0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻 भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर शत् शत् नमन 🚩🌺
अत्यंत सुंदर। महाकवि श्री दिनकर जी के द्वारा लिखी इन पंक्तियों की उचित प्रशंसा करने का सामर्थ्य तो मुझमें नहीं है। महोदय, आपके द्वारा रचित इस आल्हा की मैं जितनी भी प्रशंसा करूं उतनी ही कम। आपको बहुत-बहुत साधुवाद 🙏🏻
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻 भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर शत् शत् नमन 🚩🌺
@@ndahiya3730 dahiya भाई मुझे नहीं पता कि तुम किस जाति से belong करते हो पर तुम्हें ये सच्चाई जाननी जरुरी है कि जाति और पाती ब्राह्मणों और राजपूतों (क्षत्रियों) ने शुरु की और सबसे अधिक जातिवाद ये साले माधर चोद करते हैं सनातन धर्म में.... इन्हीं के वजह से दूसरों को भी जातिवाद करना पड़ता है दूसरी बात ये कि जातिवाद केवल बिहार में ही नहीं है बल्कि सबसे अधिक जातिवाद उत्तर प्रदेश, राजस्थान में है और वो भी इन ब्राह्मण और राजपूत की वज़ह से राष्ट्रकवि दिनकर को भी इस जातिवाद का दंश झेलना पड़ा इसीलिए उन्होंने जातिवाद के विरोध में रश्मिरथी की रचना की और मुख्य पात्र कर्ण को चुना जिसे सूतपुत्र कहके अपमानित किया जाता था क्षत्रिय पाण्डवों द्वारा तथा ब्राह्मण द्रोणाचार्य, कृपाचार्य द्वारा कितना लिखूं बस यही कहूंगा कि इस सनातन धर्म की सड़ी हुई लाश है जाति और ब्राह्मण ठाकुर के मुंह के सामने खुल कर कहूंगा कि दिनकर भूमिहार समाज के भगवान थे और उस हर व्यक्ति के भगवान हैं जो जाति को नहीं मानता बल्कि गुणों को महत्त्व देता है ।
एक साहित्यकार,एक श्रेष्ठ अभिनेता सभी किरदारों को बखूबी निभाया है आपने सर।एक साहित्यकार और एक अभिनेता का एक साथ प्रतिबिंब होना वास्तव में बिरले लोग ही होते है। आपको कोटि कोटि प्रणाम 👏👏
शस्त्र और शास्त्र के समन्वय और पराक्रम के प्रतीक भगवान विष्णु के छठे अवतार चिरंजीवी भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव के पावन पर्व पर आप सभी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻 भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर शत् शत् नमन 🚩🌺
आशुतोष राणा जी अदभुत प्रतिभा के धनी व्यक्ति है।उन्होंने फिर से सिद्ध कर दिया है,एक अनुरोध है कि काव्य को समसामयिक विषयों पर भी केंद्रित करें क्योंकि ये काव्य आज भी प्रासंगिक है और आप जैसे लोगो का असर समाज पर आवश्य होता है।
आशुतोष जी ! मैं आपका बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। आपके मुख से हिंदी और भी मधुर हो जाती है। आपका पहला वीडियो मैंने श्री दिनकर जी द्वारा रचित "रश्मिरथी" का तृतीय सर्ग सुना था।❤❤
राम चंद्र जी खड़े किनारे हांथ जोड़ कर शीश नवाए सिंधु प्रार्थना सुनो हमारी हमको कोई राह बताए जलधी बंधे थे रावण बल से उनको विनय समझ न आए गरज गरज कर खूब उझल रहे प्रभु राम को खूब सताए लखन लाल पीछे ठाणे थे प्रभु का मरहम समझते जाए देख प्रभु की माया लीला मंद मंद मन में मुस्काए और शांत न होत देख सिंधु को लिया राम ने धनुष उठाए और चढ़ा वाण प्रतुंचा पर खल को विनय समझ न आए देख राम की क्रोधित मुद्रा सिंधु धर धर कांपा जाए तुरंत गिरा प्रभु के चरणों पे बोला प्रभु जी प्राण बचाए बोला । महावीर है सेना में उसका भाई नील कहलाए जो भी पत्थर वे डालेंगे वे डालेंगे वे दुवेंगे नाए और सेतु बना लो मुझपे प्रभु जी और उससे पार करो बलवान शांत रहूंगा जीवन भर मुझको क्षमा करो भगवान महा सिंधु की क्षमा याचना सुनकर शांत हुए प्रभु भगवान
