवाज में करना चाहिए | जपतो हरिनामानिस्थानेशतगुणाधिक:। आत्मानञ्चपुनात्युच्चैर्जपन्श्रोतृन्पुनातपच॥ अर्थात : हरि-नाम को जपने वाले की अपेक्षा उच्च स्वर से हरि-नाम का कीर्तन करने वाला अधिक श्रेष्ठ है, क्योंकि जपकर्ता केवल स्वयं को ही पवित्र करता है, जबकि नाम- कीर्तनकारी स्वयं के साथ-साथ सुनने वालों का भी उद्धार करता है। हरिवंशपुराण का कथन है- वेदेरामायणेचैवपुराणेभारतेतथा। आदावन्तेचमध्येचहरि: सर्वत्र गीयते॥ वेद , रामायण, महाभारत और पुराणों में आदि, मध्य और अंत में सर्वत्र श्रीहरिका ही गुण- गान किया गया है। -ISKCON Desire Tree - हिंदी
भारतीय और पाकिस्तानी दुनिया के सबसे नस्लीय और अनैतिक लोगों में से एक हैं। भारत और पाकिस्तान में अधिकतर लोग धर्म में विश्वास रखते हैं। उनकी मूल्य प्रणाली और नैतिकता उनके द्वारा पालन किए जाने वाले धर्म से संचालित होती है। मूलतः राम, कृष्ण और मोहम्मद ही अनैतिकता सिखा रहे हैं। यही कारण है कि भारत और पाकिस्तान सबसे भ्रष्ट समाजों में से एक हैं।
Shame on those Indian people who are not from Abrahamic religions who say such bad things for the Supreme Lord. Shree Krishna is Parabramha Hare Krishna 🙏🙏🙏
Lord Krishna is Supreme 🙏 One can only understand him by reading Bhagvad Gita specially Chapter 10 where The Supreme shows his supremities. Jai Shree Krishna 😊 🙏🙏🙏
No.........bro thats not EASY . Only by reading Bhagvat Gita one cannot understand Lord Krishna. He is even beyond that. God can only be understood by pure firm devotion. Gita tells you the path about understanding God. Not explains actual and whole identity of God.
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
Aaj aapne mere sare Doubts clear kardiya, Krishna is my life 🥺💓🌼 But your answers are so correct that Mai ab kisi ko bhi keh sakti hu Shared with my friends HARI BOL 🌿❤️
Hi Hyperquest Thank you for considering my request on Shri Krishna's leela . Eagerly awaiting for more such exposes on alligations against sanatan and Knowledge of Shri Kirshna's Leela 🙏🙏 A kind request : Can you make a video on Bhavishya malika and his authenticity or Make more videos on Gita and upanishadas?
Bro ek bar Sanatan dharam decoded channel bi dekho vha pe 1hr+ ki video hai...... Aur 50+ reference hai sare alligation ko expose kiya hai unhone....... Aur Bhut ache se explain kiya hai.....ek bar jarur dekhna bro.....
160008 wives of lord Krishna is an alleogory of cosmic consciousness of the supreme Sahasrara chakra of thousand lotus petals. 16 kalas of lord Krishna meets with thousand lotus petals of Sahasrara chakra works out to 16000. Numerical form of OM shabda Brahman is 108. Alleogory of wives are energy of the supreme. Sanatana dharma not for stupids.
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
जय श्री कृष्णा ❤ आज हमारे दिल से निकला दिल का असली स्वाभिमान नींद खुलते ही स्वर बोलउठा जय श्री राम जय श्री राम कहते कुछ भी कोई नहीं क्या करते हो काम स्वार्थी जीवन जी रहा बोलो,जय श्री राम जय श्री राम होते नहीं दिन शुरू लिए प्रभु का नाम काम शुभ होते हैं बोलो जय श्री राम-2 प्रभु भी गन्ना करते कौन लिया है नाम दक्षणा देते उसी अनुरूप बोलो जय श्री राम - 2 मान मर्यादा पुरुषोत्तम चमके सिर पर मौर्य जो बोले खुलकर जय श्री राम - 2 शक्ति स्वरूपा ज्ञानी आपा मिलते हैं वह एक नाम कृष्ण कन्हैया मुरली गिरिधर बोलो जय श्री राम जय श्री राम❤❤❤
Namaste Bhai, please do read full comment.first of all ,your doing very nice work by giving the truth to us and giving a true reply to the people who accuse our devi devatas keep continuing this good work sanatana dharma is proud of you and i am pretty sure that lord krishna and lord shiva and all other devatas will bless you in your good work bhai. you have my best wishes. everyone tries to insult sanatan dharma but nobody talks about how vedic scholars already found out many modern aspects before videshi people. no one talks about the greatness of lord shiva who drank poison for the welfare of the whole world during samudra manthan but always talk about his anger. similarly they talk all these things about lord krishna but those fools do not know that lord krishna only gave us bhagavad gita, the essence of dharma. last but not least, many people might not have guts to answer the people who put blame on sanatana dharma but you have that guts hence the first salute of the day goes to you. best wishes once again. dhanyawad har har mahadev jai shri krishna jai sri ram
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
Lord Krishna is cause of all causes.. He is param brahm.. We can't understand him by our intellect... Also Lord tells this is bhagwat Geeta.. Hare Krishna 🙏🙌🙏
मुझे( व अच्छे लोगो को भी)पूर्ण भरोसा है अपने परमेश्वर जगन्नाथ श्री कृष्ण जी पर😊। पर कई गलत मानसिकता वाले, दंभी, खुदके जीवनकाल में अनेकों पाप करने वाले लोग भगवान कृष्ण जी के बारे में गलत बोलते हैं उनका अपमान करते हैं भगवान कृष्ण जी के पास ऐसे लोगों के सीधा प्राण छीनने की ताकत है इन्ह मुर्ख बुद्धि वालो को सीधा नरक भेज सकते हैं पर अपमान सुनकर भी यह सोचते हैं कि कोई अहित ना हो व सुधरने के कइ मोके देते हैं। हमारे परमेश्वर जगन्नाथ श्री कृष्ण जी की भक्ति से भीतर के काम व क्रोध काप उठते हैं।
जय हो भगवान शंकर के अवतार और सत्य सनातन अद्वैत धर्म के सबसे बड़े विद्वान आदिगुरू शंकराचार्य जी की जिन्होंने भारत के चारों ओर चार मठ स्थापित किए है जिनमें एक जोशीमठ है जिन्होंने दुनिया को अद्वैतवाद की शिक्षा दी है।
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
Shree Krishna , Leela Purushottam hai. Materialistic point of view se unki leela samajh na difficult hoti hai. Aap ne sahi kaha agar Shree Krishna ki upadesh se chalenge toh Jeevan anandmay hogi. Jai Shree Krishna
Vedik. Dharm to kisi insan se chalta nahi hai wo chahe Ved Upnishad Darshan Brahman Granth kanhi nahi likha ki Kisi insan ko Follow karo Tum Ram krishna ko mante ho Tumko to Apne hatho se Purano ko. Jala dena chahiye sabse jayde Tumhare purvaj ka isi kitab ne Apman kiya hai
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
One thing I want to add is Krishna was a boy ‘he was in Vrindavan for 8years only.I also got these questions,I have read Bhagavatam,dasam skanda,but you can’t know these inner meanings on your own.Fortunately we Telugu people have wonderful pravachan kartas.My doubts were clarified by Sri Chinna Jeeyar Swamiji.
Symbolic representation of female kundalini energy reaching "Sahasrara Chakra" (1000 Petals) via Lalana Chakra (16 Petals) Hence, 16,000 Gopis. (16 X 1000) Transdental bliss achieved after meeting God. All stores are SYMBOLIC in nature. (- As explained by Ajit Sir)
Sir I would really like if you make a video on Tantravidya and Tantricks in Hinduism,I have always heard of this but most of the people talking about it say it like it's extremely evil and malicious thing,so I would really like if you make a video on that topic as well.🔱🕉️
Well as I already replied to you - people make judgements on tantra and tanriks and it has become generally acceptable due to bollywood pov as tanra-tanrics need blood , use skulls - astrology - act like mad people - ghost hunting - black magic etc etc. IN this age of kali yes it has become evil and malicious as practices like child sacrifice, sexual assault and r8pe are being carried because of it
I recommend looking into specific tantra practitioners like Rajshri nandy sir is very popular on CZcams these days, adi suyash and some very specific are also available for knowledge. It's not an evil thing because tantra originated from shiva and most tantric texts are conversation with Parvati ma and lord Shiva and amazing however there's a thing it's called panchmakar which goes against typical society like meat, intercourse and stuff but it's only offered in vamachar and under a guru but yeah the stuff about killing others, hypnosis and other creepy things and certain disgusting practices are definitely their however there's a million gems as well!.
