Video není dostupné.
Omlouváme se.
शंकराचार्य के पद का कैसे होता है चुनाव, मठाधीश का क्या है महत्व? EXPLAINER
Vložit
- čas přidán 11. 09. 2022
- News: ईसा से पूर्व आठवीं शताब्दी में आदि शंकराचार्य ने भारत की चारों दिशाओं में एक-एक यानी चार मठों की स्थापना की थी. इन चारों मठों में उत्तर के बद्रिकाश्रम का ज्योर्तिमठ, दक्षिण का शृंगेरी मठ, पूर्व में जगन्नाथपुरी का गोवर्धन मठ और पश्चिम में द्वारका का शारदा मठ शामिल है. मठ के प्रमुख को मठाधीश कहा जाता है. मठाधीश को ही शंकराचार्य की उपाधी दी जाती है.
#shankracharya #adishankracharya #math
#ABPLIVE #ABPLIVEChannel
Subscribe to ABPLIVE: / @abp_live
About Channel:
ABPLIVE एक समाचार चैनल है जो नवीनतम शीर्ष समाचारों, खेल, व्यवसाय, मनोरंजन, राजनीति और कई और अन्य कवरेज प्रदान करता है। यह चैनल मुख्य रूप से भारत के विभिन्न हिस्सों से नवीनतम समाचारों का विस्तृत विवरण प्रदान करता है।
ABPLIVE is a news hub which provides you with the comprehensive up-to-date news coverage from all over India and World. Get the latest top stories, current affairs, sports, business, entertainment, politics, astrology, spirituality, and many more here only on ABP News Hindi.
ABPLIVE is a popular Hindi News Channel made its debut as STAR News in March 2004 and was rebranded to ABP News from 1st June 2012.
The vision of the channel is 'Aapko Rakhe Aagey' - the promise of keeping each individual ahead and informed. ABP News is best defined as a responsible channel with a fair and balanced approach that combines prompt reporting with insightful analysis of news and current affairs.
ABP News maintains the repute of being a people's channel. Its cutting-edge formats, state-of-the-art newsrooms commands the attention of 48 million Indians weekly.
Watch Live on abplive.com/li...
ABP Hindi: abplive.com/
ABP English: news.abplive.com/
Download ABP App for Apple: itunes.apple.c...
Download ABP App for Android: play.google.co...
Social Media Handles:
Instagram: / abpnewstv
Facebook: / abpnews
Twitter: / abpnews
ज्योत्रिमठ श्री बद्रीनाथ धाम के शंकराचार्य करोड़ों लोगों के पूजनीय गुरुदेव अभिमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी की जय हो 🙏🙏
आप यूँही सैकड़ों वर्षों तक धर्म की प्रतिमूर्ति बन के धर्मध्वजा धारण कर धर्म के शिखर पर विराजमान रहो
यही श्री केदारनाथ जी और बद्रीनाथ जी से प्रार्थना है 🙏💐💐
आपकी सदा जय हो 🙏
Pujniya Hoga karodon logon ka Nahin 100 percent Vedic reservation ko
जगद्गुरु श्री श्री आदि शंकराचार्य जी महाराज हम सभी के प्रेरणास्त्रोत है.
