मीणा जनजाति (St) राजस्थान की जनजातियाँ By Dpsharma
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- čas přidán 4. 04. 2020
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इसमे आप घर बैठे पूरे राजस्थान की।यात्रा कर सकते हो
• मेवाड़ दर्शन / Mewad Tour
मीणा जनजाति जनजाति राजस्थान में सर्वाधिक जयपुर जिले में निवास करती है राजस्थान में सर्वाधिक साक्षर शिक्षित व विकसित जनजाति मीणा जनजाति है मीणा जनजाति आज सरकारी विभाग में सर्वाधिक चयनित है यह है इनकी मेहनत का परिणाम मीणा जनजाति राजस्थान के पूर्वांचल क्षेत्रों में अधिक पाई जाती है अलग-अलग मीणा अलग-अलग देवियों की पूजा करते हैं सीकर के मीणा जीण माता को पूछते हैं अलवर के मीणा नारायणी माता को पूजते हैं सवाई माधोपुर करौली दोसा के मीणा कैला देवी को पूजते हैं जयपुर के मीणा जमुवाय माता को पूजते हैं दोस्तों इस प्रकार मीणा जनजाति राजस्थान की सबसे महत्वपूर्ण जनजाति है सभी प्रकार की जानकारी वीडियो में उपलब्ध है।
दोस्तों यह टॉपिक राजस्थान भूगोल में कला संस्कृति दोनों विषयों में अहम भागीदारी रखता है राजस्थान की जनजातियां पढ़ाने का मुख्य उद्देश्य है हमारी जनता को जनजातियों से परिचित करवाना राजस्थान में कुल 12 प्रकार की जनजाति पाई जाती है जिनमें 8 जनजाति प्रमुख है राजस्थान में सर्वाधिक जनजातियां उदयपुर जिले में पाई जाती है जबकि न्यूनतम बीकानेर में है लेकिन प्रतिशत के आधार पर सर्वाधिक जनजाति बांसवाड़ा में है व न्यूनतम नागौर जिले में है राजस्थान में सर्वाधिक विकास व शिक्षित होने वाली जनजाति मीणा जनजाति है ।मीणा जनजाति राजस्थान के (जयपुर) जिले में सर्वाधिक पाई जाती है डामोर जनजाति (डूंगरपुर )जिले में सर्वाधिक पाई जाती हैं कंजर जनजाति (कोटा बूंदी )में सर्वाधिक पाई जाती हैं थोड़ी जनजाति कोटडा( उदयपुर) में सर्वाधिक पाई जाती है सांसी जनजाती (भरतपुर) में पाई जाती है गरासिया जनजाति (सिरोही) में पाई जाती है सहरिया जनजाति( बारा) में सर्वाधिक पाई जाती है दोस्तों इस प्रकार राजस्थान में जनजातियों का वितरण है यह टॉपिक राजस्थान पुलिस कांस्टेबल पटवार ग्राम सेवक तृतीय श्रेणी अध्यापक द्वितीय श्रेणी अध्यापक का प्रथम श्रेणी अध्यापक एग्जाम में मुख्य रूप से आता है बीते में एग्जाम को मध्य नजर रखते हुए इस टोपीक को तैयार किया गया है
#मीणा_ऐसे_भी_कर_सकते_है
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#Sc व St को आरक्षण क्यों है
#top जनजाति मीणा
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मैं पासवान समाज से हूं लेकिन मीणा जनजाति मुझे बहुत पसंद हैं ❤❤❤❤❤
मीणा जाति के लोग न्याय प्रिय सरल एवं प्राकृतिक उपासक होते हैं ।
मीणा और भील के सामाजिक रीति रिवाज मिलते जुलते हैं, सिर्फ दहेज प्रथा और बाल विवाह नहीं होता, दूसरी बात जयपुर में राज तिलक मीणा करते हैं थे तो मेवाड़ में राजपूतों का राज तिलक भील करते थे, मीणाओं का प्रयागराज या कुंभ रामेश्वर धाम सवाई माधोपुर तो भीलो का प्रयागराज या कुंभ बेणेश्वर धाम डूंगरपुर
आदिवासीयों में जातीय भेदभाव नहीं होता समस्त आदिवासी एक है
जय जोहार,जय आदिवासी🏹🏹🏹🙏🙏
@R.K. DHUNWALA बिल्कुल सही कहा गुर्जर मीणा की यारी की तो लोग मिसालें देते हैं।
नंबर plz
मीणा भेदभाव भी करते थे और छुआछूत भी
मीणा obc की बहुत सी casto के नही खाते
@@VijayMeena-ij6gu मीणा तो राणाओं का भी नहीं खाते, खाते क्या पानी नई पीते,
किसी को पता है कौन *राणा* ?
I am proud that I am Rawat Meena. from madhyapradesh
रावत जी उदयसिंह से संबंध रखते थे और कहीं परिवार में ही दोस्त हैं या समधी जी महाराणा प्रताप सिंह के ससुर जो कि मीनाओ को शांति प्रदान करने हेतु सरल उपाय बताए और एकजुट किये गए
मीणा लोग फर्जी आदिवासी है।जाटों की तरह मीणा भी scythian (शक) वंशज है।मीणा लोगो का शारीरिक रंग रूप भारत के दूसरे आदिवासियों से बिल्कुल भी नहीं मिलता है। अधिकतर मीणा फर्जी आदिवासी लोग बहुत ज्यादा गोरे चिट्टे लंबे,हट्टे कट्टे और देखने में बहुत सुंदर होते हैं।मीणा,जाट,अहिर,गुर्जर,राजपूत,बिश्नोई,कंबोज इत्यादि जातियों में मध्य एशिया के लड़ाकू जातियों शक(scythian), हूण,कुषाण का रक्त पाया जाता है। राजस्थान जैसे भयंकर गर्म जलवायु वाले स्थान में रहने के बावजूद भी राजस्थान के नकली आदिवासी मीणा और जाट बहुत ज्यादा गोरे चिट्टे, लंबे और देखने में बहुत सुंदर होते हैं। स्वभाविक रूप से यह लोग मध्य एशिया से 2200 साल पहले आकर बसे शक(scythian) लोगों के वंशज है।ब्राह्मण लोग मध्य एशिया के शक, हूण,कुषाण जैसी विदेशी लड़ाकू,बर्बर, कबायली,असभ्य जातियों को म्लेच्छ कहते थे। आर्यों और ब्राह्मणों ने शुरुआती रूप में इनको स्वीकार नहीं किया था।शक, हूण, कुषाण वास्तव में आर्यों से 5000 साल बाद आकर बसे थे।
आदिवासी कोई मूलनिवासी नहीं है। आदिवासी अफ्रीका से आकर बसे हैं। ऑस्ट्रोएशियाटिक भाषा बोलने वाले मुंडा,संथाल,भुमिज इत्यादि आदिवासी मूल रूप से दक्षिण पूर्व एशिया की तरफ से आकर बसे हैं।
राजस्थान के फर्जी आदिवासी मीणा लोग जाटों की तरह scythian (शक) वंशज जो मध्य एशिया से केवल 2200 साल पहले आकर बसे थे।
नॉर्थ ईस्ट के मंगोल नस्ल के नागा ,मिजो,बोडो जनजाति के लोग दक्षिणी चीन से आकर बसे हैं।
मीणा लोगो का डीएनए और शारीरिक रंग रूप द्रविड़ और australoid नस्ल के भारत के दूसरे आदिवासियों से बिल्कुल भी नहीं मिलता है बल्कि मीणा लोग वास्तव में जाट,राजपूत,गुर्जर, अहीर जैसा देखने में गोरे चिट्टे, लंबे,तीखे नाक नक्श और देखने में बहुत सुंदर होते हैं।
@@kuldeepmeena2498 क्योंकि हमने राज्य किया है और राजपूतों से वैवाहिक संबंध जुड़े थे इसलिए हमे रावत ठाकुर मीणा कहा जाता है आप भी लिख सकते हो आराम से क्योंकि हमारे यहां तो राजस्थान के मीणा ओ को रावत ही बोला जाता है ब्रो
पुरे भरतखंड के मीणा एक ही है उस समय के शासकों ने अपने फायदे के लिए उन्हें अलग-अलग दर्शाया है ।
(जय गौतम बाबा)
Jaipur के राजाओ का राजतिलक जयपुर के मीणा ही करते थे । क्योंकि पहले यहां मीनाओ का राज था ओर ये मीणा बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण , मीणाओ को साथ लेकर चलना जरूरी था। 🙏🙏🙏
bhai aajadi tak ka toh mujhe pata hai ki aisa hota tha ab bhi ye chij chalu hai kya kaafi rajwade government ne le liye uske baad bhi ye system chal raha hai kya...