Thank you so much bhaiya. Amazing work. I have a request though. Can you please make a video on "How our great sages got the knowledge of Vedas?" Did they did meditation or some divine power was behind it or its just hyper awareness or speculation ? It was an often asked question and some light should be shed on the history and origin of the Vedas.🕉️🙏
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
@@paramp4rlord Shiva has taught the knowledge of Vedas to 7 great sages or saptrishi . And the sages passed this knowledge to their disciples by guru shishya parampara . ❤
The first humans were born out of mother earth aged 25 and there were many. They were pure souls with no history. Every single one of us is born with the eternal knowledge within them but having come into contact with material nature we tend to forget things. For those first humans they had no history so being humans who are inquisitive by nature they went into deep thought or dhyan and it is in that they went into a state of samadhi and they saw the entire secrets of the universe within them. Everything in creation is made up of vedic mantras. Those sages then revealed the Vedas as they saw in their state of samadhi and later after the mahabharata war after most learneds died that it was written down in a book form
भारतीय और पाकिस्तानी दुनिया के सबसे नस्लीय और अनैतिक लोगों में से एक हैं। भारत और पाकिस्तान में अधिकतर लोग धर्म में विश्वास रखते हैं। उनकी मूल्य प्रणाली और नैतिकता उनके द्वारा पालन किए जाने वाले धर्म से संचालित होती है। मूलतः राम, कृष्ण और मोहम्मद ही अनैतिकता सिखा रहे हैं। यही कारण है कि भारत और पाकिस्तान सबसे भ्रष्ट समाजों में से एक हैं।
This video is a genuine attempt to make a point to point rebuttal of the unrealistic and ingenuine allegations made on his holiness Shri Krishna. Commendable piece of content. 🙏 May similar content continue being shared online
अच्छा प्रयास आदरणीय, आप श्री डोंगरे जी महाराज जी को, धर्म सम्राट् करपात्र स्वामी जी महाराज जी को, स्वामी श्री अखण्डानन्द जी को भी सुनें इस विषय में 💯🙏😇🙏,
@@Prathmesh_369 Shri Krishna himself told this in Geeta that he is the supreme god who has make this world and 3 god (bramha,Vishnu ,Shiva) and not even this but uncountable number of u universe . May you know right things and not live in illusion
गीता में ईश्वर का स्वरुप:- *(1) ईश्वर जन्म तथा मृत्यु से परे है। वह अवतार नहीं लेता। - (८.३.) *(2) ईश्वर अत्यन्त सूक्ष्म होने से बाहर की आंख तथा त्वचा से जानने योग्य नहीं। ईश्वर न आता है और न ही कहीं जाता है। क्योंकि वह दूर तथा पास सब स्थानों पर विद्यमान है, पर निराकार होने से दिखायी नहीं देता। -- (१३.१५.) *(3) हे अर्जुन! यदि तू इस निराकार अत्यन्त सूक्ष्म और सर्वव्यापक ईश्वर को जानना चाहता है तो अपने हृदय में ही ध्यान करके जान सकता है वहीं मिल सकता है जहां आत्मा भी हो, दोनों का वास ह्रदय में ही है बाहर नहीं है।--(१८.३१.) *(4) हे अर्जुन! वह परमात्मा ही व्याप्त होकर इस सारे संसार को यन्त्र के समान चलाता है।-- (१८.३१.) *(5)* हे अर्जुन! उसी निराकार सर्वव्यापक संसार को बनाने तथा चलाने वाले की शरण में पूर्ण भावना सहित जा। उसी की शरण में जाने से सर्वोत्तम शान्ति तथा शाश्वत सुख मिल सकता है।--(१८.६२.) ओ३म् का जप और योगेश्वर कृष्ण:-* प्राणायाम के साथ दोनों आंखों के मध्य में ध्यान लगाकर, ओंम् का जाप करो।-- (८,१०,१३) *(२) यह ओंम् ही उस 'ब्रह्म' सर्व सृष्टिकर्त्ता परमात्मा का मुख्य नाम है। इसी ओंम् को (मेरे से पूर्व भी) सब वैदिक विद्वानों ने ध्याया और गाया है।-- (८.११.) *(३) इसी प्यारे ओंम् को जो भक्त नित्य नियम से जपता है, वह बार-बार के जन्म तथा मृत्यु के दुःख से बचकर परमगति (मोक्ष) को प्राप्त होता है।-- (८-१४,१५) * वेद और यज्ञ परमात्मा का उपदेश है:-* यह यज्ञ-अग्निहोत्र आदि पवित्र कर्म वेद ने बताये हैं और वेद परमपिता परमात्मा का आदेश हैं. शंका:- श्रीकृष्ण स्वयं अर्जुन को कहते हैं कि अर्जुन तू मेरा अनुसरण कर। इससे तो यही पता चलता है कि श्रीकृष्ण ही ईश्वर थे। * समाधान:-* नहीं ऐसी बात नहीं है; यदि श्रीकृष्ण स्वयं ईश्वर होते तो वे अध्याय १८ के ६१,६२ तथा अध्याय १३ के १३,१५ श्लोक में निराकार सर्वव्यापक ईश्वर की चर्चा न करके अपनी चर्चा करते। हम पूर्व इन श्लोकों के अर्थ लिख चुके हैं, ध्यान से पढ़े और गीता में भी देख लें। वास्तविकता यह है कि जहाँ-जहाँ गीता में अपने आपको ईश्वर के स्थान पर 'मैं' या 'मेरा' ऐसा करके कहा है, वहां भी उनका संकेत ईश्वर की ही और है। जब कोई योगी व्यक्ति ईश्वर भक्ति या समाधि में लीन हो जाता है तो वहां पर केवल परमात्मा के ही आनन्द को मुख्य रुप से अनुभव किया करता है। इसके साथ ही यह भी जानने योग्य है कि जहाँ जहाँ कृष्ण महाराज ने मेरा ध्यान करो, मेरे पीछे चलो, ऐसा कहा है वहां वे ईश्वर की भक्ति में रंगे हुए यही कह रहे है कि मेरे भगवान् ओंम् का जाप करो और जिस ईश्वर के मार्ग पर मैं चलता हूं,तुम भी उसी मार्ग पर मेरे पीछे चलो। "वेदान्त दर्शन" में इसी बात को सूत्र १.१.२९ द्वारा समझाया गया है कि जहाँ-जहाँ ईश्वर-भक्त ईश्वर के ध्यान में डूबा,'मैं' शब्द का प्रयोग करता है; वहाँ उसको ईश्वर के लिए समझना चाहिये, न कि उस कहने वाले व्यक्ति के लिए । अतः इससे यही निश्चित होता है कि श्रीकृष्ण ईश्वर अवतार न थे अपितु वे तो ईश्वर तथा वेदों के भक्त थे और हम मनुष्यों को भी अपना कल्याण चाहने के लिए ईश्वर के मुख्य नाम ओंम् का श्रद्धापूर्वक जप करना व यज्ञ करना चाहिये। अतः गीता पढ़ने वालों को चाहिये कि वे वेद की अवहेलना न करें।
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
What are the 7 gates of Vaikuntha? Seven doors of Vaikuntha - the celestial abode of Muladhara, Svadishthana, Manipura, Anahata, Vishuddha, Ajna, and Sahasrara.
7 gates of vaikunta are 7 chakras within you. When person dies he soul will travel to one of the seven astral layers same as seven chakras according to their karma and frequency of the soul before it induct back to earth. Vaikunta abode of lord Vishnu is the seventh. Vaikunta is nothing but moksha Atman merge back with brahmAn.