सादर भावपूर्ण वंदना
🔱 ॐ शांति शांति शांति
सुंदर प्रस्तुति, ९० के दशक में शंकराचार्य जी के निकट से दर्शन करने का सौभाग्य मिला।
They are not God. Just a normal person like you. All sankaracharyas are not like adi sankara. There is so many sadu sanyasis with more knowledge in local areas of india
2:22 इतना दुख होता है जब हिन्दी न्यूज़ चैनल पे ही लोग हिन्दी नहीं पढ़ पाते
और वेदों तक का नाम ढंग से लेना नहीं आता😣
अर्थवेद नहीं है वो, अथर्ववेद(अ थ र् व वे द) है
यही मै भी लिखने वाला था
🤣🤣🤣🤣
Yes
@@saurabhsingh-kh5um ab hasane ki kya bat hai isame
सनातन संस्कृति के संरक्षक का वैकुंठ गमन... सनातन परम्परा के लिए अपूर्णीय क्षति है... महाभाग को कोटि कोटि नमन..... 💐🙏
परम् पूज्य प्रातः स्मरणीय ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय गोवर्द्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज के श्रीचरणों में दास का सादर साष्टांग दंडवत प्रणाम।।
🙏🙏🙏🙏🙏
शंकराचार्य बनने के लिए जाति का बंधन नहीं होना चाहिए सिर्फ योग्यता का बंधन होना चाहिए जूना ,आवाहन ,निरंजनी, अटल, आनंद,अग्नि और महानिर्वाणी अखाड़े का सन्यासी योग्यता के आधार पर शंकराचार्य बनता हैं राष्ट्र में सभी लोग एक समान हिंदू हैं जय हिंदू राष्ट्र जय सनातन धर्म जय काशी विश्वनाथ हर हर महादेव हर हर महादेव
😂😂then rewrite sarsth
Nahi bhai aisa nahi hai. Koi bhi Shankaracharya nahi ban sakta uske liye aapko dashnami brahman hona jaruri hai , jai badri vishal ji 🙏
जाती ब्राह्मण ही होनी चाहिए शंकराचार्य जी की
😂😂😂
Aadi guru Shankaracharya ke wakt warna vyavastha thi, jo jati me bat gayi
जगद्गुरु शंकराचार्य पूरे विश्व के गुरु होते है । उनसे बड़ा सनातन हिंदू धर्म का कोई ज्ञानी नही होता ।
ज्ञानी तो बहुत होते परंतु उसका सम्मान होता प्रतिष्ठा होती
Ya keval advaitwadio ke liya ha, har Sampraday ka Acharya alag hota ha
@@ramanujadasa121 श्री शंकराचार्य जी ने उस समय चार मठ स्थापित करके सनातन धर्म को पुनः प्रतिष्ठित किया था ।तब दिग्विजय मे उन्होंने शास्त्रार्थ में सबको पराजित किया था
@@madanmohansharma2369 unka upkaro ka hum sadev mante ha, parantu har Sampraday ka Acharya alag alag ha or unka liya unka Acharya param ha
@@ramanujadasa121 उस समय तो उन्ही का बोलबाला था ।यह तो सत्य अपने गुरु आचार्य में पूरी श्रद्धा होनी चाहिए ।अब तो बहुत लोग जगत गुरु
हिंदू अपने सही गुरू को नही जानते वह किसी को भी अपना गुरु बना लेते है आदी शंकराचार्य की परंपरा के ही हमारे सही गुरु हो सकते है
Ye brahmin dharam k parmukh hai....hindu dharam k nhi
शायद लोगों को इतनी जानकारी भी नहीं रहती की किससे दीक्षित होना चाहिए।😭
जबकि हमारी संस्कृति में गुरू से दीक्षा लेने से पहले अच्छी तरह जांच परख भी करने की परंपरा है।
अज्ञानता के कारण ही लोग साई चांद मियां के पीछे पागल हैं।
@@uncensoredhealth1453 हद है, अब ब्राह्मण और हिन्दू को भी अलग कर दिया??
@@shailjaverma6663 Bnawao fr obc ko sankrachaya nya.....3 % brahmin hi raj krenge 97% hinduo pe
@@shailjaverma6663 alg to brahmino ne bhaut pehle hi krdia sbko.....angrejo ne khudd inse sikha futt dalo raaj kro
🙏 बहुत बहुत अच्छी जानकारी दी सर आपने 🙏🙏
Char shankaracharye peeth banana gaya Tha ki Santan ka prachar karne ke liye but ye log sanatan ka prachar sahi hdhang se nahi kiya to pair ye log shankrachaye Kyo kahla rahein hai
सनातन धर्म की जानकारी देने के लिए
धन्यवाद आपका
शंकराचार्य जी विश्व गुरु हैं संसार के सभी लोगों के गुरु शंकराचार्य जी हैं जय हिंदू राष्ट्र जय सनातन धर्म जय काशी विश्वनाथ ओम नमः शिवाय
Ek suar mara r narak m pahunch gayo
सादर प्रणाम
शात्रार्थ बहुत कठिन होता है, बिना वेदों, उपनिषदों, 6 दर्शनों के ज्ञान के बिना संभव नही है।
चारो पीठ के शंकराचार्य हिन्दूओं के सर्वोच्च धर्मगुरु होते है ।
उत्तम जानकारी
Only adi guru shankaracharya united India and Indians...
And established mutt in four regions... he was having vision to establish sanathan dharma... it was very difficult at that time, because sanathan dharma was in trouble... after shankaracharya many Acharya came and they give there own siddantha and established mutt, but all those mutts were limited to some state or region...