सुंदर। ऐसे कमेंट ही यू ट्यूब का महत्व दोगुना करते हैं। Little correction. लखन लाल पीछे ठाढे थे प्रभु का मर्म समझते जाए वाण प्रत्यंचा पर । थर-थर कांपा जाए ।
Sir aap kamaal ho. Maine ye khud suna, 20-30 baar suna. Fir apne har ek janne wale ko share kara. Sabka man khush ho gaya. You're great!!! Dinkar ji was is and always be great! 🙏
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻 भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर शत् शत् नमन 🚩🌺
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻 भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर शत् शत् नमन 🚩🌺
रामचन्द्रजी खड़े किनारे, हातजोड शीष नमाय सिंधु प्रार्थना सुनो हमारी, हमकों कोईं रहाँ बताए और जलाधि बन्धे थे रावणबल सें, उनकों विनय समझ ना आये गरज गरज के खुब उछ्ल रहे, प्रभु राम को बहुत सताये के लखनलाल पींछे थाने थें, प्रभु का मर्म समझते जाये देख प्रभू की मानवलीला, मंद मंद मन मैं मुस्काय और शांत ना होते देख़ सिंधु को, लिया रामने धनुष्य उठाये और चडा बाण प्रत्यंचापर, खल को विनय समझ ना आये
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻 भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर शत् शत् नमन 🚩🌺
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻 भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर शत् शत् नमन 🚩🌺
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻 भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर शत् शत् नमन 🚩🌺
Ashutosh ji 🙏 pranam. Main shuru se hi aap ke abhinay ki prashanshak thii. Abhi aap ki lekhni ne mujhe or bhi abhibhut kar diya. Abhi main aap ki Ramrajya parh rahi hun. Bahut bahut sunder likha gaya hai. Aap ko badhai or bahut dhanyavaad . Mujhe bahut hi achhi lag rahi hai .
बात को या कथा को लिखने का भी एक सुंदर तरीका होता है और उस से वो बात या कथा अद्भुत जान पढ़ती है । परंतु किसी बात और कहानी को कहने का जो तरीका होता है वो उसमे एक प्राण को फूंकने का काम करता है। हर किसी के वश में नहीं होती किसी कहानी या कथा को ओजस्वी ढंग से कह सकने की जो कला होती है। परंतु आशुतोष राणा जी उन गिने चुने लोगों में से एक हैं जो अपने कहने के तरीके से एक अद्भुत बात हो साधारण बात उसमे भी प्राण फूंक देते हैं हमारी बुंदेलखंड की धरती के सपूत और ओजस्वी वाणी के धनी आशुतोष जी को सादर प्रणाम है।🙏
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻 भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर शत् शत् नमन 🚩🌺
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻 भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर शत् शत् नमन 🚩🌺
खल को विनय समझ ना आए....!
आंचलिक काव्य विधा 'आल्हा' में
बहुत सुंदर प्रस्तुति आशुतोष जी!
🙏
सर, हिन्दी भाषा के प्रति आपके इस अथाह प्रेम को नमन है...🙏🏻
youtube.com/@user-mj7oi6pt4z
Sahi bat kahi bhai
आशुतोष जी का अपने संस्कृति का अद्भुत ज्ञान और उनकी खरगी आवाज अदभुत है ......🙏🚩🚩🚩
हर हर महादेव 🙏
Apke liye koi sabd nahi hai... great salute sir.....
राम परमात्मा नहीं , आदर्श और युग पुरुष थे।
जय श्री परशुराम।।
हमको कीर्ति ना वैभव ना यश चाहिए,
हो "भारत अखंड" यही प्रण चाहिए🙏🙏🙏
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻
भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर
शत् शत् नमन 🚩🌺
Jai shree ram
Jo maa baap ka na ho saka .
