UP Shikshak Bharti: Allahabad High Court के फैसले से Yogi सरकार को झटका, कितनों की नौकरी जाएगी?
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- čas přidán 13. 09. 2024
- #RPT0127
The Allahabad High Court has directed the Uttar Pradesh Government to prepare a fresh merit list for appointment of 69,000 assistant teachers. The court has set aside the selection list issues in June 2020 and January 2022, Which included 6,800 candidates. BJP, SP and BSP leaders speaked on matter. Watch Video to know more.
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Edited By: Honey
कांग्रेस के जमाने मे देश का युवा IAS,IPS बनने की तैयारी करते थे,
मोदी आने के बाद कावड़ उठाने की तैयारी कर रहे है
अफवाह गैंग!मिथ्याप्रचारक!कांग्रेस के समय में हिन्दू काँवड़ नहीं उठाते थे और मोदीराज में आईएएस/आईपीएस की तैयारी नहीं करते थे क्या?निश्चित ही अपने नाम और धर्म को छुपाकर मोदीविरोध का एजेण्डा चला रहे हो!
बीजेपी का यही तो मोटिव है
कबाडियो द्वारा पुलिस तक को मारा गया
और यह गुंडई सरकार के छूट पर हुए
Congress ke samay me sab ias aur ips the
@@Taufikrazatum log hinduo par sawal utha dete ho magar jo muslim hinduo ko maar rhe hai unka kya karoge tumhare to kitab me hi hinduo ko kafir bataya hai
❤
Isliye 400 seats maang rhe the😂😂
का हो योगी जी अब तो मानेंगे न की गलती हुई , या जानबूझकर की गई , एक भर्ती वो भी गई 😅😅
😅😅😅
गलती भइल ना बा जान बुझ के कइल बा
Kya bhi kaisa desh hai apna jinke marks jada hai unko teacher na banane ki ladai chal rahi hai phir kahenge ki gaanvo ki siksha thik nhi hai
Yogi galat h ya sahi ye alag topic h
Par court ne ye decide karne mai itna time kyo Lia
@@nikitafromuttarakhand6800court m tum jake boldi man jayge..? Sarkar time mangti hai bar bar 6 mahine ka ki time do karke laate h
जब मुख्यमंत्री सांप्रदायिक कानून बनाने की कोशिश करे। सांप्रदायिक भाषा बोले। अपना कार्य न करके अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश करे तो राज्य की जनता इसी तरह से ठगी जाती रहेगी। जय हो बाबा की।
Jab kisi desh ki minority janwaron jaisi jansakhya badhae jiske jihadi mansikta ho to desh ke sansadhan khatam honge aur naukri ki Killat hogi hi...Jai ho madarsa halala maulana
@@agamrockxbhai tum itna gussa kyu ho rahe ho kuch baat to sahi hai agar koi hamare log aisa kare to sahi or dusre log kare to galat hai agar tum ko lagta hai kisi particular community ke wajah se population increases ho rahi hai to government rules bana de
Kuch galat ho to u se galat bolne me problem nahi honi chahiye bhai ye accept Kiya Karo
@@agamrockx jab bhi janta ki aawaz Dabani ho tum jaise log aisi baat krte ho.
Samvidhan ko bachane ke lia janta chup nhi baithni wali hai
तुम्हारी जैसों की कुंठा का खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ता है।@@agamrockx
@@AnandKhatwani-zk4qohaa tum aisi hi Sam vidhaan bachane ka natak karte ho , aaj tak waqf board kyu nhi hataya tha
Yahi tha BJP ka doglapan😢
कोर्ट किसी पार्टी की नहीं होती
Pattu..bhaijan
Tha nahi❎.....doglapan hai ✅
Jaise sp government me police vacancy thi....😂😂
@@swapnilsingh8378kuch bhi kr lo is baar baaba ki vidhansabha sahit dhulaai hone wali h... Gangaajal part 2 aa rha hai.... Obc sc st student ki baat koi ni kr rha hai jo 6 years se protest kr rha hai. Yogi ko bolo fir se teacher ki vacancy nikale or 6000 general or 6000 obc sc st ki new vacancy le aaye tb toh general ki seat bachegi 😅😅😅😅
योगी आदित्यनाथ धर्म और नफरत की राजनीति करके उत्तर प्रदेश की सत्ता तो पा गये, लेकिन उन्होंने राज्य के विकास के लिए कभी कुछ भी नहीं किया।
Beta Neele Bheemte
2029 mein ye PM banega
Jhaant ukhaad lo Yogi ka 💪
राज्य का विकास तो बस बसपा और सपा ने किया है 😂😂😂
@@saurabhrai5461sapa bsp ne hi kiya hai. Ek bhi kam batao bjp ka? Ram mandir hai jo RSS ke log usme hai. Baki obc, sc, st ke log nhi hai usme.
