महोदय आप से निवेदन है कि अपनी सारी किताबें अमेजॉन किंडल पर उपलब्ध कराएं । हम छात्रों के लिए आर्थिक दृष्टिकोण से बहुत कृपा होगी । क्योंकि अलग अलग जगहों से पुस्तक आर्डर करने में समय और मूल्य बहुत अधिक लग रहे हैं । 🙏
Great video, हमारी भाषाओं का इतिहास सर के बल खड़ा किया हुआ है, आप ने उसे पैरों के बल खड़ा कर दिया, सारा भ्रम सारा कन्फ़्यूजन दूर हो गया, एक आजादी और चाहिये , ब्राह्मनी करण और संस्कृति करण से आजादी, कोई देसी भाषा अपभ्रंश नहीं, सब प्राकृत हैं, उनके ऊपर जबर्रदस्ती संस्कृत का जामा पहनाने की कोशिश हो रही है जो इन भाषाओं के ऊपर पैबंद की तरह दिखता है, संस्कृत से प्राकृत भाषाओं का जन्म नहीं हुआ, प्राकृत से संस्कृत जन्म लेते लेते . मृत प्राय हो चुकी है, अब हिन्दलिश, पंजलिश , बांग्लिश, तमलिश, तेलिश ने जन्म ले लिया है, और स्वस्थ शिशु से यौवनावस्था को प्राप्त हो रही हैं
आप से निवेदन है जैसे कबीर साहब और रविदास जी केऊपर वीडियो बनाए हैं ठीक उसी तरह छत्तीसगढ़ राज्य में गुरु घासी दास जी तथा उनके द्वारा चलाया गया सतनाम आंदोलन के ऊपर भी वीडियो बनाए जय भीम जय सतनाम ❤❤❤❤❤❤❤ 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
श्रीमानजी संस्कृत के बहुत सारे शब्द रूसी, लातवियाई और लिथुआनियाई भाषा में मिलते हैं। यह फिर कैसे हुआ अगर संस्कृत की उत्पत्ति का क्षेत्र पश्चिमोत्तर भारत और मौजूदा अफगानिस्तान के क्षेत्र में हुआ है।
Aap ke gyaan ki duniya ko jarurat hai . Esliye aap apne research papers International Journals me prakashit kare . Taki duniya eska labh le sake . Bharat Ke gyaan se duniya parichit ho sake. Aap to Symbol of knowledge ho ! 😊
क्यों कि ये षड्यंत्र के तहत बकायदा डेवलप की गई,कई लोगों ने बकायदा इसको इस तरह बनाया जिस से आम आदमी इसको न समझ पाए,अगर कोई संस्कृत में लिखे पोथे किसी के हाथ लग भी जाए तो वो समझ न पाए,आम जन की भाषा नहीं थी कभी भी यह भाषा!
@@haridevsingh3264 जी हां वही मैंने भी कहा की ये प्राकृतिक नहीं है, बनाई गई है। मुझे लगता है कि अगर कोई अपनी कूट भाषा विकसित कर ले और अपना सारा ज्ञान उस भाषा में रखे, जिससे कोई और न सीख पाए। इसमें कुछ गलत नहीं है, जिसपर ज्ञान है, वो चाहे तो उसे बांटे, चाहे तो न बांटे।
आप बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियां आज की पीढ़ी को दे रहे हैं, इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद! अब एक बात और भी है कि यदि आप जैसे महापुरुष या ज्ञानी पुरुष हमारे बीच ना होते, तो हमें इन बातों का कभी पता ही नहीं चलता। आपकी बातों से बिल्कुल साफ हो जाता है कि चेहरा किसी और का रहा और नाम कुछ और दे दिया गया। आपको हृदय से प्रणाम!