Wo god hai???????
@@vinodkumarmeena2380 jisne pita ke liye itni baar prithwi kshtriyavihin kri wo parshuram hai
@@user-wt7ho4gc4q phir bhi Aaj prithvi par khatriya Kahan se aaye ???
Kuch bhi nonsense lutiyapher pandit...
अत्यंत सुंदर। महाकवि श्री दिनकर जी के द्वारा लिखी इन पंक्तियों की उचित प्रशंसा करने का सामर्थ्य तो मुझमें नहीं है। महोदय, आपके द्वारा रचित इस आल्हा की मैं जितनी भी प्रशंसा करूं उतनी ही कम। आपको बहुत-बहुत साधुवाद 🙏🏻
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻
भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर
शत् शत् नमन 🚩🌺
youtube.com/@user-mj7oi6pt4z
@@Vijeta__ क्या दिनकर जी ने भी कभी अपनी जात बताई थी।
जात देखकर वोट देते हो, इसीलिये कभी लालू, कभी नीतीसुद्दीन को झेलना पड़ता है।
@@ndahiya3730 dahiya भाई मुझे नहीं पता कि तुम किस जाति से belong करते हो
पर तुम्हें ये सच्चाई जाननी जरुरी है कि जाति और पाती ब्राह्मणों और राजपूतों (क्षत्रियों) ने शुरु की और सबसे अधिक जातिवाद ये साले माधर चोद करते हैं सनातन धर्म में....
इन्हीं के वजह से दूसरों को भी जातिवाद करना पड़ता है
दूसरी बात ये कि जातिवाद केवल बिहार में ही नहीं है बल्कि सबसे अधिक जातिवाद उत्तर प्रदेश, राजस्थान में है और वो भी इन ब्राह्मण और राजपूत की वज़ह से
राष्ट्रकवि दिनकर को भी इस जातिवाद का दंश झेलना पड़ा इसीलिए उन्होंने जातिवाद के विरोध में रश्मिरथी की रचना की और मुख्य पात्र कर्ण को चुना जिसे सूतपुत्र कहके अपमानित किया जाता था क्षत्रिय पाण्डवों द्वारा तथा ब्राह्मण द्रोणाचार्य, कृपाचार्य द्वारा
कितना लिखूं
बस यही कहूंगा कि इस सनातन धर्म की सड़ी हुई लाश है जाति
और ब्राह्मण ठाकुर के मुंह के सामने खुल कर कहूंगा कि दिनकर भूमिहार समाज के भगवान थे और उस हर व्यक्ति के भगवान हैं जो जाति को नहीं मानता बल्कि गुणों को महत्त्व देता है ।
शुद्ध हिंदी वाणी ,अति नशे से मानव की दुर्दशा को रोकने का अभियान चलाये, राणा साहब।
सारे अभिनेता आप जैसे अगर हो जाए तो हमारे संस्कार और संस्कृति बची रहेगी आपके ज्ञान और जानकारी के लिए धन्यवाद
दिनकरजी की रचना और आशूतोष जी की आवृत्ति, बेहद चमत्कार ।
अति सुंदर 👏💐श्रेष्ठ कवि दिनकरजी का लेखन और आपके द्वारा अभिव्यक्ति बहुत ही खूब है।।
आपकी लेखनी और दिव्य वाणी को प्रणाम । मां शारदा का वरद हस्त आपके उपर सदैव बनी रहे । प्रणाम 🙏🙏🙏
इन शब्दों को आप इतनी सुंदर भाषा इतने सुंदर मनमोहक शैली को गड़ते कैसे हे,एव एक एक भावभंगिमाओ को व्यक्त करते हे, मा सरस्वती का सच में वरदान प्राप्त हे,
एक साहित्यकार,एक श्रेष्ठ अभिनेता सभी किरदारों को बखूबी निभाया है आपने सर।एक साहित्यकार और एक अभिनेता का एक साथ प्रतिबिंब होना वास्तव में बिरले लोग ही होते है। आपको कोटि कोटि प्रणाम 👏👏
शस्त्र और शास्त्र के समन्वय और पराक्रम के प्रतीक भगवान विष्णु के छठे अवतार चिरंजीवी भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव के पावन पर्व पर आप सभी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻
भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर
शत् शत् नमन 🚩🌺
Jay Jay Shri Ram
😂😂😂😂
अवतार !!! कैसे???
