अदम गोंडवी - अद्भुत और अद्वितीय शायर....ज़मीन से जुड़े शायर का अंतिम सच जानने के लिए देंखे ये खास वीडियो.....साधना न्यूज के लिए अरुणेश कुमार द्वारा लिखित और प्रदर्शित वीडियो
Awaam ka shyar, Hindi-Urdu ka shayar, Gareeb ka shayar, Samajh ke neechle loog ka shayar, Dalit ka shayar, Zalim ke khilaaf ek majboot awaaz "Adam Gondavi" Shri Ram Nath Singh.
दिल में है मोहब्बत ए वतन तो गुनाह है बदलते दौर में सजा का ऐलान है साहिब ए मसनद का वतन परस्ती के 33वे साल मेँ पहले प्यार की मानिंद थी मेरी खिदमत ए वतन की आरजू छीना दिल का सुकून और जख्म ए बेवफाई मिली उम्र भर के लिये हमारी ख्वाइशों की कुर्बानिया ,हकों का बेपर्दा क़त्ल देखेगी अवाम की संजीदा नस्ले तोहमत है हमने अपने बुजुर्गो की जुतिया सीने से लगा रक्खी है दिखाए क्या अब जख्म तुमको अपने दिल के क़ि घाव उतरे है लफ्जो में इस कदर क़ि बतायें नहीं जाते ये मोहब्बते ,ये दोस्तियां और मिलने की आरजू सितम है हाकिम का कि हम सब बिछड़ जायेंगे तुम्हे धोने है गुनाह ए अजीम के दाग़ अपने नापाक दामन से खून से सींचा है उजाडा जो गुलिस्ताँ ,तुम भी बच न पाओगे खुदा के वार से खिदमत की है वतन की ,तो हजारो दुवाए मुकद्दर मेँ मिली इंसाफ पसंद है रियाया , चखायेगी मजा तुमको तुम्हारे ही वार की 🙏🏻💔💔
अरुणेश भाई ! आप बधाई के पात्र हैं। शुक्रिया इस प्रस्तुति के लिए
अदम गोंडवी जो शत शत नमन।
अदम गोंडवी मेरे प्रिय कवि रहे हैं, मिलने की इच्छा रह गई लेकिन उनकी रचनाएँ मुझे झकझोर देती है।
मैं खुद को बहुत भाग्यशाली समझता हूं, जो मैं बहुत ही छोटी सी उम्र पर पापा के साथ अदम जी से मुलाकात हुई थी।
आज भी थोड़ा-थोड़ा याद है मुझे।।
Thank you Arunesh ji
सारगर्भित पोस्ट। सादर नमन दिव्यात्मा को।
Bahoot accha 👍
This channel always provides useful content
बेहतर रिपोर्ट।
Awaam ka shyar, Hindi-Urdu ka shayar, Gareeb ka shayar, Samajh ke neechle loog ka shayar, Dalit ka shayar, Zalim ke khilaaf ek majboot awaaz "Adam Gondavi" Shri Ram Nath Singh.
Salute...
Sahi bat hai
Superb
दिल में है मोहब्बत ए वतन तो गुनाह है बदलते दौर में
सजा का ऐलान है साहिब ए मसनद का वतन परस्ती के 33वे साल मेँ
पहले प्यार की मानिंद थी मेरी खिदमत ए वतन की आरजू
छीना दिल का सुकून और जख्म ए बेवफाई मिली उम्र भर के लिये
हमारी ख्वाइशों की
कुर्बानिया ,हकों का बेपर्दा क़त्ल देखेगी अवाम की संजीदा नस्ले
तोहमत है
हमने अपने बुजुर्गो की जुतिया सीने से लगा रक्खी है
दिखाए क्या अब जख्म तुमको अपने दिल के
क़ि घाव उतरे है लफ्जो में इस कदर क़ि बतायें नहीं जाते
ये मोहब्बते ,ये दोस्तियां और मिलने की आरजू
सितम है हाकिम का कि हम सब बिछड़ जायेंगे
तुम्हे धोने है गुनाह ए अजीम के दाग़ अपने नापाक दामन से
खून से सींचा है उजाडा जो गुलिस्ताँ ,तुम भी बच न पाओगे खुदा के वार से
खिदमत की है वतन की ,तो हजारो दुवाए मुकद्दर मेँ मिली
इंसाफ पसंद है रियाया , चखायेगी मजा तुमको तुम्हारे ही वार की
🙏🏻💔💔
Salute u sir
Amar rhe adam ji
Ye hi log the bharat ke anmol ratan
Namaste
Jai ho gondvi ji ki
Sulute ur thinking
🙏🙏🙏🙏🙏
बधाई
Speechless..
क्या उनके गांव का विकास हुआ? कोई उनके गांव का हो तो सच्चाई बताए।
ऐसे शायर- कवि समाज का आईना होते हैं।
मगर अफसोस नेता- मंत्री अफसर बड़े ओछे होते हैं।
Classic
very nice
मर गया वो जिसने ईमान बेच दिया वर्दी बेच दी कुछ पैसों के लिए
Adam gondvi Gonda ke saan the
बहुत सुन्दर प्रस्तुति है
कवि इस देश की रीढ़ की हड्डी है
Bjp सरकार पर सटीक बैठता है