Yes
@@AnkushKumar-bl8jq yes
@@AnkushKumar-bl8jq .
@@barrinarayanmeena2254 Bolo bhai
जालौर सिरोही पाली मारवाड़ मीणा समाज जयगोतमऋषिमहादेव
साब गलत जानकारी दी गई है मारवाड़ के मीना चौकीदार मीना है
सर आप जयपुर के राज की बात करते हो,ये कहे राजपूतों का इतिहास राजस्थान में मीणाओ की के राज्यों पर ही टीका हुआ है, राजपूतों ने जिस प्रकार छल से राज्य छिने उसका उल्लेख विभिन्न इतिहासकारों की किताबों में है, मीणा ओ को हराना आसान नहीं था, सदेव हथियार धारण किए रहते थे,
जयपुर में भी पन्ना मीणा की बावड़ी ,आमागढ़,ये सब मीणा इतिहास की गंवाई देते हैं, दिपावली के बाद अपने पूर्वजों का तर्पण करते हैं उस दिन हथियार अपने से अलग रखते हैं,उसी समय का फायदा उठाकर कुंड में प्रवेश कर पन्ना जी की हत्या कर मीणा शासन खत्म किया था,जबकी ग्वालियर से आए इन्हीं कच्छवाछ की असहाय मां को मीणाओ ने शरण दी,उसका एहसान गद्दारी से चुकाया, मेरवाड़ा जिसमें ब्यावर तहसील पूर्वी दक्षिण पाली और राजसमन्द का उतरी भाग आता है,मेर मीणाओ का वर्चस्व था,जहां भी 9साल प्रयास के बाद भी सफलता नहीं मिली तो, चौहानों ने गद्दारी से मेरवाड़ा का क्षेत्र मीणाओ से छिना,मेरो ने 1871की सभा में रावत उपाधि धारण की, आज रावतो के बारे में विवाद चलता है मेरवाड़ा में राजपूत रावत राजपूत बताते हैं,मीणा रावत मीणा,,गौडवाड क्षेत्र में भी मीणा शासन था, बूंदी में सूसावत मीणाओ के साथ इसी तरह चौहानों ने गध्दारी से बूंदी छिना,बूंदा मीणा की बसाई बूंदी आज भी गंवाई देती है, मीणा ओ को अलग अलग स्थानों पर अलग अलग नामों से जाना जाता है, मीणा मीना मेव मेर, रावत,मैना ठाकुर आदि।
इन सभी इतिहास के साक्ष्य भले किताबों में नहीं छापे हो,पर आज भी इतिहासकारों की किताबें हवाला देती है,,की प्राचीन समय में राजस्थान के हर कौने में मीणा ओ के राज्य थे,मेवाड़ हो या मेरवाड़ा या मेवात सब मीणाओ के आधार पर पड़े नामकरण है,
इतिहासकारों के अनुसार 👇
कर्नल जेम्स टॉड ने अपनी पुस्तक में मेर मेव को मीणाओ की गोत्र ही माना है। इतिहास कार रावत सारस्वत ने अपनी पुस्तक में मेवाड़ शब्द की व्याख्या करते हुए लिखा है,मेव+आड अर्थात मेवों व मेरो का निवास स्थान,मुहणौत नेणसी और कवि श्यामल दास ने अपनी पुस्तक में मीणाओ को मेर शब्द के रूप में सम्बोधित किया है, चांग क्षेत्र जो मेरवाड़ा मैं है,में चीता मेर काबिज था,जिसका तेजाजी से गायो को लेकर भीषण युद्ध हुआ था,जिसमें तेजाजी घायल हुए पर विजय रहे,,
मीणा इतिहास की जानकारी के स्त्रोत
कर्नल जेम्स टॉड की पुस्तक।
Rsmnn पुस्तक
E.H.l इलियट भाग 3 पार्ट 1पेज 245
इसी पुस्तक के पेज 275पर उल्लेख है की मीणा पहले अबोहर पंजाब में भी बड़ी तादाद में थे, मुस्लिम आक्रांता डरबन ने लोह रक्त नीति के तहत मेव मुस्लमान में तब्दील कर दिया था,मीणा सदा से विद्रोह करते रहे हैं।
प्रकाश चन्द मेहता की पुस्तक आदिवासी संस्कृति और सभ्यता,
रावत सारस्वत की पुस्तक।
कनिंघम ने अपनी पुस्तक में इन्हें आर्यों से पूर्व सिन्धु के इर्द गिर्द आबाद बताया है, प्रसिद्ध स्पेन निवासी इतिहास पुरात्तविद फादर हैरास ने भूमि शोध पत्र संख्या 4मे लिखा है,मोहनजोदड़ो चार भागों में विभक्त था,जिसमें एक मे मीनाद नाम से सिक्का भी प्राप्त हुआ है,जिसे संस्कृत साहित्य मत्स्य नाम दिया गया है,साथ ही ये भी लिखा है, मीना आर्यों और द्रविडों से पूर्व ही बसा हुआ समुदाय था,जिनका गण चिन्ह मछ्ली है,मीणा इतिहास के स्त्रोत में और
डिस्ट्रिक्ट गजेटियर बूंदी 1964पृष्ठ 29
हरमनगाइस की पुस्तक द आर्ट एंड आर्चिटेक्चर ऑफ बीकानेर पृष्ठ संख्या 98
इतिहासकार गणपतसिंह चितलवाना, अपनी पुस्तक में लिखा है,
किस प्रकार चौहानों ने मीणाओ से मेरवाड़ा का राज छिना और गजनवी के आक्रमण के समय विनाश को प्राप्त हुए एक चौहान बचा लो जालौर के हडेचा में जाकर छिपा वहां से निकलकर बूंदी गया हडेचा से निकलने से हाडा चौहान नाम पड़ा,और उसीकी पीढ़ी ने बूंदी में भी मीणा ओ से धोखे से बूंदी छिनी।
🙏👍....
