रहस्यमयी मंदिर ! गोंदली डेम में डूबा है प्राचीन मंदिर ! डेम में डूबा है गांव ।

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  • čas přidán 19. 06. 2024
  • रहस्यमयी मंदिर ! गोंदली डेम में डूबा है प्राचीन मंदिर ! डेम में डूबा है गांव ।
    जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर मीटर दूर डौंडीलोहारा विकास
    खण्ड में स्थित गोंदली जलाशय का पानी छोड़ा गया है ताकि
    जलाशय के कुछ हिस्सो की मरम्मत किया जा सके वहीं गोंदली
    जलाशय का निर्माण 1956 में किया गया था। ऐसा बताया जाता है
    कि गोंदली जलाशय का निर्माण होने से पहले यहाँ पर ग्रामीण रहा
    करते थे और लगभग 20 से 22 गांव के लोग इस जलाशय के
    क्षेत्र में रहा करते थे निर्माण के बाद यहाँ के ग्रामीणों को मुआवजा
    मिलने के बाद वे वहाँ से दूसरे गांव रहने के लिए चले गए जब
    ग्रामीण गांव छोड़ के गए तो गोंदली गांव के और आस पास के गांव
    के लोगो का प्राचीन शितला मंदिर भी जलाशय में डूब गया जिसका
    निर्माण सैकड़ो साल पहले का होना बताया जाता है।
    अब जल संसाधन विभाग द्वारा पानी छोड़ा गया है तो लोगो को माता शीतला की प्राचीन मंदिर 60 से 65 साल बाद दिखाई देने लगा जिसको देखने जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर का सफर कर लोग आ रहे है और अपनी अपनी आस्था के अनुसार पूजा अर्चना कर नारियल पैसे चढ़ा रहे है। जलाशय में डूबे कुँए बावलिया भी दिखाई दे रही है जिसकी गहराई 15 से 20 फिट आँकी जा रही है। माता शीतला मंदिर के समीप में दो कुएँ नजर आ रहें है जो वर्षो पुराने नजर आ रहें है जिसमें से एक कुआँ पत्थर से बना हुआ है और दूसरा कुँआ बावली नुमा है जो ईंट से बना हुआ है जहाँ पर्यटकों की भीड़ डूबान क्षेत्र से होकर जाने को मजबूर नजर आ रहें है।

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