मैं कहानियाँ सुनाता हूँ !! Episode 33

Sdílet
Vložit
  • čas přidán 13. 05. 2024
  • मैं तो यह चाहता हूँ कि अपने कुल रगों का खून आप लोगों में रुजू कर दूँ। मगर अफ़सोस ये होता है कि इसके लिए न तो कोई ऐसा magnet बनता है नई ही कोई इस जज़्बे की कद्र करता है। भला यह थोड़ी सी बात है कि ब्रह्म विद्या सीखने जाएँ और Cooperate न करें ! किस कदर काबिले - अफ़सोस है।
    बाबू जी साहब

Komentáře • 3

  • @bhagwatiprasad6434
    @bhagwatiprasad6434 Před měsícem

    बहुत सुंदर भाई साहब.... आपकी आवाज और अंदाज इस तरह का है कि पूज्य बाबू जी महाराज के शब्द हृदय को छू जाते हैं.... आपका हार्दिक आभार....❤❤

  • @SanjaySharma-ez1zu
    @SanjaySharma-ez1zu Před měsícem

    आपका बहुत बहुत आभार और धन्यवाद, सच में आपका प्रस्तुतिकरण ऐसा लगता है कि जैसे परम् पूज्य मालिक श्री बाबू जी ने महाराज आपको इसी काम के लिए तैयार किया हो, पुनः धन्यवाद ,🙏

  • @puranchandrajoshi1144
    @puranchandrajoshi1144 Před měsícem

    हर खत सुनने के बाद अगले खत का इन्तजार शुरू हो जाता है। खत पढ़ने का आपका अन्दाज बहुत अच्छा लगा।