मीणा एक क्षत्रिय जाति है ,एक शासक वर्ग है।
Sir mujhe yeh jana hai ki meena jaati log bhangi me aat hai kya please sir request hai ap se Ripley jarur kar dena
@@NeelamKumari-im9nmआप भंगी है क्या
@@NeelamKumari-im9nm yes
No
Bilkul bhi nhi
@@kapilrajput_asr TU BHI BHANGI H KYA
सर जी वैसे तो हर गोत्र की अलग कुलदेवी है। परंतु मुख्य रूप से
1 बाकी माता जमवारामगढ़ ( जयपुर)
2 पपलाज माता लालसोट (दोसा)
3 नारायणी माता थानागाजी ( अलवर)
4 कैला देवी (करौली)
5 जीण माता (सीकर)
6 सेवड माता खोड़ा गोत्र की कुलदेवी
7 आसोज आई माता बंदाड़ा गोत्र कुलदेवी
8 दांत माता सीरा गोत्र की कुलदेवी
9 ध्यावन माता धयावणा गोत्र की कुलदेवी
10 अंबा माता बढ़ गोती नाडला गोत्र की कुलदेवी
11 चावंड माता मांड्या गोत्र की कुलदेवी।
DhyawAn mata mandir bassi jaipur
Baki mata raisar jaipur
Jai piplaaj mata
ज्वाला माता ,जोबनेर (जयपुर) मत्स्य ढूंढाढ की कुल देवी मानते हैं
Jai maa paplaj
सर मीणा जाति ने राजस्थान के कई क्षेत्रों पर शासन किया था लेकिन इसका लिखित इतिहास में इसका बहुत कम वर्णन किया गया है
4goth bachate hai sadi karte hai tab
Matshya जंपथ meenao ka hi h.... Bro....
इससे क्या पूछता है ये तो अवतारी है।तुम तो आदिवासी भी नही तुम्हे जबरन सामिल किया गया है।
@@manoharlaldhruw6292 jab hamara shashan kayi jagaho se chuta toh angrezo n criminal tribe m hame bhi jood diya aur hame bhi vo saja aur paresaaniya jhelni padi toh shamil karna toh lajmi hai......
Bhai tum ees se hi andaaja lagaya jaa sakta hai ki hamara pura eethiaas ka likhit roop m nahi hai par jo nahi bhi nahi uus ki parchahiya aur meenao ki shurveerta aur bahaduri ki charcha rajput rajo k eethiaas m bhi milti hai aur akbar k eethiaas m bhi.......
मीणा समाज में प्रत्येक गोत्र की एक कुल देवी होती है । एक पवित्र वृक्ष (धराडी ) होता ह्रै जिसे वे जलाते नही ह्रै ।
Right bro.......... Hmari kuldevi datmata(ramgharh)....... पवित्र पेड़....... सेमल....
Dharadi मतलब खेजड़ी क्या
@@manishseera232 semal ka ped Pavitra Mana gaya hai
मीणा लोग फर्जी आदिवासी है।जाटों की तरह मीणा भी scythian (शक) वंशज है।मीणा लोगो का शारीरिक रंग रूप भारत के दूसरे आदिवासियों से बिल्कुल भी नहीं मिलता है। अधिकतर मीणा फर्जी आदिवासी लोग बहुत ज्यादा गोरे चिट्टे लंबे,हट्टे कट्टे और देखने में बहुत सुंदर होते हैं।मीणा,जाट,अहिर,राजपूत,बिश्नोई,कंबोज इत्यादि जातियों में मध्य एशिया के लड़ाकू जातियों शक(scythian), हूण,कुषाण का रक्त पाया जाता है। राजस्थान जैसे भयंकर गर्म जलवायु वाले स्थान में रहने के बावजूद भी राजस्थान के नकली आदिवासी मीणा और जाट बहुत ज्यादा गोरे चिट्टे, लंबे और देखने में बहुत सुंदर होते हैं। स्वभाविक रूप से यह लोग मध्य एशिया से 2200 साल पहले आकर बसे शक(scythian) लोगों के वंशज है।ब्राह्मण लोग मध्य एशिया के शक, हूण,कुषाण जैसी विदेशी लड़ाकू,बर्बर, कबायली,असभ्य जातियों को म्लेच्छ कहते थे। आर्यों और ब्राह्मणों ने शुरुआती रूप में इनको स्वीकार नहीं किया था।शक, हूण, कुषाण वास्तव में आर्यों से 5000 साल बाद आकर बसे थे।
आदिवासी कोई मूलनिवासी नहीं है। आदिवासी अफ्रीका से आकर बसे हैं। ऑस्ट्रोएशियाटिक भाषा बोलने वाले मुंडा,संथाल,भुमिज इत्यादि आदिवासी मूल रूप से दक्षिण पूर्व एशिया की तरफ से आकर बसे हैं।
राजस्थान के फर्जी आदिवासी मीणा लोग जाटों की तरह scythian (शक) वंशज जो मध्य एशिया से केवल 2200 साल पहले आकर बसे थे।
नॉर्थ ईस्ट के मंगोल नस्ल के नागा ,मिजो,बोडो जनजाति के लोग दक्षिणी चीन से आकर बसे हैं।
सर जी ढूंढाड़ क्षेत्र को आज के दौर में 3 नामों से जाना जाता है। रोजोटी (जयपुर क्षेत्र), पचवारा (दोसा क्षेत्र), नेहड़ा (अलवर क्षेत्र)
Nagarchal,,(^madopur^)
@@Meenavikram2008 bhai Sawai Madhopur ke area ko थल्हटी bolte hai or deohli uniyara ka area ko nagarchal👍
Arady ....... Kul devi .......,.mulropp Hindu...
Pitar satta.......Papa
Kaam
.Patel ...5 guon .....punch Patel ..adivas ..mehvasi ....babewaah.