@@saurabhrai5461right Bhai sahi bola
@@pramodkumarpatel6156bhai aap log mei sharam aur haya naam ki cheej hai ki nahi? Ek taraf barabari aur samnata ki baat karte ho dusri taraf arakshan ki ladai ladte ho. Bhai jitna arakshan lena hai lete raho lekin phir ye rona mat roya karo ki pandit thakur lala jaativaad karte hain. Tum arkashan ke naam pe deserving logo ki seat kha jaao aur phir samanta ki bhi baat karo ye bahut bada scam hai constitution ka aur aap log ka dohra charitra. 68 gudank waala general tension mein hai aur 58 percent waala tension free hai. Isi ko samnta kahte ho na aap log? Aur tumhara surname se ek baat clear hai ki na aap samajik roop se bahut pichhali community se aate ho aur nahi hi zameen jaydad mein aap log bahut peechhhe ho savarno se.Lekin obc ka tag lag gaya hai toh gyan baat rahe ho.
उत्तर प्रदेश में धर्म का चश्मा और जातिवाद हो रहा है सरकार भर्ती परीक्षा पर पेपर लीक डीएलएड परीक्षा भी हो गई लेकिन युवा अभ्यर्थी सबसे ज्यादा परेशान भर्ती का इंतजार फिर परीक्षा का इंतजार फिर परिणाम का इंतजार पता चला परीक्षा पेपर लीक हो गई,सब सपने टूट गये
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
The situation is degraded in Punjab, Tamilnadu, etc. but nobody cares about this secular governments. It's happening everywhere
Baba ne obc sc st ka hissa khaya hai aur badale me janta inaka CM pad khayegi😂😂
Sapna maat dekho or sapa kosi doodh ki dhuli hai inhone bhi toh police mein yadavo ko bahar liya tha sapa matlab gundagardi
तु झूठ बोल रहा है।
I'm OBC. 😊
Janta andhbhakt hai fir se CM banaige
@@bhadwamodi8294 yogi ji cm tha cm hai or cm bana raha gya kuch kaam chor mafiyo ko hi pareshani ho rahi hai
@@ॐKumar_ABCDI am Donald Trump
कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य 😊
कोर्ट का ईश्वरीय रूप
@@charansinghhirapur1446 योगी जी न्यायालय की बात मानेंगे
तब न
BJP OBC SC वर्ग का आरक्षण खा रही है यही सरकार EWS लाई है उसके ज़रिए भी OBC SC का आरक्षण लूटने का काम कर रही सरकार....
कुछ भी बकवास कर रहे हो ???
reservation economic base pe milna chahiye
Rights
@@AnuragSingh-rs3tm😂😂 achaa paisa jhoota certificate bnva lo phir poora aarakshan pale jaaao😅😅
@@AnuragSingh-rs3tmtake baki certificate bhi EWS k tarah fake ban jaye Paisa khila k !! 😂😂 Khud apna EWS certificate dekhlo..kitne fake ban rahe hai !!
वोट लेंगे हिंदू का
काम करेंगे सवर्णों का😢
Jali
🎉🎉🎉
लोकतंत्र लेंगे कांग्रेस से
काम करेंगे RSS का
वाह रे जम जम का पानी
@@anmolpandey_21 chup BRA-man 😂🤣
27% OBC ki jagah only 3% diya baki 24% par thakur bharti are kabhi to justice karo satta me ho to lathi aur police ke bal par kuch bhi karoge to srilanka bangladesh banne me time nahi lagega
OBC ko diya bhagwa Yogi ne baba ji ka thullu.
