स्वास्थ्य मजबूत करने।साधना।व्यवसाय वृद्धि केलिए पथाना पच्चेया/मेत्ता सुत्त सुनें/पाठ करें।Vannasami

Sdílet
Vložit
  • čas přidán 19. 09. 2022
  • पठान ७ खंड अभिधम्म में से आखिरी खंड है।
    तथागत ने चौथी सप्ताह में जब इस पठान को आवलोकान करने बाद ही बुद्ध के शरीर पर ६ रश्मी प्रकाशमान हुई। करणीय मेत्ता सुत्त की मैत्री का विशेष महत्व हैं, मैत्री का अर्थ सबके प्रति अपने जैसे औरौकी मंगल कामनाएं करना।

Komentáře • 44