Vinwah ...,.wivah
Nata parhta
Soom ......,
Chera parhna ....palu nhaar DEH ......
Maka.....Panni ... New husband ....
Dihegevpartha....kehlla devi ......dediya ...gourwal area .... Boriya kassam ...
.maltap.... Grass house
Dhani
Rao Bhutto king of meena of jai pur...... Throughs light ont Kong bhutto
मुझे यह जानना है कि वे लोग कौन थे जिन्होंने मेरे इतिहास को नष्ट कर दिया ???
और हम उन्हें महान क्यों मानते हैं जिन्होंने हमारे इतिहास को नष्ट किया हो???
Rajputo logo ne Meena ka itihas nasth kiya
मीनाओ मै दहेज प्रथा का विरोध होना चाहिए
Har koi leta hain dahej
Please Bundi and kota ; jhalawar ke meena ke bare jankari prakashit kijiye
Nah dahej diya h to lena bhi chahiye
दौसा जिले के मीणा समाज मुख्यत पपलाज माता को पुजते है ,,,और पपलाज माता के पुजारी भी मीणा समाज के है
bhai mere toh ye samaj m nahi aata ki apan hindu hai toh apan kis varna m aate hai kyunki apan n brahman aur kshatriya dono ka kaam eethiaas m kiya hai. bhai jaha tak dekha jaaye toh apan sanatan dharam ko pujte hai par hindu toh kaafi baad m aaya hai aur sanatan toh koi varna vyastha hai hi nahi jabki hindu m hai.....kya stand hai tumhara ees p......
@@AnkushKumar-bl8jq Bhai hm Hindu he jai hindutva🚩🚩🚩
@@hrithikmeena3254 Sahi bola apan kshatriya hai.....
👍
Bhai Kaila mata k pujari bhi meena hi hai........jinhe pure desh se log pujne aate hai.....
में चौकीदार मीणा मेरी मां जमीदार मीणा
Ye kuch bhi nahi yar sab hai bhaiya भुलावा
चौकीदार, जमीदार तो बाटे हुए हिस्से है।।
सब #मीणा है।।
Saare मीणा ek he h sirf nakli farzi bhil meena ko chodhkar joki asliyat me udaipur ke bheel h jo मीणा apne naam ke piche lagakar ghum rahe they aren't real मीणा
Baaki hum saare मीणा ek h
Bolo Jay मीणा जी ki 🔱🔥❤️
सर हम डिगा मीणा गोत्र है हमारी कुलदेवी शक्ति माता हैं हर दो साल में हम सब डिगा मीणा आसपास के गांव मिलकर 10000 का सहयोग देकर यज्ञ करवाते है और इस वर्ष भी होगा यज्ञ 11 दिन तक हमारा गांव संग्रामपुरा, बडोली, टोंक जिले में हैं 🙏♥️
Deega got to hmare ya ha bbii partapgdah Rajasthan
I'm also deega meena from bundi rajasthan hum ne bhi Rashid katawai thi 15000 ki
थैंक्यू सर आपको बहुत बहुत धन्यवाद जी आप ने हमे एतिहासिक विचार मीना जनजाति के बारे मे जानकारी दी आप को बहुत बहुत बधाई
मैं मीणा समाज से पाली जिले से परीहार वंश कि कुलदेवी श्री गाजन माता जी है जो पाली जिले में स्थित गाजनगढ धरमधारी के नाम से जाना जाता है 🙏🙏 जय श्री गाजन माता जी 🚩🚩🚩
श्रीमान आप प्रतिहार हो क्या,
I am proud to be meena 👑❤️❤️❤️
मीणा समाज एमपी में भी भोत ज़ाधा है
Guna or dewas jile me jyada h
Bhai rajsthan me name chalta h Mino ka Meena Ekta jindabaad jindabaad 💪
Jai meena rawat thakur in mp
@@govindsinghmeena5231 ha Bhai me bhi Gina se he hu
Brand h Bhai meena
fatati hai logon ki Koi unchi awaaz mein baat nahin kar sakta
सर जी आपको कोटि-कोटि नमन क्योंकि आपने मीणा समाज को अपरिचित ज्ञान से रूबरू करवाया है
आप परम पूज्य जैन मुनि मगन सागर से कम नहीं है
आपका शुभेच्छु उमराव मीणा
ग़लत पढ़ा रहा है पागल
Vere good i am vere happy
But I am sori में मोबाईल को सही तरीके से चलाना नही आता हैं ok
आप को बहुत बहुत धन्यवाद जी आप ने मीनाओ के बारे मे जानकारी दी
बागड़ी मीणा की कुलदेवी चौथ माता है, जो सवाईमाधोपुर के बरवाड़ा कस्बे के पहाड़ पर स्थित है
Yas bro 💕
Bhai bagdi hi hain mere dadi aur main sehra hu
भाई मे खुद बागड़ी हूं हम तो जीण माता को मानते हैं और टोंक जिले से हूं
मीणा एक क्षत्रिय जाति है ये राजस्थान के पुराने शासक है।
में जमीदार मीणा
पुरानावासी
लेकिन सब मीणा एक।है....
Most of the history of Meenas is about chokidar Meena. They chose to guard villages instead of farming. They were of brave and independent nature and showed never bending attitude to Britishers and local Rajput rulers.
They were well known for their military services. Physically in general, Chaukidar Meenas were tall, handsome, well build and courageous and brave people. - col. James Todd.