Shree Shree Rajrajeshwari Mataya Namoh Shree108 Gurudeb Ki Shree Charano Me Koti Koti Pranam
जय श्री गुरुदेव 🙏🚩
सनातन की जय हो।
Jay ho sanatan dharm ki...
आदि गुरु शंकराचार्य 788 ई. मे केरल के न न्द मुरीपाद बराम्हण परिवार मे पैदा हुये थे न कि आठवी सताब्दी पुर्व.
🙏🏻हरि ॐ तत्सत्🙏🏻
Jagadguru Adi Shankaracharya was born 2500 years ago not in 8th Ad.
these dumb will later say that he was born after 1947, just are just manipulating history
No, Adi Shankaracharya born in 788 AD
@@RohitMondal24 😂😂😂😂😂Shankaracharya Matha has name along with time duration of 2500 years and you dumb accepting the western history!
@@RohitMondal24788 BC
🙏 *धर्म का राजनीति करण एक ही शंकराचार्य दो मठ के अधिकारी क्यों थे क्योंकि वो कांग्रेसी पिट्ठू थे ज्योतिष पीठ और शारदा पीठ के स्वरूपानंद सरस्वती उन्हीं के शिष्यों और समर्थकों को राम मंदिर से चिढ़ है अब शंकराचार्यों की नियुक्ति का सभी साधू संतों हिंदू धर्माचार्यों और केंद्र सरकार को मिल कर कोई नयी युक्ती सोचनी चाहिए..✍️*
Great
ये सब शंकराचार्य महात्वाकांक्षी हैं इसलिए वर्तमान युग के ये शुक्राचार्य हैं इनके चक्कर में फँसोगे तो तो अनंत योनियों में भटकते रहोगे।
वर्तमान युग के राजा राम का साथ दो कल्याण निश्चित है।
जनमानस के कल्याण के लिए विश्वामित्र को राम को ही संसार के समक्ष प्रस्तुत करना पड़ा।
जय श्री राम 🚩🇮🇳🙏
सत्य सनातन धर्म
सत्यम शिवम सुंदरम
सत्यनारायण श्री हरि विष्णु भगवान राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
जय द्वारकाधीश श्री कृष्ण
सद्गुरु को प्रणाम
समस्त सनातन हिंदू समाज
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
🕉🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳
Very good information
🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄
🙏🏻जय भगवान महांभाष्कर
Jai ho👏👏🌹
ब्राह्मण ही क्यों और हिंदू क्यों नहीं ? समझ के परे और आहत करने वाला । दूसरी बात ब्राह्मण जाति से। या ज्ञान से । अगर ज्ञान से तो कोई भी ज्ञानी क्यूँ नहीं
क्योंकि सिर्फ ज्ञानी होने से कोई उस पद के योग्य नही हो जाते बल्कि उसका अनुसरण उन्हें अपने देंह त्याग करने तक अवश्य ही करना होता है
Bhut achha bataaya swami avimukteswaranand ji ko dandvat naman
धन्यवाद धन्यवाद
50 सालों के पहले हुआ करता था आजकल वैसा नहीं है आजकल तो अपने परिवार परिवार वर्ग मित्रसहोदर कोई भी बैठ सकताहै अर्थ कमाने के लिए सब अनर्थ हो रहा है और कुछ ही दिनों के बाद अपने अपने बेटे को भतीजे को सेज परिवार सदस्यों को ही बैठाया जाएगा
Thank you for information....