राजेंद्र प्रसाद जी हिंदी के बारे में विस्तार से जानकारी दें। हिंदी राष्ट्रभाषा न होकर बोलचाल की राजभाषा है। राष्ट्रभाषा किसे कहें? कृपया हिंदी का भविष्य भी बताए। जय मूलनिवासी।
रात के एक बजें भी आप को सुनते है Buddhist,, Ambedkar's अनुयायी..बहोत खूब सर
आपके व्याख्यान से सभी इतिहास अपना सही चेहरा दिखाना शुरू कर दिए हैं। नमो बुधाय।
आदरणीय सर जी, इतिहास की सच्चाई प्रस्तुत करने लिए आपको धन्यवाद ।नमो बुध्दाय जयभीम जय संविधान।
नमो बुद्धा.जय भीम..राजेंद्र प्रसाद सिंह जी. बहोत ही rare knowledge
आपका कार्य कितना महत्वपूर्ण है इसको शब्दों मे बयां नहीं किया जा सकता है बहुत बहुत धन्यवाद
सर जी आप का विडियो गजब ज्ञानवर्धक है। बहुत बहुत साधुवाद 🙏 जय भीम जय जोहार नमो बुध्दाय जय संविधान जय मूलनिवासी नायक 🙏🙏
महोदय आप से निवेदन है कि अपनी सारी किताबें अमेजॉन किंडल पर उपलब्ध कराएं । हम छात्रों के लिए आर्थिक दृष्टिकोण से बहुत कृपा होगी । क्योंकि अलग अलग जगहों से पुस्तक आर्डर करने में समय और मूल्य बहुत अधिक लग रहे हैं । 🙏
👍👍👍
Jai bhim❤❤❤
बहुत सही जानकारी... आपके ही गाँव का लड़का हूं भइया। 👌🏻👌🏻
Great video,
हमारी भाषाओं का इतिहास सर के बल खड़ा किया हुआ है,
आप ने उसे पैरों के बल खड़ा कर दिया,
सारा भ्रम सारा कन्फ़्यूजन दूर हो गया,
एक आजादी और चाहिये , ब्राह्मनी करण और संस्कृति करण से आजादी,
कोई देसी भाषा अपभ्रंश नहीं,
सब प्राकृत हैं,
उनके ऊपर जबर्रदस्ती संस्कृत का जामा पहनाने की कोशिश हो रही है जो इन भाषाओं के ऊपर पैबंद की तरह दिखता है,
संस्कृत से प्राकृत भाषाओं का जन्म नहीं हुआ,
प्राकृत से संस्कृत जन्म लेते लेते . मृत प्राय हो चुकी है,
अब हिन्दलिश, पंजलिश , बांग्लिश, तमलिश, तेलिश ने जन्म ले लिया है,
और स्वस्थ शिशु से यौवनावस्था को प्राप्त हो रही हैं
The great personality of the world sir ji ko koti koti naman hai
आपके वक्तव्य में संस्कृत, उर्दू भाषा के विकास पर मौलिकता का आभास होता है। धन्यवाद।
ऐसी सटीक जानकारी देने के लिए बधाई हो रिश्ते नाते समाज सेवा सोसायटी
aap.ke knowladges ko salam.pranam .vandhan.
Hum जइसे लोग जो कॉमर्स मे पढ़े है उन लोगो भासा के बारे मे कुछ जानकारी नही होती है. हमारे लिए आपकी दी हुई जानकारी ऑथेंटिक लाभ वर्धक है.
