Om Jai Shiv Omkara || ॐ जय शिव ओमकारा || Bholenath Aarti || Shiva Aarti || Pop Bhakti

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  • čas přidán 22. 08. 2024
  • Om Jai Shiv Omkara || ॐ जय शिव ओमकारा || Bholenath Aarti || Shiva Aarti || Pop Bhakti
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा,
    ब्रह्मा, ववष्णु, सदाशिव, अर्द्ाांगी धारा,
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा !!
    !! एकानन चतुरानन पंचानन राजे,
    हंसासन गरूडासन वृषवाहन साजे,
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा !!
    !! दो भुज चार चतुभुुज दसभुज अशत सोहे,
    विगुण रूप शनरखते विभुवन जन मोहे,
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा !!
    !! अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी,
    विपुरारी कं सारी कर माला धारी,
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा !!
    !! श्वेतांबर पीतांबर बाघंबर अंगे,
    सनकाददक गरुणाददक भूताददक संगे,
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा !!
    !! कर के मध्य कमंडलु चक्र वििूलधारी,
    सखु कारी दखु हारी जगपालन कारी,
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा !!
    !! ब्रह्मा ववष्णु सदाशिव जानत अवववेका,
    प्रणवाक्षर में िोशभत ये तीनों एका,
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा !!
    !! लक्ष्मी व सावविी पावुती संगा,
    पावुती अर्द्ाांगी, शिवलहरी गंगा,
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा !!
    !! पवुत सोहैं पावुती, िंकर कै लासा,
    भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा,
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा !!
    !! जटा में गंग बहत है, गल मुण्डन माला,
    िेष नाग शलपटावत, ओढ़त मृगछाला,
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा !!
    !! कािी में ववराजे ववश्वनाथ, नंदी ब्रह्मचारी,
    शनत उठ दिुन पावत, मदहमा अशत भारी,
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा !!
    !! विगुणस्वामी जी की आरशत जो कोई नर गावे,
    कहत शिवानंद स्वामी सुख संपशत पावे,
    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा !!

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