tabhi chori karte the z😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
इस तरह से समाज एकजुट होने की बजाए बट जाएगा उसका लाभ किसको मिलेगा एक बनो ताकत बढाओ तकनीकी जानो ।
गोंडवाड क्षेत्र में स्थित श्री भूरिया बाबा का मंदिर ( श्री गौतम ऋषि महादेव मंदिर गांव चोटिला तहसील शिवगंज जिला सिरोही ) में स्थित है
जहां पर पश्चिम राजस्थान के आदिवासी का मेला लगता है जिसे आदीवासी का महाकुंभ कहते हैं
जिसकी मीणा समाज के लोग कभी झूठी कसम नहीं खाते हैं
जिन्हें भूरिया बाबा
श्री गौतम ऋषि महादेव
श्री गौतमेशवर कहते हैं 💐💐🙏🙏
जय गौतम बाबा री🙏🙏
सर गोडवाडी मीणो चोकीदार न बता कर डेडीया मीणा बता रहे हैं यह गलत है सर जी को मीणो का
जय गोतम बाबा की
मीणा लोग फर्जी आदिवासी है।जाटों की तरह मीणा भी scythian (शक) वंशज है।मीणा लोगो का शारीरिक रंग रूप भारत के दूसरे आदिवासियों से बिल्कुल भी नहीं मिलता है। अधिकतर मीणा फर्जी आदिवासी लोग बहुत ज्यादा गोरे चिट्टे लंबे,हट्टे कट्टे और देखने में बहुत सुंदर होते हैं।मीणा,जाट,अहिर,गुर्जर,राजपूत,बिश्नोई,कंबोज इत्यादि जातियों में मध्य एशिया के लड़ाकू जातियों शक(scythian), हूण,कुषाण का रक्त पाया जाता है। राजस्थान जैसे भयंकर गर्म जलवायु वाले स्थान में रहने के बावजूद भी राजस्थान के नकली आदिवासी मीणा और जाट बहुत ज्यादा गोरे चिट्टे, लंबे और देखने में बहुत सुंदर होते हैं। स्वभाविक रूप से यह लोग मध्य एशिया से 2200 साल पहले आकर बसे शक(scythian) लोगों के वंशज है।ब्राह्मण लोग मध्य एशिया के शक, हूण,कुषाण जैसी विदेशी लड़ाकू,बर्बर, कबायली,असभ्य जातियों को म्लेच्छ कहते थे। आर्यों और ब्राह्मणों ने शुरुआती रूप में इनको स्वीकार नहीं किया था।शक, हूण, कुषाण वास्तव में आर्यों से 5000 साल बाद आकर बसे थे।
आदिवासी कोई मूलनिवासी नहीं है। आदिवासी अफ्रीका से आकर बसे हैं। ऑस्ट्रोएशियाटिक भाषा बोलने वाले मुंडा,संथाल,भुमिज इत्यादि आदिवासी मूल रूप से दक्षिण पूर्व एशिया की तरफ से आकर बसे हैं।
राजस्थान के फर्जी आदिवासी मीणा लोग जाटों की तरह scythian (शक) वंशज जो मध्य एशिया से केवल 2200 साल पहले आकर बसे थे।
नॉर्थ ईस्ट के मंगोल नस्ल के नागा ,मिजो,बोडो जनजाति के लोग दक्षिणी चीन से आकर बसे हैं।
मीणा लोगो का डीएनए और शारीरिक रंग रूप द्रविड़ और australoid नस्ल के भारत के दूसरे आदिवासियों से बिल्कुल भी नहीं मिलता है बल्कि मीणा लोग वास्तव में जाट,राजपूत,गुर्जर, अहीर जैसा देखने में गोरे चिट्टे, लंबे,तीखे नाक नक्श और देखने में बहुत सुंदर होते हैं।मीणा वास्तव में जाटों की एक उपजाति है जिस प्रकार बिश्नोई लोग जाटों से अलग होकर एक अलग जाति बनी थी।
@@ugmarammeenameena7341 Bhai Meena Meena hi hai
@@ugmarammeenameena7341सिरोही के एरणपुर छावनी में जितने भी फौजी थे वह सभी मीणा समाज के थे मीना बटालियन की स्थापना भी गोड़वाड़ और मारवाड़ की मीना ने ही की थी
सर आपने जो प्रथाएं बताई है वो
न की मीणाओं में बल्कि सभी जातिओ में वो प्रथाएं चलती है 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
मुझे गर्व हे की में मीणा हुँ ❤️❤️जय meenesh
मप्र से हुँ
आधी अधूरी जानकारी,और उस में भी झूटी , आगे वीडियो बनाओ तो सर एक बार ४/५ मीणा लोगो से डेमो ले लेना plz sir🙏
राइट बोल रहे हो सर ग़लत पढ़ा रहा है
Galt jankaari khuch galt h khuch sahi h . Parihar Meena pada nahin khate.
@@kajalmeena35 सही सुनी सुनाई अफवाह पढ़ा दी केवल
आधी बात मनगढ़ंत रखदी प्रतिहार मीणा के बारे में पढ़ो पहले कौन है,,एक योद्धा वर्ग में आता था प्रतिहार मीना भी,
Jai meena jai johar
बहुत अच्छी कौशिश की है आपने विद्यार्थियों को समझाने की।
सर आपके द्वारा मीणा जनजाति के ऊपर बहुत ही शानदार लेक्चर दिया गया है
Sirohi jile ke shivpur tahsil mein Chotila gaon mein bhuriya Baba ka mela lagta hai jismein khaskar Meena samaj ke log ka Mela lagta hai Sirohi Jalore Barmer
Very good
मैं इस मेले में जा आया हूं
प्रतिहार (पड़िहार) मीणा ओ की कुलदेवी चामुण्डा माता है।
Ha bhai me bhi pratihar hu
Lekin ye meena hamko meena nhi manate
@@factsworld995 Aap kaha se ho..
प्रतिहार या पडिहार मीणा : इस वर्ग के मीणा टोंक, भीलवाड़ा, तथा बूंदी जिले में बहुतायत में पाये जाते हैं। प्रतिहार का शाब्दिक अर्थ उलट का प्रहार करना होता है। ये लोग छापामार युद्ध कौशल में चतुर थे इसलिये प्रतिहार कहलाये।
ये शिक्षक ग़लत पढ़ा रहा है
@@SusheeVlogs प्रतिहारो के बारे में जो पुस्तकों में आता है वो भी पूर्ण सत्य नहीं,और ये भाईसाहब पढ़ा रहे वो,किताब और कुछ सुनी सुनाई बातों का हवाला है, पुरखो की पूर्ण जानकारी जो भाट जागा बही पढ़ने वाले वहीं रखते हैं,कहा से निकले कौन थे,किसका पुत्र कौन था,उनके अनुसार प्रतिहार राजपूतों के प्रतिहार वंश से संबंधित है,जो मंडौर से निकले हैं,वो कहते है,दो भाई थे,छोटे वाले ने मीणी के घर पर पानी पीया और उस मीणी से शादी कर ली तब से उसको मीणा मान लिया और उसकी की पीढ़ी वर्तमान प्रतिहार मीणा चल रही है,जिन्हें दूसरे मीणा आज भी मीणा न कहकर सिर्फ पडिहार या प्रतिहार ही कहते हैं
I'm proud to be मीणा
पुराना वासी मीणा जमीदार मीणाओं को कहा जाता हैनया वासी मीणा चौकीदार मीणाओं को कहा जाता है क्योंकि इन्होंने खेती का कार्य छोड़कर चौकीदारी का काम शुरू कर जमीदार जमीदार मीणा ही सबसे पहले का मीणा
Na bhai sb meena ek hi h alag kuch na h
Bhi sab ak hi jaati vad ma karo
हमारी तरफ देशी व पचवारीया वर्ग के मीणा है जिनके आपस में बेटी बाटा नहीं होता |
Sab Meena ek hi h bhai, m sikar Ka chokidar Meena hu humne kbhi b Rajputo ke saamne surrender nhi Kiya tha jbhi hum Kshatriya Meena khlate h ye chiz aap Google par search Kar skte ho , chokidar Meena ne khetibadi aajadi ke baad se shuru ki h , aaj b bahut se chokidar Meena haveliyo me rhte h
@@manishmeena9300 tum logo ki waha kaise condition h