@@Prathmesh_369 Jin purano ki tum baat kar rahe ho, jinhone bhagwan Shree Krishna ko badnaam Kiya hai, wahi puran unhe brahmachaari bhi bolte hai, aur jitni bhi leelaye hai unke peeche ka context bhi samjhate hai
bahut bahut dhanywad bhai apne ye video banakar bahut se logo ke band huye gyaan chakshu ko khol diya h aur sach ko ek dam spashth ujaagar kiya hai, jai shri Krishna
Sir ap swathik Bhagavad Gita, par rahe he, mere pas bhi vi Gita he. Mera sirf yehi khushi he ki mene ap ko wrong translation se bacha paya. JAI SRI KRISHNA HARE KRISHNA HARE KRISHNA KRISHNA KRISHNA HARE HARE HARE RAMA HARE RAMA RAMA RAMA HARE HARE. ❤
Bhai aapne bahut acha kaam kiya hai in prasano ko uthakar taki mand budhi bhi sahi aarth samjh sake aur humare prabhu jee par galat dosh lagan bad kare Radhe 🌸 Radhe
न मे पार्थास्ति कर्तव्यं त्रिषु लोकेषु किंचन। नानवाप्तमवाप्तव्यं वर्त एव च कर्मणि॥ ३.२२ ॥ हे अर्जुन! मुझे इन तीनों लोकों में न तो कुछ कर्तव्य है और न कोई भी प्राप्त करने योग्य वस्तु अप्राप्त है, तो भी मैं कर्म करता हूँ ॥ ३.२२ ॥ यदि ह्यहं न वर्तेयं जातु कर्मण्यतन्द्रितः। मम वर्त्मानुवर्तन्ते मनुष्याः पार्थ सर्वशः॥ ३.२३ ॥ क्योंकि हे पार्थ! यदि कदाचित् मैं सावधान होकर कर्म न करु तो बड़ी हानि हो जाएगी क्योंकि मनुष्य सब प्रकार से मेरे ही मार्ग का अनुसरण करते हैं ॥ ३.२३ ॥
श्रीमान जी एक सवाल है जो मुझे किसी ने पूछा था कि अगर सनातन में 25 साल तक ब्रह्मचर्य होना चाहिए तो अभिमन्यु की शादी सिर्फ 13 साल की आयु में क्यों होती है?😊💁🙏🙏
Mujhe ak bat samajh nehi Aya Krishna ji ne on gopiyo ke stan ko pakra kyu tha? Kya on gopiyo ne is bat ka kalpana Kiya tha? Me to kabhi Krishna ji ko lekar asa soch vi nehi sakta. Ak aurat kyese asa soch vi sakta he, ki Krishna ji onka stan ko hato me lengi? I think those are fake interpolated stories .
@@arijitkar9434 Fir tumne inn kahaniyon ko literal history bana diya na jaaane anjaane mai ? Aare bhai ye symbols hain koi fact nahi hain ki unhone aisa sachmuch kiya tha Unhone bataya tha na ki jo bhakt mujhe jaisa bhajta hai mai usko bilkul wesa hee bhajta hun Jab un gopiyon ne unko apna pati roop mai pujte the to Prabhu ko bhi apna bachan ke anusar unke sath pati ke roop mai behave karna padega na ? Aur agar tum advait vedant ki drishti kon se dekho to yahan jo gopiyan hain woh prakrati ke pratik hain aur Shri Krishn ji to hain hee paramatma Aur Advaita ke drishti kon se dekhe to Gopiyan/Jeev, Shri Krishn/Paramatma se bilkul ek hain (Aham Brahmasmi, I am Brahm/Krishn/Supreme Pure Consciousness) Aise hee yahan jo gopiyan hain woh Shri Krishn hee hain, maane "Gopi" koi stree ya purush nahi hote, "Gopi" ek chetna hoti hai jo Krishn/Param Satya ka premi ho aur uss se chetna ke sthar pe ekakrit hone ka prayas karta ho aur ant mai wohi ban jaata ho, yehi hota hai Rasleela ka matalab Ras means Pure Bliss Har jagah sirf Krishn hee Krishn hain unke siwaye koi aur hai hee nahi gop gopiyan, gwal bal, tum hum sab, ye pure brahmand sab Krishn hain isiliye yahan koi sankochta, ashleelta, maryada, bhay etc chhoti chizen nahi hoti Ek to gopiyan koi stree ya koi gender nahi hoti aur dusra keval Krishn hee har jagah vidyamaan hain kahi par gae bacchde bankar, kahi par ped bankar, kahin par gop gopiyan bankar To tum batao yahan pe ashleelta kahan hain, ashleelta jesi chhoti chiz to tab hogi na jab koi do (two) hon, yahan pe to keval Krishn hee Krishn hain har jagah to tumhare maan mai ashleelta ka prashna bhi kese utha ? Aur aisa nahi hai ki ye baat keval mai siddhant ke taur par bol raha hoon, Bhagavatam/Bhagwat Puran mai yehi context mai Bhagwan Shri Krishn aur gop gopiyan ka rishte ka varnan hua hai Bhagwat Puran mai Bhagwan Shri Krishn ko paane keliye Shankhya Darshan, Advaita Vedant aur Yog ka heavy use hua hai, inn sabse tumko ye samajh lena chahiye ki ye granth batana kya chah raha hai, Tum aur Paramatma ek ho (Tatvam Asi).
प्रस्तावना से ऐसा लगता है कि हमें किसी को दिखाना है कि हम श्रेष्ठ हैं....कोई किसी भी नज़र से देखे ब्रह्म से सभी का रिश्ता है...इतना डिफेंसिव क्यों होना.... ये सवाल बहुत पहले से हैं जिनके जवाब भी तभी से हैं, जिन्हें प्रश्न से प्रेम वो प्रश्न करते हैं, जिन्हें उत्तर से वो उत्तर तलाशते हैं.... बार बार ये जताते रहना कि सही गलत की अवधारणा से ऊपर मानवता सोच ही नहीं सकती, अध्यात्म का मज़ाक है, मुस्कुराइए आगे बढिए..ब्रह्म को जानिये
@@yoyoyo492 nahi nahi bhai aap Indra Ahilya ko bhi defend kar sakte Symbolism hai Nirukt vedang mai explain kiya hua hai. Thoda Research karke bola kariye.
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हर हर महादेव।
I have a question why shiva ran away from bhasmasur
@@shailendradas1661 kyu ke unho ne hi vardaan Diya tha ke jis ke sirr par haath rhokho GE vo bhasmm ho jye ga bhasmasur ko or vo usi ka upyog unke par krna chaa rha tha
Vo chate to uska vad bhi kr skte the lekin unho ne mreada rhki ekk bhagat or bagwaan ke riste ki bass iss liye hi bhage
बहुत हि श्रेष्ठ और तर्क संगत प्रस्तुति के लिए हृदय से आभार!
