दो माह पहले मैने आपसे ही मंगवाई है गुरुदेव। चार अनमोल पुस्तकें - विश्व सायन लग्न सारणी, विश्व दिनमान सारणी, भविष्य फल मार्तण्ड, विंशोपकानयनम और 2077 एवम 2078 विक्रमी का श्रीभादवामाता पंचांग। सुरेश कुमार वैद्य, रांची, झारखंड
SIRJI BAHUT BAHUT DHANYAVAAD MERA SAMASYA KA HAL KE LIYE AAPNE UDHARAN LEKE MERE WHATSAPP SAWAL KA UDHARAN ALAG SE APNE SAMJHAYA HAI USKE LIYE BAHUT BAHUT DHANYAVAAD, MERA NAMAN AAPKO, AUR DHANYA HO AAP KE IS MAHAN SERVICE JYOTISH KE LIYE. DHANYAVAAD.
इस से ओर भी आसान ह गुरु जी। इस फॉर्मूले से निकालोगे तो किसी भी सॉफ्टवेयर में मिलाना एकदम ठीक आएगा। फार्मूला ह जन्मवर्ष - 285= प्राप्त अंक, प्राप्त अंक * 50.09/3600 =अयनांश
*आपने प्रथम कमेंट में लिखा है* कि अयनबल अयनांश से निकलता है उस बिंदु को एक बार और पढ़िए और यदि आपको अधिक जानकारी है तो आप कमेंट बॉक्स में पूरी गणित कर के डालिये सभी पाठक लाभान्वित होंगे
नही गुरु जी मैं कुछ भी नही हु आपसे सामने जी। मैने तो बस आपको इसलिए बताया कि आप स्टूडेंट्स को ये भी सिखा सको। हमारी ज्योतिष विद्या बढ़ती रहनी चाहिए गुरु जी। खिलजी ने तो जला ही दी थी पुस्तके। आप बहुत अच्छा पढाते ह गुरु जी। विद्या का आदान प्रदान होते रहने चाहिए जी। जो मुझे पता था वो बता दिया मेने सबके लिए। सब लाभ उठा सकते हैं इस से।
Excellent.
BAHUT BAHUT DHANYAVAAD
बहुत ही मूल्यवान जानकारी दी आपने गुरुवर। मेरे पास भी यह पुस्तक है। अब समझने में काफी आसानी होगी। आपको धन्यवाद।
आपने मेरे से तो नहीं मंगवाई शायद
दो माह पहले मैने आपसे ही मंगवाई है गुरुदेव। चार अनमोल पुस्तकें - विश्व सायन लग्न सारणी, विश्व दिनमान सारणी, भविष्य फल मार्तण्ड, विंशोपकानयनम और 2077 एवम 2078 विक्रमी का श्रीभादवामाता पंचांग।
सुरेश कुमार वैद्य, रांची, झारखंड
Ji
पुस्तक का नाम व लेखक बता दिजिए
Bhaut Sndar Guru ji
Pankaj Jain Bhopal
गुरु जी अयनांश मे कहि २२/८/३३ जोडना लेखा है ।आप २२/९/२८ मे जोडना बताते हैं यह क्या अन्तर है समझा दिजिए
Jyotish kaksha me samadhan ho jaega
SIRJI BAHUT BAHUT DHANYAVAAD MERA SAMASYA KA HAL KE LIYE AAPNE UDHARAN LEKE MERE WHATSAPP SAWAL KA UDHARAN ALAG SE APNE SAMJHAYA HAI USKE LIYE BAHUT BAHUT DHANYAVAAD, MERA NAMAN AAPKO, AUR DHANYA HO AAP KE IS MAHAN SERVICE JYOTISH KE LIYE. DHANYAVAAD.
The quality of video is bad resolution is low
इस से भी आसान तरीका बताता हूं अयनांश निकालने का sir। जन्मवर्ष - 285= प्राप्त अंक, प्राप्त अंक * 50.33/3600
इसमें धुनन संस्कार का सूत्र भी लिखिए फिर
इस से ओर भी आसान ह गुरु जी। इस फॉर्मूले से निकालोगे तो किसी भी सॉफ्टवेयर में मिलाना एकदम ठीक आएगा। फार्मूला ह जन्मवर्ष - 285= प्राप्त अंक, प्राप्त अंक * 50.09/3600 =अयनांश
नहीं आवेगा ३४ विकला का धुनन संस्कार होता है वह इस सूत्र में नहीं है अधिकतम १७ विकलांग धन या ऋण होते है उसका गणित लिखिए
गुरु जी अयन बल अयनांश से ही निकलता ह ना
नहीं
अयन बल में अयनांश की जरूरत पड़ती ह गुरु जी। मैने अयन बल निकाला ह इस से ओर ठीक आता ह सॉफ्टवेयर में
षड्बल के अयन बल की गणना में अयनांश की जरूरत पड़ती ह जी
*आपने प्रथम कमेंट में लिखा है* कि अयनबल अयनांश से निकलता है उस बिंदु को एक बार और पढ़िए और यदि आपको अधिक जानकारी है तो आप कमेंट बॉक्स में पूरी गणित कर के डालिये सभी पाठक लाभान्वित होंगे
नही गुरु जी मैं कुछ भी नही हु आपसे सामने जी। मैने तो बस आपको इसलिए बताया कि आप स्टूडेंट्स को ये भी सिखा सको। हमारी ज्योतिष विद्या बढ़ती रहनी चाहिए गुरु जी। खिलजी ने तो जला ही दी थी पुस्तके। आप बहुत अच्छा पढाते ह गुरु जी। विद्या का आदान प्रदान होते रहने चाहिए जी। जो मुझे पता था वो बता दिया मेने सबके लिए। सब लाभ उठा सकते हैं इस से।