श्रीमतेरामानुजाय नम:
श्रीशंकराचार्याय नम:
Jai Sri Ram
ब्राम्हण होना आवश्यक है, क्या क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र पात्र नहीं हो सकते, क्या ब्राम्हण ही पवित्र , वेदों के ज्ञानी, क्या बाकी इंद्रियो पे नियंत्रण नहीं रख सकते, यही भेदभाव हिंदुओं के पतन का कारण है, बाकी तिन वर्णो को भी धार्मिक शिक्षा और पदो पर काम करने की अवश्यकता हैं
बाकी तीन वरनो मे से जो वेद मे अन्य ग्रंथ मे विद्वान होता है उसे ब्राह्मण कहते है नाकी जाती देख के
me bhi dashnami hu☺🙂🤗....proud to be dashnami sanyashi brahman😎
♥️
Very well explained.. good information
Mein shri guru ke janmsthan seoni se hu... Aapko batana chahungi ki.. Shri avimukteshwaranand ji ko gurudev dwara jyotirmath or... Swami sadanand saraswati ji ko dwarka math ke shankaracharya ghoshit kiya gaya hai... Dono k
Peeth k alag alag hai... Aapne ek hi ko dono peeth ke mathadheesh bata diya🙏🏻🕉️
भारत वर्ष के चारों दिशाओं में स्थित ये चारों मठ तो हिन्दू धर्म के उत्थान हेतु एवं हिन्दू धर्म के रक्षा हेतु बनाए गए थे ना की धर्म के नाम पर स्वार्थ बस केवल नये नये समुदाय बनते रहें। भक्ति में शक्ति का प्राप्ति तभी होते हैं जब मनुष्य को अपने हिन्दू धर्म में अटल विश्वास हो।
*शंकराचार्य* नामक कोई पदवी नही है- स्वामी रूपेश्वरानन्द
=================
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
*श्री शंकराचार्य जी* द्वारा स्थापित चारों मठ परम्परा में *शंकराचार्य* जैसे उपाधि का कही उल्लेख नहीं है। विशेषकर *मठाम्नाय अनुशासनम्* , नामक जो चारों मठों के संचालन हेतु नियमावली बनाई गई, उसमें भी यह उल्लेख नही। शंकराचार्य जी के उपरान्त जो उनके मुख्य चार मठों के प्रथम आचार्य हुए उनके नाम इस प्रकार हुए : *श्री सुरेश्वराचार्य, श्री पद्मपादाचार्य, त्रोटकाचार्य, हस्तामलकाचार्य* ! इन सभी नामों में *मठाम्नाय अनुशासनम्* के अनुसार *आचार्य* ही पदवी उनके नाम के साथ जुड़ी है, *शंकराचार्य नही* ! इसके उपरान्त यही परम्परा आगे बढ़ती रही है। यह स्वयं *शंकराचार्य* कहने की अशास्त्रीय परम्परा कब से आरम्भ हुई, यह समझ से परे है। स्वयं को कोई कैसे शंकराचार्य कह सकता है, जबकि ऐसा कोई कही उल्लेख ही नही है।यही से शंकराचार्य जी द्वारा मठ परम्परा में दूषण आरम्भ हुआ।
जो *शंकराचार्य जी* हुए थे उनका मूल नाम *शंकर* था तथा *आचार्य* उनकी उपाधि थी। इसलिए वे *शंकर + आचार्य = शंकराचार्य* कहलाएं। संन्यास उपरान्त उनका नाम *भगवद्पाद* हुआ और वे *भगवद्पादाचार्य* कहलाएं।
तो मुख्य विषय यही है कि, चारों मठों पर विराजमान आचार्य *मठाचार्य* हुए, *शंकराचार्य* नही।
*मठाम्नाय अनुशासनम्* के अनुसार चारों आचार्य के लिए आचार्य हेतु पालनीय नियम बनाएं गये। मठ में न रहकर सतत मठ के क्षेत्र में सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करना आदि।
वर्तमान चारों मठों पर विराजमान आचार्य मठाम्नाय अनुशासनम् के अनुसार धर्म मर्यादा का उल्लंघन कर रहे है। ऐसे में उसी मठाम्नाय अनुशासनम् में ऐसे आचार्य का निग्रह करने का अधिकार मनीषियों को प्राप्त है। अतः मनीषियों को इस पर चर्चा करनी चाहिए और धर्म मर्यादा की स्थापना होनी चाहिए।
सनातन धर्म के उत्थान का जहां भी विषय आये वहां सभी सम्प्रदाय आचार्य, मताचार्य, मठाचार्य , पीठाचार्य , दर्शनाचार्य एकमत होने चाहिए। जिन्हे आपत्ति हो, वे शास्त्रार्थ से अपने विषय को सिध्द करें, तभी धर्म मर्यादा स्थापित होगी।
