पहले अंतरा में बस ठेका बजाए हो उस्ताज जी उसके बाद चढ़े हो तो उतरे ही नहीं अगर कही हर अंतरे में उतरते और लास्ट अंतरे में चढ़ते तो गाने में चार चांद लग जाते । बाकी आप बहुत बढ़िया संगीत गाते बजाते है बहुत अच्छा लगता है धन्यवाद दादा जी जो आप हमे अपने गीतों से प्रेरणा देते है
पहले अंतरा में बस ठेका बजाए हो उस्ताज जी उसके बाद चढ़े हो तो उतरे ही नहीं अगर कही हर अंतरे में उतरते और लास्ट अंतरे में चढ़ते तो गाने में चार चांद लग जाते । बाकी आप बहुत बढ़िया संगीत गाते बजाते है बहुत अच्छा लगता है धन्यवाद दादा जी जो आप हमे अपने गीतों से प्रेरणा देते है