जयभीम जयसंविधान नमो बुद्धाय
आओ मिलकर सभी प्रबुद्ध भारत बनाय
बहुत ही सराहनीय प्रयास है सर
सादर नमो वुध्दस्स ।
सर आपने बहुत सही उदाहरण देकर भाषा में आये बदलाव को समझाया धन्यवाद।
बहुत अच्छी प्रस्तुति सर जी धन्यवाद
आपकी पारखी नजर अध्ययन भासा लिपि का इतिहास लोगो को जागरूकता की तरफ ले जाएंगे जय हो आपकी जय हो
बहुत खुब सर।
नमो बुद्धाय🙏🙏🙏
thank you sir for clearing the concept of languages
गुरुदेव को सादर जय भीम नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏🙏🙏
Great knowledge on the factors involved in evolution of any language. It will help me in my UPSC preparation.🙏
कॉलेज के बाद आप से पढ़ना मुझें बहुत ज्ञानवर्धक रहा🙏
बहुत अच्छी जानकारी सर आप इतिहास की बारीकियों से समझाते हैं धन्यवाद सर 🙏🙏🙏🙏
प्रणाम सर ❤🙏
Very beautiful and nice explanation
भारतीय इतिहासकारों को सत्य खोज आधारित इतिहास की ओर उन्मुख हो खुले हृदय से पुस्तको में इनका समायोजन करें ।
लोकसाहित्य को लोकसाहितय ही रहने दे
Good morning sir jay bhim jay jharkhand Pranam sir
Great research
NAMO BUDDA JAI BHIM JAI SAMRAAT 🙏🙏
आदरणीय सर जी नमो बुद्धाय
Very Thankful Knowledge Sirji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Ek dam shi sir
Pranam guruji
Thank you sir ❤
Very brilliant knowledge
नमो बुद्धाय नमो बुद्धाय नमो बुद्धाय❤❤❤🙏🙏🙏
वैदिक संस्कृत शुद्ध भाषा है, इसने मिलावट हो ही नही सकती क्युकी इसका व्याकरण सबसे वैज्ञानिक और भिन्न है।
महोदय सिंधी, गुजराती और पंजाबी भाषा का विकास कैसे हुआ? इस पर भी प्रकाश डालने की कृपा करें ।
excellent
🙏 thankyou so much sir 💙🙏 Jay bhim sir
आप से निवेदन है जैसे कबीर साहब और रविदास जी केऊपर वीडियो बनाए हैं ठीक उसी तरह छत्तीसगढ़ राज्य में गुरु घासी दास जी तथा उनके द्वारा चलाया गया सतनाम आंदोलन के ऊपर भी वीडियो बनाए
जय भीम जय सतनाम
❤❤❤❤❤❤❤
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Professor ho to aisa,namo buddhay jay bheem.
Jai Bhim 🙏 Jai Shivray 🙏 Jai Asoka 🙏 Jai Samvidhan 🙏 Jai Bharat 🙏 Namo Buddhay 💙🫡🥰
श्रीमानजी संस्कृत के बहुत सारे शब्द रूसी, लातवियाई और लिथुआनियाई भाषा में मिलते हैं। यह फिर कैसे हुआ अगर संस्कृत की उत्पत्ति का क्षेत्र पश्चिमोत्तर भारत और मौजूदा अफगानिस्तान के क्षेत्र में हुआ है।
Jaybhim namo budhhay sir ji bohot achhi information dete ho aap thanks 🙏👍❤❤
You cleared the difference of tatsam and tadbhaw very well sir thankyou
Bahut achchha dikhalaya hai aapne Jay bhim Namo budhay Jay sanvidhan Jay bharat Jay moolnivasi Jay johar I
💞💞💞💞
🎉🎉
Aap ke gyaan ki duniya ko jarurat hai .
Esliye aap apne research papers
International Journals
me prakashit kare .
Taki duniya eska labh le sake .
Bharat Ke gyaan se duniya parichit ho sake.
Aap to
Symbol of knowledge ho !
😊
jay Bheem Namo Budhaye.
sir bahot he satik jankari h .
Sir, aap bahut acchi jankari fect ke sath dete hai
Thanks sir🙏
नमो बुध्दाय जय मुलनिवाशी....
Tatsam tadbhav ka concept bataya thank you sir
लेकिन संस्कृत का व्याकरण दूसरी भाषाओं की तरह नेचुरल नही है, वो बहुत बारीकी से डेवलप किया गया वैज्ञानिक व्याकरण है, इसको आप कैसे समझाएंगे?
क्यों कि ये षड्यंत्र के तहत बकायदा डेवलप की गई,कई लोगों ने बकायदा इसको इस तरह बनाया जिस से आम आदमी इसको न समझ पाए,अगर कोई संस्कृत में लिखे पोथे किसी के हाथ लग भी जाए तो वो समझ न पाए,आम जन की भाषा नहीं थी कभी भी यह भाषा!
