dehati bhajan geet नारी से नर पैदा होते क्या खेल रचाया नारी ने श्रीमती ऊषा देवी मूनीपुर वाली

Sdílet
Vložit
  • čas přidán 24. 05. 2024
  • dehati bhajan geet नारी से न पैदा होते क्या खेल रचाया नारी ने श्रीमती ऊषा देवी मूनीपुर वाली
    dehati bhajan geet तीन लोग बस्ती में बताएंगे आप बिरने में देहाती भजन गीत गायक श्रीमती ऊषा देवी
    अरे सतसंग में समय बिताना मोय ऐसा भजन सुनाना // श्रीमती ऊषा देवी की आवाज में सुंदर भजन //
    सुत के तब रथ कौ पईया काडो जूजन लगे कोरबा सारे उत जौहरकरडारौ ऊषादेवी
    dehatibhajan geet मरघट पहुंची जाय बहन भईया की आरति तलाशी एक दसिया कौ बिआउ बहन देतौ भात भराई ऊषादेवी
    dehati bhajan geet //राधा नाची कनया नाचे नाचौ जग संसारी// जा माया नै सबै नचायदयो मानौ कही हमारी
    अरे जेई यादि पहले आय जाती तौ होती नाय लड़ाई रे // इनके मुख से भजन सुनकर दंग रह जाओगे //
    देहाती कीर्तन// घरना रहि पाऊगी कि बनकू संग चलूगी बनमै //भजन कीर्तन गायक //श्रीमती ऊषा देवी
    इस लड़के की आवाज ने सबके छक्के छुड़ा दिए // सब लोग देखते रह गए
    dehati bhajan है धिक्कार तेरे जीवन कौ लीनौ भेद छुपाई धोका दैयकै करड भिरात दियौ मात मरबाई भजन कीर्तन
    पांच रतन की सुन्दर काया जामै खिलि रही फुलबारी // भजन कीर्तन रामायण भजन कीर्तन// कायाखौजी भजन
    dehati bhajan देवकी माता के जन्म जेल मै लीना था महाभारत युद्ध मै भजन कीर्तन
    dehati bhajan kalakar महाभारत मे माता गाया सुन्दर भजन कीर्तन रामायण भजन
    #चकलेश्रर_आश्रम_पडित_वालेअरे जेई यादि पहले आय जाती तौ होती नाय लड़ाई रे // इनके मुख से भजन सुनकर दंग #ऊषा_देवी_मूनीपुर
  • Hudba

Komentáře • 2