बहुत दिनों बाद मेरे मनपसन्द के गीत सुनने को मिले। राजस्थानी मीनावाटी के चमकते हुए सितारें एवं स्टार क्लासिकल लोकगायक ने बारी बारी से इन तीनों कलाकारों की खूब क्लास ली हैं। मुकेश थूनियावाले के गीतों में सटीक तुकबन्दी शब्दों में सार्थकता सटीकता का घटजोड मिश्रण देखने को मिलता हैं। विष्णु के बाद मुकेश वर्तमान में 'राजस्थानी मीणा वाटी का आइकॉन हैं। आधुनिक कलाकारों द्वारा मुकेश पर काबू पाना बहुत मुश्किल है नामुकिन नही। 'राजस्थानी मीणावाटी का सूरदास' के उपनाम/उपाधि से नवाजित मुकेश जी की दूरदर्शी सोच एवम इनके गीतों में पैनापन, तर्कवितर्क शैली में प्रतिद्वंद्वी पर अटैकिंग प्रहार करने की कला ही इसको अन्य लोकगायकों की तुलना में सर्वश्रेष्ठ साबित करती हैं। दोनों लोकगायकों को बहुत बहुत धन्यवाद एवम चैनल एडमिन को भी इस शानदार प्रस्तुति को सोशल मीडिया के माध्यम से श्रोताओं तक पहुचाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। ( रामस्वरूप गुढ़ा मीणा)
बहुत दिनों बाद मेरे मनपसन्द के गीत सुनने को मिले। राजस्थानी मीनावाटी के चमकते हुए सितारें एवं स्टार क्लासिकल लोकगायक ने बारी बारी से इन तीनों कलाकारों की खूब क्लास ली हैं। मुकेश थूनियावाले के गीतों में सटीक तुकबन्दी शब्दों में सार्थकता सटीकता का घटजोड मिश्रण देखने को मिलता हैं। विष्णु के बाद मुकेश वर्तमान में 'राजस्थानी मीणा वाटी का आइकॉन हैं। आधुनिक कलाकारों द्वारा मुकेश पर काबू पाना बहुत मुश्किल है नामुकिन नही। 'राजस्थानी मीणावाटी का सूरदास' के उपनाम/उपाधि से नवाजित मुकेश जी की दूरदर्शी सोच एवम इनके गीतों में पैनापन, तर्कवितर्क शैली में प्रतिद्वंद्वी पर अटैकिंग प्रहार करने की कला ही इसको अन्य लोकगायकों की तुलना में सर्वश्रेष्ठ साबित करती हैं। दोनों लोकगायकों को बहुत बहुत धन्यवाद एवम चैनल एडमिन को भी इस शानदार प्रस्तुति को सोशल मीडिया के माध्यम से श्रोताओं तक पहुचाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
( रामस्वरूप गुढ़ा मीणा)
जल प्रदूषण के बारे में मुकेश ने गजब का बोले बोले हैं😅😊😂