शास्त्र ही शासनम् है।
*तस्मात् शास्त्र प्रमाणम्* ( गीता 16/24 )
*- स्वामी रुपेश्वरानंद*
Very informative
विश्व हर उम्र के हर एक विचार-भाव-कर्म फल से सर्वत्र, विश्व भर में हर तरफ़, विधाता के automatic न्यूरोलॉजी विधान-व्यवस्था-न्याय-नियम के अनुसार, घटने जा रहे घटना-क्रमों की खेती, फूलती-फलती-फैलती चली जा रही है,
Thanks ❤❤❤
Charo math kai shankracharya ko mera coti coti pranam. Nand chaube damakheda
Om shanti
Dhanyawad Bhai 😊😊💕💕💕😊
Jay ho
Thank you
Jay Ho Dada parshuram
Jay shree Ram ❤
आदि शंकराचार्य भगवान शंकराचार्य द्वारा चार पीठ के शंकराचार्य नियुक्ति करने पर महानुशासन बनाया गया
1- ऐसा सन्यासी ब्राह्म्ण जो वेद शास्त्र मे पुर्ण रूप से विद्वान हो ओर उन्हें काशी के विद्वानो का समर्थन हासिल हो
2- ऐसा सन्यासी जो दाडी मुन्च ना रखता हो
3- ऐक आचार्य दो पीठ पर काबिज न होना
4- देश मे दूर दराज छेत्रो में घूम घूम कर धर्म का प्रचार कर ना
5- दन्ड छत्र सिंहासन का अनुसरण करना
6- शंकराचार्य पद पर रहते हुए समुद्र का उलंघन न करना
आदि आदि
यदि कोई सन्यासी उपरोक्त कर्तव्य का पालन न करे विद्वानो द्वारा उनको शंकराचार्य पद से हटाना
Very good bro.
आज स्वयं ही लाइव देख लीजिए टीवी सेट पर कि अयोध्या में राम मंदिर कितनी भव्यता के साथ निर्मित हो चुका है, लेकिन कुछ अधर्मी, कलयुगी कालनेमी, सनातन द्रोही मंदिर और प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा पर झूठ और भ्रम फैला रहे थे, उन पापियों को उनके पाप का दंड जरूर देंगे भगवान राम। जय सियाराम 🙏
🚩🐚Har Har Mhadev 🔱🚩
Om shanti ji 🪔🙏
जगतगुरु वासुदेव श्रीकृष्ण की जय
Bohot acha
Jayaguru Jayaguru Jayaguru
Jai shree ram jai hanuman
जय श्री राम
Jai baba Bajrangbali 🙏🙏🙏🙏🙏
The information was fairly good but there were several mistakes
धन्यवाद,,,
Shankracharyas are Respected and revered Padvis in Sanatana Dharma But he is not Pope/Dalai Lama of The Sanatan Dharma No one is Head of Sanatan Dharma They Are Head Of Advait Vedanta Not Head of Sanatan Dharma No One Is
🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄
🙏🏻जय भगवान महांभाष्कर
अगर ये खुद को धर्म के ठेकेदार कहते है तो , जब मुसलमान के मौलाना जाकिर नाईक ने सभी को इन को दान चर्चा के लिए पुकारा था तो ये कहा गये थे,,,🔥🔥🔥🔥🔥
गधों से शास्त्रार्थ नहीं किया जाता l
ये धर्म के ठेकेदार है किसी मज़हब के नही, ये किसी के पास जाते नही बल्कि इनके पास लोग आते हैं, ओ भी जो सुद्ध हो।।
Brahmn hi kyu 😅
Ye kya bebkufi h yar kyu Gurjar kyu nhi jat kyu nhi Rajput kyu nhi yadav kyu nhi..... Other any cast kyu nhi
M rajput hu or m bol rha hu Brahmin hi ho
Tu bda hero aya
Good information 👍
Brahaman ही कुल का हो, मतलब शिक्षा मे भी samantaa नही हो
Ye yak kul ke liye hai aur dusra ku bekar hai nahi bhaut bhadiya
जब अविमुक्तेश्वरानन्द ब्राह्मण होने का प्रमाण नहीं दे सके आज तक तो शंकराचार्य कैसे हो सकते हैं, जबकि ब्राह्मण होना आवश्यक है और वे ब्राह्मण नहीं हैं और अगर हैं तो प्रमाण पत्र क्यों नहीं देते...?
मुझे ब्राह्मण न होने की बात को छुपाने के लिए धन का लालच व न मानने पर खत्म करने की भी धमकी अपने स्वजन से दिलवा चुके हैं...
Glt keh rhe h ap..
@@dr.samaythakur7237 गलत हैं तो अविमुक्तेश्वरानन्द क्यों नहीं दे रहे प्रमाण ब्राह्मण होने का ? उनके धन का लालच मुझे देने का लिखित प्रमाण है मेरे पास...
