#press

Sdílet
Vložit
  • čas přidán 22. 05. 2024
  • • सुनिए क्या कहा भिवानी ...
    भिवानी का कलाकार कुणबा सिरसा में हुआ सम्मानित
    भिवानी। गत दिनों (19 मई 2024 को ) hariyana की साहित्यिक राजधानी सिरसा में हरियाणा प्रादेशिक हिन्दी साहित्य सम्मेलन, सिरसा द्वारा संचालित हरियाणा प्रादेशिक लघुकविता मंच द्वारा यहाँ के डॉ. सुरेन्द्र वर्मा की पुण्य तिथि पर उनके परिजनों के सौजन्य से श्री युवक साहित्य सदन सिरसा मे 'अखिल भारतीय लघुकविता सम्मेलन' का आयोजन किया गया जिसमें लघुकविता के विकास में उल्लेखनीय योगदान देने वाले साहित्यकारों और प्रकाशकों को सम्मानित किया गया। प्रकाशकों की श्रेणी में आनंद कला मंच प्रकाशन भिवानी की मालिक सुनीता आनंद, आनंद कला मंच पब्लिकेशन भिवानी के मालिक आनंद प्रकाश आर्टिस्ट और सोमिका फिल्म्स भिवानी के मालिक सोमेश खींची को सम्मानित किया गया। इसमें यदि इस अवसर पर बतौर साहित्यकार सम्मानित हुए आनंद प्रकाश आर्टिस्ट के चाचा मेजर शमशेर सिंह का नाम और शामिल कर लें तो यह एक ऐसा अवसर था जिस समय अपने साहित्यिक अवदान के लिए एक ही परिवार की तीन पीढयां एक मंच पर एक साथ सम्मानित हुई। उल्लेखनीय है कि सिरसा के प्रो रूप देवगुण द्वारा लघुकविता विधा के तत्व निर्धारित किए जाने के बाद आनंद प्रकाश आर्टिस्ट, उनकी पत्नी सुनीता आनंद और पुत्र सोमेश खींची ने न केवल इस विधा की पुस्तकों का सृजन किया है बल्कि अपने-अपने प्रकाशन से दूसरे लेखक-लेखिकाओं की पुस्तकें भी प्रकाशित की हैं। सुनीता आनंद की पुस्तक 'खेड़ा खोड़िया अर लूर ' को हरियाणवी बोली में किसी महिला रचनाकार द्वारा रचित लघुकविता विधा की प्रथम कृति माना गया है। विभिन्न विद्वानों के शोधपरक लेखों में उल्लेख हुआ है कि आनंद प्रकाश आर्टिस्ट के संपादन में प्रकाशित आनंद मार्ग पत्रिका में पहली बार इस विधा की कविता को लघुकविता कहकर प्रकाशित किया गया है और इसी पत्रिका का मई -जून 2023 अंक लघुकविता पर किसी पत्रिका द्वारा प्रथम विशेषांक के रूप में प्रकाशित हुआ है। आनंद मार्ग पत्रिका के अंक मई -जून 2024 में भी लघुकविता पर काफी सामग्री दी हुई है और बहुत से लघुकविताकारों की लघुकविताएं दी गई हैं। लोक साहित्यकार श्री जयलाल दास जी की 92वीं जयंती पर 20 जनवरी 2024 को एक साथ 30 लघुकविता-संग्रहों के लोकार्पण और 51 साहित्यकारों को सम्मानित करके भी भिवानी के आनंद कला मंच द्वारा इस विधा को प्रोत्साहन दिया गया है। इसी तरह के समस्त योगदान को दृष्टिगत रखते हुए सिरसा में भिवानी के इस कलाकार कुणबे को सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता जयपुर से पधारीं श्रीमती चाँद वर्मा ने की। मुख्य अतिथि कुरक्षेत्र से पधारे डॉ.