Maira college Mai aarya samaj Kai teacher bhi hai to unko daikhogai to Pagel Ho jaogai pata nhi kya kya boltai hai
कितना भी आभार किया जाए कम है प्रभु... हमारे भगवान श्री कृष्ण और सत्य सनातन धर्म पर लांछन लगाने वालों के मुंह पर यह वीडियो तमाचा है...🙏🙏
भाई श्रीकृष्ण कहो श्रीकृष्णा कोन है 🧡🚩
@@deepak_editx सही कहा मित्र, त्रुटि हो गई🙏🙏
@@deepak_editx ब्रह्माण्ड पुराण में कहा गया है :
सहस्त्र नाम्नां पुण्यानां, त्रिरा-वृत्त्या तु यत-फलम् ।
एकावृत्त्या तु कृष्णस्य, नामैकम तत प्रयच्छति ॥
विष्णु के तीन हजार पवित्र नाम (विष्णुसहस्त्रनाम) जप के द्वारा प्राप्त परिणाम ( पुण्य ), केवलएक बार कृष्ण के पवित्र नाम जप के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है ।
भक्तिचंद्रिका में महामंत्र का माहात्म्य इस प्रकार वर्णित है-बत्तीस अक्षरों वाला नाम- मंत्र सब पापों का नाशक है, सभी प्रकार की दुर्वासनाओंको जलाने के अग्नि-स्वरूप है, शुद्धसत्त्वस्वरूप भगवद्वृत्ति वाली बुद्धि को देने वाला है, सभी के लिए आराधनीय एवं जप करने योग्य है, सबकी कामनाओं को पूर्ण करने वाला है। इस महामंत्र के संकीर्तन में सभी का अधिकार है। यह मंत्र प्राणिमात्र का बान्धव है, समस्त शक्तियों से सम्पन्न है, आधि-व्याधि का नाशक है। इस महामंत्र की दीक्षा में मुहूर्त्तके विचार की आवश्यकता नहीं है। इसके जप में बाह्यपूजा की अनिवार्यता नहीं है। केवल उच्चारण करने मात्र से यह सम्पूर्ण फल देता है। इस मंत्र के अनुष्ठान में देश-काल का कोई प्रतिबंध नहीं है।
अथर्ववेद की अनंत संहिता में आता है-
षोडषैतानि नामानि द्वत्रिन्षद्वर्णकानि हि |
कलौयुगे महामंत्र: सम्मतो जीव तारिणे ||
अर्थात : सोलह नामों तथा बत्तीस वर्णों से युक्त महामंत्र का कीर्तन ही कलियुग में जीवों के उद्धार का एकमात्र उपाय है|
यजुर्वेद के कलि संतारण उपनिषद् में आता है-
द्वापर युग के अंत में जब देवर्षि नारद ने ब्रह्माजी से कलियुग में कलि के प्रभाव से मुक्त होने का उपाय पूछा, तब सृष्टिकर्ता ने कहा- आदिपुरुष भगवान नारायण के नामोच्चारण से मनुष्य कलियुग के दोषों को नष्ट कर सकता है। नारदजी के द्वारा उस नाम-मंत्र को पूछने पर हिरण्यगर्भ ब्रह्माजी ने बताया-
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।
इति षोडषकं नाम्नाम् कलि कल्मष नाशनं |
नात: परतरोपाय: सर्व वेदेषु दृश्यते ||
अर्थात : सोलह नामों वाले महामंत्र का कीर्तन ही कलियुग में कल्मष का नाश करने में सक्षम है| इस मन्त्र को छोड़ कर कलियुग में उद्धार का अन्य कोई भी उपाय चारों वेदों में कहीं भी नहीं है |
अथर्ववेद के चैतन्योपनिषद में आता है-
स: ऐव मूलमन्त्रं जपति हरेर इति कृष्ण इति राम इति |
अर्थात : भगवन गौरचन्द्र सदैव महामंत्र का जप करते हैं जिसमे पहले ‘हरे’ नाम, उसके बाद ‘कृष्ण’ नाम तथा उसके बाद ‘राम’ नाम आता है| ऊपर वर्णित क्रम के अनुसार महामंत्र का सही क्रम यही है की यह मंत्र ‘हरे कृष्ण हरे कृष्ण…’ से शुरू होता है |
पद्मपुराण में वर्णन आता है-
द्वत्रिन्षदक्षरं मन्त्रं नाम षोडषकान्वितं |
प्रजपन् वैष्णवो नित्यं राधाकृष्ण स्थलं लभेत् ||
अर्थात : जो वैष्णव नित्य बत्तीस वर्ण वाले तथा सोलह नामों वाले महामंत्र का जप तथा कीर्तन करते हैं- उन्हें श्रीराधाकृष्ण के दिव्य धाम गोलोक की प्राप्ति होती है |
विष्णुधर्मोत्तर में लिखा है कि श्रीहरि के नाम-संकीर्तन में देश-काल का नियम लागू नहीं होता है। जूठे मुंह अथवा किसी भी प्रकार की अशुद्ध अवस्था में भी नाम-जप को करने का निषेध नहीं है। श्रीमद्भागवत महापुराणका तो यहां तक कहना है कि जप-तप एवं पूजा-पाठ की त्रुटियां अथवा कमियां श्रीहरिके नाम- संकीर्तन से ठीक और परिपूर्ण हो जाती हैं। हरि-नाम का संकीर्त्तन ऊंची आवाज में करना चाहिए |
जपतो हरिनामानिस्थानेशतगुणाधिक:।
आत्मानञ्चपुनात्युच्चैर्जपन्श्रोतृन्पुनातपच॥
अर्थात : हरि-नाम को जपने वाले की अपेक्षा उच्च स्वर से हरि-नाम का कीर्तन करने वाला अधिक श्रेष्ठ है, क्योंकि जपकर्ता केवल स्वयं को ही पवित्र करता है, जबकि नाम- कीर्तनकारी स्वयं के साथ-साथ सुनने वालों का भी उद्धार करता है।
हरिवंशपुराण का कथन है-
वेदेरामायणेचैवपुराणेभारतेतथा।
आदावन्तेचमध्येचहरि: सर्वत्र गीयते॥
वेद , रामायण, महाभारत और पुराणों में आदि, मध्य और अंत में सर्वत्र श्रीहरिका ही गुण- गान किया गया है।
-ISKCON Desire Tree - हिंदी
भारतीय और पाकिस्तानी दुनिया के सबसे नस्लीय और अनैतिक लोगों में से एक हैं। भारत और पाकिस्तान में अधिकतर लोग धर्म में विश्वास रखते हैं। उनकी मूल्य प्रणाली और नैतिकता उनके द्वारा पालन किए जाने वाले धर्म से संचालित होती है। मूलतः राम, कृष्ण और मोहम्मद ही अनैतिकता सिखा रहे हैं। यही कारण है कि भारत और पाकिस्तान सबसे भ्रष्ट समाजों में से एक हैं।
Jai shri Krishna 🙏🙏🙏🙏🙏
Shame on those Indian people who are not from Abrahamic religions who say such bad things for the Supreme Lord.
Shree Krishna is Parabramha
Hare Krishna 🙏🙏🙏
“जाकी रही भावना जैसी,प्रभु मूरति देखी तिन्ह तैसी!”
Jai shree Krishna 🙏🙏
Radhey radhey 🙏🙏
Ab ye Radhe Radhe ka kya natak hai.
@@shaitansingh.3771 Apna kaam Kar lode
@@shaitansingh.3771arya namaji ko lath Marne ka dabai
@@abhirupSinha Jaisa bhi kaho apni apni soch hai.
@@abhirupSinha davai hai ki patan hone ki ghuti.
Aaj internet ke jamane mein padhe likhe anpadho ki sankhya kaafi badh gayi hai 🙏🏻
bilkul sahi baat kahi hai aapne vishal ji
Lord Krishna is Supreme 🙏
One can only understand him by reading Bhagvad Gita specially Chapter 10 where The Supreme shows his supremities.
Jai Shree Krishna 😊 🙏🙏🙏
And also chapter 11
No.........bro thats not EASY . Only by reading Bhagvat Gita one cannot understand Lord Krishna. He is even beyond that. God can only be understood by pure firm devotion. Gita tells you the path about understanding God. Not explains actual and whole identity of God.
@@devroy1235tdsbhakti without shastra is foolishness
@@shashankkumar311 Shastras without bhakti is foolishness.
@@devroy1235tds no, 3 ways bhakti karm gyan
कृष्णं वंदे जगतगुरु। जय श्री कृष्ण 🙏🇮🇳🕉
Even though being a Buddhist, I faithfully respect Shri Krishna. Thank you for clear proper information as I was little aware of it. ❣️🙏🏻
Arey baba ye Buddhist, jai. Sikh sab Hindu hi the Pehle...
बिना पूरी बात जाने निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए, आपने जो बताया वह हम सभी को ध्यान में रखना चाहिए ।।। श्री हरि।।।
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
czcams.com/video/Q_qQqjL99Ac/video.htmlsi=TJA2R-7N6Yaq18w_
Watch this to know the truth about Krishna 😂😂
Aaj aapne mere sare Doubts clear kardiya,
Krishna is my life 🥺💓🌼
But your answers are so correct that Mai ab kisi ko bhi keh sakti hu
Shared with my friends
HARI BOL 🌿❤️
Hi Hyperquest
Thank you for considering my request on Shri Krishna's leela . Eagerly awaiting for more such exposes on alligations against sanatan and Knowledge of Shri Kirshna's Leela 🙏🙏
A kind request : Can you make a video on Bhavishya malika and his authenticity or Make more videos on Gita and upanishadas?
