त्यौहार था पर मां नहीं😥बिन मां का त्योहार😭रुला गया
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- čas přidán 13. 09. 2024
- #uttarakhand #culture #villagelife
त्यौहार था पर मां नहीं😥बिन मां त्योहार😭रुलागया@hemabhakuni2760 #uttarakhand#fastival #maa #viral
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बहुत भावुक कर देने वाला वीडियो। माँ तो माँ ही होती है। नास्ति मातृसमा प्रपा।
❤❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ati sundar vlog.herala festavl ki baut baut congratulation.
Tai ji ka kash aha rasha kahna bahut accha laga
हेमा जी आप तो खुश रहते हैं मासाब भी ईतने खुश रहते हैं ईजा बाबु तो याद गार ही रहते हैं धन्यवाद
Nice blog hema ji
बहुत ही भावुक कर दिया बहन मां की जगह कोई नहीं ले सकता
Hello bhai namaste kaise ho aaj aap block me I bahut achcha Laga veri nice 🙏👌👌
जय श्रीराम 🙏 हेमा बहन मां तो मां होती है याद तो जरूर आयेगा मां बाप का तो हमेशा आशिर्वाद ही रहता है भले ही वह लोग रहे न रहे मासाप को भी हमारे तरफ़ से नमस्कार 🙏 जरुर बोल देना बहुत अच्छी लगी आपकी वीडियो
Bhabhi maa To maa Hoti hai samajh sakte hain ham man ki jagah koi nahin le Sakta 🙏🙏
Aapka mayaka Kha hai
🙏🏾 आदरणीया दीदी,
सादर प्रणाम,
दीदी मां धरती माता जैसी सहनशील होती है। पिता एक एसी छत होती है जिसके नीचे हम बेफिक्र रहते हैं। मां जहां प्यार करती है वहीं पिता का यह पूछना दिल को छू जाता है
पैसे कि जरूरत है तो बता देना।अब पैसे किससे मांगे पिता इस दुनिया में नहीं है। दीदी जिसके माता पिता नहीं होते हैं तो ना तो धरती रहती है और ना ही छत रहती है।
दीदी रक्षाबंधन पर हमें अपनी बहन की बहुत याद आती है। लेकिन दीदी क्या करें।जो इस दुनिया से चला जाता है वह लोटकर दौबारा नहीं आता है।
दीदी सबके जीवन में सुख दुख लगा रहता है।
दीदी चाहे हंसकर काटो या रोकर काटो, जिंदगी तो जीनी पड़ेगी।
यू ही सुबह होती है यूं ही शाम होती है।।
इस तरह जिंदगी तमाम होती है।।
दीदी इसके बावजूद भी जिंदगी तो
जीते है ना।
दीदी बहुत हो गई गम से भरी जिंदगी।
एक प्रेम कहानी सुनो
एक मास्टर जी थे सीधे सादे।वे पहाड़ में आते हैं धुमने।वे होटल में ना रुककर एक परिवार में रहते हैं। परिवार के सदस्य उनको बहुत प्यार करते हैं। एक सपनो की लड़की उनसे प्यार कर बैठती है। मास्टर जी भी दिल हार जाते हैं। दोनों वैवाहिक बंधन में जुड जाते हैं। पहाड़ के स्कूल में पढाते है।जमीन और मकान खरीदते हैं।
इस तरह से खुबसूरत प्रेम कहानी की शुरुआत होती है।
अरे हां दीदी इस कहानी का शीर्षक तो भूल गए। शीर्षक है।
पहाड़ों की रानी और सीधे सादे मास्टर जी।
कहो दीदी कैसी लगी कहानी ❤❤❤❤
🙏🏾 जय देव भूमि उत्तराखंड 🙏🏾
आपका मायका कहाॅ है
❤❤❤❤❤