Takle ka dimag hai ki nhi
@@bhadwamodi8294maqdad nhi bhoole bhaijaan
अभी इसकी अपील उच्चतम में जायेगी। सेवा निवृत्त होने तक इन अध्यापकों को कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ते रहेंगे।
तेल देखो तेल की धार देखो ।
31000 मे से 29000 ओबीसी candidates बिना आरक्षण के चयनित हुए,
कहाँ गए आरक्षण का रोना रोने वाले ""So called Janmjaat intelligents ""
भाई आप को जानकारी न है 18000 में 2000ओबीसी को मिला है
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
to hum log rote kyo hai kote k liye bhaiya ji ? jab inte intelligents hai ?
@@dineshkm7832
अपने अधिकारों को बचाने के लिए, संवैधानिक ढांचे को बचाने के लिए
Ye andhbhakt hai farzi data batana inkam kaam hai
India me yahi chl rha h...obc sc st ka seat ...bemani se upper cast ko transfer ki ja rahi h taki samanti system phir aye
Jhuth
@@nikhilshukla4833 हजारों साल तो यही किया है तो झूठ कैसे है
Ek hi Bharti m 5 5 baar reservation diya jaayega kya
@@ashutoshkushwaha9244 aaj jagah aapko aarakshan hai . 90 percentage pakar mujhe admission nahi mila 45 percentage me Marathi OBC ko mila. Aur kushwaha ji Mumbai me aap bhi general me aate ho. Aap ko tab hamari pida samajh me aayegi
19 हजार ओबीसी/एस. सी. के हक की सीट जनरल कैटेगरी को दे दी गई थी❗
अब होगा भी क्या किसी जनरल वाले की नोकरी नहीं जाएगी, ओबीसी/एस.सी. वाले को 6800 का झुनझुना पकड़ा दिया जाएगा‼️
प्रश्न ये है की अगर विज्ञापन ही 69K सीट पर था तब किस नियम से बिना नए विज्ञापन के 69K सीट से अधिक सीट पर नियुक्ति दी जाएगी❓
न्याय तो तब होता कि जनरल कैटेगरी के अयोग्य अभ्यर्थियों की नियुक्ति समाप्त कर उन सीटों को ओबीसी/ एस. सी. के प्रताड़ित अभ्यर्थियों को दिया जाता, 2019 से उनको एरियर दिया जाए.
#राम_राज्य
Sahi kaha bhai ye log kahte hai desh ko hindu rastra banana hai lekin jati bhedbhav nahi mita pa rahe hai hindu rastra banane ke peeche Inka maksad bramhawad ko badawa dena hai 😢
Sb glt h 20000 gen huye hi hai 19000 ghotala ho gya bah re bhai 1000 gen hona chahiye 69000 me.
Ye mamala jayega suprim court me vha single bech ka faisala lagu hoga jisme 4000 obc bahar honge dekh lena.
@@thinkupsc39gen k log lde nhi the jo lda vo bahut kmjor lda. Ab ladege jo shi h vo suprim court se aayega . Ye jo news vala bol rha ye bar bar kh rha aarop h.
Ab suprim court btayega kiski nokri ja rhi kisiki mil rhi .
बाबा ने खास वर्ग को लाभ दिया उन्हें बाहर किया जाए??????? और कोई समायोजन का लाभ न दिया जाए वरना हर बार सरकार यही करेगी??????? खास वर्ग को लाभ देती रहेगी?????
Khas varg kya hota haj sawarn bolne mei sharm aa rahi hai kya
@@ankitarya3336 baabhan
पूरे देश में भाजपा यही कर रही है ओबीसी एससी एसटी के लोगों का आरक्षण जनरल को जा रहा है😮
कांवर लाओ ऐश करो
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
@@dineshkm7832 Abe Hutiye 😂 , ,OBC is already divided into OBC and EBC , ,to agar pata na ho to bhauk mat
@@Wellebandeतो भी वक्फ की जमीन दिलादे वहां पर यूनिवर्सिटी बनवा देते है और 400000 मस्जिद गिराके वहां स्कूल बनवा देते हैं
@@thespiderguy3515 मुझे प्रधानमंत्री बना दे
नौकरी तो बस जनरल कास्ट वालो की जाएगी कन्फर्म है क्युकी हर घोटाले मे यही आगे रहते है 😂😂😂
फर्जी तरीके नौकरी हासिल करने वालो की नौकरी जाना ही चाहिए ।
Mamla kya hai Mai kuch samjha nahi....Jinko नौकरी mili hai...unki jayegi kya General walo ki
जो बाबा ने आरक्षण घोटाला किया है उसको कोर्ट ने 69k भर्ती में उसको निरस्त कर दिया जो लोग 4 साल से नौकरी भी कर रहे उनकी भी नौकरी खतम हो गई है
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
@@shashankpandey1208 mamla ye hai ki OBC ,and SC reservation ko naa man kr , isme v upper caste ko bhar diya gya hai , ,
@@_Parmatma_ ok to kya ab jo log extra 19000 hai unka cancel ho jayega ????