@@Vijeta__@Vijeta__ फिर भूमिहार समाज के ग्रह उपग्रह कौन हुए?
और क्या बस एक ही नक्षत्र?
आशुतोष राणा जी को कोटि कोटि नमन प्रणाम करते हैं जय🙏 जय श्री राम🙏
आशुतोष राणा जी अदभुत प्रतिभा के धनी व्यक्ति है।उन्होंने फिर से सिद्ध कर दिया है,एक अनुरोध है कि काव्य को समसामयिक विषयों पर भी केंद्रित करें क्योंकि ये काव्य आज भी प्रासंगिक है और आप जैसे लोगो का असर समाज पर आवश्य होता है।
वीर रस असामयिक कब से हो गया भले आदमी।
आशुतोष जी ! मैं आपका बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। आपके मुख से हिंदी और भी मधुर हो जाती है। आपका पहला वीडियो मैंने श्री दिनकर जी द्वारा रचित "रश्मिरथी" का तृतीय सर्ग सुना था।❤❤
असुतोष राणा जी हमेशा से दिल से बोलते है❤❤❤ उनका अनुबादन 😍😍😍💯💯
अतीव भावमय कविता पाठ। हमें भी बुंदेलखंड की भाषा प्रिय लगती है🤗 🙏🕉🚩🚩
अद्भुत अद्वितीय बुंदेलखंडी लोकगीत अल्ला तर्ज आशुतोष सर ❤❤❤
राम चंद्र जी खड़े किनारे हांथ जोड़ कर शीश नवाए
सिंधु प्रार्थना सुनो हमारी हमको कोई राह बताए
जलधी बंधे थे रावण बल से उनको विनय समझ न आए
गरज गरज कर खूब उझल रहे प्रभु राम को खूब सताए
लखन लाल पीछे ठाणे थे प्रभु का मरहम समझते जाए
देख प्रभु की माया लीला मंद मंद मन में मुस्काए
और शांत न होत देख सिंधु को लिया राम ने धनुष उठाए
और चढ़ा वाण प्रतुंचा पर खल को विनय समझ न आए
देख राम की क्रोधित मुद्रा सिंधु धर धर कांपा जाए
तुरंत गिरा प्रभु के चरणों पे बोला प्रभु जी प्राण बचाए
बोला । महावीर है सेना में उसका भाई नील कहलाए जो भी पत्थर वे डालेंगे वे डालेंगे वे दुवेंगे नाए
और सेतु बना लो मुझपे प्रभु जी और उससे पार करो बलवान
शांत रहूंगा जीवन भर मुझको क्षमा करो भगवान
महा सिंधु की क्षमा याचना सुनकर शांत हुए प्रभु भगवान
सुंदर। ऐसे कमेंट ही यू ट्यूब का महत्व दोगुना करते हैं।
Little correction. लखन लाल पीछे ठाढे थे प्रभु का मर्म समझते जाए
वाण प्रत्यंचा पर । थर-थर कांपा जाए ।
😂@@ndahiya3730
दिनकर जी की महान रचना , उस पर आशुतोष जी का आल्हा रस , सोने पर सुहागा !
Sir aap kamaal ho.
Maine ye khud suna, 20-30 baar suna.
Fir apne har ek janne wale ko share kara. Sabka man khush ho gaya. You're great!!!