Bro ek bar Sanatan dharam decoded channel bi dekho vha pe 1hr+ ki video hai...... Aur 50+ reference hai sare alligation ko expose kiya hai unhone....... Aur Bhut ache se explain kiya hai.....ek bar jarur dekhna bro.....
160008 wives of lord Krishna is an alleogory of cosmic consciousness of the supreme Sahasrara chakra of thousand lotus petals. 16 kalas of lord Krishna meets with thousand lotus petals of Sahasrara chakra works out to 16000. Numerical form of OM shabda Brahman is 108. Alleogory of wives are energy of the supreme. Sanatana dharma not for stupids.
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
why you want to know about bhavishya malika authenticity
just wait for 2 yrs(naam jap krte rho) uske hisab se 2026 me pralay aayegi
@@radhashyamsundar_maybe 3rd world war?
My life is as stable as this man's head 😑
Btw love for this man for spreading the truth of Sanatan Dharma 💟
Satya Sanatan Dharm ki Jai 🙏
Pakhandi pauranic he vo. Kis kis ko defend karoge? 🤣
जय श्री कृष्णा ❤
आज हमारे दिल से निकला
दिल का असली स्वाभिमान
नींद खुलते ही स्वर बोलउठा
जय श्री राम जय श्री राम
कहते कुछ भी कोई नहीं
क्या करते हो काम
स्वार्थी जीवन जी रहा
बोलो,जय श्री राम जय श्री राम
होते नहीं दिन शुरू
लिए प्रभु का नाम
काम शुभ होते हैं
बोलो जय श्री राम-2
प्रभु भी गन्ना करते
कौन लिया है नाम
दक्षणा देते उसी अनुरूप
बोलो जय श्री राम - 2
मान मर्यादा पुरुषोत्तम
चमके सिर पर मौर्य
जो बोले खुलकर
जय श्री राम - 2
शक्ति स्वरूपा ज्ञानी आपा
मिलते हैं वह एक नाम
कृष्ण कन्हैया मुरली गिरिधर
बोलो जय श्री राम जय श्री राम❤❤❤
Namaste Bhai, please do read full comment.first of all ,your doing very nice work by giving the truth to us and giving a true reply to the people who accuse our devi devatas keep continuing this good work sanatana dharma is proud of you and i am pretty sure that lord krishna and lord shiva and all other devatas will bless you in your good work bhai. you have my best wishes. everyone tries to insult sanatan dharma but nobody talks about how vedic scholars already found out many modern aspects before videshi people. no one talks about the greatness of lord shiva who drank poison for the welfare of the whole world during samudra manthan but always talk about his anger. similarly they talk all these things about lord krishna but those fools do not know that lord krishna only gave us bhagavad gita, the essence of dharma. last but not least, many people might not have guts to answer the people who put blame on sanatana dharma but you have that guts hence the first salute of the day goes to you. best wishes once again. dhanyawad har har mahadev jai shri krishna jai sri ram
Har har mahadev
Jay shree krishna
Jay shree ram
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
czcams.com/video/Q_qQqjL99Ac/video.htmlsi=TJA2R-7N6Yaq18w_
Watch this to know the truth about Krishna 😂😂
Lord Krishna is cause of all causes..
He is param brahm..
We can't understand him by our intellect...
Also Lord tells this is bhagwat Geeta..
Hare Krishna 🙏🙌🙏
Jai shree Krishna 🙏🙏🙏🙏🙏
रुक्मिणी द्वारकाधीश की जय 🙏
मुझे( व अच्छे लोगो को भी)पूर्ण भरोसा है अपने परमेश्वर जगन्नाथ श्री कृष्ण जी पर😊।
पर कई गलत मानसिकता वाले, दंभी, खुदके जीवनकाल में अनेकों पाप करने वाले लोग भगवान कृष्ण जी के बारे में गलत बोलते हैं उनका अपमान करते हैं भगवान कृष्ण जी के पास ऐसे लोगों के सीधा प्राण छीनने की ताकत है इन्ह मुर्ख बुद्धि वालो को सीधा नरक भेज सकते हैं पर अपमान सुनकर भी यह सोचते हैं कि कोई अहित ना हो व सुधरने के कइ मोके देते हैं।
हमारे परमेश्वर जगन्नाथ श्री कृष्ण जी की भक्ति से भीतर के काम व क्रोध काप उठते हैं।
अति सुन्दर 🙏🚩 मेरे दौहित्र में मुझे श्री कृष्ण दिखते हैं। अपने दौहित्र पर प्रेम बरसाने का सौभाग्य मुझे मिला है।🤗🌷
जय श्रीकृष्ण 🙏🙏🙏🙏🙏
🕉🚩❤🙏 जय श्री राधे कृष्ण 🙏❤🚩🕉
JAI SHREE KRISHNA...HAR HAR MAHADEV 🙏🙏🙏
Wah bhai aap kitna acha baat batate ho jisse humare mann me humare dharmik grantho ko padhne ki iksha jagti hai thank you so much bhai 😊 Radhe 🌸 Radhe
ये विडियो बनाने के लिए आपको और आपकी टीम को 🙏 धन्यवाद
जय हो भगवान शंकर के अवतार और सत्य सनातन अद्वैत धर्म के सबसे बड़े विद्वान आदिगुरू शंकराचार्य जी की जिन्होंने भारत के चारों ओर चार मठ स्थापित किए है जिनमें एक जोशीमठ है जिन्होंने दुनिया को अद्वैतवाद की शिक्षा दी है।
धन्यवाद भ्राता🙏
आप इसी प्रकार हमें ऐसे तथ्यों से अवगत कराते रहे और उन्नति के पथ पर अग्रसर होते रहे।जय श्री कृष्णा।जय महाकाल🙏🌳🌳
जय श्री कृष्ण ❤
ये सारी बातें भैंस बुद्धि आर्य समाजियो के सर के ऊपर से जाएगी , जो आपने समझाई हैं ।।
🙏🚩
गलत । ये सारी बाते भैंस बुद्धि वालो को ही समझ आयेंगी ।। 😊
@@YT_6jhbvc मानते हो ना कि तुम भैंस बुद्धि हो ❓❓❓
@@kafir-e-aazam8499 आर्य समाज को लेकर कमेंट करने वाले (जैसे तुम ) और पुराण को सत्य मानने वाले भी भैंस बुद्धि है ऐसा भी मानते हो ...
@@YT_6jhbvc नही ।।
@@YT_6jhbvc भैंस बुद्धि होने का कॉपीराइट सिर्फ आर्य समाजियो के पास है , वो उनसे कोई नही छीन सकता 👍
Really appreciate your effort brother, keep doing this work .
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
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Shree Krishna , Leela Purushottam hai. Materialistic point of view se unki leela samajh na difficult hoti hai.
Aap ne sahi kaha agar Shree Krishna ki upadesh se chalenge toh Jeevan anandmay hogi.
Jai Shree Krishna
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Tum Logon ne Shree krishna ko Emran hasmi Bana diya hai 😂
Ab kya kahu mouj karo 🎉
Vedik. Dharm to kisi insan se chalta nahi hai wo chahe Ved Upnishad Darshan Brahman Granth kanhi nahi likha ki Kisi insan ko Follow karo
Tum Ram krishna ko mante ho Tumko to Apne hatho se Purano ko. Jala dena chahiye sabse jayde Tumhare purvaj ka isi kitab ne Apman kiya hai
this video was much needed
Thank u 🙏 हरे कृष्ण 🕉️🚩
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
You can not defend Puranas. Kyuki usme yesa Sach me likha he
One thing I want to add is Krishna was a boy ‘he was in Vrindavan for 8years only.I also got these questions,I have read Bhagavatam,dasam skanda,but you can’t know these inner meanings on your own.Fortunately we Telugu people have wonderful pravachan kartas.My doubts were clarified by Sri Chinna Jeeyar Swamiji.