Re - exam करवाए सरकार .
18000 सवर्ण जाति के लोगो को नौकरी से सरकार नहीं निकाल सकती क्योंकि उसका वोट बैंक बर्बाद हो जाएगा .
Solution - Re - exam
इसका जिम्मेवार योगी आदित्यनाथ जी है। तुरन्त स्तीफा दे देना चाहिए अब।
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
Baba to gya😂😂
@@Bindash121
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai 99% , pure ka pura
यह सुनिश्चित करना होगा कि OBC एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
Aao pahle hum musalmano ko unka hak de de .. aabadi ke hisab se 25% kota
मुसलमान सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हैं. 2006 में सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया था मुसलमान समुदाय हिंदू ओबीसी से पिछड़ा हुआ है. सच...
सच्चर कमेटी ने कहा था कि हिंदू पिछड़ों और दलितों को तो आरक्षण का लाभ मिल रहा है, लेकिन मुस्लिमों को नहीं. जबकि, इससे पहले मंडल आयोग ने भी 82 सामाजिक वर्गों की पहचान की थी, जिसे उसने पिछड़ा मुसलमान माना था.
अच्छी पहल😅
YOGI. SIRF THAKURVAAD CHALA RAKHA HAI PURE UP MEIN🤬🤬 JAIL MEIN DAALO YOGI KO.... SC ST OBC HI NAHI.... HAM BRAHMANO KA BHI BANTADHAR KIYA HAI.... HAM PDA KE SAATH HAI PEECHA DALIT AGRA JINDABAD....
@@MISHA_NARANG_SHARMAbahan ji aap bahut sahi bol rahi hai vote to sc/st/obc bhi deti hai to unke sath Anya qyo jo niyam hai uske adhar par reservation ko dhyan me rakh kar naukari Deni chahiye
69000 आरक्षण घोटाले पर न्याय हो,पीड़ित अभ्यर्थियों को 19000 सीटें वापस मिलें
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
😂
अति आवश्यक
ये कैसी शिक्षक भर्ती थी जिसमे कटऑफ और मेरिट लिस्ट ही बाहर नहीं की सरकार | क्या मज़ाक है कम से कम जो योग्य हैं उनके साथ तो ऐसा न ही करें |
68500 me to extra general walo ko niyukti di gayi uspe koi nahi boolega lekin jab hum sahi cheej ke liye lad rahe hai to humko paresan kiya ja raha hai 6 saal se
ये तो होना था 27 में चुनाव जो है, अगर चुनाव नहीं होता तो ये UP Police और RO\ARO की परीक्षा दोबारा ना होती।
Nearly 18 thousand teacher of general category loose their job after this decision of HC.
