आदिवासी मूलनिवासी दिवस मनालो रे।। देवरत शाह धुर्वे ।। 9 अगस्त धमाका

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  • čas přidán 7. 09. 2024
  • जय सेवा, जय जोहार, जय बड़ादेव
    आदिवासी मूलनिवासी दिवस मनालो रे। देवरत शाह धुर्वे।।
    या गीत विश्व मूलनिवासी दिवस के शुभ अवसर पर प्रस्तुत किया जा रहा है। इस गीत को सुने तथा हर्षोलाश के साथ मूलनिवासी दिवस मनाए।।
    मूलनिवासी दिवस (इंटरनेशनल डे ऑफ द वर्ल्डस इंडीजीनस पीपल) आदिवासी आबादी के अधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी सुरक्षा के लिए प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को विश्व के आदिवासी लोगों के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मूलनिवासी दिवस मनाया जाता है।।
    इस गीत के कॉपीराइट आधार शाह मरावी के पास अधिकृत है। इस गाने को कॉपीराइट करके यूट्यूब या अन्य चैनलों में डालना कानूनन अपराध है। भारतीय फिल्म कॉपीराइट 1958 एक्ट के तहत कानूनी करवाही की जाएगी।।
    हमारे गोंडवानी गीत संगीत मनोरंजन तक ही सीमित नहीं है।इन्हें कुछ भाव छुपे हैं कुछ उद्देश छुपा हुआ है कुछ जागृति चेतना छुपी हुई है। जिन्हें हम दर्शाने का प्रयास गीत संगीत के माध्यम से करते हैं।इन गोंडवानी गीतों को सुनने और धुनें तथा अपने व्यवहारिक जीवन में मानने का प्रयास करें।।
    धन्यवाद 🙏🙏🙏
    CZcams link / @aadharshahmaravioffic...

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