I think if anybody will read full book then there is no reason for any confusion. Now a days people just reads clips they don't read full books
Symbolic representation of female kundalini energy reaching "Sahasrara Chakra" (1000 Petals) via Lalana Chakra (16 Petals)
Hence, 16,000 Gopis. (16 X 1000)
Transdental bliss achieved after meeting God.
All stores are SYMBOLIC in nature.
(- As explained by Ajit Sir)
BUT THAT THING IS ALSO MENTIONED IN ITIHASA . but good representation
This is very nice interpretation. But this is itihaas
Sir I would really like if you make a video on Tantravidya and Tantricks in Hinduism,I have always heard of this but most of the people talking about it say it like it's extremely evil and malicious thing,so I would really like if you make a video on that topic as well.🔱🕉️
Well as I already replied to you - people make judgements on tantra and tanriks and it has become generally acceptable due to bollywood pov as tanra-tanrics need blood , use skulls - astrology - act like mad people - ghost hunting - black magic etc etc. IN this age of kali yes it has become evil and malicious as practices like child sacrifice, sexual assault and r8pe are being carried because of it
Tantrik s hits are not part of vedic philosophy
Its non vedic
I recommend looking into specific tantra practitioners like Rajshri nandy sir is very popular on CZcams these days, adi suyash and some very specific are also available for knowledge. It's not an evil thing because tantra originated from shiva and most tantric texts are conversation with Parvati ma and lord Shiva and amazing however there's a thing it's called panchmakar which goes against typical society like meat, intercourse and stuff but it's only offered in vamachar and under a guru but yeah the stuff about killing others, hypnosis and other creepy things and certain disgusting practices are definitely their however there's a million gems as well!.
@@JayaBhargava-ir7sj these panchmakar shi t are non vedic and anti vedic
Also called rakshas practices
🕉🚩❤🙏जय श्री राधेकृष्ण 🙏❤🚩🕉
धन्यवाद सर
Bhagwan shri krishn aur unke Bhakto ki preeti alokik aur Sarvatha Pavitra hai.... Unhein sadharan manushyo ke roop mei Dekhna hi murkhta hai.
Jai shri Krishna❤
Jai shree krishna...
Thank you so much bhaiya. Amazing work. I have a request though. Can you please make a video on "How our great sages got the knowledge of Vedas?" Did they did meditation or some divine power was behind it or its just hyper awareness or speculation ? It was an often asked question and some light should be shed on the history and origin of the Vedas.🕉️🙏
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
i also think that same thing 🤔 about Vedas origin. but our scriptures says Vedas written by Brahma.
@@paramp4rlord Shiva has taught the knowledge of Vedas to 7 great sages or saptrishi . And the sages passed this knowledge to their disciples by guru shishya parampara . ❤
The first humans were born out of mother earth aged 25 and there were many. They were pure souls with no history. Every single one of us is born with the eternal knowledge within them but having come into contact with material nature we tend to forget things. For those first humans they had no history so being humans who are inquisitive by nature they went into deep thought or dhyan and it is in that they went into a state of samadhi and they saw the entire secrets of the universe within them. Everything in creation is made up of vedic mantras. Those sages then revealed the Vedas as they saw in their state of samadhi and later after the mahabharata war after most learneds died that it was written down in a book form
Thank you sir! You have made great video but at 2:33 You have forgotten the fact that he was just 7 years old at this time. #HareKrishna
जो एक बार श्रीमद् भगवत गीता पड़ेगा उसे प्रेम हो जायेगा
ये वो शेरनी का दूद्ध है जिसे पीने के बाद चूहा भी शेर बन जायेगा
हरे कृष्ण🙏
Kya baat hai 👌 Hare Krishn🙏
भारतीय और पाकिस्तानी दुनिया के सबसे नस्लीय और अनैतिक लोगों में से एक हैं। भारत और पाकिस्तान में अधिकतर लोग धर्म में विश्वास रखते हैं। उनकी मूल्य प्रणाली और नैतिकता उनके द्वारा पालन किए जाने वाले धर्म से संचालित होती है। मूलतः राम, कृष्ण और मोहम्मद ही अनैतिकता सिखा रहे हैं। यही कारण है कि भारत और पाकिस्तान सबसे भ्रष्ट समाजों में से एक हैं।
Jai Shree Krishna ji ki🚩🚩🔥🔥
This video is a genuine attempt to make a point to point rebuttal of the unrealistic and ingenuine allegations made on his holiness Shri Krishna. Commendable piece of content. 🙏 May similar content continue being shared online
जाय श्री कृष्ण ❤❤
Brother you are doing a very great job by clearing the doubts related to our Culture ❤❤
कब तक इन तर्क हीन बातों का समर्थन करते रहेंगे आप लोग भ्राता श्री.. जितना जल्दी हो सके सत्य सत्य पुराणों से अलग करके असत्य को निकाल कर फेंक दे ❤
पता नही भ्राता , कबतक इन बातो का समर्थन और होता रहेगा । ?😢
जो श्री राम के नहीं वो किसी काम के नहीं बोलो जय श्री राम ❤❤❤
🙏🏼वन्दे वैदिकभारत 🙏🏼
अच्छा प्रयास आदरणीय, आप श्री डोंगरे जी महाराज जी को, धर्म सम्राट् करपात्र स्वामी जी महाराज जी को, स्वामी श्री अखण्डानन्द जी को भी सुनें इस विषय में 💯🙏😇🙏,
बहुत बहुत बहुत सुंदर व्याख्या, अद्भुत
जय श्री कृष्ण 🚩🚩🚩🚩🚩
JAY JAY SHREE KRISHNA ❤❤❤
❤❤શ્રી કૃષ્ણ શરણમ્ મમ❤❤
हरे कृष्ण हरे कृष्ण,कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे।।
Jai shree Krishna 🥰🙏
Hare Krishna 🕉️
Love you krishna ji❤❤❤
jai shree krishana💙
vande krishnam jagatgurum 🌺🌺🌺🌺🌺🙏
Jai Shree Krishna 🙏❣️❣️
Jai shree Krishna 🙏💕🙏
जय श्री राम जय श्री कृष्ण 🙏🙏
Jay shree Krishna 🙏
Shri Krishna the supreme God of infinte Universe
He was a great man, not ishwar
@@Prathmesh_369apni buddhi se kuch bhi na bolo
@@Prathmesh_369Read Bhagwad Geeta, where he mentioned
@@Prathmesh_369 Shri Krishna himself told this in Geeta that he is the supreme god who has make this world and 3 god (bramha,Vishnu ,Shiva) and not even this but uncountable number of u universe . May you know right things and not live in illusion
गीता में ईश्वर का स्वरुप:-
*(1) ईश्वर जन्म तथा मृत्यु से परे है। वह अवतार नहीं लेता। - (८.३.)
*(2) ईश्वर अत्यन्त सूक्ष्म होने से बाहर की आंख तथा त्वचा से जानने योग्य नहीं। ईश्वर न आता है और न ही कहीं जाता है। क्योंकि वह दूर तथा पास सब स्थानों पर विद्यमान है, पर निराकार होने से दिखायी नहीं देता। -- (१३.१५.)
*(3) हे अर्जुन! यदि तू इस निराकार अत्यन्त सूक्ष्म और सर्वव्यापक ईश्वर को जानना चाहता है तो अपने हृदय में ही ध्यान करके जान सकता है वहीं मिल सकता है जहां आत्मा भी हो, दोनों का वास ह्रदय में ही है बाहर नहीं है।--(१८.३१.)
*(4) हे अर्जुन! वह परमात्मा ही व्याप्त होकर इस सारे संसार को यन्त्र के समान चलाता है।-- (१८.३१.)
*(5)* हे अर्जुन! उसी निराकार सर्वव्यापक संसार को बनाने तथा चलाने वाले की शरण में पूर्ण भावना सहित जा। उसी की शरण में जाने से सर्वोत्तम शान्ति तथा शाश्वत सुख मिल सकता है।--(१८.६२.)