Dinkar ji was is and always be great! 🙏
Lovely ...Aalah version...jai Shri Ram 🙏
विनय न मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीत, बोले राम सकोप तब भय बिन होई न प्रीत
Unbelievable jai shree man narayana 🙏💥
अद्भुत, अप्रतिम, अद्वितीय, असाधारण वाहहहह.....👌
लेखनी को नमन आदरणीय जी🙏🙏
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भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर
शत् शत् नमन 🚩🌺
आशुतोष राणा जी की कविता ये खल को विनय समझ न आए वह अत्यंत मधुर प्रस्तुति बहुत सुंदर भाषा कविता आप के मुंह से सुना धन्य कर दिया
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति आदरणीय दादा श्री । जय श्री राम । 🙏🚩 । प्रणाम 🙏
अद्भुत है आपकी लिखित कविता ❤❤😊😊 जय हो
🙏👌💐"Khal ko Vinay Samajh na Aye"🙏 Jai siyaram.
अद्धभुत वाणी ...आशुतोष जी आपकी
Jai Shree Krishna Ji Jai Shree Ram Ji 🙏🙏
राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर जी रचना और आशुतोष राणा जी को 🙏🙏🌹🌹✨✨
जय श्री राम 🔥✍️👌
आप जीवित राष्ट्रीय धरोहर है सरकार।
नमन है 🙏🙏🙏
Jai Shri Ram 🙏😊🚩
Aapko Naman Hai,Ashutosh ji aap apne aap me sampurna hain
Aashutosh ji man khush ho gya❤❤❤❤❤
लोक शैली और लोक बोली में अति सुन्दर वर्णन!
जय हो जय सियाराम
Jai Jai Shree Ram 🔱🔱🙏🪔🙏
प्रशंसनीय 🎉 कवि होना भी अपने आप में एक गर्व की बात है और आप एक बहुत ही अच्छे कवि हैं।🙏❤
अदभुत राणा साहब
मां सरस्वती की असीम अनुकम्पा है आपके ऊपर।❤
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भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर
शत् शत् नमन 🚩🌺
This is too good! I have been listening this for days and loving this.
The life of Ramji/Krishnaji are full lessons for us.
"खल को विनय समझ न आए। " ❤
Jai Shree Ram.
जय हो
Went back to 39 years back to my literature class . My fav bk Kurukshetra.
जय श्री कृष्णा ❤️🙏
जय श्री कृष्ण
Jai shree Ram
आपको कोटि कोटि प्रणाम
Jay Shree Ram 🙏🙏
adbhut muskan sir jy sree ram
जय सियाराम❤
Jai ho. Ashutosh Ji
रामचन्द्रजी खड़े किनारे, हातजोड शीष नमाय
सिंधु प्रार्थना सुनो हमारी, हमकों कोईं रहाँ बताए
और जलाधि बन्धे थे रावणबल सें, उनकों विनय समझ ना आये
गरज गरज के खुब उछ्ल रहे, प्रभु राम को बहुत सताये
के लखनलाल पींछे थाने थें, प्रभु का मर्म समझते जाये
देख प्रभू की मानवलीला, मंद मंद मन मैं मुस्काय
और शांत ना होते देख़ सिंधु को, लिया रामने धनुष्य उठाये
और चडा बाण प्रत्यंचापर, खल को विनय समझ ना आये
Bhagwan parshuram jayanti ki hardik shubhkamnaye 🙏🙏🙏🙏🌸🔱 ashutosh ji
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻
भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर
शत् शत् नमन 🚩🌺
Aap ki vaani har bharatiyon ke kaan me gunje aur man ko pavitra karen 🙏🇳🇵
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻
भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर
शत् शत् नमन 🚩🌺
Jai Sri ram sir ji
जय सियाराम।।।
राम अंनत राम नाम सत्य।।
आशुतोष सर का कविता पाठ और बोलने का अंदाज बहुत ही सुंदर है......
👌👌👌👌👌
बहुत सुंदर गाया सर आपने
Jai jai shree ram ❣️😍😀❣️
जय जय श्री राम
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻
भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर
शत् शत् नमन 🚩🌺
Ashutosh ji 🙏 pranam. Main shuru se hi aap ke abhinay ki prashanshak thii. Abhi aap ki lekhni ne mujhe or bhi abhibhut kar diya. Abhi main aap ki Ramrajya parh rahi hun. Bahut bahut sunder likha gaya hai. Aap ko badhai or bahut dhanyavaad . Mujhe bahut hi achhi lag rahi hai .
