गुन्नौर गाँव MotoVlog मुसाफिरखाना अमेठी उत्तर प्रदेश

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  • čas přidán 9. 09. 2024
  • गुन्नौर गाँव MotoVlog मुसाफिरखाना अमेठी उत्तर प्रदेश #ashokvlogger
    Ashok Maurya:
    मुसाफि रखाना (अमेठी): कादूनाला वन्य क्षेत्र के दक्षिणी भाग में गुन्नौर गांव में स्थित तेलिया बुर्ज मंदिर प्राचीन धरोहर के रूप में विख्यात है। गुप्तकालीन इस मंदिर में शिव व विष्णु की पुरानी कलाओं में गढ़ी गई टूटी-फू टी मूर्तियां आज भी मौजूद हैं। मंदिर के बारे में गांव के बुजुर्गों का कहना है कि इस प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार गांव के धनुवा तेली ने कराया था। मंदिर का निर्माण किसने और कब कराया इसका कोई सही प्रमाण अभी तक नहीं मिल सका है।
    स्वतंन्त्रता संग्राम के दौरान कादूनाला जंगल में अंग्रेजों की फ ौज से लोहा लेते हुए भाले सुल्तानियों ने रात्रिभोज व विश्राम के लिए इस मंदिर को ही चुना था। मंदिर परिसर में स्थित प्राचीन टीले से आसपास के कई गांव दिखाई पड़ते हैं। इतिहास के प्रवक्ता विनोद प्रकाश पांडे की मानें तो गुन्नौर गांव में तेलियाबुर्ज मंदिर के अवशेष पुरातात्विक महत्व के हैं। उनका अनुमान है कि इस खंडहर में बौद्ध कालीन ईंटें यह दर्शाती हैं कि उस समय यहां कोई सम्पन्न नगर बसा रहा होगा। जो कि कालक्रम में नष्ट हो गया। मंदिर के आस-पास आज भी कई अवशेष जीर्णशीर्ण अवस्था में पड़े हुए हैं। जिन्हें देखने से लगता है कि इस प्राचीन धरोहर की संस्कृति व कलाकृति से छेड़छाड़ अवश्य की गई है। ग्रामीण सुरेश सिंह, केके सिंह, रामबोध आदि कहते हैं तेलियाबुर्ज मंदिर में कु छ दिन पहले पुरातत्व विभाग की टीम ने मुआयना किया था। मंदिर में बाउंड्रीवाल कराने के साथ ही विभाग की ओर से मंदिर का जीर्णोद्धार भी किया गया था। फि लहाल पुरातत्व सर्वेक्षण महकमें की ओर से मुख्य मार्ग पर एक बोर्ड लगाया गया है। मंदिर परिसर में बनी चहारदीवारी एक-एक कर गिर रही है। यहां पुरातत्व विभाग की ओर से तैनात चौकीदार भी नदारद है। महकमे की उदासीनता से खुदाई में मिली प्राचीन काल की ईंटें व टूटी-फू टी बौद्धकालीन कलाकृतियां व प्राचीन मूर्तियां खंडहर में एक कोने में खुले में फेंक दी गई हैं।
    पूर्व शिक्षक सुंदरलाल तिवारी, प्रधान देवेंद्र सिंह, मनोज उपाध्याय, जयनारायण पांडे, हनुमान जयसवाल, शिव शकर मिश्र वैद्य आदि कहते हैं कि बौद्धकालीन प्राचीन धरोहर तेलियाबुर्ज मंदिर को शासन-प्रशासन की उपेक्षा के चलते पर्यटन स्थल नहीं घोषित किया जा सका।
    एसडीएम डॉ. वेद प्रकाश मिश्र कहते हैं तेलियाबुर्ज मंदिर यदि प्राचीन काल की धरोहर है तो उसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। इस धरोहर को बचाने के लिए अवश्य पहल की जाएगी।

Komentáře • 3

  • @nopek1405
    @nopek1405 Před měsícem +3

    बहुत सुंदर वीडियो अहै❤

  • @ArunKumar-lx9xw
    @ArunKumar-lx9xw Před měsícem +2

    Arun Kumar very nice bhai Ashok Maurya youtuber Jagdishpur veri nice 💯 and nice uma mishrpur gunnaur ke pass hai vahan ka video gana dekhna hai

  • @omparkash-ex5ud
    @omparkash-ex5ud Před měsícem +1

    Raja pur gorigang ka video banao