जिस घर देश प्रदेश का मुखिया हर समय तामस में रहे वहां सर्वनाश होना तय है
नियम यह है की अगर obc sc st का अभ्यर्थी जनरल cut off से ज्यादा नंबर पाता है तो उसको जनरल सीट दिया जाएगा और उसका obc sc st seat कम नंबर वालो को दिया जाएगा मगर ये सरकार सभी आरक्षित कोटा वालो को कोटा से बाहर नहीं जाने दिया और जनरल वालो को 50%+10% ews ish प्रकार 60% सीट जनरल को दे दिया🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
और दो बीजेपी को वोट बहुत अच्छा हुआ जब खुद पर दिक्कत आई general पर तब भोगो
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
चंदा चोरी के बाद ये सबसे बड़ा घोटाला है
खतरा कैसा???? जो नौकरी के लायक ही नहीं था उसे नौकरी दी क्यों? और जब आज बाहर किये जा रहे हैं तो मीडिया sympathy दिख रहा है, अरे जो लायक है ही नहीं उसको बाहर होना ही होगा,खतरा कोई नहीं है बेईमानो के लिए।
योगी सरकार ने अभी तक अपने पूरे कार्यालय में एक शिक्षक भर्ती नहीं की है बस ये अखिलेश सरकार के शिक्षा मित्रों की जगह भर्ती की और उसमें भी आरक्षण घोटाला किया हम 2017-19 d.el.ed बैच से btc किए 6 साल से भर्ती का इंतजार कर रहे हैं 😢😢😢
जो गलत तरीके से हुए हैं उनकी खटिया खड़ी
68500 भर्ती पर भी एक video बनाया जाना चाहिए तब सच का पता चलेगा।
पूर्व शिक्षामंत्री को जेल भेजो पहले
भाई इसके 2 लोग दोषी शिक्षा मंत्री सतीश चन्द्र द्विवेदी और शिक्षा सचिव प्रताप सिंह बघेल। इन दोनो को जेल में डालना चाहिए। सबसे hrami प्रताप सिंह बघेल है
ओबीसी एससी वाले कांवर लायेंगे जनरल वाले नौकरी करेंगे और हां पुष्प वर्षा का आनंद लें ओबीसी एससी वाले नए नए हिंदू जो बने हैं
ab ulta hoga thakur dekh ke vote kiya 😂😂😂😂
जो घोटाला के बाद 4 साल से भटक रहा है उनकी चिंता नही है आपको
YOGI. SIRF THAKURVAAD CHALA RAKHA HAI PURE UP MEIN🤬🤬 JAIL MEIN DAALO YOGI KO.... SC ST OBC HI NAHI.... HAM BRAHMANO KA BHI BANTADHAR KIYA HAI.... HAM PDA KE SAATH HAI PEECHA DALIT AGRA JINDABAD....
100% agree with you.
Yogi ne sirf Dharm and Mandiro par hi jyada se jyada focus kiya hai , rojgar par nahi ,
Teachers 2018 ke baad se vacancy nahi dee ,
2018 ke baad 2024 me jakar UPP KA VACANCY DIYA .
PDA JINDABAD
Lucknow me aapke PANDEY BHAI KO , THAKURO NE MILKAR HATYA KIYA THA , AROPI , THAKUR THA ,
Vidhayak, thakur tha , police station me FIR NA likhne vala BHEE THAKUR THAA.
@@MUKESHKUMAR-ex7ib right
@@MUKESHKUMAR-ex7ib right bro
TUM BRAHMIN SE THAKUR ME CONVERT HO JAO
😂😂sahi bola 27 me bhago esc ko
बाबा जी भी गजब है नई शिक्षक भर्ती तो करा ही नहीं रहे है ऊपर से अब पहले से पाए लोगो की भी नौकरी खा जा रहे है 😅😅😅
Up mei 6 saal sei sikshak bharti nahi aayi sharm karo bjp tumhari chhutti hogi aab bahut hogaya manmaani Up mei 6 saal sei sikshak bharti nahi aayi sharm karo bjp tumhari chhutti hogi aab bahut hogaya manmaani
Kus nhi hoga bhai tumhi log vote doge faltu bakwaas likha krte ho jab dekho tab
Tumhe log ka kya Matlab hai bhai mai toh na deta bjp ko vote bakwash mat likho kuch bhi
Hahahhakitne student h primary m.jaa kr check kro
@@Bluesky.c koi sense hai tumhari baat kaa jaao check karo kar raha you need to be aware little bit about ground reality there are too much shortage of teachers In primary and junior too my father is In post of head teacher of junior school kaushambi in his school there r just 3 teachers available for more than 185 students.
Ab naukari n pane wale h naukari pane walo ke dushman ban jate h.aur turant court pahuch.jate h aur stay le ate h.aur kirkiri sarkaar ki karte h ,,isi trah se shikshamitro ke khilaf bhi wahi log court gaye the jo b,Ed aur tet karke baithe the,
Jhatka bjp ko nahi janta ko laga hai....