Dhanya h aap.
हर हर महादेव
Jai Shri Ram 🙏
Jai Siyaram Lakshman Janki Jai Bolo Anjani Nandan Pawanputra Shri Sankatmochan Hanuman Bhagwan Ki Jai 🙏 Jai Shri Sagar Dev 🙏 Jai Shri Surya Dev 🙏
आशुतोष जी मुझे सबसे badiya bakta नजर आरहे है♥
अद्भुत 👏🏻👏🏻 आपकी वाणी ने और ओजस्वी बना दिया दिनकर जी की कविता को नमन है आपको👏👏
Rana sir
Bahut bahut abhar...... Thanks a lot
Apki bari se Ye Sanskrit slok Ram kahani bahut payari lagti hai.
Apki mukh ki bari bikhyat hai.....❤❤
jo bhi ram ki mahima likhi hai uski kriti aaj amar hai.
Bhut Sundar sir jai shree Ram 💞🙏
बहुत सुंदर आशुतोष जी👌👌👏👏
Jai dada Ram, Laxman 🚩🚩
Jai Jai shree ram
Aap ko shat shat Naman
Ashutoshji bahut sunder .keep on.
💞💞 राधे राधे 💞💞
Ashutoshji savinay pranam🙏🏻
अति सुंदर आदरणीय🙏🙏💐💐
Speechless ❣️🙏🙏
❤️❤️❤️❤️❤️
Ashutosh ji Ko koti koti pranam bahut bahut sundar romanchak alhha
जय जय,,,🥰👍👌🧎♂️
बहुत खूब ,,,
Ati Uttam 🙏
खल को विनय समझ में ना आए ---
बहुत सुंदर बहुत सुंदर उपदेश के लिए ,
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद
अत्यंत सुंदर 😊 ।
Satay mev jayete jay ma bharti 🕉️🚩🌞🔱🇮🇳🙏🙏🙏🙏🙏
बात को या कथा को लिखने का भी एक सुंदर तरीका होता है और उस से वो बात या कथा अद्भुत जान पढ़ती है । परंतु किसी बात और कहानी को कहने का जो तरीका होता है वो उसमे एक प्राण को फूंकने का काम करता है। हर किसी के वश में नहीं होती किसी कहानी या कथा को ओजस्वी ढंग से कह सकने की जो कला होती है। परंतु आशुतोष राणा जी उन गिने चुने लोगों में से एक हैं जो अपने कहने के तरीके से एक अद्भुत बात हो साधारण बात उसमे भी प्राण फूंक देते हैं हमारी बुंदेलखंड की धरती के सपूत और ओजस्वी वाणी के धनी आशुतोष जी को सादर प्रणाम है।🙏
राणा जी 👌👌👌
Aap ki vaani ❤
बहुत सुन्दर आदरणीय आशुतोष जी..
चित्त प्रसन्न हो गया..
यही बस दिल चाहता है की सुनती रहुं आपको #आपकीहिंदी❤
खल दुर्जन लोग नहीं मानते हैं ,उनको वो ही भाषा समझ आती है ताकत की जय हो राम रहा
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻
भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर
शत् शत् नमन 🚩🌺
Correct 👍
Yogi ji wali 😎
🙏🌺jai jai SiyaRam jai hanuman ji ki jai ho prbhu ji ki jai ho🌺🚩🚩🙏
0:08 भूमिहार समाज के जाज्वल्यमान नक्षत्र दिनकर जी को उनकी जन्मभूमि सिमरिया, बेगूसराय बिहार से नमन🙏🏻
भूमिहार समाज की अमूल्य धरोहर हैं दिनकर
शत् शत् नमन 🚩🌺
अद्भुत सर🙏🙏, आपके हिंदी के प्रति प्रेम को देखकर मुझमें भी एक जोश एक जिज्ञासा का भाव जागता है, विभिन्न विधाओं और रचनाओं को पढ़ने सुनने के लिए❤
Bahoot khoob dada ❤
Ultimate Ashutosh ji. Love it.
Bahut shandar Rana ji