ओ३म् का जप और योगेश्वर कृष्ण:-*
प्राणायाम के साथ दोनों आंखों के मध्य में ध्यान लगाकर, ओंम् का जाप करो।-- (८,१०,१३)
*(२) यह ओंम् ही उस 'ब्रह्म' सर्व सृष्टिकर्त्ता परमात्मा का मुख्य नाम है। इसी ओंम् को (मेरे से पूर्व भी) सब वैदिक विद्वानों ने ध्याया और गाया है।-- (८.११.)
*(३) इसी प्यारे ओंम् को जो भक्त नित्य नियम से जपता है, वह बार-बार के जन्म तथा मृत्यु के दुःख से बचकर परमगति (मोक्ष) को प्राप्त होता है।-- (८-१४,१५)
* वेद और यज्ञ परमात्मा का उपदेश है:-*
यह यज्ञ-अग्निहोत्र आदि पवित्र कर्म वेद ने बताये हैं और वेद परमपिता परमात्मा का आदेश हैं.
शंका:- श्रीकृष्ण स्वयं अर्जुन को कहते हैं कि अर्जुन तू मेरा अनुसरण कर। इससे तो यही पता चलता है कि श्रीकृष्ण ही ईश्वर थे।
* समाधान:-* नहीं ऐसी बात नहीं है; यदि श्रीकृष्ण स्वयं ईश्वर होते तो वे अध्याय १८ के ६१,६२ तथा अध्याय १३ के १३,१५ श्लोक में निराकार सर्वव्यापक ईश्वर की चर्चा न करके अपनी चर्चा करते। हम पूर्व इन श्लोकों के अर्थ लिख चुके हैं, ध्यान से पढ़े और गीता में भी देख लें।
वास्तविकता यह है कि जहाँ-जहाँ गीता में अपने आपको ईश्वर के स्थान पर 'मैं' या 'मेरा' ऐसा करके कहा है, वहां भी उनका संकेत ईश्वर की ही और है। जब कोई योगी व्यक्ति ईश्वर भक्ति या समाधि में लीन हो जाता है तो वहां पर केवल परमात्मा के ही आनन्द को मुख्य रुप से अनुभव किया करता है। इसके साथ ही यह भी जानने योग्य है कि जहाँ जहाँ कृष्ण महाराज ने मेरा ध्यान करो, मेरे पीछे चलो, ऐसा कहा है वहां वे ईश्वर की भक्ति में रंगे हुए यही कह रहे है कि मेरे भगवान् ओंम् का जाप करो और जिस ईश्वर के मार्ग पर मैं चलता हूं,तुम भी उसी मार्ग पर मेरे पीछे चलो।
"वेदान्त दर्शन" में इसी बात को सूत्र १.१.२९ द्वारा समझाया गया है कि जहाँ-जहाँ ईश्वर-भक्त ईश्वर के ध्यान में डूबा,'मैं' शब्द का प्रयोग करता है; वहाँ उसको ईश्वर के लिए समझना चाहिये, न कि उस कहने वाले व्यक्ति के लिए ।
अतः इससे यही निश्चित होता है कि श्रीकृष्ण ईश्वर अवतार न थे अपितु वे तो ईश्वर तथा वेदों के भक्त थे और हम मनुष्यों को भी अपना कल्याण चाहने के लिए ईश्वर के मुख्य नाम ओंम् का श्रद्धापूर्वक जप करना व यज्ञ करना चाहिये। अतः गीता पढ़ने वालों को चाहिये कि वे वेद की अवहेलना न करें।
Hare Krishna 😊
योगीराज भगवान श्री कृष्ण का सच्चा इतिहास केवल महाभारत मे है । योगीराज श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी माता रूक्मणी
जय रूक्मणी कृष्ण
Kuchh bhi
Every person should definitely watch
Bhaiya please
राधा रानी का शास्त्रों में वर्णन पर भी video banao
राधे राधे ❤🙏💐
महाभारत मे राधा का नाम भी नहीं. श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी रुक्मिणी पर श्री कृष्ण को बदनाम करणे के लिये राधा ऑर गोपियो को जोड दिया पुरानो मे. उनके उपर रासलीला करना,माखनचोर, गोपियो के स्तन दबाना, राधा के साथ नंगे रेहना, कपडे चुराके नंगी गोपियो को देखणा , युद्ध से भाग जाना, 16108 से शादी करना, हर एक गोपी से 10-10 bachhe peda करना, बाल विवाह करना ऐसे बहुत बहुत गंदी काहानिया पुरानो मे लिखी है. ऑर दुसरी तरफ महाभारत मे श्री कृष्ण को योगेश्वर ,तपस्वी, युद्ध मे कभी न हरणे वाला, १२ साल तक ब्रह्मचर्य करना, ऑर सिर्फ एक ही स्त्री रुक्मिणी से शादी करना बताया गया है. तो सोचने वाली बात ये हे की जो इंसान १२ साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करता हे वो रासलीला ऑर बाकी गंदी चीजे नाही कर सकता. राधा का नाम सिर्फ पुरानो मे हे ऑर पुराण हमारे धर्म ग्रंथ नाही है. पर आज के हिंदू को कृष्ण कि पत्नी पुचने पे सबको बस काल्पनिक राधा ही पता हे नाकी माता रुक्मिणी जो की श्री कृष्ण की पत्नी थी. Bramhvairat पुराण मे एक jagah राधा कृष्ण की मामी बतायी गायी है,एक jagah कृष्ण की putri बतायी गायी है, एक jagah चाची बताई गयी है. मतलब पुरानो को ही पता नहीं 😂 ऑर याही नहीं purano मे shiv-mohini, ब्रम्हा- सरस्वती , vishnu-vrinda ऑर बहुत गंदी aur पाखंडी, बिना तर्क, जादू टोना, unscientific, kalpanik kahaniya he. इसीलिये ye सब पाखंड देख के मे आर्य समाजी बन गया. Satyarth प्रकाश पढा. आज के सारे हिंदू पे लगे गये आरोप का क्रेडिट kathavachak,पाखंडी पंडे, पौराणिक(काल्पनिक) पंडो को जाता है. खास करके कथा वाचक जो बस झुत ऑर पाखंड फेला रहे हे. काहा हमारे ऋषी महर्षी ऑर काहा ये पाखंडी पौराणिक पंडे. वेदो की तरफ लोटो ❤ जय ऋषी दयानंद सरस्वती 🛐
Kalpanik Radha Mahabharata me nhi he
@@Prathmesh_369😂😂abe arya samaj exposed dekh namazi ki aulad khandan ho gya
Murkhta achhi hai
Hare Krishna 🙏🏻💛💙🌸
What are the 7 gates of Vaikuntha?
Seven doors of Vaikuntha - the celestial abode of Muladhara, Svadishthana, Manipura, Anahata, Vishuddha, Ajna, and Sahasrara.
7 gates of vaikunta are 7 chakras within you. When person dies he soul will travel to one of the seven astral layers same as seven chakras according to their karma and frequency of the soul before it induct back to earth. Vaikunta abode of lord Vishnu is the seventh. Vaikunta is nothing but moksha Atman merge back with brahmAn.
Shree krishna is a brahmachari 🩵.
True
Purano ne badnam kar diya
@@Prathmesh_369 Jin purano ki tum baat kar rahe ho, jinhone bhagwan Shree Krishna ko badnaam Kiya hai, wahi puran unhe brahmachaari bhi bolte hai, aur jitni bhi leelaye hai unke peeche ka context bhi samjhate hai
czcams.com/video/Q_qQqjL99Ac/video.htmlsi=TJA2R-7N6Yaq18w_
Watch this to know the truth about Krishna 😂😂
@@Raxx_Bhai Ji nahi , Phir Aap ne Puran ko bhi nahi jana.
Sri RAM and bhagwan SHIV are the best example of how an ideal man should be
Maharishi Dayanand saraswati ji ko Padhiye aap
@@Harry70654Wo maharshi kese hai
I was secular before. Then i watched
Ex Muslim Sahil
Adam seeker Urdu CZcams
Now i am proud right wing.