It's not a mistake of Yogi Government but it's done meticulously. Officers know the rules very well 😂
ओबीसी एससी EK साथ आओ
नहीं तो L लगा दिए जाएंगे
Poorie obc ki malai Ahir bniya aur Patel le rhey uske baad sab obc SC St ek ho jaao 😂😂😂 waah pehle khud obc ki malai chatna bnd kro
बीजेपी से भरोसा उठ गया मैं आज से शपथ लेता हूं भविष्य में मेरे परिवार से कभी बीजेपी को वोट नहीं दिया जाएगा।
😢
बहुजन समाज के बच्चे जब पढ़ने लगे तब यूनिवर्सिटी और कॉलेज को प्राइवेट कर दिया गया बहुजन समाज के बच्चे जब नौकरी करने लगे तो सभी सरकारी कंपनी को निजीकरण कर दिया जा रहा है
जियो सुशील केवट(कश्यप) तुमने कमाल कर दिया
🎉🎉😊
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
लेकिन संजय निषाद तो तलवे चाट रहा है
General wale bohot chaudey hotey thy ki hum talented hai. But EWS ka cutoff toh hamesha SC se bhi kam lagta hai😂😂😂 ab kyu nahi boltey khud ko undeserving 😂
BJP sirf Amiro aur Savarno ki Party hai
👍✔️
Haaa tujhe to sab free me chahiye
Sahi bola
@@ranger-ek5rs BRA-man ni hu ,jo free khane ki adat hai 😂, , ,
@@_Parmatma_ haaa utana Gyan bhi to hona chahiye ki baith kar raaaj. Kar sake...
पहले शिक्षामित्र निकाले, वो बेचारे कुछ मरे भी.... अब इन्हे निकलेगा.. वाह रे.. तेरी इस तरह की सोच को क्या समझू😢
जो भी बाहर होगा उसे गम नही मनाना चाहिए क्योकि सब भगवान की मर्जी से होता है बिना मर्जी के एक पत्ता भी नही हिलता। ये तो एक सरकारी नौकरी है❤❤❤
69000 शिक्षक भर्ती ओबीसी को 27% आरक्षण न दे कर मात्र 3.14 दिया गया, एससी को 21%आरक्षण न देकर 16.5% दिया गया माननीय न्यायालय ने सरकार के गाल पर तमाचा मारा है
Moy moy yogi jiii
Yahi Hal, UP lekhpal me bhi hua hai
Ish sarkar me rojgar berojgar sb pareshaan aur jeetaoo 😂 mja aarha
इनकी सरकार मे एक और शिक्षा का परिवार प्रताड़ित है जो शिक्षामित्र परिवार है😞
Kitne dukh ki bat hai OBC SC ki seat mar li gai, jo hakdar nahi hai uski bat ho rahi hai wahh
keval OBC SC ki seat nahi mari Yogi ne pichwada bhe mara hai
Gen catagory हो या कोई भी catogary हो न्याय हो अन्याय नहीं । इसमें दोषी gen catagory नही बल्कि योगी सरकार है। नियम का पालन हो । किसी भी जाति संप्रदाय में लड़ाई ना हो। Ews तो जो gen में गरीब छात्र है उनके लिए लाई वह ठीक है।
Yah to saaf saaf Aarakshan ghotala Ho Gaya😂😂
सवाल ये है कि bjp ने कितने लोगों की नॉकरी का हक छीन के एक अयोग्य सवर्ण को दे दिया है ,,,,,,,दर्द है कि कितनों की नॉकरी जाएगी ..........जितनी तनख्वाह उस अयोग्य सवर्ण को अभी तक मिली है ,,,उतनी ही तनख्वाह पूरी योग्य हकदार को मिले .......
Kya es par pure bharat me OBC protest karenge?
इसमें गलती सरकार की है नौकरी किसी की भी नही जानी चाहिए। 😅
महाराष्ट्र में हाल ही में हुई शिक्षक भरती की यही स्थिती चल रही है
केवल सभी लोग ये कह रहें की जो नौकरी कर रहे है उनका क्या होगा ... कोई न्यूज़ वाला या कोई ये नही बता रहा है या पूछ रहा है की जो अभ्यर्थी 6 साल से घराने पर बैठे थे उनके समय जो गया है उनका क्या हुआ ? इस पर भी रिपोर्ट तैयार कीजिए ?