@@haridevsingh3264 जी हां वही मैंने भी कहा की ये प्राकृतिक नहीं है, बनाई गई है। मुझे लगता है कि अगर कोई अपनी कूट भाषा विकसित कर ले और अपना सारा ज्ञान उस भाषा में रखे, जिससे कोई और न सीख पाए। इसमें कुछ गलत नहीं है, जिसपर ज्ञान है, वो चाहे तो उसे बांटे, चाहे तो न बांटे।
बहुत अच्छा लगा
NAMO BUDDHAY JAY BHEEM SIR ❤❤❤❤❤
NAMO BUDHAY SIR JI🙏🙏🙏🙏🙏
🎉🎉🎉🎉🎉 dear sir Namo Buddhay 🎉🎉🎉🎉🎉
कोस कोस में पानी बदले, चार कोस में वाणी।
किसी भी लिपि में स्वर और ध्वनि के संयोग से ही अक्षर शब्द वाक्य बनते हैं, अन्यथा लिपि चित्र मात्र रह जायेगा।
Jay Bhim Namo Buddhay 🙏
You are revealing the truth which is good for the country.
RIGHT 👍👍SIR JI🙏🙏
आप बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियां आज की पीढ़ी को दे रहे हैं, इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद!
अब एक बात और भी है कि यदि आप जैसे महापुरुष या ज्ञानी पुरुष हमारे बीच ना होते, तो हमें इन बातों का कभी पता ही नहीं चलता।
आपकी बातों से बिल्कुल साफ हो जाता है कि चेहरा किसी और का रहा और नाम कुछ और दे दिया गया।
आपको हृदय से प्रणाम!
बहुत बढ़िया।
Thanks a lot sir ❤
Sir, bactrian भाषा कौनसी हैं और उसकी लिपि क्या हैं, निवेदन हैं की जानकारी देने का कष्ट करे.
Sir Adivasi Mundari & Santali bhasa ka history per bhi ek chota sa video bana dijiye please sir ❤
Very nice
सर, क्या प्राकृत का संस्कृताइजेशन ही संस्कृत है।
👍👍👍👍👍👍
Jay bhim Jay samvidhan
Aap ka gyan adbhut hai aur samjhana to लाजवाब...aise शिक्षक hamare desh ke Gaurav hai...apke gyan ke bhandar ko isi tarah बांटते rahiye
Your every video,s knowledgefull sir good job .
❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉😊😊😊😊
Bahut badhiya sir suggest
Aadaab respected guruji...
Sir ham delhi se h hame aapse mulakaat karni h.. Hamare man me kuch question h.. Ya koi online meeting..
सम्मान सभी भाषा को मिलना चाहिए
सराहनीय विश्लेषण
Every mixed use of language is pidgin.
Great sir ❤❤❤❤❤
👍
🎉🎉🎉आभार आपका आदरणीय सर
Bahut badhiya jankari
Jai Bhim sir
Thanks Sir🙏🙏🙏.
राजेंद्र प्रसाद जी हिंदी के बारे में विस्तार से जानकारी दें। हिंदी राष्ट्रभाषा न होकर बोलचाल की राजभाषा है। राष्ट्रभाषा किसे कहें? कृपया हिंदी का भविष्य भी बताए। जय मूलनिवासी।
Namo buddhaye
जो लोग संस्कृत को देव भाषा बोलते है उनकी हालत गंभीर है!
Very good video
Many words in central
Asian languages including northern iran and Russian language have words similar to spoken sankrit words.
पाली भी पिजिन्न भाषा है, यह प्रकृति भाषा से मिलकर बना
👍👍👍
Jai bhim sir
Rigved aur Shree Balmeeki tamayan ki rachna ke purv ke samay men kya prakrat bhasha vidyman thi tab hi aisa hona sambhav hai..
Hindi भाषा का इतिहास बताएं सर जी
संस्कृत और फारसी भाषा मे 70 प्रतिशत समानता हैं
Sanskrit and Avestan same hai
संस्कृत भाषा को 5000 साल पुराणी भाषा क्यू मानते है
Mante hai bas kyonki hai nhi😂😂