Aarthik aur samajik dono batao
झगड़ा प्रथा - मीणा जाति में विवाहित महिला अगर किसी अन्य पुरष के साथ रहती है। तो उस पुरष को उसके पूर्व पति को भता [राशि] दी जाती है।
Thanks sir ji 🙏 🙏🙏
बकवास है सब
Bkk
जय श्री राम जय श्री मिनेश सर आपने जो बहुत सी प्रथाये बताई है मेने कभी सुना नहीं फर्स्ट टाइम सुन रहा हु हो सकता है राजस्थान में मीना समाज में ऐसी प्रथाए चलती हो लेकिन मेरा मानना है दहेज प्रथा किसी भी समाज में नही होना चाहिए हमारे m.p. me भी मीना समाज बहुत बड़ी संख्या में निवास करता है लेकिन जो बाते आपने बताई है यह सब रियल है तो फिर मुझे लगता हैं राजस्थान और एमपी में बहुत अंतर है गोमांस का जो आपने बताया है इसके बारे में सोचना भी हमे पाप जैसा लगता हैं गोमता को हम सभी हिंदू अपनी माता की तरह पूजते है !!! यह सब आप जो बता रहे हो गलत बात है रही बात दहेज़ प्रथा की ऐसी कोई डिमांडिंग दहेज प्रथा हमारे समाज में नही चलती कोई लड़की वाले स्वेच्छा अपनी कन्या को दहेज देना चाहे तो वो एक अलग बात है अगर कोई दहेज मांगकर सादी करते भी किसी एक दो व्यक्ति के चक्कर में पूरे समाज को दहेज प्रथा वाला बताना मुझे लगता है यह गलत है
मीणा सब एक है बाकी राजाओं ने शासन करने के मीणा ओ को अलग अलग बात दिया 💪💪💪मीणा ब्रांड है 💪🙏🙏
पाली सिरोही जालौर में भी मीणा समाज का बहुत ही लंबा समाज है
अपना इतिहास तो छुपा हुआ है क्योंकि हमारी जाति मेणा है भाईसाहब जी
@@TRIBEL0098 जब तुम्हारी जाति मेंणा ह तो फिर अरकशन तो मीणा को मिला ह, मेंणा को नहीं
गलत मिला है
@@TRIBEL0098 छोड़दो फिर आरक्षण
@@lokeshmuradiya8182एक ही तो है मीणा मीना मैना बेवकूफ
मीणा की उत्पति आदिवासी से हुई है
मीणा की धार्मिक संस्कृति आदिम है।
धर्म पूर्वी संस्कृति है।
किताबी ज्ञान से आगे भी कुछ है।
Bilkul h
Koi book hai kya meena jati ki history ki
@@dr.selfimprover5329 meenao ka rakt hi meenao ka itihas hey jo aabi bhi bidane wale ki ma cod sakata hey meena that is hamanlions
मीणा,भील मीणा,मेव मेरे,मैना,रावत,चोकिदार,जमिदार,सभी मीणा वो में गोत्र परथावो के अनुसार रिसते हुये है बाद में भ्रांतियां फेलि है अब सभी मीणा बैल भैंस,पांढा बकरा मचछि सभी खाते सभी मीणा अब एक है जोहार
Bhil ko chodhkar
गौतमेश्वर महामंदिर (शिवगंज सिरोही )के भक्त श्री गंगोजी जी महाराज की भक्ति से पसंद होकर भगवान शिव (गौतम ऋषि) ने वरदान दिया की प्रतिवर्ष 14 अप्रैल को गंगा मैया भीषण गर्मी में भी मेले को पानी पिलाती है इससे बड़ी बातें और क्या हो सकती हैं यहां पर हम अपने पूर्वजों की अस्थिया विसर्जन करते हैं ,पुष्कर हरिद्वार नहीं जाते हम ! एक बार प्रेम से बोलो जय गौतम बाबा की....
मोटीस\पावार meena 🙏
King of Rajasthan meena ji
आपके द्वारा व्याख्यान सुना, आखिर उपरांत नतीजे मे पाया
आपको मीना जाति का इतिहास के बारे मे बहुत अधुरी जानकारी है, जिसे विद्यार्थी भ्रमित हो रहे है, कृपा किसी जाती के उपर व्याख्यान देने से पहिले इतिहासिक किताबो का ज्ञान प्राप्त करे
Sir aap bhi jharwal h or hamere masiha Laxmi Narayan jharwal h to me ye phuchna chata hu ki jharwal meena h ya koi or caste
@@kuldeepmeena2498 Meena hi h bhai gotr h jhirwal
@@deshrajmeenagyanpura3806 dhanyabad bro jorwal to gotra h mera dost h per jharwal maine khi suna nhi isi liye confused tha
@@deshrajmeenagyanpura3806 ok bro
मीणा लोग फर्जी आदिवासी है।जाटों की तरह मीणा भी scythian (शक) वंशज है।मीणा लोगो का शारीरिक रंग रूप भारत के दूसरे आदिवासियों से बिल्कुल भी नहीं मिलता है। अधिकतर मीणा फर्जी आदिवासी लोग बहुत ज्यादा गोरे चिट्टे लंबे,हट्टे कट्टे और देखने में बहुत सुंदर होते हैं।मीणा,जाट,अहिर,गुर्जर,राजपूत,बिश्नोई,कंबोज इत्यादि जातियों में मध्य एशिया के लड़ाकू जातियों शक(scythian), हूण,कुषाण का रक्त पाया जाता है। राजस्थान जैसे भयंकर गर्म जलवायु वाले स्थान में रहने के बावजूद भी राजस्थान के नकली आदिवासी मीणा और जाट बहुत ज्यादा गोरे चिट्टे, लंबे और देखने में बहुत सुंदर होते हैं। स्वभाविक रूप से यह लोग मध्य एशिया से 2200 साल पहले आकर बसे शक(scythian) लोगों के वंशज है।ब्राह्मण लोग मध्य एशिया के शक, हूण,कुषाण जैसी विदेशी लड़ाकू,बर्बर, कबायली,असभ्य जातियों को म्लेच्छ कहते थे। आर्यों और ब्राह्मणों ने शुरुआती रूप में इनको स्वीकार नहीं किया था।शक, हूण, कुषाण वास्तव में आर्यों से 5000 साल बाद आकर बसे थे।
आदिवासी कोई मूलनिवासी नहीं है। आदिवासी अफ्रीका से आकर बसे हैं। ऑस्ट्रोएशियाटिक भाषा बोलने वाले मुंडा,संथाल,भुमिज इत्यादि आदिवासी मूल रूप से दक्षिण पूर्व एशिया की तरफ से आकर बसे हैं।
राजस्थान के फर्जी आदिवासी मीणा लोग जाटों की तरह scythian (शक) वंशज जो मध्य एशिया से केवल 2200 साल पहले आकर बसे थे।
नॉर्थ ईस्ट के मंगोल नस्ल के नागा ,मिजो,बोडो जनजाति के लोग दक्षिणी चीन से आकर बसे हैं।
मीणा लोगो का डीएनए और शारीरिक रंग रूप द्रविड़ और australoid नस्ल के भारत के दूसरे आदिवासियों से बिल्कुल भी नहीं मिलता है बल्कि मीणा लोग वास्तव में जाट,राजपूत,गुर्जर, अहीर जैसा देखने में गोरे चिट्टे, लंबे,तीखे नाक नक्श और देखने में बहुत सुंदर होते हैं।
Thank you so much sir meenao ke baare me informed karne ke liye
मुझे गर्व है
मैं जमींदार मीणा
नारेड़ा गौत्र का हूं
💪💪
मीणाओं को बदनाम ना करे सब मीणा दहेज नहीं लेते, विधवा पुनर्विवाह नारी का अधिकार होता है
जय श्री गोतम ऋषि महादेव मंदिर मीणा
एक बार भूरिया बाबा का जयकारा लगाओ जोर से
😊बोलिए भूरिया बाबा की
मीणा सब एक होते है फिर भी केवल 4 ही टाइप हे मीणाओ में जमीदार चौकिदार रावत पडियार।
32
#Pratihar hote h #padiyar nhi chutiye...aur ye sabse #Aadim gotra h aur inhone #pungalgarh Main sasan kiya tha understand
Sir..meena khud hi apna itihaas nahin jante ... Aisa koi Sir nahin hai Jo pura meenaon ka itihaas pada Saki......