@@542BSB प्रतापगढ़ के ब्राह्मण हैं
@@satyagiri8148 Aisa kuchh nhi hai paramaraprapt brahman hona chahiye aap is par Puri ke shankaracharya ko sun le ye sbb janm ke adhaar pe hota hai
@@542BSB tu muje dongi lag raha hai or lalchi bi name ke age jyotish lagata hai tere jaise ishi samaj ko ganda kar rahi hai lalchi
❤
Jai shree ram
❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏
आध्यात्मिक जानकारी का प्रसार करना अच्छी बात है परंतु उल्टा - सीधा प्रसारण सही नहीं है । आपने जो श्रीशंकराचार्यों के नियुक्ति के संबंध में बातें की वो ठीक नहीं है । काशी विद्वत परिषद या फिर कोई और संस्था की भूमिका मान्य शंकराचार्यों की नियुक्ति में नहीं होती है । शंकराचार्य की नियुक्ति अगर कोई संस्था करती है तो समझ लीजिए कि वो संस्था ही फर्जी है, धर्मद्रोही है ।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹
यह नेताओं, आईएएस, पीसीएस और कर्मचारियों का चयन नहीं है।
Adi Shankaracharya wss born 2500+ years ago, dear
अथर्ववेद होता है भाई
हिंदुओ के 4 ठेकेदार... इसी कारण श्री गोबिंद सिंह जी ने गुरुग्रंथ को अंतिम गुरु घोषित कर लिया था .. वर्ना ये वहां भी होता।😢
Ye संकराचार्य मठों तक सीमित है।।इनसे ज्यादा प्रचार तो आर्य समाज और इस्कॉन ने किया है
ईसा से 500 वर्ष पूर्व यानि आज से 2500 साल पहले
Dateof Aadi Sankaracharya Birth & life time must be corrected.
नोट 0:44 : शंकराचार्य होने के लिए "ब्राह्मण" होना आवश्यक है. Obc/sc/st अपने आप को हिंदू समझने की गलती ना करे.
@Living Legend 008 Already done 😎
@Living Legend 008 abe gaali kyo de ra hai. Tu hindu hai to श्राप de na 😂😂😂
Mere Bhai Jab Aapko Pata nahi ho To Bolate hai Jab Aapko Sare Ved , Sastra or Purano Ki jaankari Ho Jayegi To Uss Din Aap Bhi Brahman ban jaoge na ki Bybirth Brahman , Har Har Mahadev 🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Great. good information.
हमे क्यू इनमे से किसी एक को गुरु बनाना चाहिये क्या आदि शंकराचार्य के पूर्व क्या कोई लोग नही थे, हमे नही क्यू गुरु बनाना चाहिए इसका उत्तरदिजिए,🪔🪔🪔🪔🙏
उसके योग्य साबित करो पहले, और जो जो उसके योग्य साबित हो जाओ उन सब मे से जो सर्वश्रेष्ठ खुद को साबित कर पाया उसे निश्चित ही बना सकते है
Sari prakriya Khan rhi ? dono post t bher di gai sirf select krk,
Thnkx for a deep knowledge
जन्म से ब्राह्मण होना सबसे महत्वपूर्ण है । जय हो ।
Karm se ho ya na ho janm se hona chahiye
Dono karm or janm se mahaan hona chahiye ye baat shankrachary ji ne hi btai hai
Jitni samjh utni baat
ईसा से पूर्व?
But I suppose he lived from 788 AD to 820 AD
No dear. He was born in 507 B.C which is authentic year of his birth...and proof of his birth and everything is well recorded..
विधाता मानवता का परमशत्रू दूष्टाचार्य अवैध
Bahut sundar
Yeh konsi baat Hui Prabhu ne to karma ke ansur jati banyi fir koi sudra sankracharya upadhi kyu nahi le sakta hai???
Very nice information
किसलय, अति उत्तम 👌👌👌👌
Sal k ander 2 shankerachary bn gae,, koi system nejer aya, bap ki bapauti jaise gaddi de di, kya aise hi utteradhikari k chayan ki prakriya hai,? inke guru muqdma ldker congress jmane k SC se jeetker 2- 2 mthon k malik bn gae, aur PP Sumitranand ji ko gaddi se uterwa dia, kya ye sb shi tha, islie hm inko shankerachary n t mante n hi jante,