सबका साथ जातिवाद का विकाश
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
Es mudde ko uthane ke liye aap ka dhanyvaad
यह सरकार आरक्षण विरोधी है।।।।यह ही राम राज्य
To sahi to h kb tk Aarakshan logo
@@हमारीसंस्कृति-घ1षjob Tak jaati rahege tab tak
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
@@हमारीसंस्कृति-घ1ष 10% EWS leke Gyan na pel
Pahle apna छोड़ ताकि दूसरी दलित जातियां नौकरी पा सके
हरियाणा के ओमप्रकाश चौटाला की तरह अजय सिंह बिष्ट को भी शिक्षक भर्ती घोटाले में जेल हो सकती है???😮
Judiciary jindabad
जरूरी नही है कि joining लैटर मिलने के बाद भी आपकी नौकरी पक्की रहे, ये भाजपा की सरकार है😂
Forward cast ko naukri dia Yogi ne
दोषियो को सजा जरूर मिलै
OBC ka haq maar ke thakuro ko khush kiya gay aur tana shahi charam par hai
ये वही है जो सपा सरकार मैं गाल बजाते थे कि एक ही जाती के लोगो की भर्ती होती थी।
अब आपकी सरकार मैं तो कोर्ट से आदेश आ गया अब क्या कहेंगे??
Good dicision by the high court..........shame on up gov
General category walo ko kawad me reservation dena chahiye
सबसे बड़ा सवाल है कि अगर अनियमितता हुई है तो उसका कोई न कोई जिम्मेदार भी होगा।
उसकी नाम भी तय होना चाहिए
Bhut acha hua
यही धोखाधड़ी मेडिकल विभाग में भी चल रहीहै
Shandar pahal
अब तो योगी जी मानेंगे आरक्षण घोटाला😂😂😂😂
#thelallantop
बहुत बहुत धन्यवाद लल्लनटाप इस खबर के लिए ❤❤❤❤❤❤❤
Sab private kar do......sarkari naurkri dene ki ab jaroorat nahi hai ......
Thank you sir 🙏🙏
Yogi sarkaar mei kewal thakuro ka jalwa hai pandit toh aaur pareshaan hain up mei bas bhaktai kar raha harishankar tiwari ki murti girwa di jai ho thakur yogi baba
Good
Mandir se pet nahi bharta Yogi ji, naukri se hi bharta hai
Mandir ke bahar bheek mangnay ko rojgar mano ge ke nahi?
Andhbhakt to bol rahe the mandir banne se bahut se rojgar ayenge phool mala, nariyal,kirana, bhojnalaya adhi dukane laga sakte hai aur brahmano to mandir ke bahar bhikh bhi mang sakte hai
Power Of Allahabad High Court 🫡🔥💪🏻🙏🏻🫂🤘🏻😎
AS A WOMEN FROM UPPER CASTE BRAHMAN.... PDA JINDABAD... YAHA UP MEIN SIRF THAKURVAAD CHAL RAHA.... SC ST OBC HI NAHI HAM BRHAMANO KA BHI BANTADHAR KIYA HAI ISS SARKAR NE. 🤬jai PDA
Sbka wicket gir rha h shikshamitra phir b. Ed ab is case me reason government apne fayde ke liye usi ki phasne pe koi support nhi
@@ankitsingh3513 right
Who tells u that u are from upper caste😀😀😀
@@MISHA_NARANG_SHARMA Lgta h PDA vale jyada jakshida de rhe h apko
इसमें पूरी तरह से सरकार की गलती है अब जी शिक्षक को हटाया जाएगा उनके जी से पूछो क्या चल रहा होगा उनके मन में। किसी की job जाती है तो बहुत दुख होता है। सरकार को पहले ऐसा नहीं करना चाहिए था।
Doosro ka seat khayega to yahi hoga
@@jokervivek tabhi to dusro ki seat khai isliye ye sab ho raha h
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
आखिर कितनी बार आरक्षण दिया जाए,
फॉर्म भरने की फी से लेकर, age, TET, PRT exam, और मेरिट लिस्ट में आरक्षण
यहाँ तक की सर्विस पीरियड भी ज्यादा रहता है
इस तरह तो general category के लोग संघर्ष ही करते रह जायेंगे
जॉब पाने से लेकर, जॉब को बचाये रखने तक।
ऐसे लोगों का काम ही है रोना, ये जो सरकार को दोष दे रहें हैं खुद की छवि नहीं देखते
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