Jaipur ke pass ek Gav h jiska naam h dand.....waha ke ek parivar ke khoon se kacuvaha rajao Ka Raj Tilak HOTA hai
ढंड हमारा गाँव है
@@bharatlalmeena5166 laxmipua dand tonk
Ha bhai sahi h
कुछ लोगु ने अपना नाम ऊंचा करने के लिए दहेज प्रथा का चलन करके मीणा जाती को पीछे करने का कम किया है
हम सब भाई देहज प्रथा का विरोध करेंगे 🙏🙏🙏
जयजयमत्स्य🚩
ग्रेटमीणाकौम💪💪
मैं हरिराम नारेड़ा दतवास
Very nice class sir ji ye topic etna diply phali bar hi padha h. Thank-you sir ji.
Osm teaching and guidance
जय मीनेश 🙏🙏🙏
2011 की जनगणना के अनुसार अंतिम आंकड़ों के अनुसार मीणा जनजाति सर्वाधिक जनसंख्या उदयपुर मे 2018 के अनुसार
उदयपुर में भील जनजाति निवास करती है
@@bhagwatilalvadera9319 udaipur mein meena cast h
@@bhagwatilalvadera9319 bhai vo Bheel meena hai
भाई सर्वाधिक मीना जंजाति का जनसंख्या घनत्व उदयपुर मे और सर्वाधिक जनसंख्या Jaipur मे है
दोनों अलग अलग है
@@meena87428 एक बार यहां कर पता कर कौन meena hai और कौन नहीं है उदयपुर संभाग में कोई meena नहीं है जितने विधायक मीना लगा रहे वह sab bhil गोत्र के हैं और दोनों सांसद भी bhil है दोनों सांसदों की गोत्र पता है या नहीं तुझे
दुलेराय ने मीणाओं को दो भागो में नहीं बॉटा भाई। शासक वर्ग चौकिदार व शासित जमीदार था।
फैक्लोजी की भी हद होती है
जोहार साथियों
मुझे गर्व है मैं जमींदार मीणा
नारेड़ा गौत्र का 💪💪
Great sir ji 🙏
Thank you sir ❤️🙏🌹🙏🌹
Thank you sir ❤️🙏🌹🌹🌹
Ham MP guna se deka apka lecture ❤️❤️❤️👍👍👍👍
महर गोत्र की कुल देवी 'घटवासिन माता' का मंदिर गुढ़ाचंद्रजी में है।
सर दहेज प्रथा केवल एक मीणा समाज की ही समस्या नहीं है यह एक सामूहिक समस्या है
यह एक विकट समस्या है ✋✋pls stop this....
बिल्कुल
Sach kha bilkul
रामगड़ के मीणा जामूवाय माता को नहीं मानते दाँत माता को मानते हैं
Wo hmari kuldevi h.... Bro............. Dath mata.. Seera gotr ki kuldevi h....... Or... Ramgarh me seera gotra ke Meena rajao ki.... कर्मभूमि h........ Aaj bhi... Medaseera ke महल ke अवसेष..... Datmata मन्दीर ke niche.... H....
जय जोहार जय आदिवासी जय मीणा जय भील जय गोंड
मीणा एक क्षत्रिय जाति है ,शासक वर्ग है ,आदिवासी नही।
Arrey bhai मीणा koi adivasi nhi h menna aur bhill dono alag - alag h
Tu parmar मीणा hoker ye bol rha h 🤦
दहेज कुप्रथा का उन्मूलन के लिए स्व प्रेरणा से पढ़े, लिखे एवं शिक्षित युवाओं को आगे आना होगा।
सब कुप्रथा को अपनायो हुए है दहेज तो और महापाप है पाड खते है मैंने पहली बार सुना रहा हूं
Perfect and interesting
Thank u ji
सबसे ज्यादा अब जयपुर नहीं उदयपुर है सबसे ज्यादा मीणा जनजाति उदयपुर में पाई जाती है
उदयपुर में कोई मीणा नहीं है सब भील जनजाति है उधर
Jaipur m bht jayada meena h bhai m khud JAMWARAMGARH se hu AMER m mama h mere bht meena h yha 😊
@@arunbalot9780 udaipur m Percentage wise jyada hoga phir
@@bhagwatilalvadera9319
Udaipur me meena bhut h
Aap jhut kyu bol rhe ho
Mp ki seat reseve h
@@hansrajmeena9745 kahan per hai ek Bhi meena Nahin Hai Sab bhil Hai Sansad Se Lekar vidhayak Tak unko Sharm aa rahi hai isliye likha rahe Meena aur Yahan kar pata kar Udaipur sambhag mein kahan per hai only kagajo mein hai
मूलनिवासी छोटे से मीणा समाज को भी सैकड़ों भागों में भी इस शर्मा ब्रह्मण ने बांट दिया फिर से
Nice sir sandar history btayi aapne 👍
में जमीदार मीणा हूं झालावाड़ अकलेरा से
सर जी,
हमें तो अपनों ने लूटा गैरों में कहाँ दम था ।
बिल्कुल
Untouchable hai tu Meena ST Untouchable
Ha Bhai
@@ps9666 teri बहन की तो टचएबल h na 😃😃😃😃😃
@@ps9666 😂because we are fire🔥...