Why dont people drink fire like Krishna - The Davagni-Pan Leela is a mysterious and wonderful play of Lord Krishna. Davagni means forest fire.
czcams.com/video/Q_qQqjL99Ac/video.htmlsi=TJA2R-7N6Yaq18w_
Watch this to know the truth about Krishna 😂😂
Great Explanation
देवकी ने भी भगवान को पुत्र रूप में चाहा था। तो भगवान उनको पुत्र रूप में मिले।
Jai Shri Krishna 🙏🏼
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे,
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे 🚩🙏🏻
Jai jai Shri Krishna 🧡🧡
हरे कृष्ण🙏
pata nahi aapko kaise dhanyabad du ese contents ke liye humare dil se aapko naman
Jay Sri Krishna 🙏🙏
Hare Ram Hare Ram Ram Ram Hare Hare
Hare Krishna Hare Krishna Krishna Krishna Hare Hare 🙏🙏🙏
Sri krishna doesnt forced anyone, but gopiyas love him they love their aura
राधे राधे जय श्री कृष्ण
मैं स्वयं इस विषय का समर्थक हूं। आपकी आयु कम है लेकिन आपकी आत्मिक योग्यता ऋषि तुल्य है।
🌹🌹💐💐 JAI SHRI KRISHNA 💐💐🌹🌹
Jai Shree Krishna 🚩🕉️🏹🙏❤️
Yeh baat satya he mujhe bhi ese question puchte hain par unko me samjhati hun Krishna jii ke lilaa ❤
jai shree krishna
bahut bahut dhanywad bhai apne ye video banakar bahut se logo ke band huye gyaan chakshu ko khol diya h aur sach ko ek dam spashth ujaagar kiya hai, jai shri Krishna
Sir ap swathik Bhagavad Gita, par rahe he, mere pas bhi vi Gita he. Mera sirf yehi khushi he ki mene ap ko wrong translation se bacha paya.
JAI SRI KRISHNA
HARE KRISHNA HARE KRISHNA KRISHNA KRISHNA HARE HARE HARE RAMA HARE RAMA RAMA RAMA HARE HARE. ❤
Bhai aapne bahut acha kaam kiya hai in prasano ko uthakar taki mand budhi bhi sahi aarth samjh sake aur humare prabhu jee par galat dosh lagan bad kare Radhe 🌸 Radhe
We are so restless to understand this lesson but not so unfortunate to get your explanation to propitiate us
न मे पार्थास्ति कर्तव्यं त्रिषु लोकेषु किंचन।
नानवाप्तमवाप्तव्यं वर्त एव च कर्मणि॥ ३.२२ ॥
हे अर्जुन! मुझे इन तीनों लोकों में न तो कुछ कर्तव्य है और न कोई भी प्राप्त करने योग्य वस्तु अप्राप्त है, तो भी मैं कर्म करता हूँ ॥ ३.२२ ॥
यदि ह्यहं न वर्तेयं जातु कर्मण्यतन्द्रितः।
मम वर्त्मानुवर्तन्ते मनुष्याः पार्थ सर्वशः॥ ३.२३ ॥
क्योंकि हे पार्थ! यदि कदाचित् मैं सावधान होकर कर्म न करु तो बड़ी हानि हो जाएगी क्योंकि मनुष्य सब प्रकार से मेरे ही मार्ग का अनुसरण करते हैं ॥ ३.२३ ॥
🙏🙏🙏
श्रीमान जी एक सवाल है जो मुझे किसी ने पूछा था कि अगर सनातन में 25 साल तक ब्रह्मचर्य होना चाहिए तो अभिमन्यु की शादी सिर्फ 13 साल की आयु में क्यों होती है?😊💁🙏🙏
Unka sadi 48 sal me huwa tha
You are wrong
आपको कोटि कोटि धन्यावाद हमारे सनातन धर्म को आप जैसे इंसान की awashykta h
Humare Lord Krishna 😊👌💐सबसे उत्तमसे भी उत्तम भगवान हैं। परम् सत्ता हैं😢😢😊❤🎉💐💐💐
धन्यवाद भ्राता। जय सनातन वैदिक धर्म संस्कृति की
Mujhe ak bat samajh nehi Aya Krishna ji ne on gopiyo ke stan ko pakra kyu tha?
Kya on gopiyo ne is bat ka kalpana Kiya tha?
Me to kabhi Krishna ji ko lekar asa soch vi nehi sakta. Ak aurat kyese asa soch vi sakta he, ki Krishna ji onka stan ko hato me lengi?
I think those are fake interpolated stories .
@@arijitkar9434 Fir tumne inn kahaniyon ko literal history bana diya na jaaane anjaane mai ?
Aare bhai ye symbols hain koi fact nahi hain ki unhone aisa sachmuch kiya tha
Unhone bataya tha na ki jo bhakt mujhe jaisa bhajta hai mai usko bilkul wesa hee bhajta hun
Jab un gopiyon ne unko apna pati roop mai pujte the to Prabhu ko bhi apna bachan ke anusar unke sath pati ke roop mai behave karna padega na ?
Aur agar tum advait vedant ki drishti kon se dekho to yahan jo gopiyan hain woh prakrati ke pratik hain aur Shri Krishn ji to hain hee paramatma
Aur Advaita ke drishti kon se dekhe to Gopiyan/Jeev, Shri Krishn/Paramatma se bilkul ek hain (Aham Brahmasmi, I am Brahm/Krishn/Supreme Pure Consciousness)
Aise hee yahan jo gopiyan hain woh Shri Krishn hee hain, maane "Gopi"
koi stree ya purush nahi hote, "Gopi" ek chetna hoti hai jo Krishn/Param Satya ka premi ho aur uss se chetna ke sthar pe ekakrit hone ka prayas karta ho aur ant mai wohi ban jaata ho, yehi hota hai Rasleela ka matalab
Ras means Pure Bliss
Har jagah sirf Krishn hee Krishn hain unke siwaye koi aur hai hee nahi
gop gopiyan, gwal bal, tum hum sab, ye pure brahmand sab Krishn hain isiliye yahan koi sankochta, ashleelta, maryada, bhay etc chhoti chizen nahi hoti
Ek to gopiyan koi stree ya koi gender nahi hoti aur dusra keval Krishn hee har jagah vidyamaan hain kahi par gae bacchde bankar, kahi par ped bankar, kahin par gop gopiyan bankar
To tum batao yahan pe ashleelta kahan hain, ashleelta jesi chhoti chiz to tab hogi na jab koi do (two) hon, yahan pe to keval Krishn hee Krishn hain har jagah to tumhare maan mai ashleelta ka prashna bhi kese utha ? Aur aisa nahi hai ki ye baat keval mai siddhant ke taur par bol raha hoon, Bhagavatam/Bhagwat Puran mai yehi context mai Bhagwan Shri Krishn aur gop gopiyan ka rishte ka varnan hua hai
Bhagwat Puran mai Bhagwan Shri Krishn ko paane keliye Shankhya Darshan, Advaita Vedant aur Yog ka heavy use hua hai, inn sabse tumko ye samajh lena chahiye ki ye granth batana kya chah raha hai, Tum aur Paramatma ek ho (Tatvam Asi).
प्रस्तावना से ऐसा लगता है कि हमें किसी को दिखाना है कि हम श्रेष्ठ हैं....कोई किसी भी नज़र से देखे ब्रह्म से सभी का रिश्ता है...इतना डिफेंसिव क्यों होना.... ये सवाल बहुत पहले से हैं जिनके जवाब भी तभी से हैं, जिन्हें प्रश्न से प्रेम वो प्रश्न करते हैं, जिन्हें उत्तर से वो उत्तर तलाशते हैं.... बार बार ये जताते रहना कि सही गलत की अवधारणा से ऊपर मानवता सोच ही नहीं सकती, अध्यात्म का मज़ाक है, मुस्कुराइए आगे बढिए..ब्रह्म को जानिये
Please expose the relation between:
1. Indra and ahilya
2. Tara and chandra dev.
@@yoyoyo492 nahi nahi bhai aap Indra Ahilya ko bhi defend kar sakte Symbolism hai Nirukt vedang mai explain kiya hua hai. Thoda Research karke bola kariye.
Hindu devatas are not mortals. Purana is an alleogory. Hindus must learn basics of Hinduism.
@@linguistme6870 ok mene comment delete kr deya
Jai Shree Radhe Radhe 🚩🕉️