Pahle hamara hissa 27% me se ALag karo .. kuch jatiya hi ahir kurmi hi hamara hissa le rhi hai
यह सुनिश्चित करना होगा कि एससी-एसटी के अंदर जो जातियां ज्यादा जरूरतमंद हैं और जिन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है, उसे ज्यादा लाभ मिले।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उन राज्यों का है, जहां ओबीसी में विभाजन किया गया है। तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग ,अधिक वंचित और कमजोर जातियों के आरक्षण को कम पिछड़े और अधिक पिछड़ों में विभाजित किया गया है। इसका फायदा कमजोर वर्गों को मिलता है, क्यों कि उन्हें प्राथमिकता मिलती है।आर्टिकल 15 और 16 में ऐसा कुछ नहीं है जो राज्य को किसी जाति को सब-कैटेगरी में बांटने से रोकता हो। SC की पहचान बताने वाले पैमानों से ही पता चल जाता है कि वर्गों के भीतर बहुत ज्यादा फर्क है।
जिन सवर्ण जातियों के खिलाफ , राजनीति बाकी जातियों को गुस्से से भरने में ये शक्तियां मशगूल हैं, उन्हीं जातीय समूहों में कुछ ऐसी जातियां भी हैं, जिनकी दोयम हैसियत रही है। उदाहरण के लिए, ब्राह्मणों में महाब्राह्मण और शाकद्वीपीय समुदाय को लिया जा सकता है, जिनसे सामान्य ब्राह्मण समाज भी परहेज करता रहा है। क्षत्रिय और बनिया के बीच भी ऐसी कई छोटे समुदाय हैं, जो मौजूदा जातीय विमर्श में पिछड़े नजर आते हैं। लेकिन इस राजनीति को इस ओर ध्यान देने की फुरसत नहीं है। बेहतर होता कि यह राजनीति इस नजरिए से भी सोचती।
@@nadiiraasiddiqui241 😃😃😃😃
Tab kaha thi jab desh ki ajadi se 1993 Tak 100% arakshan lete the jabki arakshan Sanvidhan me pahle thi
abhi to kuchh hi saal hu hai aur pe dard suru ho Gaya.
Tumko to sirf dusre ka hak khane ki adat pad gayi hai.
Awadi 2% arakshan 10% fir bhi kam hai.
सर जी उत्तरप्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड से भी 2018 में 603 कैंडिडेट को तीन साल जॉब करा कर बीजेपी ने अनैतिक तरीको से उनको बाहर कर दी आज वो 603 कैंडिडेट दर बा दर भटक रहे है कृपा करके आप इस न्यूज को भी चला दीजिए
Obc,sc st सब लोग येक हो जाओ मद्र्चोदो को खिलाफ 🎉🎉🎉🎉
Nali saf karegaaa mere ghar ki?
@@ranger-ek5rs😂😂😂😂😂
समस्त नोखरी 5 साल की होनी चाहिए
Dekho namuna 😂
Teri age bhi 5 saal ki honi chahiye 😂
😂😂😂ye sb general vale ko de rahe hai 😂😂 good court
Mere hisab se dr. Or teachers me se reservation hata dena chahiye kyo ki ( jab tak teachers ko pura Gyaan nahi hoga to students ko o aadha adhura he gyan denge or ese apne he desh ka beda garg hoga
Sports me se bhi reservation hata dena chahiye taki india Olympic me adhik se adhik medals laa sake😂😂
@@randomvideos8028 Bhai rahi baat sports ki to india me cricket ki monopoly hai kyo ki bat or ball easily log afford kar sakte hai or kahi pe bhee khel sakte hai to es liye ye sport famous hai
Abey ghonchu merit list dekh obc or general me ginati ke fasle hote hai, jo ki 2...4 answer idhar udhar se Galat ho jane se hote hain, usase kahin bhi pratibha kam nahi hoti.
@@easyway5102cricket is not under government of India it is private body other games under government of India not cricket BCCI is private body
इतने बड़े कांड में एक भी अफसर की जवाबदेही नही??? कोर्ट को संज्ञान में लेते हुए 2 4 बड़े अधिकारी पर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।
Sach kabhi haar ni hoti .....
Good justice by court but too much delay