Thanks sir ji 🙏🙏🙏
Padihar meena ke bare me jankari galat hai. Ye actually pratihar meena hai aur ye chapamaar yudh me kushal the. Inhone veer shivaji ka bhi saath diya tha.
भाई आप सही कह रहे हो बाक़ी यहाँ सब चुतिया है
प्रतिहार या पडिहार मीणा : इस वर्ग के मीणा टोंक, भीलवाड़ा, तथा बूंदी जिले में बहुतायत में पाये जाते हैं। प्रतिहार का शाब्दिक अर्थ उलट का प्रहार करना होता है। ये लोग छापामार युद्ध कौशल में चतुर थे इसलिये प्रतिहार कहलाये।
#jayjohar #johar_the_great_bhilraj #adiwasi #मीणा
शानदार गुरु देव जी
दुल्हराव ने मीणाओं पर कैसे व किस कि सहायता से सफलता प्राप्त कि
सर जी मगन सागर जैन नही था ये टोंक जिले के उखालना गांव के गोठवाल गोत्र का मीणा था इसने जैन धर्म अपना लिया था
Aacharya Sri Magan Muni Sagar Ke Bare Me Etani Jankari Hai To Phir MEENAPURAN Ko Dhudhkar Sabke Samne Lao.
सही कहा आपने मुनि मगर सागर जी मीणा जाति के थे उन्होंने मीन पुराण ग्रंथ रचना की थी जिसमें मीणा जाति का इतिहासिक ग्रंथ हे
Bhai bilkul sahi
मांस खाना ओर छेड़ा प्रथा अभी बिल्कुल नही है 0%......सबसे ज्यादा दहेज प्रथा है सर्
आजकल हर एक समुदाय एक स्टैंडर्ड आ गया है वो पुरानी बाते है जो किताबो तक सीमित है
Mans to sab khate hai bhai
Baniye bhi
@@Dpsharma335512 मीणा किसी का भी माँस नही खाते
आप गलत जानकारी दे रहे हैं
Sir 1. meena white kapde pehnate Hain
2. meena samaj mein dhani ka mukhya Patel hota hai
3. Meena krishi karya karte Hain
4. Meena samaj mein ghar ka mukhya pitha hota hai
5. Meena samaj pashupalan bhi karte Hain
6. Meenaon ka Aaradhya Dev Bhagwan Shiv Shankar hai
....... Samaj ke liye jitna bolo utna kam hai sir ...,......
Sar per dikkat ye hai ki Sarkar ne itihaas mein se meenaon ka itihaas gayak kar rakha hai......
Aaj meenaon ka itihaas Meena khud hi nahin jante.... Padhte uska din karte to jante..
Jay johar jay aadivasi.
गुरु जी आप को शत शत नमन आप ने मीणांऔ के विषय में अच्छा ज्ञान दिया है एक सवाल है, मीणा की उत्पत्ति मीन से मानी जाती है,मीन अवतार की पत्नी कौन थी , क्या नाम था गुरु जी बता ने की कृपा करें धन्यवाद।
BAHIYA ZAMIDAR MEENA UPPER HOTE HAI KUKI UNKE PASS JITNE JAMIN HOTE THE YA HOTI HAI AUR KISE KE PASS NHI HOTE HAI ....... JISNE BE APKO YE CATEGORY INFORMATION BATI USNI GLAT BATI HAI
Aapne ekdum sahi bat batai hai bhai 👍👍👍👍👍
किसी से भी जाके पूछ लेना चोकीदार मीना ऊपर माने गए है , ज़मींदार मीनाओ ने तो कब का सरेंडर कर दिया था
मीणाओं का अधिकांश इतिहास चोकीदार मीणा के बारे में है। उन्होंने खेती के बजाय गांवों की रक्षा करना चुना। वे बहादुर और स्वतंत्र स्वभाव के थे और उन्होंने अंग्रेजों और स्थानीय राजपूत शासकों के प्रति कभी झुकने वाला रवैया नहीं दिखाया।
वे अपनी सैन्य सेवाओं के लिए जाने जाते थे। शारीरिक रूप से सामान्य रूप से चौकीदार मीणा लम्बे, सुन्दर, सुगठित और साहसी और बहादुर लोग थे। कर्नल जेम्स टोड
@@jackpetrov2785 क्या पगला गए क्या आपस में झगड़ रहे हो
Good Sir ji
सर आप बहुत ही अच्छे तरीके से मेहनत करके अध्ययन करवाते हो जी सर आपको बहुत बहुत धन्यवाद।और जयपुर में आपसे मिल भी चुका हूं आप बहुत ही अच्छे सज्जन इंसान हो ।आपका शुभचिंतक हितैषी----इंजीनियर मुकेश कुमार नायक (लेखक, कवि, समाजसेवी, बांसुरी वादक)धन्यवाद।
Jai Hind 🇮🇳💪 sr
Gotam Rishi mandir Sirohi district posaliya ke pass meena samaj ka sbse bada mela bharta hai jis main 5 lacs public aati hai usse hii bhuriya baba bhi bolte hai woo jalore Sirohi pali district meena ka sabse bada mela rajasthan ka
मीनाओं में मैहर गौत्र के लोगो की कुलदेवी
घ्टवासन देवी है
भाई मीनाओ में दहेज की रकम आप ने अधिक
बताई है यह मेरा मानना है
लड़की अच्छी पढ़ी हो तो कम दहेज में भी
काम चल जाता है
दहेज प्रथा बहुत गलत है
मेरा यह मानना है की इसका एक सकारात्मक
पक्ष यह है की इसने महिलाओं में शिक्षा को बढ़ावा दिया है
Mera gotra Chhanwal he me maharashtra se hu aur meri caste pardeshi Rajput he
To chhanwal meena hote he kya unki kuldevi konsi he
❤❤❤
सर् जी बहुत बहुत धन्यवाद.... लेकिन दुल्हराय के बाद का इतिहास तो पता है लेकिन उस से पहले का इतिहास मीणाओ का क्या था ...इसके बारे में कुछ जानकारी पर वीडियो बनाओ एक
Jarur बनाएंगे
@@AnkushKumar-bl8jq काम के हिसाब से जो राज करता है रक्षा करता है वह क्षत्रिय होता है जो शिक्षा देता है पूजा पाठ करता है वह ब्राह्मण होता है जो सेवा करता है वह शूद्र होता है जो व्यापार करता है वह वैश्य होता है
@@partapsingh5186 Ees ka matlab toh meenao ko kshatiya hi maana jaana chahiye kyunki matasay jhanpad k shaasak ye hi the ......
@@AnkushKumar-bl8jq ha
untouchable ST Adiwasi ho tum
धन्यवाद सर जी