जयभगवान सिंगला रहे और विशिष्ट अतिथि के रूप में राजगढ़ से डॉ. रामकुमार घोटड़ तथा भिवानी से श्री आनंदप्रकाश 'आर्टिस्ट ' ने कार्क्रम में शिरकत की और उपस्थित साहित्यकार व कलाकारों को अपने विचारों से अवगत करवाया । तीन चरणों में संपन्न हुए इस आयोजन के प्रथम भाग में डॉ.सुरेन्द्र वर्मा के व्यक्तित्व व कृतित्व पर डॉ.शील कौशिक तथा श्रीमती चाँद वर्मा ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। डॉ.सुरेंद्र वर्मा के सुपुत्रों विक्रमसिंह व गजेन्द्र वर्मा तथा चंद्रकिशोर जी ने डॉ.सुरेन्द्र वर्मा की हिंदी व पंजाबी रचनाओं को सस्वर प्रस्तुत किया। कैथल से पधारे डॉ. प्रद्युम्न भल्ला ने भी डॉ. सुरेंद्र वर्मा के व्यक्तित्व व कृतित्व को लेकर अपनी ग़ज़ल प्रस्तुत की। इस अवसर पर डॉ.सुरेंद्र वर्मा फाउंडेशन ,जयपुर तथा वर्चुअल प्लेनेट प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई की तरफ से प्रो.आर.पी.सेठी 'कमाल' को 'डॉ. सुरेन्द्र वर्मा कला एवं साहित्य स्मृति पुरस्कार-2024' तथा प्रो.रूप देवगुण को प्रज्ञा साहित्यिक मंच,रोहतक एवं प्रेरणा साहित्य शोध संस्थान, कुरुक्षेत्र द्वारा 'लघुकविता भीष्मपितामह सम्मान-2024' प्रदान किए गए। प्रज्ञा व प्रेरणा संस्थाओं द्वारा श्रीमती चाँद वर्मा को भी शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। प्रो.आर.पी.सेठी 'कमाल' ने डॉ.सुरेंद्र वर्मा पर चर्चा करते हुए श्रीमती चाँद वर्मा के परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के द्वितीय भाग में 'लघुकविता की यात्रा' विषय पर प्रो. रूप देवगुण ने अपना वक्तव्य दिया तथा इसके पश्चात् 31 लघुकविता-संग्रहों तथा डॉ.रामकुमार घोटड़ द्वारा संपादित 'सारा' पत्रिका के लघुकविता विशेषांक का लोकार्पण हुआ जिसमें 63 लघुकविताकारों की एक-एक लघुकविता को स्थान दिया गया। इस विशेषांक के अतिथि संपादक प्रो.रूप देवगुण थे। तृतीय भाग में हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़,दिल्ली,उत्तर प्रदेश व स्थानीय कुल 44 लघुकविताकारों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शहर के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मंच संचालन संयुक्त रूप से डॉ. शील कौशिक, हरीश सेठी 'झिलमिल' तथा डॉ. आरती बंसल ने किया। डा शील कौशिक ने विशिष्ट अतिथि के रूप में आनंद प्रकाश आर्टिस्ट का परिचय प्रस्तुत करते हुए इनके परिवार को कलाकार कुणबा की संज्ञा देते हुए लघुकविता के विकास में इस परिवार के योगदान का उल्लेख किया। प्रो.रूप देवगुण ने सबका आभार व्यक्त किया।
    भिवानी के कलाकार कुनबे को यह सम्मान मिलने पर आनंद प्रकाश आर्टिस्ट, सुनीता आनद, सोमेश खिंची और मेजर शमशेर सिंह एडवोकेट के साहित्यक एवं कलाकार मित्रों में ख़ुशी की लहर है। बहुत से मित्रों ने इस कलाकार कुणबे पर गर्व करते हुए इन्हे बधाई प्रेषित की है। कलाकार कुणबा सबका आभार व्यक्त करता है।
    - प्रेस सचिव आनंद कला मंच, भिवानी
    23 मई 2024

Komentáře • 5